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अली, अयान और मानव

ये कहानी ऐसे दो दोस्तों की है जो गे थे। बात कॉलेज टाइम की है जब अली और अयान कॉलेज में थे, तब दोनों ने डिस्कवर किया कि दोनों को एक दूसरे में काफी इंटरेस्ट है। दोनों स्लिम थे, हाइट भी कुछ ज्यादा नहीं थी, लगभग साढ़े पांच फुट और दोनों को कॉलेज हॉस्टल में अलग अलग रूम अलॉट किया गया था। थर्ड ईयर आते आते दोनों को एक दूसरे के प्रति आकर्षण होने लगा और एक दिन दोनों ने लिमिट क्रॉस कर लिया। अली और अयान ने कॉलेज के तीसरे ईयर में वहीँ पास में टू बीएचके फ्लैट ले लिया और अब दोनों एक साथ रहने का सपना पूरा कर चुके थे। अब पुरे फ्लैट में सिर्फ एक ही किंग साइज बेड था, जिसपे हर रोज़ रात को अली और अयान एक दूसरे की बाहों में सो जाते। हालाँकि दोनों गे थे तो दोनों के अंदर एक दूसरे के प्रति फीलिंग्स थी, दोनों ने एक दूसरे के साथ सेक्स करने कोशिश तो बहुत की, लेकिन एक से दो बार ही सेक्स का लुफ्त उठा सके। 


अली और अयान एक दूसरे को सटिस्फाय तो नहीं कर सके, लेकिन दोनों ने डिसाईड किया कि उनके रिलेशन में सेक्स से ज्यादा रोमांस और प्यार की भूमिका होनी चाहिए। दोनों का प्यार जिस्मानी से ज्यादा रूहानी हो और इस बात पर दोनों एग्री थे। दोनों के बीच कभी सेक्स नहीं हुआ, लेकिन दोनों के बीच रोमांस और स्मूच करना आम बात था। अली और अयान दोनों ही हमेशा क्लीन शेव में रहते और दोनों के बाल काफी घने थे, जिससे अक्सर नए लड़के धोखा खा जाते और दोनों को लड़की समझ लेते। कॉलेज के वार्षिकोत्सव में अली और अयान दोनों को ही लड़की का रोल करने को दिया गया और दोनों के परफॉरमेंस इतने अच्छे थे कि बाहर से आये चीफ गैस्ट्स और लोकल गेस्ट्स को इस बात का एहसास भी नहीं हुआ कि दोनों लड़की नहीं बल्कि लड़के हैं। अली और अयान दोनों को ही मेडल्स दिए गए और कॉलेज के उस परफॉरमेंस के बाद दोनों को ही उनके स्टेज नेम से चिढ़ाया जाने लगा था। हालाँकि इससे ना तो अली पर कोई असर हो रहा था और ना ही अयान पर लेकिन कुछ ऐसे भी गेस्ट्स थे जिन्हे अली और अयान इतने पसंद गए कि उन्होंने दोनों को फेसबुक और इंस्टाग्राम पर फॉलो करना शुरू कर दिया।

वार्षिकोत्सव के अगले दिन अली और अयान का एक पांच साल सीनियर जिसका नाम मानव रस्तोगी था, दोनों से मिलने उनके फ्लैट पर आया। मानव रस्तोगी, वो एक पैनसेक्सुअल पर्सन था जिसे लड़कियों में भी इंटरेस्ट था और लड़कों में भी, जिसकी हाइट करीब सवा छह फुट थी और देखने में उतना ही हैंडसम भी था। अभी मानव पिछले तीन साल से इनफ़ोसिस में नौकरी कर रहा था और उसकी सैलरी लाखों में थे। अली और अयान भी आफ्टर कॉलेज अच्छी नौकरी पाना चाहते थे, ताकि दोनों का करियर ग्रोथ हो सके। अली, अयान और मानव तीनो ही बहुत देर तक बातें करते रहे, पहले आफ्टर कॉलेज के बारे में, फिर फॅमिली के बारे में और आखिर में गर्लफ्रेंड के बारे में। फिर उसने दारु पीने प्रस्ताव रखा जिसे मैंने सहर्ष स्वीकार कर लिया। अली और अयान ने मानव के सामने जाहिर नहीं होने दिया कि वे दोनों गे हैं लेकिन मानव तो क्या पूरा कॉलेज जानता था कि अली और अयान दोनों गे हैं। थोड़ी ही देर में अयान बाजार से दारु, सिगरेट और नमकीन लेकर गया और फिर तीनों में रूम में बैठकर ड्रिंक और स्मोक किया। आफ्टर ड्रिंक एंड स्मोक अली और अयान पर कुछ ज्यादा ही नशा सा छाने लगा था वहीँ मानव पर तो मानो ड्रिंक और स्मोक का कोई असर ही नहीं हुआ था।

नशे की हालत में बातों बातों में अयान और अली ने अपने गे होने की बात को कुबूल कर लिया। जब मानव ने अली और अयान से क्रॉसड्रेसिंग के बारे में पूछा तो अयान और अली दोनों ने ही ये बात भी कुबूली कि दोनों को क्रॉसड्रेसिंग बहुत पसंद है। इस बीच मानव के सामने अली और अयान दोनों ने कई दफे स्मूच किया और मानव उन दोनों को ऐसे ही देखे जा रहा था। 

फिर मानव ने अली और अयान से लड़की की ड्रेस में तैयार होने की इच्छा जाहिर की। चूँकि दोनों के पास मिनी स्कर्ट्स थे तो दोनों ने उसकी बात मान कर मिनी स्कर्ट ड्रेस पहन लिए। अली और अयान दोनों को ही लड़की की पोशाक में देखकर मानव ने उनकी बहुत तारीफ की। मानव द्वारा अपनी तारीफ सुनकर अली और अयान दोनों को अच्छा भी लगा और थोड़ी शर्म भी आई। रात ज्यादा हो गई थी और अगले दिन रविवार की छुट्टी भी थी, तो मानव अली और अयान के साथ कमरे पर ही रुक गया और उसके अनुरोध पर अली और अयान ने लड़कियों की ड्रेस पहनकर सोना स्वीकार कर लिया। थोड़ी देर बाद जब मानव कमरे में गया तो उसने देखा एक तरफ अली सो रहा है तो दूसरी तरफ अयान! मानव ने सिर्फ शॉर्ट्स पहन रखा था और वो दोनों के बीच में जाकर सो गया। मानव को एहसास हुआ कि अली और अयान दोनों ही बहुत जल्दी गहरी नींद में समा गए थे। नींद में अचानक अली को अचानक ऐसा लगा कि मानव उसकी स्कर्ट में हाथ डालकर उसकी जांघें सेहला रहा है। अली को थोड़ा अजीब लगा लेकिन वो ये सोच कर सोया रहा कि शायद मानव नींद में ऐसी हरकत कर रहा है। थोड़ी देर बाद मानव ने अली की कमर को अपने मजबूत हाथों से जकड़कर अपनी ओर घुमा लिया। अली मानव की इस हरकत से चौंक गया और उसने मानव का हाथ अपनी कमर से हटा दिया।

अली - मानव सर, ये आप क्या कर रहे हो?

मानव - आई वांट टू मेक लव विद यू अली!

अली - ये आप क्या कह रहे हो, मुझे ऐसा कुछ नहीं करना, आप प्लीज् सो जाओ!

मानव - अली, यू लुक सो गॉर्जियस एंड हॉट एंड सेक्सी इन दिस मिनी स्कर्ट! प्लीज् डोंट स्टॉप मी!

अली - मानव सर, माना कि मैं गे हूँ लेकिन यकीन मानिये, मैंने और अयान ने लाइफ में कभी भी ये सब नहीं किया।

मानव - किया होता तो आज मुझे नहीं रोकते! मेरे पास आओ!

अली मानव के सामने काफी कमज़ोर था, कद काठी में और ताकत में भी। मानव ने अली को एक बार फिर से अली को अपनी बाहों में ले लिया और उसके होंठों पर अपने होंठ रखकर उसे किस किया। मानव ने अली को उसकी आँखों में देखा तो अली शर्माने लगा और मानव उसे फिर से होंठों पर किस करने लगा। मानव की गर्म सांसें अली की सांसों में घुलने लगी थी और वो और भी कमज़ोर होता जा रहा था।

अली - मानव सर प्लीज्, डोंट डु दिस। अयान जाग जायेगा। मैं अयान से बहुत प्यार करता हूँ और मेरे जिस्म पर सिर्फ मेरे अयान का हक़ है। आप प्लीज् मेरे साथ ये सब मत करो।

मानव - श्श्श!

फिर मानव ने अली को अपनी बाहों में उठा लिया और उस कमरे को बाहर से लॉक करके अली को हॉल के सोफे पर लिटा कर उसके साथ रोमांस करने लगा। पहले तो अली ने मानव को रोकने की बहुत कोशिश की लेकिन मानव के आगे वो कितनी देर टिकता, अली अपनी हार मान चूका था। और मानव उसे पूरी तरह कण्ट्रोल कर रहा था। मानव ने अली की ब्रा, पैंटी, स्कर्ट और टॉप दोनों को उसके जिस्म से अलग कर दिया और अब अली पूरी तरह से न्यूड हो चूका था। मानव ने अली को फिर से अपनी बाहों में उठा लिया और उसके जिस्म के अंग अंग को चूमने लगा और अली के मुँह से अह्ह्ह्ह, ओह्ह्ह्हह जैसी शीत्कारें निकलने लगी। अली पूरी से सब्मिसिव हो गया था और मानव उसे डोमिनेट करते हुए सेड्यूस किये ही जा रहा था। इसी बीच मानव ने अपना अंडरवियर उतार दिया और उसका तना हुआ मोटा काला लंड देखकर अली का पूरा नशा ही उतर गया।

अली - मानव सर, आपका लंड तो इतना बड़ा, मोटा और काला है। प्लीज् अब बहुत हो गया, अब रहने देते हैं ना!

मानव - डरो मत अली, असली मर्द का लंड तो इतना ही बड़ा, मोटा और काला होता है। मेरे इस लंड को प्यार करो ना!

अली - छी! मानव सर, इसकी तरफ तो देखने भर से इतना डर लग रहा है, मैं नहीं छूवूँगा इसको!

मानव - अपना हाथ इधर लाओ।

फिर मानव ने अली को घुटने के बल बिठा दिया और उसके दोनों हाथों को अपने हाथ से पकड़कर अपने लंड पर रख दिया।

अली - ये तो बहुत गर्म है!

मानव - इसे तुम ही ठंडा कर सकते हो अली, प्लीज् मना मत करना!

मानव की बात सुन अली ने अपने दोनों ही हाथों से उसके लंड को सहलाना शुरू कर दिया और मानव के एक्साइटमेंट के साथ उसके लंड की लम्बाई, मोटाई बढ़ गयी और वो और भी टाइट होने लगा। फिर मानव ने अली के दोनों हाथों को अपने एक हाथ से पकड़कर पीछे कर दिया और उसे लंड मुँह में लेने को कहने लगा। पहले तो अली ने मना किया और थोड़ा नखरा भी किया, लेकिन उस लंड को अपने मुँह में लेने के लिए मानव ने उसे मना ही लिया। जैसे ही मानव के लंड को अली ने चूमा, तो मानव की मर्दानगी उसकी साँसों में घुल गयी और उसने उस लंड को बिना कहे अपने मुँह में लेने लगा। अगले दस मिनट्स तक मानव अली के बाल पकड़कर उसके मुँह में अपना लंड अंदर बाहर करता रहा और फिर उसने अपना लंड अली के मुँह से बाहर निकाल लिया और अली को एक बार फिर से अपनी बाहों में उठा लिया। अली ने अपनी बाहों का हार मानव के गले में डाल दिया और उसकी गांड की छेद पर अपना लंड टिका दिया।

अली - मत करो मानव सर, बहुत दर्द होगा। आपका बहुत मोटा है, मुँह में नहीं लिया जा रहा था, गांड में कैसे जायेगा।

मानव - उसकी चिंता तुम करो अली।

फिर मानव ने अली को अपने लंड पर बिठाने लगा और उसके होंठों को लगातार चूसने लगा और अली मानव की बाहों में अपना इज़्ज़त दांव पर लगाने को तैयार हो गया था। मानव ने अली की गांड में अपना लंड हल्का सा घुसाया तो अली की चीख निकल गयी और वो रोने लगा तो मानव ने उसके होंठों को चूमकर उसे शांत किया। अब मानव ने फिर से अपना लंड अली की गांड में घुसा दिया और इस बार मानव का आधे से ज्यादा लंड अली के गांड के अंदर था। अली का तो रो रो कर बुरा हाल हो रहा था, उसे तो ऐसा लगा रहा मानो किसी ने गर्म लोहे का सरिया उसकी गांड में डाल दी हो। फिर कुछ देर होल्ड करने के बाद मानव ने अली की गांड से अपना लंड हल्का सा बाहर किया और इस बार अपना पूरा लंड ही उसकी गांड में घुसा कर हल्का हल्का स्ट्रोक्स देने लगा। 

मानव के हर स्ट्रोक्स के साथ अली की आहें निकलने लगी थी और अपने नाखूनों से वो मानव की पीठ खरोंच रहा था। दर्द अली के बर्दाश्त के बाहर था लेकिन मानव का हर एक स्ट्रोक और उसका हर एक किस अली को दर्द के साथ साथ एक अजीब सा एन्जॉयमेंट भी देने लगा था, जो उसने कभी पहले फील नहीं किया था। अगले पंद्रह मिनट्स तक मानव अली को खड़े खड़े चोदता रहा और फिर उसने अली को सोफे पर लिटा कर चोदना शुरू किया। इस बार मानव अली की छाती और निप्पल्स को चूसे जा रहा था और उसके बदन को चूमने के साथ ही उसे स्ट्रोक्स पर स्ट्रोक्स लगाए जा रहा था। अगले बिस मिनट्स तक मानव अली को चोदता रहा और इस बार मानव ने अली की गांड में जैसे अपना स्पेर्म्स डिस्चार्ज किया, अली का स्पर्म भी डिस्चार्ज हो गया और वो मानव को कस के हग करके जोर जोर से सांसें भरने लगा। अली के चेहरे पर शर्म के भाव थे और एक असली मर्द की तरह मानव की चेहरे पर गर्व के भाव। मानव ने अली को बाहों में उठाकर वाशरूम में ले गया और उसे आईने के सामने खड़ा करके पीछे से फिर से उसकी गांड में लंड घुसा दिया और उसे चोदने लगा। अली आईने में खुदको चुदते देख और भी शर्म से पानी पानी हो रहा था और हर स्ट्रोक्स के साथ उसकी आँहें निकल रही थी। अगले दस मिनट्स में मानव ने अली को फिर से आखिरी स्ट्रोक्स लगाया और इस बार फिर से जैसे ही मानव का स्पर्म अली की गांड के भीतर डिस्चार्ज हुआ, अली का स्पर्म भी डिस्चार्ज हो गया और इस बार अली मानव की बाँहों में ही थरथराता हुआ बेसुध होकर झूल गया। मानव ने शावर ऑन किया और कुछ देर तक वो अली को अपनी बाहों में उठाये रखा और फिर उसे वाशरूम से बाहर ले आया। मानव ने अली को जगाने की कोशिश की लेकिन वो बेहोश हो चूका था तो मानव ने अली के जिस्म को टॉवल से सूखा दिया और उसे बिस्तर पर लिटा दिया और खुद अयान की तरफ मुँह करके सोने लगा।   

थोड़ी देर तक रेस्ट करने के बाद मानव अब अयान की कमर में हाथ डालकर उसे अपनी ओर घुमा लिया।

अयान - ये आप क्या कर रहे हो मानव सर!

मानव - शश! तुम कितने कोमल हो अयान!

अयान - थैंक यू लेकिन प्लीज्, मुझसे थोड़ा दूर हटिये।

मानव - अयान, मैं तुम्हे प्यार करना चाहता हूँ।

अयान - मानव सर, प्लीज्! आधी रात में आपको मुझसे प्यार करना है, आप प्लीज् कमरे से बाहर जाइये!

मानव - अयान प्लीज्! मना मत करो, तुम्हारा जिस्म इतना कोमल है, मानो मखमल हो और ऐसे कोमल लड़के को मैं बिना प्यार किये कैसे छोड़ दूँ।

अयान - प्लीज् मानव सर!

मानव - शश!

मानव ने अयान से बिना पूछे उसकी कमर में अपनी बाहों की जकड को टाइट किया और उसके होंठों पर अपने होंठ रखकर उसे चूमने लगा। कुछ देर तक मानव अयान के होंठों को चूमता रहा। बड़ी मुश्किल से अयान ने मानव को खुद से अलग किया।

अयान - ये क्या कर रहे हो आप!

मानव - मैं तुम्हे प्यार करना चाहता हूँ अयान, प्लीज् मना मत करना।

अयान - सर, मैं अली से प्यार करता हूँ, मेरे जिस्म पर सिर्फ और सिर्फ अली का हक़ है।  

मानव - मुझे पता है, लेकिन अली गहरी नींद में सो रहा है और मैं तुम्हे प्यार करना चाहता हूँ।

अयान - आपको समझ नहीं आता!

मानव ने अयान को फिर से अपनी बाहों में जकड लिया और उसके होंठों पर इतने जोर से स्मूच किया कि अयान के होंठ से एक बून्द खून निकल आया। अयान दर्द से रोने लगा तो मानव उसके होंठों से उस खून को चूसने लगा। अपनी आँखों में दर्द भरे आंसू लिए अयान मानव को एकटक देखने लगा।

अयान - प्लीज् मानव सर, मत करो ना प्लीज्!

मानव - शश! आज की रात मुझे जी लेने दो अयान, तुम्हारे रसभरे होंठों को पी लेने दो।

अयान - सर प्लीज्!

मानव ने उसकी एक ना सुनी और उसे अपनी बाहों में उठा कर कमरे के बार ले आया और उसे सोफे पर लिटाकर उसके जिस्म से एक एक करके ब्रा, पैंटी, स्कर्ट और टॉप सबको अलग कर दिया और खुद भी न्यूड हो गया। इससे पहले कि अयान खुद को संभालता, मानव ने एक बार फिर से उसे अपनी बाहों में उठा लिया और खड़ा हो गया। मानव ने अयान के दोनों हाथों को अपने गले के पीछे पकड़ने को इंस्ट्रक्ट किया और खुद उसके होंठों को, कभी गालों को, कभी छाती तो कभी निप्पल्स को चूसने लगा। अयान को एक्साइटमेंट आने लगी थी लेकिन उसके मन में अली से बेवफाई के ख़याल आने लगे और वो मानव की बाहों से उतर गया।

अयान - मानव सर, मैं अली के साथ बेवफाई नहीं कर सकता, मेरा जमीर इसकी इज़ाज़त नहीं देता।

मानव - शश! शांत हो जाओ अयान! मैं कौन सा तुम्हे कह रहा हूँ कि तुम मुझसे प्यार कर लो। बात सेक्स की है और सेक्स पर ही ख़त्म हो जाएगी।

फिर मानव ने अयान को पीछे से हग कर लिया और उसके पीठ को चूमने लगा और उसे अपनी ओर घुमा लिया। शरमाते हुए अयान ने नज़रें झुका ली तो मानव ने उसके चेहरे को अपनी और उठाया और उसके होंठों को चूमने लगा। इस बार अयान ने मानव को खुली छूट दे दी थी। मानव भी अब कहाँ रुकने वाला था और उसने जैसे ही अपना अंडर वियर उतारा, उसका लंड फड़फड़ाते हुए बाहर गया।

अयान - अल्लाह, इतना बड़ा लंड! ये तो बिलकुल वैसा है जैसा ब्लू फिल्म के ब्लैक हीरो का होता है। मानव सर, आप इतने गोरे हो और आपका लंड इतना काला, मोटा और कितना लम्बा है।

मानव - शश! कितना हल्ला करते हो अयान! असली मर्द का लंड ऐसा ही होता है, चलो इसे अपने कोमल हाथों में लो और इसे सेहलाओ!

अयान - सीरियसली!

मानव - आई एम् नॉट किडिंग अयान!

अयान - प्लीज्, ये बहुत ज्यादा मोटा और लम्बा है।

मानव - श्श्श! हाथ में लो तो सही।

बहुत हिम्मत करके अयान ने मानव के लंड को अपने हाथ में लिया तो उसे गर्माहट का एहसास हुआ।

अयान - ये तो बहुत गर्म है।

मानव - हां! इसे ठंडा कर दो!

अयान - ये ठंडा कैसे होगा?

मानव - तुम्हारा कोमल हाथों के स्पर्श से, इसे सेहलाओ तो सही!

अयान ने मानव के लंड को धीरे धीरे सहलाना शुरू किया और मानव आहें भरने लगा। थोड़ी देर बाद मानव का लंड अब पहले से ज्यादा टाइट, मोटा और भी ज्यादा लम्बा हो गया था और ये देखकर अयान की हालत खराब होने लगी। अयान अब पीछे हटने की सोच रहा था कि तभो मानव ने अयान के चेहरे पर अपने लंड से थपकी लगाना शुरू कर दिया। फिर मानव ने अयान के होंठों पर अपना लंड रख दिया तो अयान उसकी तरफ देखने लगा।

मानव - देख क्या रहे हो अयान, मेरा लंड तुम्हारे प्यार का प्यासा है, इसे प्यार करो। ये सुनते ही अयान की आँखों में आंसू गए और ना चाहते हुए भी उसने मानव के लंड को चूमना शुरू किया और मानव ने उसे कण्ट्रोल करना। मानव के लंड का स्मेल जब अयान की साँसों में घुला तो उससे बर्दाश्त नहीं हुआ और उसने मानव के लंड को अपने मुँह में ले लिया और उसे चूसने लगा। मानव भी अयान के बालों को पकड़कर उसके मुँह को चोदना शुरू कर चूका था और दस मिनट्स बाद मानव ने अयान के मुँह से अपना गीला लंड बाहर निकाल लिया और अयान को सोफे पर लिटा दिया। अयान इसके लिए रेडी नहीं था लेकिन एक माहिर खिलाडी की तरह मानव ने उसके होंठों को तो कभी गालों को, छाती को तो कभी निप्पल्स को चूसने लगा और उसके दोनों पैरों को हवा में फैला दिया।

अयान की फटी पड़ी थी, उसकी चुदाई होने जा रही थी और वो मानव को रोकने में असमर्थ था। अयान की हालत ये सोचसोच कर ख़राब हुआ जा रहा था कि आखिर इतना मोटा लंड वो अपने गांड में लेगा कैसे? लेकिन मानव को अयान की कोई परवाह नहीं थी। मानव ने समय गंवाए बिना अयान की गांड में अपना लंड हल्का सा घुसाया तो अयान की चीख निकल गयी। थोड़ी देर होल्ड करने के बाद मानव ने एक बार फिर से अपना लंड अयान की गांडा में घुसा दिया और इस बार मानव के लंड का पहले से ज्यादा बड़ा हिस्सा अयान की गांड के अंदर समा चूका था। अयान चीखने के साथ रोने भी लगा था और अब उससे दर्द बर्दाश्त नहीं हो रहा था लेकिन मानव को इससे क्या लेना देना। मानव ने अयान की कमर को अपने एक हाथ से जकड़कर उसकी गांड में अपना पूरा लंड घुसा दिया और हल्के हल्के स्ट्रोक्स देने लगा।

अयान - आह्हः, हहहहह, प्लीज्, प्लीज्, प्लीज्, नो, अल्लाह, ओह्ह्ह, अम्मी, आईईई, नहीं, प्लीज्, अह्ह्ह्ह, अह्ह्ह्हह अह्ह्ह्हह, ओह्ह्ह्ह प्लीज् आअह्ह्ह्ह, अल्लाह!

अयान मानव के हर स्ट्रोक्स के साथ चीख रहा था, चिल्ला रहा था और मानव बिना रुके उसे फुल स्पीड में चोदे जा रहा था। थोड़ी देर बाद अयान का चिल्लाना थोड़ा कम हुआ लेकिन वो अभी भी जोर जोर से आहें भर रहा था और इससे मानव को और भी मजा रहा था। लगभग आधे घंटे तक मानव अयान को चोदता रहा और दर्द बर्दाश्त करने के लिए अयान मानव की पीठ को अपने नाखुनो से खरोंचता रहा। उस आधे घंटे की चुदाई के बाद जैसे ही मानव ने अयान की गांड में अपना स्पर्म डिस्चार्ज किया, अयान का भी स्पर्म डिस्चार्ज हो गया, ठीक अली की तरह। और अयान का पूरा बदन थरथराने लगा। थोड़ी देर तक मानव अयान को अपनी बाहों में जकड़कर वैसे ही सोफे पर पड़ा रहा और थोड़ी देर बाद उसने अयान को अपनी बाहों में उठा लिया और खड़े खड़े चोदने लगा। अयान इसके लिए बिलकुल भी रेडी नहीं था लेकिन मानव ने अयान को अपनी बाहों में लेकर उसे अगले बिस मिनट्स तक खड़े खड़े चोदता रहा और एक बार फिर से अयान की गांड के अंदर अपना स्पर्म डिस्चार्ज कर दिया और एक बार फिर से अयान का स्पर्म डिस्चार्ज हो गया और उसका पूरा बदन थरथराहट से भर गया, आँखों के आगे अँधेरा छाने लगा और अयान बेहोश हो गया। जब अयान बेहोश हो गया तो मानव उसे वाशरूम में झरने के नीचे ले गया और उसके साथ शावर सेक्स का आनंद उठाने लगा। शावर की ठंडक और बार बार स्ट्रोक्स लगने से अयान की आँखें खुली तो उसने देखा कि मानव उसे आईने के सामने खड़ा करके फुल स्पीड में चोदे जा रहा है। 

अब तो अयान के मुँह से आवाज़ भी नहीं निकल रही थी, ऊपर से हर स्ट्रोक्स के साथ उसकी आवाज़ लड़कियों जैसी सुनाई पड़ रही थी। अगले पंद्रह मिनट्स में मानव अयान को फुल स्पीड में स्ट्रोक्स लगाता रहा और उसके लंड को अपने हाथों से सहलाता रहा। पंद्रह मिनट्स के हार्डकोर सेक्स के बाद एक बार फिर से मानव और अयान का एक साथ स्पर्म डिस्चार्ज हुआ और इस बार अयान बेहोश होकर मानव की बाहों में झूल गया। मानव ने अपने साथ अयान को टॉवल से सुखाया और उसे बाहों में उठाकर कमरे में ले गया। कमरे में बिस्तर के एक तरफ अयान को सुलाकर मानव बीच में किसी महाराजा की तरह सो गया। मानव ने लाइट्स ऑफ किये और उसकी एक बांह में अली तो दूसरी बांह में अयान सिकुड़कर लम्बी लम्बी सांसें ले रहा था। रात भर मानव कभी अयान को चूमता तो कभी अली को और तीनो बिस्तर पर यूँ ही नंगे लेटे रहे। जब मानव अली और अयान के होंठों को चूमता तो वे दोनों भी मानव को शरमाते हुए होंठों पर किस करते। रात बीती, सुबह हुई तो मानव की नींद सबसे पहले खुली। मानव का लंड अभी भी फड़क रहा था और अली और अयान को पेट के बल लेटे देख उसके अंदर का हवस फिर से जाग गया। मानव अली के ऊपर चढ़ गया और अपना लंड उसकी गांड की छेद पर टिका दिया। अपने शरीर पर वजन की वजह से अली की नींद खुली तो मानव ने उसके होंठों को चूमना शुरू कर दिया और उसकी गांड में अपना लंड घुसकर उसे अगले पंद्रह मिनट्स तक चोदता रहा। पंद्रह मिनट्स के हार्डकोर सेक्स के बाद मानव ने अली की गांड में अपना स्पर्म डिस्चार्ज किया और अली का स्पर्म बिस्तर पर लगातार रगड़ के कारण डिस्चार्ज हो गया। डिस्चार्ज होते ही अली की आँखों में फिर से जलन होने लगा, उसका शरीर फिर से थरथरा उठा और वो थोड़ी देर के लिए बेहोश हो गया। फिर मानव अयान के ऊपर चढ़ गया और अयान की नींद भी अपने ऊपर पड़ने वाले वजन की वजह से टूट गया। मानव ने अयान के होंठों को अपने होंठों के गिरफ्त में लेकर उसकी गांड की छेद में अपना लंड घुसा दिया और उसे अगले दस मिनट्स तक चोदता रहा। अभी मानव का स्पर्म डिस्चार्ज होने ही वाला था कि अयान का स्पर्म पहले ही डिस्चार्ज हो गया और अली की तरह उसे भी आँखों में जलन, शरीर में कमज़ोरी और थरथराहट होने लगी और वो भी बेहोश हो गया। 

लगभग दो घंटे बाद अली और अयान की नींद पूरी हुई, दोनों जब बिस्तर से जागे तब बिस्तर पर मानव नहीं था। मानव जा चूका था और वहां टेबल पर एक चिट्ठी रखी हुई थी। अली और अयान दोनों ही एक दूसरे से नज़रें नहीं मिला पा रहे थे क्यूंकि दोनों ही मानव से चुद चुके थे और दोनों को बहुत अच्छा एहसास हो रहा था। ऐसा लग रहा था मानो दोनों के कंधों से कोई बोझ उतर गया हो। अली ने चिट्ठी देखा तो उसने उसे पढ़ने के लिए उठा लिया।

अयान - किसकी चिट्ठी है अली?

अली - मानव सर की!

अयान - क्या लिखा है?

अली - ऑफिस के जरुरी काम से जाना पड़ रहा है लेकिन हर वीकेंड मानव सर हमदोनो से मिलने आएंगे। इसमें लिखा है, तुम ही पढ़ लो अयान, मुझे अच्छा नहीं लग रहा है इसे पढ़ते!

अयान - लाओ इधर! इसमें लिखा है, मैं सैटरडे और संडे तुमदोनो के साथ स्पेंड करूँगा। आई लव यू अली, आई लव यू अयान! तुम दोनों ने जो मुझे ख़ुशी दी है, उसके बदले मैं तुम दोनों की जॉब लगने में मदद भी करूँगा। लेकिन हर सैटरडे और संडे अली को अलीशा बनना पड़ेगा और अयान को आयेशा! आई होप इस वीकेंड जब मैं फ्लैट पर आऊंगा, तब मुझे अलीशा और आयेशा से दुबारा मिलने का मौका मिल सकेगा। तुमदोनो का प्यार, मानव!

चिट्ठी पढ़ने के साथ ही अयान को भी शर्म आने लगा। अयान ने अली को देखा और अली ने अयान को। फिर अली वाशरूम की तरफ बढ़ा, लेकिन दर्द के कारण उसे चला नहीं जा रहा था।

अयान - अली, क्या कल रात मानव ने तुम्हारे साथ भी सेक्स किया।

अली - हम्म! और तुम्हारे साथ भी, है ना!

अयान - आई एम् सॉरी अली!

अली - आई एम् सॉरी अयान! बीती रात जो कुछ भी हुआ, वो नहीं होना चाहिए था।

अयान - हम्म! अली, तुम सही कह रहे हो! हम दोनों की लाइफ में किसी तीसरे की कोई जगह नहीं है।

अली - आई लव यू अयान!

दोनों की आँखों में पछतावा था और आंसू दोनों की आँखों को लाल कर रहे थे। फिर दोनों एक दूसरे की बाहों में गए और दोनों काफी देर तक रोमांस करते रहे लेकिन दोनों के सोये लंड में जरा भी इरेक्शन नहीं हुआ और दोनों की एक दूसरे को चोदने की ख्वाहिश अधूरी रह गयी थी।

अयान - अली, ये तुम्हारे लंड को हो क्या गया है, इतना छोटा सिकुड़ा हुआ क्यों है?

अली - वो कल रात, मानव इतनी जोर जोर से स्ट्रोक्स लगा रहा था कि तीन बार डिस्चार्ज हो गया था और सुबह भी एक बार डिस्चार्ज हो गया था। तुम बताओ तुम्हारा लंड इतना छोटा और सिकुड़ा हुआ क्यों है?

अयान - मुझे भी, तीन बार रात को और आज सुबह भी एक बार डिस्चार्ज हो गया। अली, हमारे लंड में फिर से इरेक्शन जाएगा ना!

 अली - हाँ अयान! डोंट वोर्री!

फिर अली एक कदम और चला और दर्द के कारण वहीँ बैठ गया।

अयान - अली आओ, मैं हेल्प कर देता हूँ, मानव तो जल्लाद की तरह चोदता है।

अली - हम्म! लेकिन उसे तो चार बार मेरे साथ और चार बार तुम्हारे साथ डिस्चार्ज हुआ था, फिर भी आज सुबह उसका लंड कितना टाइट था।

अयान - हम्म! काश हमारा लंड भी इतना ही बड़ा होता तो कितना मजा आता!

अली - हम्मआता हूँ वाशरूम से!

गे होने के कारण अली और अयान के लिए एक मर्द के साथ सेक्स सेशन नार्मल था। दोनों फ्रेश होने के बाद काफी वीकनेस फील करने लगे, दोनों ने ब्रेकफास्ट और लंच करने के बाद रेस्ट करने लगे। देखते ही देखते पूरा हफ्ता हुज़र चूका था और जुमे के दिन ही मानव अली और अयान के फ्लैट पर गया।

मानव - अली, अयान, आई मिस्ड यू बोथ माय डार्लिंग!

अली और अयान शॉक्ड थे, जुमे के दिन मानव का यूँ जाना किसी सरप्राइज से कम नहीं था। हालाँकि मानव के हाथ में दो बड़े बड़े बैग्स भी थे और वो भी एक सरप्राइज ही था। रात हुई तो मानव ने अली और अयान को क्रॉसड्रेसिंग करने को कहा।

अली - मानव सर, हम दोनों आपकी बहुत इज़्ज़त करते हैं और आप हमारे सीनियर भी हैं। लेकिन हमें आपके साथ सेक्स नहीं करना।

अयान - जी सर, मैं और अली, हम बहुत खुश हैं एक दूसरे के साथ!

मानव - अली, अयान, मेरी बात सुनो। देखो अपने आप को और मेरे एक सवाल का जवाब दो!

अली - पूछिए!

मानव - तुमदोनो ने आखिरी बार कब सेक्स किया?

अली - लास्ट वीक, आपके साथ ही तो सेक्स किया था आखिरी बार!

मानव - अयान, क्या तुमने भी मेरे साथ ही सेक्स किया था आखिरी बार?

अयान - जी सर, उसके बाद हमने सेक्स नहीं किया!

मानव - तुमदोनो ने आपस में सेक्स नहीं किया?

अली - वो कॉलेज से आने जाने में हम थक जाते थे और पढाई भी तो करनी होती है!

मानव - अयान, क्या अली सही कह रहा है?

अयान - जी सर!

मानव - या फिर तुम दोनों चाह कर भी एक दूसरे के साथ सेक्स करने में असमर्थ रहे?

अली (हिचकिचाते हुए) - नहीं ऐसा कुछ भी नहीं है!

मानव - ऐसा हो ही नहीं सकता, तुमदोनो के साथ उस रात सेक्स करने के बाद, पुरे हफ्ते मैं बस तुम दोनों के साथ दुबारा सेक्स करने को बेताब रहा। देखो अली, अयान, हफ्ते में दो तीन दिन के लिए मैं आऊंगा और तुमदोनो के साथ सेक्स करूँगा, हालांकि मैं तो तुमदोनो के साथ पहले भी सेक्स कर ही चूका हूँ, तो अब इसे कंटिन्यू करने में हर्ज़ ही क्या है?

अली - क्यूंकि मैं अयान से प्यार करता हूँ और अयान मुझसे! हम किसी तीसरे को हमारे बीच नहीं आने देना चाहते!

मानव - लेकिन मैं तो तुम दोनों को अपनी रानी बनाना चाहता हूँ।

अयान - हाहाहा, सॉरी सर, ये पॉसिबल नहीं है!

मानव - तो मैं जो तुमदोनो के लिए इतने प्यार से ये बनारसी साड़ी और ये बैकलेस ब्लाउज लाया हूँ। सेक्स ना सही, लेकिन कम से कम इन साड़ियों में तुमदोनो तैयार होकर तो दिखा ही सकते हो!

अली - ये क्या है सर, आपके कहने पर एक दिन मिनीस्कर्ट पहन तो लिया ना हमने! देखिये आई नो कि मुझे और अयान को क्रॉसड्रेसिंग पसंद है, लेकिन रोज़ रोज़ हमें क्रॉसड्रेसिंग पसंद नहीं। आप हमदोनो को औरत बना देना चाहते हैं क्या सर?

मानव - वही समझ लो अलीशा रानी!

अली - सर प्लीज्, मैं अली हूँ, मुझे अलीशा रानी मत कहिये!

मानव - लेकिन तुमदोनो तो मेरी रानी हो, मैं तो तुम्हे अलीशा रानी ही कहूंगा और अयान को आयेशा रानी!

अयान - हद है सर, आप बड़े जिद्दी हो!

मानव - हम्म! वो तो मैं हूँ, अब प्लीज् देर ना करो और हाँ, जब तुमदोनो साड़ी पहनकर यहाँ आओ तो घूँघट जरूर कर लेना। मैं बियर और चखने का इंतेज़ाम करके आधे घंटे में वापिस जाऊंगा। बैग में प्री स्टिच्ड बनारसी साड़ी, बैकलेस ब्लाउज पेटीकोट, नए नए ब्रा और पैंटी, क्लिप वाली छोटी छोटी नथिया और झुमकियों के साथ तुमदोनो के लिए ख़ास ब्रैस्ट फॉर्म्स भी हैं। आज की रात मैं या तो तुम दोनों को रियल मर्द बना दूंगा या रियल औरत।

अयान - हम्म! हद हो सर, सिर्फ क्रॉसड्रेसिंग के लिए ब्रेस्ट फॉर्म्स की क्या जरुरत है?

मानव - कम ऑन आयेशा रानी! जब क्रॉसड्रेसिंग करोगे ही तो अच्छे से करो!

अली - ओके सर!

फिर अली और अयान ने बैग उठाया और कमरे में चले गए। इधर आधे घंटे में मानव ने बियर और चखने का इंतेज़ाम करके फ्लैट पर वापिस आया तो उसने डोरबेल बजाया। जब दरवाज़ा खुला तब पीले रंग की साड़ी प्री स्टिच्ड बनारसी साड़ी, और रेड बैकलेस ब्लाउज में एक लड़की दरवाज़े पर खड़ी थी जिसने घूँघट किया हुआ था, वहीँ दूसरी लड़की जिसने लाल रंग की बनारसी साड़ी के साथ गोल्डन बैकलेस ब्लाउज में घूँघट किये दूर खड़ी थी। जैसे ही मानव फ्लैट में दाखिल हुआ, दोनों लडकियां कमरे में चली गयीं और अंदर से लॉक कर लिया।

मानव - एक झलक दिखला कर कहाँ चली गयी जानेमन, बाहर आओ!

अली - अभी हम तैयार नहीं हुए हैं, थोड़ा वेट करो सर!

मानव (सोचते हुए) - उफ़, ये दोनों अभी तैयार नहीं थे तब इतने खूबसूरत लड़की जैसे दिख रहे थे, जब ये दोनों तैयार हो जायेंगे तब तो क्या हॉट लगेंगे।

थोड़ी देर बाद अयान और अली घूँघट किये, हाई हील्स पहने कमरे से बाहर आये। दोनों लगभग एक ही हाइट के थे और पता नहीं चल रहा था कि, अली कौन है और अयान कौन?

मानव - यहाँ आओ मेरे पास!

अयान और अली दोनों ही मानव के पास गए तो मानव ने दोनों का घूँघट उठाया और दोनों ने ही शर्माते हुए आँखें झुका ली।

मानव - वाओ, तुमदोनो तो रियल लड़कियों से भी ज्यादा खूबसूरत दिख रहे हो।

अयान, अली - थैंक्स सर!

फिर मानव ने अयान और अली को पास बिठाकर उन्हें बियर ऑफर किया और खुद भी बियर पीने लगा। बातों बातों में अयान और अली ने मानव से अपने क्रॉसड्रेसिंग के बारे में बातें और अनुभव शेयर किया। मानव अयान और अली की बातों को सुनकर हैरान था कि दोनों को क्रॉसड्रेसिंग इतना पसंद है, ऑर्नामेंट्स पहनना पसंद है, गे सेक्स पसंद है और फिर भी दोनों के बीच आजतक सिवाए रोमांस के कुछ भी नहीं हुआ और दोनों के बीच कभी सेक्स भी नहीं हुआ। बियर पीने के कुछ देर बाद ही अयान और अली के ऊपर मदहोशी छाने लगी थी वहीँ तीन बॉटल्स बियर पीने के बावजूद मानव जस का तस बैठा दोनों को मदहोश होता देख रहा था। अभी अली और अयान अपने दिल की बातों को खोल कर रखने लगे थे और एक दूसरे से अपना प्यार एक्सप्रेस करने लगे थे। मानव के सामने दो सुन्दर गे लड़के साड़ी में औरतों की तरह आँचल संभालते एक दूसरे से प्यार का इज़हार कर रहे थे और मानव दोनों को ऐसे देखकर बहुत खुश हो रहा था।

इधर अली अयान को किस करने जा रहा था कि तभी उन दोनों के बीच मानव गया। मानव ने अयान के होंठों को अपने होंठों से दबा का जोर से स्मूच किया और अयान का होंठ कट गया। अयान के होंठ से हल्का सा खून गया तो मानव उसके होंठों को अपने होंठों से दबा कर उस खून को चूस गया। किस करते समय अयान की आँखें बंद थी और वो अपने आप को मानव के सुपुर्द कर चूका था और अली ये सब देखकर काफी गुस्सा हो गया और वहां से उठकर कमरे में चला गया। मानव अयान को छोड़कर अली के पीछे कमरे में चला गया और उसे बिस्तर पर लिटाकर उसके ऊपर चढ़ गया। इससे पहले कि अली कुछ समझता, मानव उसके ऊपर था और उसके होंठों को अपने होंठो से दबा कर काफी जोर से स्मूच करने लगा। ऐसा लग रहा था कि मानव अली के होठों का रस आज ही निचोड़ लेगा। अली की आँखें बंद हो चुकी थी और उसने भी खुद को मानव की बाहों में समर्पित कर दिया था। मानव ने अली के होंठों पर इतने ज़ोर से स्मूच किया कि उसके होंठ से भी हल्का सा खून निकल आया और मानव उस खून को भी चूसने लगा।

थोड़ी देर तक अली को स्मूच करने के बाद मानव ने अली को देखा तो अली शर्माने लगा।

मानव - तुम और अयान, दोनों गे हो लेकिन तुमदोनो के बीच सेक्स नहीं होता है, ये तो सही बात नहीं है।

अली - क्या करूँ, ना तो मेरे लंड में इरेक्शन आता है और ना ही अयान के लंड में। और एक आप हो, आपके लंड का इरेक्शन आठ राउंड सेक्स के बाद भी नहीं जाता।

मानव - हाहाहा, वो क्या है ना, तुम और अयान, दोनों सही मायनों में मर्द नहीं हो। तुमदोनो के अंदर एक कोमल सी लड़की रहती है तो क्रॉसड्रेसिंग के माध्यम से बाहर आने को उतावली रहती है।

अली - आप कहना क्या चाहते हैं सर!

मानव - सर नहीं, कॉल मी मनु! मैं ये कहना चाहता हूँ कि तुम दोनों मर्द नहीं हो और तुम दोनों को औरत बन जाना चाहिए!

अली - ये क्या बोल रहे हो सर।

मानव - देखो अली, जब तुम क्रॉसड्रेसिंग करते हो तो कैसा लगता है?

अली - बहुत अच्छा, सुकून सा!

मानव - और जब अयान क्रॉसड्रेसिंग करता है तब तुम उसे देखकर क्या फील करते हो!

अली - यही कि अयान को अपनी बाहों में भर लूँ और खूब प्यार करूँ।

मानव - ऐसा तो सिर्फ लडकियां सोचती है अली! मर्द होते तो अयान को चोदने के बारे में सोचते ना कि उसे प्यार और रोमांस करने के बारे में।

अली - हम्म! लेकिन अयान को साड़ी में देखकर मेरे लंड में इरेक्शन हुआ, उसका क्या!

मानव - अच्छा रुको, मैं अभी आता हूँ।

मानव कमरे से बाहर गया और अयान को अपनी बाहों में उठाकर कमरे के बिस्तर पर लिटा दिया।

मानव - अली, देखो अयान को, किसी खूबसूरत लड़की से कहीं कम लग रहा है क्या?

अली - नहीं!

मानव - आओ मेरे पास, मैं सिखाता हूँ कि तुम अयान को कैसे सटिस्फाय करोगे।

अली मानव के पास गया तो मानव ने उसे अपनी बाहों में भर लिया और उसकी कमर को अजगर की तरह जकड लिया।

मानव - तुम्हे मेरी बाहों में कैसा फील हो रहा है अली?

अली - शर्म रही है।

मानव - मर्द शर्माते नहीं!

अली - हम्म, लेकिन आपकी बाहों में ना जाने क्यों इतना शर्म आने लगता है।

मानव - हम्म! अब जाओ, अयान को ऐसे ही अपनी बाहों में जकड लो।

अली - अभी!

मानव - हाँ, अभी!

फिर अली ने भी ठीक उसी तरह अयान को अपनी बाहों में भर कर उसके होंठों पर स्मूच करने लगा। मानव ये सब देख रहा था, अयान आधे अधूरे नींद में था लेकिन अली को अपने ऊपर देखकर वो शर्माने लगा। अली ने अयान को खूब स्मूच किया और दोनों ने जी भर के रोमांस किया। थोड़ी ही देर में अली और अयान दोनों सिर्फ पैंटी में थे और रोमांस भी कर रहे थे लेकिन दोनों में से किसी के लंड में इरेक्शन नहीं हो रहा था। फिर मानव ने दोनों की कमर को अपने हाथों से जकड़ लिया और एक एक करके कभी अली के साथ रोमांस करता तो कभी अयान के साथ। मानव ने अली और अयान को एक साथ अपना लंड पकड़ा दिया और उन्हें सहलाने को कहा। अली और अयान ने एक साथ मानव के लंड को सहला रहे थे और फिर मानव एक एक करके दोनों के मुँह में अपना लंड घुसाने लगा। मानव का लंड कभी अली के मुँह में होता तो कभी अयान के और दोनों ही किसी प्रोफेशनल पोर्नस्टार की तरह मानव के लंड को चूस रहे थे।

थोड़ी देर बाद मानव ने अयान को अपनी बाहों में उठा लिया और उसे बिस्तर पर पटक के उसके गांड में अपना लंड घुसा दिया और उसकी चुदाई करने लगा। अयान जोर जोर से आह्हः, ओह्ह्ह, अल्लाह, अम्मी, नो, प्लीज्, प्लीज्, प्लीज् आह्हः करते हुए चिल्लाये जा रहा था वहीँ अयान को ऐसे देख अली की हवा टाइट हो गयी। थोड़ी देर बाद मानव ने अयान को स्पेर्म्स डिस्चार्ज हो गया और वो थरथराने लगा। फिर मानव ने अयान की गांड से लंड बाहर निकालकर अली को घोड़ी बनाकर उसे चोदना शुरू कर दिया। अली भी अयान की तरह जोर जोर से चिल्लाये जा रहा था लेकिन मानव पर कोई असर नहीं हुआ और अली को तबतक चोदता रहा जबतक अली के स्पेर्म्स डिस्चार्ज नहीं हो गए। अली और अयान के साथ एक राउंड सेक्स करने के बाद मानव ने फिर से अयान को अपनी बाहों में उठा लिया और खड़े खड़े उसे चोदने लगा। मानव के लंड के हर स्ट्रोक के साथ ही अयान की चीख निकल रही थी, रोते रोते अयान की आँखें, नाक और कान लाल हो गए और लगभगबिस मिनट्स के बाद मानव ने अपने स्पेर्म्स डिस्चार्ज से अयान की गांड को फिल कर दिया और उसके साथ ही अयान को एक बार फिर से उसके स्पेर्म्स के डिस्चार्ज होने का अनुभव हुआ। अयान की आँखें जलने लगी, गांड में दर्द से बुरा हाल हो रहा था और फिर मानव ने उसे बिस्तर पर पटक कर अली को अपनी बाहों में उठा लिया। 

मानव ने अली की कमर को जकड़कर खड़ा हो गया और इससे पहले कि अली रेसिस्ट कर पाता, मानव ने उसकी गांड में अपना लंड घुसा दिया और उसके होंठों को अपने होंठों से दबाकर उसे आम की तरह चूसने लगा। मानव के लंड की सवारी के दौरान अली को बहुत दर्द हो रहा था, लेकिन मानव उसे चोदे जा रहा था और उसके होंठों के रस को अपने होंठों से निचोड़े जा रहा था। मानव अपने हर स्ट्रोक्स के साथ निकलती अली की चीख को अब मानव अपने होंठों से दबा दे रहा था और उसे लगातार स्मूच किये जा रहा था। बिस मिनट्स बाद मानव और अली को एक साथ डिस्चाज हो गया और अली बहुत वीक महसूस करने लगा। मानव अली को उसी पोजीशन में लिए वाशरूम में गया और उसने शावर ऑन करके फिर से अली को चोदना शुरू कर दिया। इस बार अली को दर्द के साथ तेज़ जलन भी होने लगा था और उससे अब वो दर्द बर्दाश्त नहीं हो रहा था। लेकिन मानव अली को लगातार चोदे जा रहा था और लगभग अगले दस मिनट्स तक चोदता रहा। अब अली से बर्दाश्त नहीं हो रहा था और वो मानव के पीठ को अपने नाखूनों से खरोचने लगा था और उसे ऐसा करते ही मानव के स्पेर्म्स डिस्चार्ज हो गए और अली की गांड में मानव के स्पेर्म्स लबालब भर गया। जब मानव ने अली को अपनी बाहों से नीचे उतारा, मानव तुरंत कमोड पर बैठ गया और उसकी गांड से सारा स्पेर्म्स लोड बाहर गया। अली वाशरूम से लंगड़ाते हुए बाहर जाने लगा तो मानव ने उसे पीछे से पकड़ लिया और उसके साथ थोड़ी और देर तक रोमांस करता रहा। फिर दोनों वाशरूम से बाहर आये और बदन सुखाकर बिस्तर की ओर बढे। हालाँकि अली से चला नहीं जा रहा था लेकिन मानव उसके साथ था और उसने अली को अपनी बाहों में उठा कर बिस्तर पर लेटने में उसकी मदद की। जब अली बिस्तर पर लेट गया तो मानव ने एक बार फिर से अयान को अपनी बाहों में उठा लिया और उसे हॉल में ले गया।

अयान - मनु, अब सोने भी दो ना!

मानव - आयेशा, लास्ट एक राउंड, प्लीज्!

अयान मानव को सेक्स के लिए मना नहीं कर सका और मानव ने अयान के पैरों को फैलाकर उसके गांड में अपना लंड घुसा दिया और उसे पुरे जोश में चोदने लगा। अगले बिस मिनट्स के हार्डकोर सेक्स के बाद जैसे ही मानव के स्पेर्म्स का लोड अयान के अंदर गया, अयान का स्पर्म भी डिस्चार्ज हो गया और अयान को असहनीय वीकनेस होने लगा। अयान को शावर सेक्स के लिए मानव वाशरूम में ले गया और थोड़ी देर बाद जब वाशरूम का दरवाज़ा खुला तब अयान मानव की बाहों में बेहोश पड़ा था। मानव ने अयान के साथ खुद को भी टॉवल से सुखाया और उसे फिर से बिस्तर पर ले जाकर लिटा दिया।

उसके बाद मानव अली और अयान को अपनी बाहों में लेकर रात भर रोमांस करता रहा और तीनो गहरी नींद की आगोश में समा गए। अगले दिन सुबह जब अली और अयान की नींद खुली तो उन्होंने गौर किया कि मानव का लंड अभी भी टाइट हो रखा है जबकि मानव गहरी नींद में था। अली और अयान के सामने खड़ा लंड मानो दोनों को अपनी और आकर्षित करने लगा और दोनों ने अपना आपा खो दिया। अली और अयान ने मानव के लंड को एक एक करके अपने मुँह में लेने लगे, कभी मानव के लंड को सैंडविच की तरह अपने होंठों के बीच रखकर किस करते तो कभी उसे पुरे अंदर लेने की कोशिश करते। लंड में तनाव बढ़ रहा था लेकिन मानव अभी भी गहरी नींद में था।

अली - अयान, मैं एक राउंड सेक्स कर लूँ!

अयान - मुझसे क्या पूछ रहे हो अली! अब तो मानव ही हमारे मालिक हैं।

फिर अली मानव के लंड पर अपनी गांड टिका कर बैठ गया और अपनी गांड की छेद में मानव का लंड लेकर ऊपर नीचे होने लगा। अली को खूब मजा रहा था और अयान अली के होंठों को चूमे जा रहा था कि अचानक मानव की नींद खुल गयी और उसने अली को बिस्तर पर लिटा कर उसे फुल स्पीड में अगले बिस मिनट्स तक चोदता रहा। बिस मिनट्स बाद जैसे ही मानव ने अपने स्पर्म लोड को रिलीज़ किया, अली का स्पर्म भी डिस्चार्ज हो गया और वो मानव के छाती पर सर रखकर लम्बी लम्बी सांसें लेने लगा। मानव ने अली को बगल में लिटाया और अयान को बिस्तर पर लिटा दिया और उसकी गांड में अपना लंड घुसाकर अली के सामने ही चोदने लगा। आधे घंटे की पलंगलतोड़ चुदाई के बाद एक बार फिर से मानव ने अपना स्पेर्म्स लोड अयांड की गांड में ही डिस्चार्ज कर दिया और त्योंही अयान का स्पर्म भी डिस्चार्ज हो गया। अयान अली की तरह आँखें बंद करके लम्बी लम्बी सांसें भरते हुए मानव के सीने पर धराशायी हो गया। थोड़ी देर बाद मानव में अयान की गांड से अपना लंड बाहर निकाला और बिस्तर से उतरकर खड़ा हो कर अली और अयान को देखकर मुस्कुराने लगा।

मानव - आज से अली अलीशा और अयान आयेशा की लाइफस्टाइल जियोगी।

मानव की बात सुनकर ना तो अली कुछ कह सका और ना ही अयान! बिना रेसिस्ट किये दोनों ने ही मानव की बात मान ली। फिर मानव ने अली और अयान की कमर में हाथ डालकर उनदोनों को अपनी आगोश में जकड लिया और दोनों को काफी देर तक स्मूच करता रहा। अली और अयान गिवअप कर चुके थे और दोनों ने ही खुद को मानव की आगोश में समर्पित कर दिया था। जब अली और अयान स्नान करके बाहर आया तो मानव ने दोनों को मिनी स्कर्ट में रेडी होने को कहा और खास तौर पर उन सिलिकॉन ब्रैस्ट फॉर्म्स को भी पहनने को कहा। अली और अयान ने मानव  की बात मान लो और थोड़ी देर बाद दोनों ही मिनी स्कर्ट और हाई हील्स में कमरे से बाहर आये। दोनों इतने खूबसूरत दिख रहे थे कि मानव उन दोनों को फिर चोदने के बारे में सोचने लगा, लेकिन भूख भी लगी थी तो मानव ने उन्हें किचन में जाकर कुछ पकाने को कहा। अली को खाना पकाना आता था लेकिन अयान को खाना पकाने का एबीसी भी नहीं आता था। अली किचन में खाना पकाने चला गया और अयान हॉल में बैठकर मैगज़ीन पढ़ने लगा।

मानव - क्या पढ़ रही हो आयेशा?

अयान - मधुर कथाएं!

मानव - अच्छा, ये कैसी मैगज़ीन है, मैं भी तो देखूं!

मानव पहले अयान के पीछे खड़े होकर उस सेक्सी मैगज़ीन को पढ़ने लगा, उसमे तरह तरह की सेक्सी कहानियां थी, जिनमे गे सेक्स, लेस्बियन सेक्स, क्रॉसड्रेसिंग सेक्स, सेक्स चेंज, रेप और बलात्कार के ऊपर कई कहानियां थी। मैगज़ीन पढ़ने के क्रम में मानव अयान के बहुत करीब गया और उसे गालों पर तो कभी होंठों पर किस करने लगा। अयान को एहसास हो चूका था कि अब मानव फिर से उसके साथ सेक्स करेगा लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। थोड़ी देर तक अयान के साथ रोमांस करने के बाद अयान गर्म हो गया था और खुद को तैयार कर चूका था, लेकिन आफ्टर रोमांस मानव उसे वैसे ही गर्म छोड़कर किचन में चला गया जहाँ अली खाना पका रहा था।

मानव - खाने में क्या पका रही हो और कितना टाइम लगेगा अलीशा?

अली - मुंग दाल का हलवा, पूरी और सब्जी! ज्यादा नहीं दस बिस मिनट्स!

मानव - मुझे बहुत भूख लगी है अलीशा रानी! जल्दी से खाना पका लो नहीं तो खिन मैं तुम्हे ही ना खा जाऊं!

अली - रात को सोने नहीं देते, खाना तो पका लेने दो!

मानव ने ले को पीछे से हुग किया और उसके साथ थोड़ी देर किचन रोमांस करने लगा। अली के नाक, कान, गाल टमाटर की तरह लाल हो गए थे और वो मानव के सामने शर्माने ही लगा। मानव के स्पर्श मात्र से अली के रोएं खड़े हो गए थे, उसकी धड़कनें बढ़ने लगी थी। अली ने भी सोचा कि अब मानव उसे एक बार फिर से बिस्तर पर लिटाकर चोद देगा लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। मानव अली के साथ कुछ देर रोमांस करके किचन से बाहर गया और थोड़ी देर बाद अली पके हुए खाने के साथ डाइनिंग टेबल पर गया। अली, अयान और मानव ने ब्रेकफास्ट किया जिसके बाद मानव उन दोनों से रेस्ट करने को कहकर मार्किट चला गया। अली और अयान अभी भी काफी गर्म हो चुके थे, लेकिन मानव वहां नहीं था और दोनों को सेक्स करने का बहुत मन होने लगा था। अली और अयान ने एक दूसरे को देखा और दोनों बैडरूम में आकर रोमांस करने लगे, लेकिन ना तो अली को वो फील रहा था और ना ही अयान को, जो फीलिंग मानव के साथ रोमांस या सेक्स के दौरान आती है।

अयान - अली, ये हमें क्या हो गया है? हमें एक दूसरे के साथ फील क्यों नहीं रहा!

अली - आई डोंट नो अयान, अब हमें इतना स्ट्रगल करना पड़ता है। मुझे मानव के सामने वीकनेस फील होने लगता है, जब मानव मुझे छूता है तब मुझे अजीब सा सेंसेशन फील होता है, मेरी हार्ट बीट्स तेज़ हो जाती है। लेकिन तुम्हारे सामने ऐसा कुछ भी नहीं होता, ऐसा क्यों हो रहा है अयान? पहले तो ऐसा कुछ भी नहीं होता था और तुम्हे देखकर मेरी धड़कनें बढ़ने लगती थी लेकिन अब तो वो भी नहीं होता।

अयान - सेम मेरे साथ भी यही हो रहा है? आई डोंट नो, अभी जब मानव मेरे साथ रोमांस कर रहा था तब मन कर रहा था कि कब वो मुझे अपनी बाहों में उठा ले और बिस्तर पर लिटाकर मुझे खुश कर दे। पहले तुम्हे देखकर मेरी हार्टबीट तेज़ हो जाती थी लेकिन अब तो लगता है कि मुझे सिर्फ मानव का इंतज़ार रहता है। आई एम् सॉरी अली, लेकिन सच को झुठला नहीं सकते हम! अब हमारे बीच वो बात नहीं रही अली। और हमारे लंड में भी इरेक्शन नहीं हो रहा, ये कैसी प्रॉब्लम है, पहले तो हमारा लंड अच्छा भला खड़ा हो जाता था

अली - हम्म! तुम सही कह रहे हो अयान! फिर अब हम क्या करें?

अयान - मैं तो कहता हूँ, जल्दी से जल्दी अपने आखिरी सेमेस्टर का एग्जाम देते हैं और जॉब के लिए ट्राय करते हैं।

अली - ऐसे, मिनी स्कर्ट में जॉब करोगे?

अयान - नहीं यार, ये तो मानव के लिए है लेकिन मानव से कह देना होगा कि अब ये सब बंद कर दे। एक तो इतनी जोर जोर से चोदता है, उसे रहम भी नहीं आता, जल्लाद कहीं का!

अली - बात तो सही है लेकिन मानव सच में रियल मर्द है।

अयान - हम्म! मर्द हो तो मानव जैसा हो, वरना ना हो!

अली - अच्छा, तो हम का हैं?

अयान - हम, बेकार हैं, किसी काम के नहीं! और इससे पहले कि हमारा मनोबल टूटे, हमें कहीं ना कहीं नौकरी ज्वाइन कर लेनी चाहिए!

तभी अली के फ़ोन पर मानव का कॉल आया, अली ने कॉल पिक किया।

मानव - अलीशा रानी, घर का कोई सामान मंगवाना है तो लिस्ट भेज दो, में लेते आऊंगा।

अली - ठीक है, मैं भेज देती हूँ!

कॉल डिसकनेक्ट हो गया।

अयान - भेज देती हूँ? सीरियसली अली!

अली - हाँ तो, तुम भी तो मानव के सामने आयेशा बन जाते हो!

अयान - हां यार, क्या हो रहा है हमारे साथ, या खुदा!

अली - हम्म! मानव ने घर के लिए सामान का लिस्ट माँगा है।

अयान - तो किचन का सारा सामान का लिस्ट भेज देते हैं।

अली - हम्म!

अली ने घर के पुरे एक महीने का राशन और कुछ सामान का पूरा लिस्ट मानव को मैसेज कर दिया। शाम को जब मानव फ्लैट पर वापिस आया तब उसके साथ एक आदमी था जो बहुत ही बड़े बड़े दो बैग्स हाथ में लिए हुए था। मानव के फ्लैट में एंट्री के साथ ही अली और अयान अपने कमरे में चले गए। मानव पुरे दो महीने का राशन, घर का कुछ सामान ले आया था। अली और अयान के लिए भी मानव कुछ लेकर आया था और जब वो आदमी सामन रखकर वहां से चला गया तब मानव को गेट लॉक किया और अली और अयान को बैग्स थमा दिया। अली और अयान ने बैग्स हाथ में लिए, मानव को थैंक्स कहा और दोनों अपने कमरे में चले गए। अली और अयान ने जब बैग्स में देखा तब अली के बैग से एक मेहरून बेबीडॉल ड्रेस, एक नेवी ब्लू अनारकली प्लाज़ो सूट, ट्रांसपेरेंट आसमानी ओढ़नी, एक छोटा सा लेडीज पर्स और मेकअप का सामान जैसे लिपस्टिक, काजल और भी कुछ सामान रखे थे। सबसे आखिर में अली के बैग से एक बॉक्स निकला, जिसमे एक बड़ा सा स्क्रू वाला आर्टिफिशियल नथिया, दो बड़ी बड़ी आर्टिफिशियल झुमकियां, एक आर्टिफिशियल नौलखा हार, हैवी चाँदी की पायल, एक सिल्वर पेंसिल हील्स और एक सुहाग का चूड़ा सेट जिसमे चौबीस चौबीस चूड़ियाँ और चार चार कंगन थे। अली के बाद अयान ने अपने बैग को खोला तो उसमे से भी एक एक ब्लैक बेबीडॉल ड्रेस, एक डार्क रेड अनारकली प्लाज़ो सूट, रेड ट्रांसपेरेंट ओढ़नी, एक छोटा सा लेडीज पर्स और मेकअप का सामान जैसे लिपस्टिक, काजल और भी कुछ सामान थे। सबसे आखिर में अयान के बैग से एक बॉक्स निकला, जिसमे ठीक वैसा ही बड़ा सा स्क्रू वाला आर्टिफिशियल नथिया, दो बड़ी बड़ी आर्टिफिशियल झुमकियां, एक आर्टिफिशियल नौलखा हार, हैवी चाँदी की पायल, एक ब्लैक एंड रेड पेंसिल हील्स और एक सुहाग का चूड़ा सेट जिसमे चौबीस चौबीस चूड़ियाँ और चार चार कंगन थे, जैसा अली के बॉक्स से निकले थे। फ़र्क़ सिर्फ इतना था कि दोनों के ऑर्नामेंट्स के डिज़ाइन अलग थे, बाकि सब एक जैसा था। अली और अयान बहुत खुश थे। दोनों कमरे से बाहर आये और मानव से थैंक्स कहा।

मानव - इट्स ओके, तुम दोनों मेरी रानी हो और मेरी दोनों रानी आज से रानी की तरह रहेंगी।

मानव से रानी वर्ड सुनकर अली और अयान शर्माने लगे।

मानव - अब जाओ, तैयार होकर आओ, बेबीडॉल ड्रेस में।

अली और अयान दोनों ही तुरंत बेबीडॉल ड्रेस में रेडी हो गए और मानव के सामने गए।

मानव - मैं तुम दोनों के लिए जो नथिया लाया हूँ, वो लेकर आओ।

अली और अयान अपनी अपनी ऑर्नामेंट्स वाले बॉक्स को लेकर वहां गए तो मानव ने अली के बॉक्स से डिज़ाइनर और बड़ा स्क्रू वाला नथिया निकाला और अली के राइट नाक में पहना कर उसका स्क्रू टाइट कर दिया। अली को नाक में बहुत भारीपन फील हो रहा था, लेकिन मानव की ख़ुशी के लिए वो इस दर्द को झेलने को तैयार था। उसके बाद मानव ने अयान के बॉक्स से बड़ा वाला स्क्रू वाला नथिया निकालकर उसके भी राइट नाक में पहनाकर उसके स्क्रू को टाइट कर दिया। अली और अयान दोनों ने नाक में नथिया डालकर मानव उन्हें देख मुस्कुराने लगा और अली और अयान शर्माने लगे और इसी के साथ पहली बार अली और अयान को उस फेमिनिटी का एहसास हुआ, जो सिर्फ लड़कियों को होता है। अब बात सिर्फ क्रॉसड्रेसिंग तक सिमित नहीं रह गयी थी, अली और अयान के अंदर लड़कियों वाले हाव भाव आने की शुरुआत हो चुकी थी।

मानव - आज से तुम दोनों को किसी भी चीज़ की जरुरत हो, मुझसे कहना और तुमदोनो ने नौकरी के बारे में क्या सोचा है?

अली - ये सेमेस्टर ख़त्म हो जाए, फिर नौकरी के लिए इंटरव्यूज देने हैं।

मानव - और अयान तुमने?

अयान - मैंने भी यही सोचा है!

मानव - तुम दोनों को क्या लगता है, तुम्हारी स्टार्टिंग सैलरी कितनी हो सकती है।

अयान - स्टार्टिंग सैलरी 15000 से 20000 तक भी हो तो मजा जायेगा।

मानव - अली, तुम्हे क्या लगता है?

अली - अयान की बात सही है, 10000, 20000 जॉब के स्टार्टिंग में मिले तो अच्छा ही है।

मानव - ओके! ठीक है, वैसे मेरे पास तुम दोनों के लिए एक प्रपोजल है? समझ लो, मैं तुम दोनों को नौकरी ऑफर कर रहा हूँ।

अली - सीरियसली!

मानव - हाँ! मैं तुम दोनों को 15, 15000 महीने की सैलरी दूंगा, बदले में मेरे इंस्ट्रक्शंस फॉलो करने होंगे और जो मैं कहूं, वो करना पड़ेगा!

अयान - आर यू किडिंग मानव सर!

मानव - नो! तुमदोनो को मेरा ऑफर मंजूर है तो हाँ करो!

अली, अयान - हाँ सर, हमें आपका प्रपोजल मंजूर है।

मानव - ओके! ठीक है, तो आज से तुमदोनो मेरे लिए काम करोगे! आर यू हैप्पी!

अयान - वैरी हैप्पी!

अली - मी टू सर! लेकिन काम क्या करना होगा!

मानव - काम की बात परसो, अभी पीने का टाइम है।

थोड़ी देर तक तीनो बियर पीते रहे और नशा छाते ही अली और अयान के कदम लड़खड़ाने लगे। मानव दोनों को कमरे में ले गया और पिछली रात की तरह दोनों के साथ तीन तीन राउंड हार्डकोर सेक्स और एक एक राउंड शावर सेक्स किया। अगली सुबह जब अली और अयान की नींद खुली तो दोनों की गांड में तेज़ जलन और दर्द से कराहने लगे। मानव एक एक करके दोनों को वाशरूम ले गया, दोनों को फ्रेश होने में हेल्प की और शावर रोमांस के बाद दोनों को उठाकर कमरे में ले आया। अली और अयान न्यूड थे और दोनों कपडे सेलेक्ट कर करे थे, तभी मानव वहां गया।

मानव - ये क्या कर रही हो तुम दोनों?

अली - कपडे देख रहे हैं, क्या पहनें?

मानव - तुम दोनों बिना ब्रा, पैंटी, ब्लाउज और पेटीकोट के साड़ी पहन लो और मेरे पास आओ।

अयान - मानव सर, फिर से साड़ी?

मानव - हाँ!

अयान - ओके!

फिर थोड़ी देर में अली और अयान ने अपनी अपनी साड़ी पहन ली, पेटीकोट ना होने की वजह से उनकी साड़ी को पकड़कर संभालना पड़ रहा था। अली और अयान के नाक में अभी भी वो नथिया थी जो लास्ट नाईट मानव ने उनके नाक में डाला था। दोनों ने लाइट मेकअप कर रखा था और जब वे मानव के सामने आये तो मानव ने उनकी साड़ी के आँचल से उनका घूँघट कर दिया।

मानव - तुम दोनों को जानना था ना कि मैं तुम्हे 15, 15000 तनख्वाह किस काम के लिए दे रहा हूँ।

अयान, अली - हाँ!

मानव - आज से ये फ्लैट तुम्हारा पर्सनल फ्लैट नहीं है। आज से ये फ्लैट एक गेस्ट हाउस रहेगा। तुम दोनों चौबीस घंटे लड़कियों वाले कपडे पहनोगे और आज से अली को सब अलीशा के नाम से जानेंगे तो अयान को आयेशा के नाम से। यहाँ आने वाले गेस्ट के खाने पीने और ठहरने का पूरा इंतेज़ाम तुमदोनो को करना रहेगा। गेस्ट्स का मनपसंद खाना उन्हें पकाकर देना होगा, फ्लैट में साफ़ सफाई रखनी होगी और अपनी आइडेंटिटी को छुपा कर रखना होगा। हमारे किसी भी गेस्ट्स को ये पता ना चले कि तुमदोनो लड़के हो। आज से इस फ्लैट का रेंट, वाटर बिल, इलेक्ट्रिसिटी बिल और एनुअल मेंटेनन्स का पूरा खर्च मैं उठाऊंगा। तुम दोनों को आज से वही करना है, जो मैं कहूं और एक बात का ख़ास ख़याल रखना है तुम दोनों को।

अयान - वो क्या?

मानव - मेरे किसी भी गेस्ट के साथ कोई बदतमीज़ी मुझे बर्दाश्त नहीं, ठीक है?

अयान, अली - हांजी!

मानव - हर दो साल में तुमदोनो की सैलरी में 4 से 5 परसेंट की बढ़ोतरी कर दी जाएगी। हफ्ते में एक दिन तुम दोनों घर से बाहर निकलोगे, वो भी औरतों की तरह! साड़ी, सूट, स्कर्ट तुम दोनों को जो पहनने के मन करे, पहनो। एक ब्यूटीशियन आएगी जो तुम्हे मेकअप करने की ट्रेनिंग भी देगी और साथ ही तुमदोनो को एक अच्छे मेकअप आर्टिस्ट के तौर पर रेडी भी करेगी। हफ्ते में दो दिन तुम दोनों को कत्थक, बेल्ली डांसिंग, सालसा की ट्रेनिंग दी जाएगी ताकि तुम दोनों अपना फिगर मेन्टेन करके रखो!

अली - और हमें छुट्टी चाहिए हुई तो? घर गए भी बहुत दिन हो गए हैं।

मानव - वो मैं डिसाईड करूँगा। अभी तुम्हे घर जाने का ख्याल दिल से निकाल देना होगा, समझे।

अयान - हम्म!    

मानव - जाओ, कुछ खाना पका लो, बड़ी जोरो की भूख लगी है।

अली और अयान किचन की तरफ बढ़ने लगे तो मानव ने अयान की कलाई पकड़ ली।

मानव - तुम कहाँ जा रही हो आयेशा?

अयान - अली को किचन में हेल्प करने जा रहा हूँ!

तभी मानव ने अयान को अपनी तरफ खींचा और उसके गाल को अपने हाथ से दबा कर गुस्से में उसे देखने लगा।

मानव - तुमदोनो आज से लड़की हो, तुम आयेशा हो और वो अलीशा, तुम्हारी सहेली! अयान - सॉरी मानव सर!

मानव - हम्म!

फिर मानव ने अयान को अपनी बाहों में उठा लिया और कमरे में ले गया। अली मानव और अयान को बैडरूम में जाते देख चुपचाप किचन में चला गया। इधर मानव ने अयान को बिस्तर पर लिटा दिया और उसकी साड़ी को उसके बदन से अलग करने लगा।

अयान - अभी रात भर तो आपने इतना सेक्स किया है, अभी रहने दो ना प्लीज्!

मानव - चुप!

अयान को मानव से उम्मीद नहीं था कि वो उसे ऐसे डाँट लगाएगा। मानव की डाँट सुनते ही अयान की आँखों में आंसू भर आये।

मानव - ओह्ह! आई एम् सो सॉरी आयेशा, मैं तुम्हे हर्ट नहीं करना चाहता था। मैं तो तुम्हे प्यार करना चाहता हूँ, सो प्लीज् कोआपरेट ना!

अयान - हम्म, लेकिन कल रात जब आपने मेरे साथ चार राउंड हार्डकोर सेक्स किया, तब से मेरी गांड में बहुत दर्द है।

मानव - इस बार मैं पोलाईटली सेक्स करूँगा मेरी रानी!

अयान कुछ कहता इससे पहले ही मानव ने उसके होंठों में अपने होंठ रखकर फ्रेंच किस करने लगा। अयान समझ चूका था कि मानव अब नहीं रुकने वाला। उधर अली किचन में खाना पका रहा था और इधर मानव अयान को अपनी बाहों में लेकर खड़े खड़े हार्डकोर सेक्स कर रहा था। अयान के नाक का नथिया बार बार उसके गाल से टकरा रहा था और उसके नाक में दर्द भी होने लगा था और मानव उसे पुरे जोश में चोद रहा था। आह्ह्ह्ह, ओह्ह्ह्ह, अम्मी, नहीं, प्लीज्, प्लीज्, प्लीज्, अह्ह्ह, प्लीज्, प्लीज्, ओह्ह्ह अल्लाह नो ,प्लीज्, रुक जाओ, आह्ह्ह्ह आइइइइइ आह्ह्ह्ह की आवाज़ कमरे से बाहर अली को क्लियर सुनाई पड़ रही थी, लेकिन वो कर भी क्या सकता था। लगभग आधे घंटे तक कमरे से आह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्हह उह्ह्ह प्लीज् प्लीज् प्लीज् की आवाज़ आती रही और फिर सन्नाटा छा गया। जब अली को बहुत देर तक कोई आवाज़ सुनाई नहीं दी तो वो कमरे में गया। अयान मानव का लंड अपनी गांड में लिए उसकी छाती पर सर रखे सो रहा था और मानव अयान की कमर को अपने दोनों हाथों से जकड़कर लम्बी लम्बी सांसें भर रहा था। अयान और मानव को उस पोजीशन में देखकर अली तुरंत कमरे से बाहर चला गया। किचन में अपने अधूरे पकते खाना को कम्पलीट करके जब अली हॉल में आया तो उसने देखा कि अयान बिस्तर पर सो रहा है और मानव कमरे में नहीं था। अली ने इधर उधर देखा, उसे लगा मानव कहीं गया है, लेकिन तभी वाशरूम के दरवाज़े से एक हाथ निकला और अली को वाशरूम में खींच लिया। वो मानव ही था जो वाशरूम में न्यूड खड़ा था और अली उसके सामने पीली साड़ी में।

मानव - खाना पक गया अलीशा रानी?

अली - जी, खाना पक गया! आप नहाओ, मैं जाता हूँ।

मानव ने अली को अपनी और खींचा और उसके गाल को अपने हाथों से ठीक उसी तरह दबा दिया जैसे थोड़ी देर पहले अयान के गालों को दबाया था।

मानव - तुम अलीशा हो, एक औरत। और तुम्हे पहले भी समझाया था ना कि अब से तुम्हे औरतों की तरह बात करनी है।

अली - आई एम् सॉरी!

मानव - हम्म!

फिर मानव ने अली के गाल पर किस किया और उसके होंठों को अपने होंठों के आगोश में लेकर शावर ऑन कर दिया। भीगी साड़ी में अली मानव की बाहों में था और मानव उसके साथ रोमांस कर रहा था। मानव ने रोमांस के दौरान अली की छाती  के निप्पल्स को ऐसे चूसने लगा मानो उसमे से दूध निकल आएगा और फिर अली की पतली कमर में हाथ डालकर उसके बदन से साड़ी को अलग कर दिया। काफी देर तक मानव अली के साथ स्रोमान्स करता रहा और उसके अंग अंग को चूमता रहा। फिर मानव ने अली को घुटनों पर बिठाकर उसके मुँह में अपना लंड घुसा कर काफी देर तक ब्लोजॉब देता रहा और दो मिनट्स बाद ही मानव एक्साइटेड हो गया और अली के मुँह में ही अपने स्पेर्म्स को डिस्चार्ज कर दिया। अली ने पहली बार मानव के स्पेर्म्स को चखा था, वो उसे उगल देना चाहता था। लेकिन मानव ने उसके मुँह से तबतक अपना लंड नहीं निकाला जबतक अली उस स्पर्म लोड को पी नहीं गया। लाइफ में पहली बार अली ने किसी मर्द के स्पेर्म्स को पिया था और अली को बहुत शर्मिंदगी हो रही थी। फिर मानव ने अली को ऊपर उठा लिया और उसे आईने के सामने खड़ा कर के उसकी गांड की छेद को सहलाने लगा। अली के मुँह से आहें निकलने लगी तो मानव ने उसकी गांड में अपना लंड घुसा दिया और अगले बिस मिनट्स तक अली को यूँही चोदता रहा। एक बार फिर मानव के स्पेर्म्स लोड के डिस्चार्ज के साथ ही अली के स्पेर्म्स भी डिस्चार्ज हो गए और वो बेहोश हो गया। मानव अली को टॉवल से सूखा कर बिस्तर पर लिटा आया और खुद ही खाना सर्व करके लंच करने बैठ गया। मानव लंच करके कमरे में गया तो अली और अयान दोनों ही अभी तक सो रहे थे।

मानव - अलीशा, आयेशा!

मानव के जगाने पर अली और अयान की नींद खुली, दोनों नंगे थे और सिर्फ उन दोनों के नाक में नथिया डली थी।

मानव - अलीशा, आयेशा, तुम दोनों फ्रेश हो जाओ और खाना खा लो!

अलीशा - आपने खाना खाया?

मानव - हाँ मेरी रानी, मैंने खाना खा लिया, अब तुम दोनों भी खाना खा लो।

अली और अयान दोनों ने बेबीडॉल ड्रेस पहना और खाना खाया और उसके बाद अली किचन में बर्तन धोने चला गया। इधर मानव दोनों को थोड़ी थोड़ी देर में रोमांस करता रहा, कभी अली उसकी बाहों में होता तो कभी अयान। अली और अयान बहुत थक चुके थे और खाने के बाद उन्हें बहुत तेज़ नींद आने लगी। दोनों बिस्तर पर लेटते ही गहरी नींद के आगोश में समा गए। शाम हुई, अली और अयान की नींद खुली तब मानव फ्लैट में नहीं था। अली और अयान के नाक में नथिया पहनने की वजह से बहुत दर्द हो रहा था। दोनों नथिया उतार देना चाहते थे, लेकिन दोनों की हिम्मत नहीं हो रही थी कि वे अपने नाक से नथिया को उतार दें। शाम के सात बज रहे थे, अली ने खाना पका लिया था और अयान कमरे में बैठा मैगज़ीन पढ़ रहा था। तब दोनों ही बेबीडॉल ड्रेस में थे और डोरबेल की आवाज़ सुनकर अली ने दरवाज़ा खोला। सामने मानव खड़ा था, उसके हाथ में आज भी कुछ बैग्स थे और वो बैग्स लेकर अंदर गया। हर रोज़ की तरह बियर, स्नैक्स के साथ आज कुछ ऐसी भी चीज़ें थी जिनके बारे में कई दिनों से अली और अयान सोच रहे थे। ड्राई फ्रूट्स जो दोनों के ही फेवरेट थे और मानव खास दोनों के लिए दो किलो काजू, दो किलो बादाम, अखरोट के साथ साथ  दुबई से इम्पोर्टेड खजूर भी थे। उसके साथ आज भी मानव अली और अयान के लिए कुछ लाल, पीली, हरी और महरून रंग की साटन साड़ियां, तीन तरह की कॉटन नाईटी और दो बॉडीकॉन मिनी स्कर्ट्स भी लेकर आया था। अपने लिए गिफ्ट्स देखकर अली और अयान दोनों के चेहरे पर मुस्कान गयी। दिन बीतने लगा, अब सबकुछ पहले जैसा नहीं रहा था। मानव अली और अयान के साथ फ्लैट में शिफ्ट हो चूका था और एक और कमरे में किंग साइज बेड लगवा दिया था। अब सिर्फ वीकेंड ही नहीं बल्कि वीक डेज में भी अयान और अली को मानव खूब चोदता। ब्यूटीशियन जिसका नाम पूजा था, वो फ्लैट पर आने लगी तो अली और अयान को मेकअप करने की ट्रेनिंग देने लगी। डांस ट्रेनर भी पुरे हफ्ते फ्लैट पर जाती और अली और अयान की डांस (कथक, सालसा और बेल्ली डांसिंग) ट्रेनिंग भी शुरू हो चुकी थी। अब सब पहले जैसा तो बिलकुल ही नहीं रहा था, अब अली और अयान हमेशा लड़कियों के जैसे तैयार रहते, कभी साड़ी में तो कभी प्लाज़ो सूट में, कभी मिनी स्कर्ट में तो कभी बॉडीकॉन मिनी स्कर्ट्स में। कभी कभी फ्लैट पर गेस्ट्स जाते तो अली और अयान दोनों मिलकर गेस्ट्स के लिए टेस्टी खाना पकाते, उनके बिस्तर लगाते और अब हर रोज़ रात को दोनों मानव की बाहों में होते। देखते ही देखते आठ महीने से ज्यादा बीत चूका था। अली और अयान के बैंक अकाउंट में कुल दो लाख चालीस हज़ार सेविंग्स थे और घर से पैसे आते थे सो अलग लेकिन दोनों का एक भी पैसा कहीं खर्च नहीं होता।

नौवा महीना चल रहा था, चूँकि अली और अयान दोनों की ही ब्यूटीशियन बनने की ट्रेनिंग ख़त्म हो चुकी थी। दोनों ने कथक और बेल्ली डांसिंग के साथ साथ सालसा में भी अच्छा परफॉर्म करने लगे थे। अली और अयान दोनों का फिगर भी पहले से काफी बदल चूका था और दोनों के कमर काफी पतले, मांसल जांघें और छाती थोड़ी सी फूल गयी थी, जिससे डांस करते समय दोनों के बूब्स ऊपर नीचे होते और दोनों को शर्मिंदा होना पड़ता। कॉलेज के आखिरी सेमेस्टर का एग्जाम नजदीक था और दोनों में से किसी ने भी तरीके से पढाई नहीं की थी। मानव को ये बात पता था तो वो दोनों के लिए लास्ट सेमेस्टर के क्वेश्चन गेस ले आया। किसी तरफ दोनों ने फाइनल सेमेस्टर का एग्जाम पूरा किया और उसके बाद दोनों फ्री होकर मानव के साथ रहने लगे। अली और अयान काफी खुश थे क्यूंकि उन्हें काम के नाम पर ज्यादा कुछ नहीं करना पड़ता था। अली और अयान डांस में अपनी पर्फॉर्मन्सेस से भी काफी खुश थे, क्यूंकि अब दोनों लड़कियों की तरह काफी अच्छे से डांस कर लेते थे। मेकअप करने का हुनर अच्छे से सीखने के बाद हर रोज़ एक दूसरे का मेकअप करते, एक दूसरे को रेडी करते और रात होती तो मानव दोनों के साथ खूब सेक्स करता। मानव के साथ अली और अयान को अब मजा आने लगा था। जब कभी मानव कुछ दिनों के लिए बाहर जाता, अली और अयान दोनों की तड़प बढ़ जाती, वीडियो कॉल करके मानव से बात किये बिना ना तो अली को नींद आती और ना ही अयान को। अली और अयान हमेशा लड़कियों की तरह बातें करते, लेकिन अपने अम्मी अब्बू से अपने नार्मल अंदाज़ में बात करते। अली और अयान को घर गए दो साल से ज्यादा हो चुके थे, दोनों के अब्बू अम्मी उनसे रोज़ घर आने को कहते, लेकिन अली और अयान मानव के बिना एक भी दिन गुज़ारने के बारे में सोचने से भी डरने लगे थे। देखते देखते डेढ़ साल बीत चूका था और अब अयान और अली की डांस ट्रेनिंग भी पूरी हो चुकी थी। अयान और अली फेमिनिज्म को अच्छे से एडाप्ट कर चुके थे और दोनों जितने अच्छे डांस में थे, उतने ही अच्छे मेकअप करने में थे। सबकुछ बहुत अच्छा चल रहा था, तीनो इस लाइफस्टाइल में बहुत खुश थे कि एक दिन अचानक अली के पेट के निचले हिस्से में तेज़ दर्द होने लगा और जब वो यूरिनेशन के लिए गया तो पेशाब के साथ ब्लड भी आने लगा। पहले कुछ दिनों तक तो ऐसा हफ्ते में एक या दो दिन होता, लेकिन धीरे धीरे दर्द बढ़ता ही जा रहा था। एक दिन अली से बर्दाश्त नहीं हुआ तो उसने सोचा कि क्यों ना ये बात अयान को बताई जाए! जब अली अयान को ये बात बताने गया तब उसने देखा कि अयान बैठकर रो रहा है।

अली - क्या बात है आयशा, क्यों रो रही हो?

अयान - अलीशा, मेरे पेट में पिछले दो हफ़्तों से बहुत तेज़ दर्द रह रहा है और पेहसाब के रस्ते ब्लीडिंग भी हो रहा है। उसके बाद इतना जलन रहता है, मुझसे अब ये दर्द बर्दाश्त नहीं होता।

अली अपना दुःख भूलकर अयान को शांत करने लगा। रात को जब मानव फ्लैट पर आया तो अली और अयान ने अपने अपने दर्द के बारे में बताया। उस दिन मानव ने दोनों के साथ सेक्स नहीं किया और अगले ही दिन एक डॉक्टर लेकर फ्लैट पर गया। डॉक्टर ने कुछ ब्लड टेस्ट्स लिखे और रिपोर्ट आने के बाद मानव फिर से डॉक्टर को फ्लैट पर ले आया।

डॉक्टर - मानव जी, इनदोनो के शरीर में हॉर्मोन इम्बैलेंस हुआ है। इनदोनो के बॉडी में फीमेल हॉर्मोन्स इतने ज्यादा हो गए हैं कि मुझे डाउट है कि इनके अंदर गर्भाशय का डेवलपमेंट शुरू ना हो गया हो! आप इन दोनों का अल्ट्रासाउंड और सिटी स्कैन करवा लें और फिर मुझे बुला लेना। मैं तभी कोई मेडिसिन दे सकता हूँ।

उसी दिन मानव अली और अयान को हॉस्पिटल ले गया और दोनों का अल्ट्रासाउंड और सिटीस्कैन करवा दिया। मानव अगले दिन हॉस्पिटल से रिपोर्ट्स ले आया और डॉक्टर को फिर से घर पर बुला लिया। डॉक्टर ने जब रिपोर्ट्स देखे तो वो दंग रह गया।

डॉक्टर - मानव जी, मेरा शक सही था। अली और अयान दोनों के बॉडी में फीमेल ऑर्गन्स जैसे ओवरी, फॉलोपियन ट्यूब्स का निर्माण लगभग नब्बे प्रतिशत हो चूका है जिसकी वजह से दोनों को ही ब्लीडिंग और पेट के नीचले हिस्से का दर्द परेशान कर रहा है। मेरी सलाह है कि दोनों को जितनी जल्दी हो सके हॉस्पिटल में एडमिट करवा दीजिये क्यूंकि दोनों की जान बचाने के लिए दोनों का लंड उनके बॉडी से काटकर हटाना पड़ेगा और साथ ही कुछ छोटे मोटे ऑपरेशन्स करने होंगे जिससे इनके अंदर के फीमेल ऑर्गन्स अच्छे से जॉइंट बनाकर वर्क करना शुरू कर दे। 

मानव - हम्म! आप का सलाह क्या है, अली और अयान को सेक्स चेंज करवाना पड़ेगा?

डॉक्टर - हाँ! आप सुपर मैक्स मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल में दोनों को एडमिट करवा दीजिये। वहां लेटेस्ट इक्विपमेंट्स हैं जिससे सेक्स चेंज की प्रक्रिया कम दर्द से कर दी जाती है।

मानव - ओके डॉक्टर, मैं कॉल करूँगा!

डॉक्टर के जाने के बाद,

अली - डॉक्टर ने क्या कहा?

मानव - डॉक्टर ने कहा है कि तुमदोनो को सेक्स चेंज करवाना पड़ेगा, ताकि तुमदोनो की लाइफ बचाई जा सके।

अयान, अली - व्हाट! नहीं!

अयान - मुझे सेक्स चेंज नहीं करवाना!

अली - मुझे भी सेक्स चेंज नहीं करवाना मानव जी।

मानव - अगर तुमदोनो सेक्स चेंज नहीं करवाओगे तो दर्द से मर सकते हो, ब्लीडिंग इतनी ज्यादा हो यही है तुम दोनों को और अगर तुम्हारे अंदर जो डेवलप्ड फीमेल ऑर्गन्स हैं, अगर समय रहते उन्हें एक दूसरे से कनेक्ट नहीं किया तो तुम दोनों की जान भी जा सकती है।

अली - सेक्स चेंज करवाना इतना आसान नहीं है मानव जी, उसके बाद तो हमदोनो हमेशा के लिए औरत बन जायेंगे।

अयान - हाँ, और मेरी अम्मी तो मेरे लिए लड़की भी देखा हुआ है, मैं खुद लड़की नहीं बन सकती।

मानव - देखो अली, अयान! शायद यही वजह हो सकती है, जिसकी वजह से तुमदोनो के लंड में इरेक्शन नहीं हो रहा था। लेकिन तुमदोनो ने अगर सेक्स चेंज नहीं करवाया तो तुम दोनों की जान जा सकती है। और अगर तुम दोनों की जान चली गयी तो तुम्हारे अम्मी अब्बू कितने दुखी होंगे।

अली - लेकिन मानव जी!

मानव - लेकिन वेकिन कुछ भी नहीं, मैं कल ही तुम दोनों को हॉस्पिटल में एडमिट करवा रहा हूँ।

अयान - प्लीज् मानव जी! अगर हम दोनों हमेशा के लिए औरत बन गए तो हमारी लाइफ हेल हो जाएगी। समाज में हम कहीं मुँह दिखाने लायक नहीं रहेंगे और ना ही हमारे अम्मी अब्बू। हमारे अम्मी अब्बू ऐसे में हमें कभी नहीं अपनाएंगे।

मानव - ठीक है, तुम दोनों सोचकर बता देना रात में।

अली - मानव जी, प्लीज् ना! कोई और रास्ता देखो ना आप!

मानव - डॉक्टर ने कहा है कि अगर तुम्हारे इंटरनल फीमेल ऑर्गन्स नब्बे प्रतिशत डेवेलोप ना हुए होते, तो शायद कुछ कर सकते थे लेकिन अब कुछ नहीं कर सकते हैं। देखो तुमदोनो के सेक्स चेंज ऑपरेशन में लगभग पंद्रह बिस लाख खर्च हो जायेंगे, अगर मैं तुमदोनो को सेक्स चेंज ना करवाने का सलाह दूँ तो मेरे इतने पैसे बच जायेंगे लेकिन मुझे अपने पैसों से ज्यादा तुम दोनों की फिक्र है। एक बात की गारंटी देता हूँ, अगर सेक्स चेंज ऑपरेशन के बाद तुम्हारे अम्मी अब्बू ने तुम्हे नहीं अपनाया, तो मैं तुम दोनों को हमेशा के लिए अपनाउंगा। अपने परिवार में तुमदोनो को अपनी पत्नी का दर्ज़ा दूंगा और हमेशा खुश रखूँगा।

अयान - अलीशा, मानव जी सही कह रहे हैं, मरने से तो अच्छा ही है कि हमदोनो रियल औरत बनकर लाइफ स्पेंड करें। वैसे भी मानव जी ने जब से हमारे नाक में ये नथिया पहनाये हैं, तब से आज तक ये नथिया हमारे नाक से एक बार भी नहीं उतरा। मानव जी के लिए हम वैसे भी पत्नियों की तरह ही रहते हैं। मैं तैयार हूँ मानव जी।

अली - मैं भी तैयार हूँ मानव जी!

अली और अयान की बात सुनकर मानव की ख़ुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा। उसने तुरंत डॉक्टर से बात की और अली और अयान के सेक्स चेंज ऑपरेशन का फॉर्म और दोनों का नाम बदलने का फॉर्म भरके सुपर मैक्स मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल में दो बेड वाले एक कमरे को बुक कर लिया। अगले ही दिन मानव ने अली और अयान को हॉस्पिटल में एडमिट करवा दिया और डॉक्टर ने एडवांस पांच लाख रूपये जमा करवा लिए। जब मानव वहां से जा रहा था तब अली और अयान दोनों उससे लिपटकर बहुत रोये।

मानव - रो मत मेरी जान, मैं तुमदोनो से मिलने आता जाता रहूँगा, छह महीने की बात है। आई एम् गोंना मिस यू बोथ!

अली और अयान ने आंसू पोछे और मानव को जाते देख आपस में लिपटकर थोड़ी देर रोते रहे। थोड़ी देर बाद नर्स वहां आयी तो दोनों ने अपने आंसू पोछे और बेड पर लेट गए। नर्स ने अली और अयान की छाती में एक एक इंजेक्शन, कमर में एक इंजेक्शन, हिप्स में एक एक इंजेक्शन दे दी, जिसके कुछ देर बाद ही दोनों बेहोश हो गए। अगले एक महीने तक अली और अयान को फीमेल होर्मोनेस के हैवी डोज़ दिए जाते रहे।  पुरे एक महीने मेडिसिन्स और इंजेक्शंस पर रहने के बाद अली और अयान के बॉडी के सभी बाल झड़ गए और आवाज़ में हलकी हलकी मिठास आने लगी। दूसरे महीने के तीसरे हफ्ते में अली और अयान का शरीर नाज़ुक होने लगा और अब अली और अयान का ब्रैस्ट ऑगमेंटशन प्रोसेस को भी शुरु कर दिया गया। अली और अयान के चेस्ट में बदलाव होना शुरू हो गया था और नेचुरल तरीके से काफी स्पीड में दोनों के चेस्ट ब्रैस्ट में बदलने लगे थे। कुछ ही दिनों में अली और अयान का चेस्ट साइज ब्रैस्ट में बदल चूका था, शरीर की त्वचा नरम मुलायम होने के साथ चिकनी भी होने लगी थी। शरीर के ऐसे हिस्से जैसे कमर, दोनों कलाइयों, गला और चेहरे के एक्स्ट्रा फैट्स ख़त्म होने लगे और साथ ही दोनों के लंड अब सिकुड़कर इतने छोटे हो चुके थे कि उन्हें देखकर वजाइना जैसा फील होने लगा था। इन सब के साथ ही डॉक्टर और नर्सेज की टीम अली और अयान को सेक्स चेंज ऑपरेशन के लिए मानसिक तौर पर तैयार करते रहे, जब तक दोनों की मनोस्थिति ऑपरेशन करवाने लायक नहीं हो गयी। अली और अयान अब जब भी अपने लंड की तरफ देखते, उन्हें बहुत दुःख होता और वे अक्सर यही सोचते कि अब कुछ ही दिनों बाद उनके लंड को काटकर उनके शरीर से अलग कर दिया जायेगा और वे रियल औरत बन जायेंगे। कुछ दिन सबकुछ ठीक रहा, अली और अयान के साइज ब्रैस्ट अब बड़े और गोल शेप लेने लगे थे तो नर्स ने दोनों को ब्रा पहनने की सलाह दी। अली और अयान ने ब्रा पहन लिया तो उन्हें अच्छे महसूस हुआ और अब दोनों सेक्स चेंज ऑपरेशन के लिए मानसिक रूप से तैयार थे। फिर ऑपरेशन का डेट गया और एक एक करके अली और अयान को ऑपरेशन के लिए आईसीयू में एडमिट कर दिया गया। सबसे पहले अली और अयान को ऑपरेशन टेबल पर लेटा दिया गया और इसके बाद उन्दोनो के दोनों पैरों को दोनों तरफ खोलकर ऑपरेट करने की जगह बनाई गयी। सबसे पहले अली और अयान को ऑपरेट करके उसके यूटेरस और ओवरीज़ को सही तरीके से जोड़ दिया गया। जिसके बाद शुरूआत में ही अली और अयान के अंडाशय की थैली में बड़ा कट लगाकर अंडाशय को बाहर निकाल लिया गया। इसके बाद अगला बड़ा कटा पेनिस यानी लंड पर लगाया गया। अली और अयान के लंड पर लंबाई में ऊपर से नीचे की ओर कट लगाया गया और ऊपर की चमड़ी को नीचे की ओर धकेल दिया गया। फिर अली और अयान के लंड के अंदर मौजूद तीन तरह की नसों को अलग किया गया, डॉर्सल नर्व बंडल जो लंड का अहसास दिलाती हैं उसे, ग्लैंस, जो कि लंड के सबसे ऊपर का हिस्सा होता है उसे और यूरेथ्रा जहां से वीर्य और पेशाब का स्त्राव होता है, तीनों को अलग कर दिया गया। अलग करते हुए इस कट को काफी गहराई तक लगाया गया। इनको भीतर से काटने के दौरान गुप्तांग में उसी हिस्से को छोड़ा गया, जहां से पेशाब रीलीज हो सके और बाकी हिस्से को काट कर अली और अयान के शरीर से अलग कर दिया गया। फिर लंड का वो हिस्सा जिसे धकेल कर बिठाया गया था, उसको उल्टे मोड़कर आगे की तरफ लाया गया और पेशाब वाली नली के साथ जोड़ दिया गया और वहीं ऊपर की ओर बची चमड़ी पर योनि बनाई गयी। इसमें दो छेद बनाए गए और नीचे हालिया जोड़े गए हिस्से से ऐसे जोड़ दिया गया जिससे कि उसे महिला की तरह योनि का स्वरुप मिल सके। इसके बाद एक पतली सी पिंक स्किन को अली और अयान के नए योनि के ऊपर से शेप में चिपका दिया गया। ऑपरेशन के कुछ दिनों तक अली और अयान को बेहोश रखा गया और लगभग एक हफ्ते बाद जब अली और अयान को होश आया तब दोनों को अपने दोनों पैरों के बीच एक खालीपन का एहसास हुआ और दोनों बहुत रोये। नर्स और डॉक्टर ने दोनों को मूव ऑन करने की सलाह दी। ऑपरेशन के बाद जब पहली बार अली और अयान ने जमीन पर कदम रखा और जब वे दो कदम चले, उन्हें एहसास हुआ कि उनकी चाल लड़कियों के जैसे हो गयी है। अपनी दोनों टांगों के बीच एक खालीपन के एहसास ने अली और अयान को इमोशनल कर दिया था। कभी उस जगह अयान और अली के लंड थे, जहाँ आज वजाइना है और ये खालीपन उन दोनों को स्त्रीत्व का सही मायनों में एहसास करवा रहा था।  

ये सब बहुत ही ज्यादा इमोशनल मोमेंट था अली और अयान के लिए। कुछ दिनों के बाद हॉस्पिटल में अली और अयान से मिलने मानव आया और दोनों से एक एक करके मिलकर हालचाल पूछा। अली और अयान बहुत ही ज्यादा इमोशन हो गए थे मानव को देखकर, एक बार फिर से दोनों से अपना इमोशन कण्ट्रोल नहीं हुआ और दोनों बहुत रोये और अपनी हालत के बारे में मानव से बातचीत की। मानव वहां से सीधे डॉक्टर से मिलने गया और दोनों के रिलीज़ डेट के बारे में पूछा। डॉक्टर ने मानव से कहा कि अली और अयान दोनों को अभी चार महीने और हॉस्पिटल में रहना होगा। मानव डॉक्टर की बात मान गया तो डॉक्टर ने दोनों के लिए नेम चेंजिंग सर्टिफिकेट के लिए नए नाम के सज़ेशन्स मांगे। मानव ने अली के लिए अलीशा रानी और अयान के आयेशा रानी नाम चुना और डॉक्टर को इन्ही दो नाम के सर्टिफिकेट्स अप्लाई करने को कहा और वहां से चला गया। इधर अब अली और अयान की छोटी छोटी सर्जरी की गयी, जिनमे फेसिअल फेमिनाइज़ेशन, लेज़र हेयर रिमूवल, वोकल फेमिनाइज़ेशन, ब्रैस्ट एंलार्जेमेंट सर्जरी शामिल थी। इन छोटे छोटे ऑपरेशन्स के बाद अली और अयान को एक खास तरह की वाइब्रेटिंग मशीन में हर रोज़ आठ घण्टे सुलाया जाने लगा। इससे अली और अयान की फिजिकल अपीयरेंस में काफी बदलाव आने लगा। अली और अयान का बॉडी, ऑवरग्लास शेप लेने लगा था जिस ऑवरग्लास शेप को पाने के लिए लडकियां जान देती हैं, अली और अयान अगले तीन महीनों में वो शेप पा चुके थे। अयान और अली अब 35 इंच ब्रैस्ट, 25 इंच वैस्ट, ३५ इंच हिप्स, घने लम्बे बाल, पतली पतली कलाइयाँ, मांसल जाँघ के साथ एक आकर्षक फिगर मल्लिका बन चुके थे। अगले तीन महीनों तक अली और अयान के बॉडी में काफी कुछ डेवेलोप हुआ। अली और अयान के ब्रेस्ट्स और वजाइना बहुत ही ज्यादा सॉफ्ट और सेंसेटिव हो चुके थे। अपने ब्रैस्ट या निप्पल्स या वजाइना को छूने भर से ही अली और अयान का पूरा शरीर सिहर उठता। शरीर के अलग अलग हिस्सों को चुने भर से अली और अयान के अंदर काफी सेंसेशन होने लगता।

पुरे सात महीने के कम्पलीट होने के बावजूद अली और अयान को पीरियड्स नहीं आया था, जो कि अभी तक जानी चाहिए थी। कुछ दिनों के बाद, रिपोर्ट्स देखने के बाद डॉक्टर ने अली और अयान का चेकअप किया। डॉक्टर ने अली और अयान के वजाइना में ऊँगली डालकर सेंसेशंस को चेक किया तो दोनों की आहें निकलने लगी। फिर डॉक्टर ने अली और अयान के ब्रैस्ट और निप्पल्स को थोड़ा प्रेस किया तो दोनों की शीत्कारें निकलने लगीं। अली और अयान किसी नार्मल लड़कियों की तरह बिहैव कर रहे थे।

डॉक्टर - हम्म! तुमदोनो के ब्रेस्ट्स तो शेप में हैं लेकिन साइज कुछ कम है। नर्स, मैं कुछ मेडिसिन्स जोड़ रहा हूँ, इंस्ट्रक्शंस भी लिख रहा हूँ।

नर्स - ओके डॉक्टर!

अली - लेकिन डॉक्टर, मेरे और अयान के ब्रेस्ट तो नर्स के ब्रेस्ट से भी बड़े हैं साइज में!

डॉक्टर - तुम सही कह रहे हो, लेकिन मानव जी ने ख़ास साइज की डिमांड की है जिसके हिसाब से तुम्हारे और अयान के ब्रेस्ट्स अभी काफी छोटे हैं।

अयान - लेकिन डॉक्टर, हमारे ब्रेस्ट्स बहुत हैवी हो चुके हैं, इससे भी बड़ा ब्रेस्ट्स का हम क्या करेंगे?

डॉक्टर - आई डोंट नो, लेकिन तुमदोनो के ब्रेस्ट्स की साइज और भी बड़ी होनी चाहिए। मानव सर ने ख़ास इंस्ट्रक्शंस दिए हैं, जिसे फॉलो करना जरूरी है।

मानव का नाम सुनकर अली और अयान दोनों चुप हो गए और एक दूसरे को देखने लगे। ये देखकर डॉक्टर खुश हुआ और उसने चेकअप के बाद दोनों के ब्रेस्ट्स पर इंजेक्शंस दिए, जिसके बाद दोनों ही बेहोश हो गए। अब नर्स अली और अयान की बॉडी की रेगुलर चेकअप शुरू कर चुकी थी। कुछ ही दिनों में अली और अयान के ब्रेस्ट्स में काफी तेज़ी से ग्रोथ हुआ और अब दोनों के ब्रेस्ट्स पहले से काफी बड़े और हैवी हो चुके थे। डॉक्टर ने फिर से अली और अयान के ब्रेस्ट्स के ग्रोथ चेक किया तो पाया कि अब दोनों के ब्रेस्ट्स इंट्रक्शंस के हिसाब से परफेक्ट शेप ले चुके थे, साथ ही दोनों के ब्रेस्ट्स में सेंसेशन भी होनी शुरू हो चुकी थी। अब नर्स अली और अयान से सुबह शाम अब एक ही सवाल करती कि क्या दोनों को पीरियड्स आया और दोनों का एक ही जवाब होता, नहीं! ऐसा कुछ दिनों तक चलता रहा और एक दिन अली पेट पकड़कर दर्द से कराह उठा, नर्स उसके पास गयी, तब तक पूरा बिस्तर ब्लड से गीला हो चूका था और अली दर्द बर्दाश्त नहीं कर पा रहा था। नर्स अली को वाशरूम में ले गयी और कम्बोड पर बिठा दी और उसे पीरियड्स के बारे में अच्छी अच्छी बातें बताने लगी। अली को उसके लाइफ का पहला पीरियड्स चूका था जो अगले पांच दिन तक यूँ ही चलता रहा। जिस दिन अली को पीरियड्स आया उसके ठीक तीसरे दिन अयान को भी उसके लाइफ का पहला पीरियड्स आया। अयान दर्द से रोने लगा तो नर्स उसे भी वाशरूम में ले गयी, कम्बोड पर बिठा दी और उसे भी पीरियड्स के फायदे गिनाने लगी। पांच दिन के असहनीय दर्द, मूड स्विंग्स और कमरदर्द से परेशान अली को छठे दिन थोड़ी राहत मिली और उस दिन नर्स ने उसे शैम्पू करके नहाने को कहा। इधर तीन दिन बाद अयान का पीरियड्स ख़त्म हुआ तो उसे भी नर्स ने शैम्पू करके नहाने को कहा। जब अली और अयान के पीरियड्स ओवर हो गए तब डॉक्टर उनसे मिलने आया।

डॉक्टर - अली, अब आपका नाम अलीशा रानी है। अयान, अब आपका नाम आयेशा रानी है। पीरियड्स आने के साथ ही आपदोनो सही मायनों में औरत बन चुकी हो और माँ बनने में सक्षम हो। मैंने मानव जी से आप दोनों को डिस्चार्ज करवा कर ले जाने को कह दिया है और वे आते ही होंगे, तबतक आप हॉस्पिटल से डिस्चार्ज होने की तयारी कर लो।

डॉक्टर की बात सुनकर अली जो अब अलीशा बन गयी थी और अयान जो अब आयेशा बन चुकी थी, दोनों अपने वार्ड में चली गयीं। थोड़ी देर बाद मानव वहां आया और डॉक्टर ने नर्स को केबिन में बुला लिया। मानव अलीशा कर आयेशा के लिए साड़ी और बैकलेस ब्लाउज, हील्स, कुछ ऑर्नामेंट्स और मेकअप का सामान लाया था जो उसने नर्स को दे दिया। नर्स वो बैग लेकर वार्ड में गयी तो थोड़ी देर बाद ब्लू साटन साड़ी और रेड बैकलेस और आगे से डीपकट ब्लाउज में रेडी करके आयेशा और अलीशा को मानव के समें ले जाकर खड़ी कर दी। अलीशा और आयेशा उस साड़ी में बहुत खूबसूरत दिख रहीं थीं और मानव ने उन दोनों की खूबसूरती की बहुत तारीफ भी की। अपनी खूबसूरती की तारीफ़ सुनकर अलीशा और आयेशा दोनों ने शर्म से अपनी आँखें झुका ली। डॉक्टर ने दोनों के सामने ही मानव को उनके बारे में सबकुछ बताने लगा और मानव ने डिस्चार्ज करवाकर आयेशा और अलीशा को अपने साथ फ्लैट पर ले आया। आयेशा और अलीशा ने जिस फ्लैट में मर्द रूप में कदम रखा था, आज वहीँ वे दोनों अपने स्त्री रूप में कदम रख रही थीं। आयेशा और अलीशा दोनों ही थोड़ी इमोशनल हो गयीं थी, लेकिन मानव ने दोनों को ही बड़े प्यार से समझा बुझा कर कमरे में भेज दिया। अलीशा और आयेशा जब कमरे में गयीं तो कमरा पहले से काफी बदल चूका था। पिंक दीवारें, वार्डरोब में सिर्फ साड़ियां, सलवारसूट, मिनी स्कर्ट्स और बेबीडॉल नाइटीज़ थीं। अलीशा और आयेशा तक गयीं थीं, अब पहले की तरह लाइफ रह नहीं गयी थी तो दोनों ने बिस्तर पर लेट गयीं। आयेशा और अलीशा के बड़े बड़े ब्रेस्ट्स का उभार उन्हें काफी सेक्सी लुक दे रहा था, घनी जुल्फें बार बार उनके चेहरे पर आकर उन्हें परेशां कर रही थी। शाम को जब दोनों की नींद खुली तब वे मानव के पास चली गयीं।

मानव - तुमदोनो जाग गयी?

अलीशा - हाँ मानव जी!

मानव - अलीशा, आयेशा तुम अपने इस नए लाइफ में बहुत जल्द एडजस्ट कर लोगी। कैसा फील कर रही हो तुम दोनों।

अलीशा - अजीब लग रहा है।

मानव - आयेशा, तुम क्यों चुपचाप खड़ी हो?

आयेशा - आई डोंट नो, मानव जी, लड़की बनकर हमने कोई गलती तो नहीं की है ना?

मानव - बिलकुल भी नहीं, तुमदोनो तो इतनी खूबसूरत दिख रही हो कि मैं बयाँ भी नहीं कर सकता।

अलीशा - आप कुछ खाएंगे? मैं कुछ पका दूँ आपके लिए?

मानव - आज तुमदोनो थकी हुई हो, आज बाहर से खाना आर्डर कर दूंगा, तुमदोनो आराम करो मेरी जान!

फिर अलीशा और आयेशा कमरे में चली गयीं।

अलीशा - ये मानव जी को क्या हो गया है? पहले तो हमें देखते ही टूट पड़ते थे और अब तो पूरा दिन निकल गया, एक बार रोमांस भी नहीं किया इन्होने!

आयेशा - तुम तो हाउसवाइफ की तरह शिकायत कर रही हो अलीशा! हमदोनो उन्हें क्रॉसड्रेस्सेर के रूप में जितने पसंद थे, शायद लड़की के रूप में पसंद ना हों!

अलीशा - नहीं आयेशा, ऐसे मत बोलो! मानव जी हमदोनो से इतना प्यार करते हैं।

आयेशा - वो तो है, मानव जी सच में हमदोनो से बहुत प्यार करते हैं वरना इतनी केयर कौन करता है किसी के लिए।

अलीशा - हम्म!

फिर दोनों आपस में बातें करने लगीं, तभी डोरबेल की आवाज़ सुनाई दी। आयेशा और अलीशा को लगा कि शायद मानव ने खाना आर्डर करके मंगवा लिया है। थोड़ी देर में कुछ जानी पहचानी आवाज़ सुनकर आयेशा और अलीशा चौंक गए। दोनों ने कमरे से बाहर झाँक कर देखा, सामने दोनों के अम्मी अब्बू बैठे मानव से बातें कर रहे थे।

आयेशा - अल्लाह, ये क्या, अब्बू अम्मी यहाँ?

अलीशा - मेरे अम्मी अब्बू भी यहाँ? ये यहाँ कैसे गए? अल्लाह, अब क्या होगा हमारा?

थोड़ी देर बाद मानव ने आयेशा और अलीशा को हॉल में बुला लिया। आयेशा और आलिया ने घूँघट कर लिया और अपने अपने अम्मी अब्बू के सामने जाकर खड़े हो गए। आयेशा और अलीशा ने सभी को सालमवालेकुम किया। फिर आयेशा को उसके अम्मी अब्बू ने अपने पास बिठाया, वहीँ अलीशा को उसके अम्मी अब्बू ने अपने पास बिठा लिया।

आयेशा की अम्मी - अयान कहूं या आयेशा, तू तो सच में लड़की बन गयी! अल्लाह, अब तुम्हारे करियर का क्या होगा?

आयेशा - अम्मी, वो मैं देख लुंगी!

अलीशा की अम्मी - बात तो सही है, देखिये ना मैं अपने बेटी बन चुके बेटे को अली कहूं या अलीशा, समझ नहीं रहा। इन दोनों का करियर तो बिलकुल ही तबाह हो गया है।

अलीशा - नहीं अम्मी, हमदोनो की एक नयी आइडेंटिटी है अब और हमदोनो इसी आइडेंटिटी के आधार पर नौकरी पा लेंगे।

अलीशा के अब्बू - लेकिन अलीशा, तुम्हारा निकाह कैसे होगा, तुम्हारा घर कैसे बसेगा। तुम्हारा निकाह लड़के के करवाना होगा या लड़की से?

मानव - आप सब इतनी चिंता क्यों कर रहे हैं? अलीशा और आयेशा का नाम चेंज हुआ है उसका सर्टिफिकेट ये रहा। करियर तो दोनों का बहुत अच्छा है और रही बात निकाह की, उसमे इतनी जल्दी क्या है?

आयेशा के अब्बू - हम्म! आयेशा, तू अपना बैग पैक कर ले, हम आज रात की ट्रैन से लखनऊ जा रहे हैं।

आयेशा - आज!

आयेशा की अम्मी - हाँ, चल मैं भी तेरी मदद कर देती हूँ।

अलीशा के अब्बू - तू भी पैकिंग कर ले अलीशा, तुम भी घर रही हो हमारे साथ!

अलीशा - अब्बू, लेकिन क्यों?

अलीशा के अब्बू - वो हम घर जाकर बताएंगे।

अलीशा की अम्मी - चल कमरे में, मैं तेरी मदद कर दूँ।

आयेशा और अलीशा की अम्मियाँ उन्हें बैग पैक करने के बहाने कमरे में ले गयीं। मानव बिलकुल शांत बैठा सबकी बातें सुन रहा था। अलीशा और आयेशा के अब्बू ने मानव को सेक्स चेंज ऑपरेशन का पूरा खर्च अकाउंट पर ट्रांसफर कर दिया। अलीशा और आयेशा घर जाने को बिलकुल भी राज़ी नहीं थीं, लेकिन कहीं उनके अम्मी अब्बू नाराज़ ना हो जाएं, इसीलिए दोनों घर जाने को राज़ी हो गयीं। थोड़ी देर बाद आयेशा और अलीशा को उनके अम्मी अब्बू अपने साथ ले गए। इधर मानव ने इतनी तैयारियां कर रखी थी, अलीशा और आयेशा के साथ लाइफ स्पेंड करने की उसकी हसरत अब अधूरी होती दिख रही थी। धीरे धीरे टाइम बीतने लगा, मानव को ना तो अलीशा का कोई कॉल आया और ना ही आयेशा का। पांच महीने बीत चुके थे और अब मानव भी मूव ऑन करने की सोचने लगा था। एक दिन दरवाज़े पर नॉक हुआ तो मानव ने दरवाज़ा खोला। दरवाज़ा खुलते ही दो लड़कियां जिन्होंने बुरका पहन रखा था, वे मानव से लिपट गयीं और जोर जोर से रोने लगीं। मानव समझ गया था कि ये दोनों कोई और नहीं बल्कि आयेशा और अलीशा ही हैं। मानव दोनों को अंदर ले आया और उन्हें कमरे में ले गया और शांत करके उनके रोने का रीज़न बताने को कहा। जब अलीशा और आयेशा ने बुरका उतारा तो उनदोनो को देखकर मानव ख्यालों में खो गया। अलीशा और आयशा दुल्हन के लाल जोड़े में ऊपर से नीचे तक हैवी ज्वेलरीज में लदी, हाई हील्स और ब्राइडल मेकअप में बहुत ही ज्यादा खूबसूरत दिख रहीं थीं। दोनों के नाक में बड़ा सा नथिया डला था और उन्हें देखकर ये मालुम चल रहा था कि दोनों के नाक और कान छिदवाये जा चुके थे।

मानव - अलीशा, आयेशा, क्या बात है? तुम दोनों ऐसे रो क्यों रही हो?

तुमदोनो को देखकर तो ऐसा लग रहा है मानो तुमदोनो का निकाह होने वाला है। मुझे पूरी बात बताओ!

आयेश (रोते हुए) - मानव जी, ये सच है। जब अम्मी अब्बू हमें यहाँ से लखनऊ ले गए तब पहले तो समाज में हमें काफी दुत्कारा गया। जो कोई भी आता, हमारे अम्मी अब्बू से यही कहता कि उन्होंने हमें दिल्ली पढाई करने को भेजा था या लड़की बनने। अम्मी अब्बू बहुत परेशान रहने लगे थे। आपने भी शायद हमदोनो के अम्मी अब्बू से हमारा हाथ माँगा था लेकिन अम्मी अब्बू गैर मजहब में हमारी शादी नहीं करना चाहते थे। कुछ दिनों तक तो सब ठीक रहा लेकिन एक दिन हमारे घर अलीशा के अम्मी अब्बू इसे लेकर गए और थोड़ी देर बाद वहां हमारी ज़ीनत खाला भी गयीं। ज़ीनत खाला ने मेरे और अलीशा के अम्मी अब्बू के सामने हमदोनो का निकाह उनके दूर के रिश्तेदार से करवा देने का प्रपोजल रखा तो हमदोनो के अम्मी अब्बू मान गए। डेढ़ महीने तक हमदोनो के निकाह की बात चलती रही और हमसे किसी ने ये भी नहीं पूछा कि क्या हमें ये निकाह मंजूर भी है या नहीं। हमदोनो बहुत रोयीं, जब लड़के हमदोनो को देखने आने वाले थे तो उससे पहले ज़ीनत खाला हमें मार्किट ले गयीं और हमदोनो का जबरदस्ती नाक और कान छिदवा दीं। जब लड़के वाले आये तो हमदोनो को दुल्हन की तरह सजा कर नाक और कान में हैवी नथिया और झुमकियां पहनाकर उनके सामने खड़ा कर दिया गया। अल्लाह कसम उस दिन मैं और अलीशा बहुत शरमाई, अंदर से रो रही थी और बाहर से चुप थीं। जब हमदोनो ने उन लड़कों को देखा तो वे काफी उम्रदराज़ दिख रहे थे और तो और काले, मोटे और हाइट में हमारे जितने थे। वे दोनों हमें ऐसे देख रहे थे मानो हमें कच्चा चबा जायेंगे। उन्दोनो को देखकर मुझे घिन रही थी, लेकिन मेरे और अलीशा के अम्मी अब्बू को वे लड़के बहुत पसंद आये क्यूंकि उनके पास बहुत धनदौलत थी। उन्दोनो के जाने के बाद मैं और अलीशा बहुत रोयीं, हमें तो यकीन ही नहीं हो रहा था कि हमारा निकाह हमारे अम्मी अब्बू ने ऐसे तय कर दिया। दो दिन बाद जो हुआ, वो हमारे इमेजिनेशन से परे था। दो दिनों के बाद वे दोनों लड़के अपने अम्मी अब्बू के साथ हमारे घर आये। वे दोनों लड़के, उनकी अम्मी और मेरी खाला और हमदोनो की अम्मियाँ हमें कमरे में ले गयीं। वहां हमदोनो को उन सब के सामने नंगा खड़ा कर दिया गया, वे सब मुझे और अलीशा को ऊपर से नीचे तक देख रहे थे, उन्दोनो की अम्मी ने तो मेरी और अलीशा की चुत को खोल कर चेक करने लगी कि हमदोनो कुंवारी हैं या हमारा सील टुटा हुआ है। कभी उनदोनो की अम्मी हमारे ब्रेस्ट्स को ऊपर उठाकर चेक करतीं, ऐसे गंदे वर्ड्स बोल रही थीं वे कि हमारे बर्दाश्त के बाहर होने लगा। उनके जाने के बाद जब मैंने और अलीशा से अपनी अपनी अम्मी से इस बारे में बात करनी चाही तो उन्होंने हमदोनो को थप्पड़ मारकर शांत कर दिया। हमदोनो घुट घुट कर जी रही थीं, एक दिन हमें पता चला कि उनदोनो लड़के के अम्मी अब्बू ने हमदोनो के अम्मी अब्बू को पचास पचास लाख रूपये मैहर देकर हमें खरीद लिया है और अब हमदोनो पर उनदोनो का हक़ हो गया था। मानव जी हमें नहीं पता था कि लड़की बनने के बाद हमदोनो के साथ ये सब होगा, इससे अच्छा तो हम मर ही जातीं।

अलीशा (रोते हुए) - उसके बाद हमदोनो को पता चला कि निकाह के बाद वे दोनों हमें बांग्लादेश ले जाने वाले हैं और हमें वहीं रहना पड़ेगा। कल ही मेरी और आयेशा का निकाह होने वाला है, और ब्यूटीपार्लर जाने के बहाने हम लखनऊ से ट्रैन पकड़कर यहाँ गए, आपके पास! और अब हम घर वापिस कभी नहीं जायेंगे।

मानव - हम्म! तो ठीक है। अब सबसे पहले तुमदोनो रोना बंद करो, मैं हूँ ना, तुमदोनो के साथ, अब तुमदोनो सेफ हो मेरी जान! इससे पहले कि तुम्हारे अम्मी अब्बू यहाँ आएं और तुमपर अपना हक़ जतायें, क्या तुमदोनो मेरी दुल्हन बनोगी?

अलीशा, आयेशा - जी, हमें कुबूल है।

मानव - तो फिर ठीक है, आज हम कोर्ट मैरिज कर लेते हैं, लेकिन घर जाकर हमें रीती रिवाज़ों को फॉलो करते हुए फिर से शादी करनी पड़ेगी।  

फिर मानव ने कोर्ट मैरिज के लिए अपने एक अधिवक्ता दोस्त और कुछ दोस्तों को कॉल करके गवाही के लिए बुला लिया। मानव ने एक कैब बुक किया और अलीशा और आयेशा को अपने साथ लेकर कोर्ट में गया। मानव के दोस्त फूलों की माला लाये थे और उनका अधिवक्ता दोस्त कोर्ट मैरिज के पपेर्स रेडी कर चूका था। मानव ने डाक्यूमेंट्स पर साइन किया और फिर अलीशा और आयेशा ने पेपर्स पर साइन किया। फिर मानव ने अलीशा और आयेशा की मांग में सिन्दूर भरा, उनदोनों के गले में मंगलसूत्र पहनाया और आखिर में फूलों की माला पहनाकर दोनों को अपनी दुल्हन स्वीकार किया।आयेशा और अलीशा अब मानव की पत्नियां बन चुकी थीं और मानव के अधिवक्ता दोस्त के कहने पर उन्होंने मानव के चरण स्पर्श करके उससे सौभाग्यवती रहने का आशीर्वाद भी लिया। मानव के सभी दोस्त मानव को बधाई देने लगे, अलीशा और आयेशा को भाभी कहकर सम्बोधित करने लगे। सब बहुत खुश थे और मानव के दोस्त उसे हनीमून के बारे में सवाल पूछने लगे, तो कभी पार्टी के बारे में  पूछने लगे। मानव ने उन्हें बताया कि ये शादी जल्दीबाजी में की है, तो अब उसे दोनों दुल्हनों को लेकर घर जाना होगा, उसके माँ पापा को इस बारे में बताना पड़ेगा और फिर रीती रिवाज़ों के अनुसार मानव अलीशा और आयेशा दोनों से फिर से शादी करेगा, वो भी धूमधाम से। उसके बाद ही वो हनीमून और सुहागरात के बारे में सोचेगा। अलीशा और आयेशा घूँघट में शर्माती हुईं सबकी बातें सुन रही थीं और दोनों बहुत ही ज्यादा खुश थीं। मानव ने अपने सभी दोस्तों को फ्लैट पर बुला लिया और अलीशा और आयेशा को साथ लेकर फ्लैट पर गया।

अलीशा और आयेशा ने सबके लिए स्वादिष्ट व्यंजन बनायीं और मानव के सभी दोस्तों ने अलीशा और आयेशा के हाथों से बनी स्वादिष्ट व्जंजनों की खूब तारीफ़ की। अभी सभी ने खाना ही खाकर उठने ही वाले थे कि तभी दरवाज़े पर नॉक हुआ। मानव ने दरवाज़ा खोला तो देखा कि सामने अलीशा और आयेशा के अम्मी अब्बू पुलिस के साथ वहां खड़े हैं। अपने अम्मी अब्बू को देख अलीशा और आयेशा के हाथ पाऊँ फूलें लगे और वे मानव से लिपट कर खड़ी हो गयीं। पुलिस के पास सर्च वारंट नहीं था और उसी पुलिस वाले का एक दोस्त मानव के दोस्त का म्युचुअल दोस्त भी था। वो उसे पहचान गया और उसे बताया कि आयेशा और अलीशा ने अपनी मर्ज़ी से मानव से कोर्ट मैरिज कर चुकी हैं और अब कुछ नहीं हो सकता। कोर्ट मैरिज की बात सुनने के बाद वो पुलिस वाला अलीशा और आयेशा के अम्मी अब्बू को सॉरी बोलकर वहां से चला गया। अब अलीशा और आयेशा के अम्मी अब्बू के पास कोई रास्ता नहीं था फिर भी मानव के दोस्तों ने उन्हें अंदर बिठाया और उन्हें समझाया कि अब उनकी बेटियों ने मानव को अपना पति चुन लिया है और उन्हें भी मानव को अपना दामाद स्वीकार लेना चाहिए लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। अलीशा और आयशा के अम्मी अब्बू बिना आशीर्वाद दिए वहां से चले गए। उनके जाने के बाद अलीशा और आयेशा ने राहत की सांस ली। मानव ने अपनी दोनों दुल्हनों का माथा चूमा और दोनों ने अपनी अपनी आँखों से आंसू पोंछे और कमरे में चली गयीं।

अलीशा और आयेशा जानती थीं कि मानव उनके साथ सुहागरात तबतक नहीं मनाएगा जबतक वो उनदोनो को पारम्परिक तरीके से ब्याह नहीं कर लेता। उसी रात मानव ने अपने माँ पापा से बात की और उन्हें सबकुछ बताया। मानव के माँ पापा को इस बात की ख़ुशी थी और वे ख़ुशी ख़ुशी इस शादी के लिए राज़ी हो गए। अगले ही दिन जब मानव के माँ पापा वहां आये तो उनके साथ मानव की दोनों बहनें नेहा और रिया भी थीं। अलीशा और आयेशा ने घूँघट करके मानव के माँ और पापा के पैर छुए और दोनों ने अलीशा और आयेशा को पुत्रवती, सदा सुखी और सौभाग्यवती रहने का आशीर्वाद दिया। मानव की माँ ने अलीशा और आयेशा को अपने पास बिठा ली और उनसे बोलीं कि मानव ने उन्हें उनके साथ हुए जुल्म के बारे में सबकुछ बता दिया है और मानव के फैसले से वे बहुत खुश हैं। शादी का डेट अगले महीने की तीन तारीख को फिक्स कर दिया गया और अलीशा और आयेशा के साथ नेहा और रिया को रखकर शादी की तयारी में हेल्प करने को छोड़ गए और मानव को अपने साथ ले गए। अगले महीने के आने में ज्यादा दिन नहीं रह गए थे। सात दिन बाद ही तीन तारीख आने वाला था तो नेहा और रिया दोनों को आयेशा और अलीशा के हल्दी, मेहँदी और संगीत की जिम्मेदारी मिली। इधर मानव के पैरों को धोकर वो पानी आयेशा और अलीशा को पीने के लिए भेजा गया। अलीशा और आयेशा मानव के पैरों का पानी पी लीं। हल्दी के दिन अलीशा और आयेशा को पहनने को सिर्फ टॉवल दिया गया और उनके पुरे बदन पर हल्दी का वही उबटन लगाया गया जो मानव को लगाया गया था। सर के बाल छोड़कर अलीशा और आयेशा के शरीर का एक भी अंग नहीं बचा था जिसपर हल्दी का उबटन ना लगाया गया हो। अगले दिन जब आयेशा और अलीशा नहाकर निकलीं तो दोनों का पूरा बदन ग्लो कर रहा था। आज का दिन संगीत और मेहँदी का था तो रिया और नेहा ने अपनी दोस्तों को बुला लिया और मेहँदी लगाने वाली दो लड़कियों को भी बुला लिया। अगले दिन शादी होनी थी और नेहा और रिया ने मेहँदी आर्टिस्ट्स से कहा कि वे उनके पुरे हाथों में कुहनी तक और पैरों में घुटनो तक मेहँदी लगाएं। मेहँदी आर्टिस्ट्स ने भी ठीक वैसा ही किया, दो घंटे तक दोनों आयेशा और अलीशा को मेहँदी लगाती रही वो भी राजा रानी मेहँदी डिज़ाइन। दो घंटे में मेहँदी का काम पूरा हुआ और मेहँदी का डिज़ाइन इतना सुन्दर था कि सभी लडकियां आयेशा और अलीशा को इतनी सुन्दर मेहँदी के लिए प्रेज़ करने लगे तो दोनों शर्माने लगीं।

मेहँदी और संगीत के प्रोग्राम के बाद सभी लडकियां बेस्ट विशेष देकर वहां से चली गयीं, सिवाय नेहा और रिया के। रिया और नेहा ने अलीशा और आयेशा को अपने दोनों हाथों को वैसे ही उठाये रखने को बोलीं और जाकर कमरे में सो गयीं। इधर रात भर अलीशा और आयेशा अपने हाथों की मेहँदी सुखाती रहीं और जब सुबह हुई तब नेहा और रिया ने उन्हें एक स्पेशल ऑइंटमेंट अप्लाई करने को दिया। अलीशा और आयेशा ने जब उस ऑइंटमेंट को अपने हाथों और पैरों की मेहँदी पर लगायीं तो उनकी मेहँदी झड़ गयीं। फिर नेहा ने दोनों को हाथ पैर धोकर आने को बोली तो अलीशा और आयेशा ने अपने दोनों हाथों को और पैरों को अच्छे से धोया और कमरे में गयीं।

नेहा - वाओ अलीशा भाभी, आयेशा भाभी, आप दोनों के हाथों की मेहँदी तो बहुत ही ज्यादा डार्क रची है, क्या बात है!

आयेशा - मतलब!

रिया - हमारी दोनों भाभियों के हाथों और पैरों की मेहँदी देखकर तो लगता है, आज मनु भैया की बल्ले बल्ले है। इसका मतलब ये है कि मनु भैया हमारी दोनों भाभियों को बहुत प्यार करेंगे।

आयेशा और अलीशा शर्म से पानी पानी होने लगीं। आज दोनों की शादी थी और दोनों इतनी नर्वस हो रहीं थी कि दोनों का बदन थरथर कांप रहा था। रिया और नेहा के समझाने के बावजूद जब अलीशा और आयेशा का डर दूर नहीं हुआ तो उन्दोनो ने भी ज्यादा समझाने की कोशिश नहीं की, बल्कि अलीशा और आयेशा को छेड़ती रहीं। दिन के नौ बज रहे थे, दो दौड़ ब्यूटीशियन चुकी थी और अलीशा और आयेशा को सजाने बैठ गयीं। शाम के छह बजे तक अलीशा और आयेशा लहँगा चोली में तैयार थी। ब्राइडल मेकअप वो भी वाटरप्रूफ, बदन पर ढेर सरे ज्वेलरीज, गले में सोने का नौलखा हार, मांग में मांगटीका, डॉन कानों में बड़ी बड़ी सोने के झुमकियां, पैरों में हैवी चाँदी की पायल, पैरों की सभी उँगलियों में चाँदी के बिछुए, सोने की बाजूबंद, कमरबंद, कलाइयों में सुहाग का चूड़ा, दो दो दर्जन कंगन का सेट और सोने के दो दो कंगन के साथ मेहँदी रची हथेलियों के सजावट के लिए सोने का हाथफूल भी पहनाया गया। इन सब के साथ सामने टेबल पर बड़ी साइज की डिज़ाइनर नथिया, नीचे गोल्डन हाई हील्स और बिस्तर पर सिल्क की ओढ़नी रखी थी, जो अलीशा और आयेशा के रिक्वेस्ट पर थोड़ी देर बाद पहनाया जाना था। चोली इतनी छोटी और बैकलेस थी की अलीशा और आयेशा की पीठ उघार थी और साथ ही आगे के ब्रेस्ट्स का काफी ज्यादा हिस्सा विज़िबल था। बिना ब्रा के चोली पहनने के कारण अलीशा और आयेशा के हर एक स्टेप के साथ उनदोनो के ब्रेस्ट्स काफी ऊपर नीचे होते जिससे उन्हें बहुत शर्म रही थी। चोली के साथ बहुत ही बड़ा, हैवी और कढ़ाईदार लहँगा अलीशा और आयेशा की नाभि के नीचे और दोनों के चुतरों से थोड़ा ऊपर पहनाया गया था। अलीशा और आयेशा दोनों ही बहुत ही ज्यादा नर्वस हो रहीं थीं और दोनों ही अपने जिंदगी की बागडोर गैर मर्द को सौंपने जा रही थी। दुल्हन के लिबास में अलीशा और आयेशा के ख्यालों में सिर्फ एक ही बात थी और वो थी कि क्या इसी दिन के लिए दोनों का जन्म हुआ था? क्या उनदोनों के नसीब में किसी लड़की का दूल्हा बनने के बजाये मानव की दुल्हन बनना लिखा था? दोनों अपने अपने अंतर्द्व्न्द में खोये हुए थे कि तभी बैंड बाजे, धूम धड़ाके और बारात की आवज़ सुनकर दोनों सेहम गयीं। ब्यूटीशियन ने अलीशा और आयेशा के नाक में वो बड़ी वाली डिज़ाइनर नथिया पहना दी और उसे एक चेन से बैलेंस करके झुमकियों में फंसा दी। उसके बाद अलीशा और आयेशा के पैरों में हील्स पहनाई गयी और आखिर में ओढ़नी से घूँघट कर दिया गया। घूँघट में सेहमी सिकुड़ी दोनों दुल्हनों की हार्टबीट राजधानी एक्सप्रेस से भी तेज़ी से भाग रही थी और तभी दोनों को स्टेज पर लेकर आने का आदेश गया। नेहा और रिया ने अलीशा और आयेशा का घूँघट ठीक किया और दोनों को स्टेज पर ले जाने के लिए उठायीं। लहँगा इतना बड़ा था कि आयेशा और अलीशा को अपने हाथों ले लहंगा को खुद से उठाकर बैलेंस करना पड़ा। छोटे छोटे स्टेप्स के साथ अपने डर और एम्बैरस्मेंट को कण्ट्रोल करते हुए दोनों दुल्हनें स्टेज पर पहुंची जहाँ पहले से मानव उनदोनो का इंतज़ार कर रहा था। जयमाला से पहले आयेशा और अलीशा के हाथों में एक एक आरती की थाल पकड़ा दी गयी और दोनों से कहा गया कि वे अपने होने वाले पति की आरती उतारें। आयेशा और अलीशा ने मानव की आरती उतारी। फिर अलीशा और आयेशा से कहा गया कि वे दोनों मानव के पैर छूकर उससे आशीर्वाद लें, दोनों ने मानव के पैरों को छुआ और सौभाग्यवती रहने का आशीर्वाद देते हुए मानव ने दोनों को ऊपर उठाया। जयमाला की रस्में शुरू हुईं, पहले मानव ने एक एक करके अलीशा और आयेशा को फूलों का हार पहनाई तो तालियों की गड़गड़ाहट से पूरा हॉल गूंज गया। फिर अलीशा और आयेशा ने एक साथ मानव को फूलों का हार पहना दी, जिसके बाद एक बार फिर से हॉल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। गेस्ट्स मानव और उसकी दोनों दुल्हनों आयेशा और अलीशा को आशीर्वाद और गिफ्ट्स देते गए और कॉलेज के लड़के और लडकियां भी शादी में आये थे। उन्हें पता था कि दुल्हन कोई और नहीं बल्कि अली और अयान बने हैं। लड़के तो नहीं लेकिन लडकियां आयेशा और अलीशा के पास गयीं और उन्हें छेड़ने लगीं, कभी सुहागरात की बातें करके तो कभी हनीमून पर जाना कहाँ है, तो कभी पूछतीं कि शादी के बाद कितने बच्चों का प्लान है। अलीशा और आयेशा को कॉलेज की लड़कियों से ऐसी एडल्ट बातों की उम्मीद नहीं थी, लेकिन नेहा और रिया ने आयेशा और अलीशा के बचाव में उन लड़कियों को करारा जवाब दिया। जिसके बाद वे लडकियां शादी एन्जॉय करने चली गयीं। इधर जयमाला की रस्में ख़त्म होने के बाद दोनों दुल्हनों को फिर से कमरे में ले जाया गया और मानव को मंडप पर। ससुराल से ख़ास सोने की बड़ी डिज़ाइनर नथिया, बड़े बड़े सोने की झुमकियां, सोने के कंगन, चाँदी की बहुत हैवी घुंघरुओं वाली पायल, चाँदी के बिछुए आये थे। आयेशा और अलीशा को उनके ससुराल से आये ख़ास सोने की बड़ी डिज़ाइनर नथिया, बड़े बड़े सोने की झुमकियां, सोने के कंगन, चाँदी की बहुत हैवी घुंघरुओं वाली पायल, चाँदी के बिछुए पहना दिए गए और उन्हें मंडप पर लेजाकर बिठा दिया गया। मंडप पर हिन्दू रीती रिवाज़ों से जिसका ना तो अलीशा को कोई आईडिया था और ना ही आयेशा को, लेकिन नेहा और रिया ने उन्हें समझाया था कि जैसा पंडित कहे, वैसा कर देना है बस! जैसा जैसा पंडित कहता गया, मानव और उसकी दोनों दुल्हनें ठीक वैसा ही करती गयीं। मानव के साथ सात फेरों के दौरान उसके और उसकी दोनों दुल्हनों के ऊपर फूलों और अक्षतों की वर्षा होती रही। फिर मानव ने एक एक करके आयेशा और अलीशा के गले में मंगलसूत्र पहनाया और दोनों की मांग में सिन्दूर भर दिया। जब मानव आयेशा और अलीशा की मांग में सिंदूर भर रहा था तब दोनों दुल्हनें इमोशनल हो गईं। फिर मानव के मामा ने आयेशा और अलीशा का कन्यादान किया। पंडित ने बताया कि अगर कन्यादान दुल्हनों के मामा करते हैं तो ये बहुत ही शुभ माना जाता है। पंडित ने आयेशा और अलीशा को मानव की पत्नी घोषित किया। अब आयेशा और अलीशा मानव की नए नवेली दुल्हनें थीं और दोनों इमोशनल हो चुकी थीं। दोनों किसके कंधे पर सर रखकर रोएं, कुछ समझ नहीं रहा था और इस बात को मानव भांप चूका था। मानव ने अपनी दोनों दुल्हनों के साथ सभी बुजुर्गों से आशीर्वाद लिया। मानव को यशश्वी भवः जैसा आशीर्वाद मिला तो अलीशा और आयेशा को सौभाग्यवती भवः, सदा सुहागिन रहो, पुत्रवती भवः, मुँह धो नहाओ, पुतो फलो जैसा आशीर्वाद मिला जिसे सुनकर दोनों की शर्मिंदगी की कोई सीमा नहीं थी। बिदाई का समय हो चला था, अलीशा और आयेशा आज उस फ्लैट से मानव की नयी नवेली दुल्हनों के रूप में विदा हो रही थीं, जिस फ्लैट पर कभी वे दोनों अली और अयान के नाम से जानी जाती थीं। इट वज़ वैरी इमोशनल मोमेंट फॉर बोथ, आयेशा और अलीशा बहुत रो रही थी तो नेहा और रिया भी इमोशनल हो गयीं और दोनों को समझाने की कोशिश की कि अब वे दोनों मानव की नई नवेली दुल्हनें या धर्मपत्नियां हैं और अब उन्हें जीवन भर समाज मानव की पत्नियों के तौर पर ही जानेगी। फ्लैट से विदाई के बाद मानव ने अलीशा और आयेशा को कार में बिठा लिया और खुद दोनों के बीच में बैठकर, अपनी दोनों दुल्हनों को अपनी बाहों में लिए उन्हें अपने घर ले आया। बहुत ही बड़ा और आलीशान विला था वो और दोनों दुल्हनों की आरती उतारने के बाद उन्हें पहले तो उनदोनो का गृहप्रवेश खुद मानव की माँ ने करवाया और दोनों को हॉल में ले जाकर आस पड़ोस की महिलाओं के बीच बिठा दिया गया, सभी औरतें अलीशा और आयेशा को घेर कर बैठ गयीं।

एक बोली - मानव कितनी सुन्दर दुल्हनों को ब्याह लाया है, कहीं नज़र ना लगे, नज़र उतार दूँ दुल्हनों की।

दूसरी बोली - हाँ हाँ, मानव की दोनों दुल्हनें इतनी प्यारी हैं। भई कुछ भी कहो, दोनों दुल्हनें बहुत ही ज्यादा खूबसूरत हैं।

तीसरी बोली - नाम भी कितना प्यारा है, दोनों दुल्हनों का। एक आयेशा तो दूसरी अलीशा और दोनों दुल्हनों की जोड़ी भी खूब जम रही है हमारे मानव के साथ।

चौथी बोली - अरे मानव बड़ा नसीब वाला है, जिसे दो दो दुल्हिन मिली वो भी इतनी सुन्दर सुन्दर!

पांचवी बोली - हाँ हाँ, मानव से ज्यादा तो दोनों दुलहिनें नसीबों वाली हैं, इन्हे पति के रूप में हमारा मानव मिला है और इतना अच्छा लड़का टोर्च लेकर ढूंढने जाओगी, तो भी नहीं मिलेगा।

ऐसे ही औरतें काफी देर तक आपस में बातें करती रहीं और जब उनके जाने का समय हुआ तब वे अलीशा और आयेशा को पुत्रवती भवः, सौभाग्यवती भवः, मुँह धो नहाओ, पुतो फलो जैसे आशीर्वाद और मुंहदिखाई में नेग के रूप में पैसे या गिफ्ट्स देती चली गयीं। आस पड़ोस की लडकियां भी कम नहीं थी, अलीशा और आयेशा को घेर कर सुहागरात में क्या होगा, इस बात का डिस्कशन ऐसे कर रही थीं, मानो वे खुद शादीशुदा हों। अलीशा और आयेशा चुपचाप घूँघट ताने बैठीं रही और शरम से दोनों का बुरा हाल हुआ जा रहा था। खैर देखते ही देखते सभी रस्में ख़त्म हुईं तो नेहा और रिया, दोनों दुल्हनों को उनके कमरे में ले गयीं जहाँ क्वीन साइज बिस्तर को फूलों से सजाया हुआ था और कमरे में बहुत रौनक थी। आयेशा और अलीशा को घूँघट करके उस क्वीन साइज फूलों से से सुहागरात की सेज़ के बीचोबीच बिठा दिया गया।

नेहा - आयेशा भाभी, अलीशा भाभी, जब मानव भैया कमरे में आएं, तो आप दोनों भैया के पैर छूकर तबतक आशीर्वाद लेना जबतक वो खुद आपदोनो को खड़े होने को ना कहें।

रिया - हाँ भाभी, मानव भैया जब तक मुंहदिखाई के नेग में कोई गिफ्ट ना दें, तबतक घूँघट मत उठाने देना।

नेहा - हाँ भाभी, केसर वाले दूध का दो ग्लास साइड टेबल पर रखा है। भैया को याद से आप दोनों पीला देना और अगर दूध कम पड़े तो अपना दूध पीला देना भाभी।

रिया - वैसे भी अलीशा भाभी और आयेशा भाभी के ब्रेस्ट्स इतने बड़े बड़े हैं, इनमे तो बहुत दूध होगा।

नेहा - हाँ रिया, भैया दोनों भाभियों को चुनकर लाये हैं कि कहीं सुहागरात में दूध ना कम पड़ जाये।

रिया - हाहाहा, आयेशा भाभी, अलीशा भाभी, हम जाती हैं, गुड लक।

नेहा - गुड लक भाभियों, कल सुबह मिलेंगे, आई होप आप दोनों सुबह जल्दी जाग जायेंगीं।

रिया और नेहा के एडल्ट डिसकशंस ने अलीशा एयर आयेशा को अंदर से हिला कर रख दिया था, दोनों के अंदर सुहागरात को लेकर जो डर था, वो और भी ज्यादा हो गया था और दोनों ही डर से थरथर कांपने लगी थीं।

अलीशा - आयेशा, ये क्या कर लिया हमने! अच्छे खासे मर्द थे, कुछ भी करने को आज़ाद थे। हमारा निकाह भी होता तो आज हमारी दुल्हनें ऐसे ही घूँघट में हमारा इंतज़ार कर रही होतीं।

आयेशा - हम्म! लेकिन अब क्या कर सकते हैं, ना तो हम मर्द रहे और ना ही ये कभी सच होने वाला है। अब तो मैं और तुम मानव जी की दुल्हनें बन चुकी हैं। मानव जी हिन्दू रीती रिवाज़ों के मुताबिक़ हमें ब्याह कर यहाँ लेकर आये हैं। काश हम कभी औरत ना बने होते तो आज ये दिन नहीं देखना पड़ता।

अलीशा - दिन नहीं आयेशा, रात! सुहागरात, आज हम मानव जी की दुल्हन बन चुकी हैं और अल्लाह, इतनी कमज़ोरी महसूस हो रही है मानो हमारे रगों में खून नहीं पानी बह रहा है। आयेशा, सुहागरात में मानव जी हमें चोदे बिना नहीं मानेंगे, अल्लाह, कितना दर्द होगा, क्या करें अब!

आयेशा - अब तो कुछ भी नहीं कर सकते हम अलीशा। अब तो किसी तरह रात कटे तो सुकून मिले। अब तो पूरी जिंदगी हिन्दू तौर तरीके सिखने होंगे, मांग में सिंदूर, गले में मंगलसूत्र, पैरों की उँगलियों में बिछुए और नाक में इतना बड़ा नथिया पहनकर रहना होगा। याद नहीं पंडित जी ने क्या कहा था?

अलीशा - याद है आयेशा, उन्होंने कहा था कि आज से मानव जी हमारे पति परमेश्वर हैं और अपने पति की सेवा करना ही हमारा धर्म भी है और कर्म भी। अब तो हमें ऐसे ही जीना होगा, जाने कैसा नसीब लेकर जन्म लिया था हमदोनो ने। काश हमें सेक्स चेंज सर्जरी नहीं करवाना होता तो आज हम मानव की दुल्हिन बनने के बजाये खुद किसी लड़की से निकाह करके उसे अपनी दुल्हिन बना लेते।

आयेशा - कह तो सही रही हो अलीशा लेकिन देखो अपनेआप को। आज सुहागरात की सेज़ पर हम खुद दुल्हन की तरह घूँघट में अपने पति परमेश्वर मानव जी के आने का इंतज़ार कर रहे हैं। वो आएंगे और हमें जी भर के चोदेंगे और हम कुछ नहीं कर सकेंगी, ना तब कुछ कर सकीं थीं जब हम मर्द थीं और ना आज की रात कुछ कर सकेंगीं। 

अलीशा - तो फिर!

आयेशा - फिर इंतज़ार, और क्या?

अलीशा - मुझे बहुत डर लग रहा है आयेशा।

आयेशा - डर तो मुझे भी बहुत लग रहा है, क्या करूँ कुछ समझ नहीं रहा है।

अलीशा - आयेशा, कुछ होगा तो नहीं ना!

आयेशा - अलीशा, मैं नहीं जानती कि क्या होगा, जब तक मानव जी नहीं आते, तब तक कुछ और बातें करें ताकि हमारा डर कुछ कम हो सके।

अलीशा - हाँ, ये ठीक रहेगा!

आयेशा - दूध ठंडा हो रहा है, मानव जी कहाँ रह गए!

अलीशा - आयेशा, प्लीज्, डराओ नहीं!

घूँघट में सेहमी सिकुड़ी दोनों दुल्हनें काफी देर तक एक दूसरे को हौसला देती रहीं लेकिन दोनों के अंदर सुहागरात के अनजान डर ने जगह बना लिया था। जब मानव कमरे में आया तब उसने देखा कि उसकी दोनों दुल्हनें गहरी नींद की आगोश में समाईं हुईं थीं। अलीशा और आयेशा का घूँघट उनके नाक तक था और दोनों ने नाक की हैवी और बड़ी नथिया उनके चेहरे को ढँक रखी थी। मानव के साँसों की गर्माहट का एहसास जब तक आयेशा या अलीशा को होता, मानव उनदोनो के बहोत करीब चूका था ,लेकिन उसकी आहट से उसकी दोनों दुल्हनें नींद से जाग गयीं। मानव भी खड़ा हो गया। अलीशा और आयेशा ने अपनी अपनी घूँघट को ठीक किया और बिस्तर से उतरकर मानव के पैरों को छूने जैसे ही झुकी, मानव ने अपनी दोनों दुल्हनों को ऊपर उठा लिया और सीने से लगा लिया।

मानव - तुम दोनों मेरी दुल्हनिया हो और तुमदोनो की जगह मेरे दिल में है मेरी रानियों!

मानव के मुँह से अपने अपने लिए रानी वर्ड सुनकर अलीशा और आयेशा दोनों ही शर्माने लगीं और दोनों ने टेबल पर से दूध का ग्लास उठाकर मानव को थमा दीं। मानव ने दूध का ग्लास देखा और मुस्कुराने लगा।

मानव - इतने दूध से मेरा क्या होगा मेरी रानियों!

मानव के ऐसे कहते ही अलीशा और आयेशा दोनों की धड़कनें बढ़ने लगी। दो घूंट में मानव ने दोनों ग्लास के दूध पी गया और उसने एक एक करके अलीशा और आयेशा को अपनी गोद में उठाकर बिस्तर पर बिठा दिया। मानव अपनी दोनों दुल्हनों अलीशा और आयेशा के लिए मुंहदिखाई की नेग में गिफ्ट्स भी लाया था और बिना देर किए उसने अपनी दोनों दुल्हनों को गिफ्ट्स थमा दिया। गिफ्ट लेने के बाद अलीशा और आयेशा उन गिफ्ट्स को खोलने लगीं। जब दोनों ने गफ्ट देखा तो हैरान रह गयीं , कलाई में पहनने वाले कंगन जितना बड़ा सोने का डिज़ाइनर और हैवी नथिया था उसमे और दोनों के लिए एक जैसा नथिया था।

अलीशा - आपको नथिया छोड़कर कोई और गिफ्ट नहीं मिला, ये कितना बड़ा है!

मानव - तभी तो लाया हूँ, चार चार तोले का है।

आयेशा - लेकिन ये सच में बहुत बड़ा है, नाक में पहनने पर तो और भी दर्द होगा।

मानव - कोई बात नहीं, बहुत जल्द मेरी दोनों दुल्हनों को इसकी आदत हो जाएगी। अच्छा चलो, अब तुमदोनो ये नथिया पहनकर दिखाओ जरा।

अलीशा - अभी!

मानव - हाँ अलीशा रानी, अभी!

आयेशा - लेकिन माँ जी ने तो कहा था कि हमारे नाक से नथिया आप खुद उतारेंगे!

मानव - थैंक्स आयेशा, मैं तो भूल ही गया था कि मेरी दोनों दुल्हनों की नथ उतराई की रस्में तो बाकी ही है।

मानव की बात सुनकर अलीशा और आयेशा दोनों शर्म से पानी पानी होने लगीं। फिर मानव ने सबसे पहले आयेशा और अलीशा के नाक से नथिया को उतार दिया। फिर मानव ने एक एक करके आयेशा और अलीशा दोनों के नाक में वो नथिया डाल दिया, जो उसने अपनी दोनों दुल्हनों को गिफ्ट किया था। इट वज सो हैवी कि नथिया पहनते ही मानव की दोनों दुल्हनें आयेशा और अलीशा की आँखों में आंसू गए। मानव की दोनों दुल्हनों के नाक में दर्द होने लगा तो मानव ने दोनों की नथिया के चेन को दोनों की झुमकियों से अटैच करके बैलेंस कर दिया। फिर भी नथिया का वजन इतना ज्यादा था कि अलीशा और आयेशा के नाक में दर्द के कारण दोनों रोने लगीं। मानव ने दोनों को एक एक करके होंठों पर चूमने लगा तो दोनों अपना दर्द भूलकर उस प्यार भरे एहसास में खो गयीं। मानव के साँसों की गर्माहट अब अलीशा और आयेशा के साँसों में घुलने लगी थी और दोनों ही आँखें बंद करके मानव के किस को एन्जॉय करने लगी थीं। आधे घंटे तक मानव ने अपनी दोनों दुल्हनों के साथ खूब रोमांस किया और इसी के साथ मानव और उसकी दोनों दुल्हनें निर्वस्त्र होती चली गयीं। आधे घंटे बाद एक तरफ जहाँ मानव सिर्फ अंडरवियर में था वहीँ आयेशा और अलीशा के जिस्म पर सिर्फ गहने बाकी रह गए थे। अलीशा और आयेशा दोनों ही अपने दोनों हाथों से अपने ब्रेस्ट्स को कवर करने की कोशिश और अपने दोनों पैरों को अपने दोनों हाथों से समेटकर डर से सिहर रही थीं। ना तो आयेशा और ना ही अलीशा, दोनों को ही डर लग रहा था कि जो कुछ भी ब्लूफिल्म में दिखाया जाता है कि लड़के और लड़की के बीच जो कुछ भी होता है, क्या वाकई वो सब उनदोनो के साथ भी होगा और अगर होगा तो वे कैसे हैंडल करेंगी। मानव भी अब एक्साइटेड हो गया था, उसने पहले अलीशा को अपनी बाहों में ले लिया और अपनी गोद में उठाकर खड़ा हो गया। आयेशा ये सब देख रही थी तो मानव ने उसे भी बिस्तर से उतरने और उसे ब्लोजॉब देने को कहा। इधर मानव अपनी बाहों में अलीशा को उठाकर उसके अंग अंग को चुम रहा था, वहीँ आयेशा मानव ने लंड को अपने मुँह में लेकर उसे ब्लोजॉब दे रही थी। थोड़ी देर तक ऐसे ही चलता रहा फिर मानव ने अलीशा को घुटने पर बैठकर ब्लोजॉब देने को कहा और आयेशा को अपनी बाहों में उठाकर उसके साथ रोमांस करने लगा। अब मानव का लंड बहुत ही ज्यादा मोटा और टाइट हो चूका था तो उसने आयेशा को बिस्तर पर लिटा दिया और आयेशा को भी बिस्तर पर लिटा दिया। आयेशा और अलीशा बिस्तर पर लेट गयीं तो मानव एक एक करके दोनों के साथ बिस्तर पर रोमांस करने लगा। पहले आयेशा के गले पर तो कभी कमर पर तो कभी ब्रेस्ट्स को अपने होंठों से चूसने लगा। जब मानव ऐसा कर रहा था तो आयेशा के मुँह से अह्ह्ह्ह महहहहहह की आवाज़ें निकलने लगी और ऐसे में मानव और भी एक्साइटेड होकर उसके ब्रेस्ट्स के निप्पल्स को चूसने लगा जिससे आयेशा के दोनों ब्रेस्ट्स से दूध निकलने लगा और जब आयेशा ने मानव के होंठों पर अपने ब्रेस्ट्स से निकले दूध की बूंदें देखकर शर्म और हया से पानी पानी हो गयी। अब मानव ने आयेशा की पतली कमर को अपनी बाहों के आगोश में लेकर अपना लंड उसकी वजाइना पर टिका चूका था। आयेशा की वजाइना इतनी सेंसिटिव हो गयी थी कि मानव के लंड से स्पर्श मात्र से उसकी आँखों में आंसू गया। अभी आयेशा मानव की आँखों से आँखें तक नहीं मिला पा रही थी और अलीशा उनदोनो को ऐसे करीब आते देखकर और भी डरने लगी। फिर अचानक मानव ने आयेशा की वजाइना के अंदर अपना लंड हल्का सा सरका दिया तो आयेशा को बहुत दर्द हुआ। मानव ने आयेशा को अपनी बाहों में होल्ड करके कुछ देर तक यूँ ही लेटा रहा और फिर अचानक से अपना समूचा लंड उसकी वजाइना में घुसा दिया। इससे आयेशा की झिल्ली फट गयी और उसे बहुत तेज़ दर्द हुआ। आयेशा के मुँह से एक चीख निकल गयी और उसका पूरा बदन दर्द से कंपकंपा गया और थरथराते हुए वो अपने दर्द को कण्ट्रोल करने की कोशिश करने लगी। आँखों में आंसू लिए आयेशा इधर उधर देख रही थी, उसकी वर्जिनिटी लॉस हो चुकी थी जिसे डेफ़लोरशन भी कहते हैं। यानी कि अब आयेशा वर्जिन नहीं रह गयी थी और पहली बार का दर्द अभी तक वो बर्दाश्त नहीं कर पा रही थी तो मानव ने उसके अंदर से अपना लंड बाहर निकाल लिया और उसे रेस्ट करने को अलीशा को अपनी बाहों में ले लिया।

अलीशा - आयेशा को इतना दर्द हुआ, मैं तो इमैजिन भी नहीं कर सकती, प्लीज् रहने दीजिये!

मानव - अच्छा, मेरी इतनी खूबसूरत दुल्हन को सुहागरात की सेज़ पर ऐसे ही छोड़ दूँ! डोंट वोर्री अलीशा, आई विल बी जेंटल डार्लिंग!

इससे पहले कि अलीशा कुछ समझती, मानव उसके साथ रोमांस करने लगा था। हर किस के साथ अलीशा को एक अलग ही सेंसेशन हो रहा था और जब मानव उसके ब्रेस्ट्स के निप्पल्स को अपने मुँह में लेकर चूसना शुरू किया तो उसके ब्रेस्ट्स से भी दूध की फुहार छूट पड़ी। अलीशा के दोनों ब्रेस्ट्स से मानव काफी देर तक दूध पीता रहा और अब उसका लंड और भी ज्यादा टाइट और लम्बा हो चूका था। मानव अब सुपर एक्साइटेड हो गया था और उसने अलीशा के ब्रेस्ट्स को चूसते हुए एक ही बार में अपना लंड उसकी वजाइना में घुसा दिया। मानव का लंड अलीशा की वजाइना की झिल्ली फाड़ता हुआ अंदर समा गया और उसी के साथ अलीशा के मुँह से बहुत जोर की चीख निकली। अलीशा उस दर्द को कण्ट्रोल करने की कोशिश करने लगी लेकिन दर्द के कारण अपने आँखों में आंसू आने से नहीं रोक सकी। अलीशा का डेफ्लोवरशन हो चूका था और अब वो भी कुंवारी नहीं रह गयी थी। अलीशा का वर्जिनिटी उससे छीना जा चूका था और मानव कुछ देर तक अलीशा को अपनी बाहों में लेकर होल्ड किया और उसे भी रेस्ट करने का मौका दिया। मानव ने जब अपना लंड अलीशा की वजाइना से बाहर निकाला तो उसके लंड पर बहुत सा खून लगा हुआ था। मानव वाशरूम में गया तबतक अलीशा और आयेशा दर्द से रोती रहीं।

वाशरूम से वापिस आने के बाद मानव ने आयेशा को अपनी बाहों में उठा लिया और खड़े खड़े उसके साथ कुछ देर तक रोमांस करता रहा। कभी मानव आयेशा के गले को चूमता, तो कभी उसके गालों को, कभी होंठों को चूसता तो कभी उसकी दोनों ब्रेस्ट्स को और रोमांस करते हुए ही उसने आयेशा की वजाइना में बिना कहे अपना लंड घुसा दिया। अल्लाह, आआह्ह्ह्हह्ह्ह्ह! बहुत जोर की चीख के साथ एक बार फिर आयेशा हांफने लगी लेकिन इस बार मानव नहीं रुका और धीरे धीरे स्ट्रोक्स लगाने लगा। आयेशा को अपनी बाहों में लेकर अगले बिस मिनट्स तक मानव चोदता रहा। इट वज फर्स्ट टाइम सेक्स ऐज़ लेडी और पहली बार का असहनीय दर्द आयेशा को बर्दाश्त करना भारी पड़ रहा था। लेकिन मानव रुकने वाला कहाँ था, बिस मिनट्स के हार्डकोर सेक्स के बाद जैसे ही मानव ने आयेशा के अंदर अपना स्पेर्म्स डिस्चार्ज किया, उसे भी ओर्गास्म फील हुआ और उसके साथ ही वो थरथराते हुए मानव की बाहों में उस कुछ पल की सुकून भरी फीलिंग्स को अपने अंदर समा लेने की कश्मकश करने लगी। मानव के साथ एक राउंड फर्स्ट टाइम सेक्स के बाद आयेशा को वीकनेस फील होने लगा तो मानव ने अलीशा को अपनी बाहों में उठा लिया और उसके साथ रोमांस करने लगा। अलीशा आयेशा की हालत देख चुकी थी और उसे बहुत डर लग रहा था लेकिन वो कुछ कर भी नहीं सकती थी। सुहागरात में मानव की बाहों में वो अपने बचाव में कुछ नहीं कर सकती थी और ये बात वो जानती थी। मानव ने इस सब से कोई फरक नहीं पड़ रहा था, वो तो अलीशा के ब्रेस्ट्स को चूस रहा था और अलीशा को अपने ब्रेस्ट्स से दूध निकलने का एहसास हो रहा था। काफी देर तक खड़े खड़े ही मानव अलीशा के साथ रोमांस करता रहा और उसे सेक्स के लिए मेंटली प्रेपर करता रहा और फिर अचानक से उसने अपना लंड अलीशा की वजाइना में घुसकर उसकी चुदाई शुरू कर दी। अम्मी, अल्लाह, ओह्ह्ह्हह, अह्हह्ह्ह्ह, नो प्लीज्, आह्ह्ह्ह, उह्ह्ह्ह नो, आह्ह्ह्ह! अलीशा चिलाने लगी, चूँकि उसे कुछ ज्यादा ही दर्द हो रहा था, नाक में डला नथिया बार बार अलीशा के चेहरे से टकरा रहा था, ब्रेस्ट्स भी काफी ऊपर नीचे हो रहे थे, लेकिन मानव एक माहिर खिलाडी की तरह उसे अपनी बाहों में कसकर चोदे जा रहा था। अगले पच्चीस मिनट्स के हार्डकोर सेक्स के बाद जैसे ही मानव ने अलीशा की वजाइना के अंदर अपने स्पेर्म्स डिस्चार्ज किये, आयेशा की तरह ही अलीशा को भी ठीक उसी समय ओर्गास्म हो गया और उसकी आँखों के आगे अँधेरा छाने लगा और वो थरथराती हुई मानव की बाहों में समा हो गयी। काफी देर तक मानव अलीशा को अपनी बाँहों में उठाये रोमांस करता रहा और अलीशा अपने पति के प्यार को पाकर निहाल हो चुकी थी। सेक्स ऐज़ लेडी एक अलग ही एक्सपीरियंस रहा अलीशा और आयेशा के लिए और दोनों बिस्तर पर यूँ पड़ी थी, मानो कितने दिनों की थकान थी। अलीशा और आयेशा ने सोचा कि अब मानव उनदोनो के साथ और सेक्स नहीं करेगा लेकिन मानव के प्लान्स कुछ और ही थे।

मानव अलीशा और आयेशा को बाहों में लेकर कुछ देर तक तो लेटा रहा और फिर अचानक वो आयेशा के ऊपर चढ़ गया। मानव ने आयेशा के साथ रोमांस करने लगा और उसकी दोनों टांगों को हवा में फैलाकर उसके वजाइना के अंदर अपना लंड घुसा दिया। मानव के साथ सेकंड टाइम सेक्स के दौरान आयेशा को इस बार कुछ कम दर्द हुआ और थोड़ा थोड़ा अच्छा भी लगने लगा था। मानव ने आयेशा को अपनी बाहों में कस कर उसके होंठों और ब्रेस्ट्स को चूमने लगा और साथ ही उसके साथ हार्डकोर सेक्स भी करने लगा और ये सब अगले पंद्रह बिस मिनट्स तक चलता रहा और फिर अचानक मानव ने दूसरी बार आयेशा के अंदर जैसे ही अपने स्पेर्म्स को डिस्चार्ज किया, आयेशा को भी एक बार फिर से ओर्गास्म हो गया और वो थरथराते हुए बेहोश हो गयी। आयेशा के बेहोश होते ही मानव अलीशा के ऊपर चढ़ गया, उसकी दोनों टांगों को हवा में फैलाया और अगले बिस मिनट्स के हार्डकोर सेक्स के बाद उसने अलीशा के अंदर भी अपना स्पेर्म्स दूसरी बार डिस्चार्ज कर दिया, जिसके साथ ही अलीशा को ओर्गास्म हो गया और वो भी आयेशा की तरह थरथराती हुई बेहोश हो गयी। मानव बहुत खुश था, चार राउंड सेक्स के बाद उसे अच्छा महसूस हो रहा था और उसने अलीशा और आयेशा को अपनी बाहों में कस लिया और दोनों को स्मूच करता गहरी नींद में सो गया।

अगली सुबह जब अलीशा की नींद खुली तो सुबह के 5 बज चुके थे और वो और आयेशा दोनों ही न्यूड लेटी थीं, मानव भी वहां नहीं था। अलीशा ने देखा कि आयेशा अभी भी गहरी नींद की आगोश में समाई हुई थी तो वो वाशरूम जाने के लिए बिस्तर से उतरी। अलीशा ने जब वाशरूम की तरफ बढ़ने को एक स्टेप बढ़ाई कि उसे बहुत तेज़ दर्द महसूस हुआ। अलीशा को ऐसा लगा मानो उसकी नसें खिंच गयी हो, हर एक स्टेप उसे दर्द के सिवा कुछ नहीं दे रहा था। किसी तरह दीवार का सहारा लेकर वो वाशरूम आयी, फ्रेश हुई और गर्म पानी से नहाने के बाद अलीशा को थोड़ी राहत मिली। आईने के सामने खुद को देखकर अलीशा इमोशनल हो गयी, उसके ब्रेस्ट्स के निप्पल्स एक रात में काले पड़ गए थे, गले पर, कमर पर, गाल पर, होंठों पर मानव के लव मार्क्स थे और नाक में अभी भी वो नथिया थी जो मानव ने अपने हाथों से उसके नाक में डाला था। नहाने के बाद ब्रेस्ट्स पर से टॉवल लपेट कर अलीशा कमरे में आई तो उसने आयेशा को नींद से जगाया। आयेशा नींद से जागी और फ्रेश होने के लिए बिस्तर से उतरी तो उसे भी वैसा ही दर्द फील हुआ जैसा अलीशा को हुआ था। अलीशा आयेशा को बैठी देख समझ चुकी थी कि आयेशा से भी चला नहीं जा रहा था तो उसने आयेशा को सहारा देते हुए वाशरूम तक ले गयी और उसे गर्म पानी से नहाने की सलाह दी। गर्म पानी से नहाने के बाद आयेशा को राहत मिली और जब वो अपने ब्रेस्ट्स के ऊपर टॉवल लपेटकर कमरे में लौटी तो उसने देखा कि मानव अलीशा को अपनी बाहों में लिए उसके साथ रोमांस कर रहा था। ऐसे में आयेशा शर्माने लगी और मानव ने उसे देखते ही अपनी बाहों में भर लिया और काफी देर तक दोनों के बीच रोमांस चलता रहा। आफ्टर रोमांस विद हिज बोथ न्यूली वेडेड दुल्हन मानव तैयार होकर हॉल में चला गया। अलीशा और आयेशा के लिए बिस्तर पर कांचीवरम साड़ी, बैकलेस चोली, ब्रा, पैंटी, हील्स रखी थी और आधे घंटे बाद आयेशा और अलीशा कांचीवरम साड़ी में रेडी होकर हॉल में गयी। नेहा और रिया ने अलीशा और आयेशा को उनकी सास के पास ले गयी। अलीशा और आयेशा ने अपनी सास और ससुर के पैरों को छूकर सौभाग्यवती और पुत्रवती होने का आशीर्वाद लिया। फिर नेहा ने अलीशा और आयेशा से मानव से भी आशीर्वाद लेने को कहा तो दोनों ने मानव के पैरों को छुए और अपने पति से भी सौभाग्यवती रहने का आशीर्वाद लिया। उसके बाद कुछ देर तक अलीशा और आयेशा, घूँघट में अपने सास ससुर, दोनों ननद और अपने पति मानव के सामने सर झुका कर बैठी रहीं। फिर अलीशा और आयेशा की सास उसे घर के उस कमरे में ले गयी जहाँ पूजा घर बना हुआ था। मानव की माँ ने अलीशा और आयेशा से देवी देवताओं की पूजा करने को कहा और उनके हाथ में आरती की थाल पकड़ा दी। लाइफ में पहली बार अलीशा और आयेशा ने घूँघट करके देवी देवताओं की पूजा की और पूजा करने के बाद एक बार फिर से अपनी सास से सदा सुहागिन रहने का आशीर्वाद लेकर हॉल में गयी। हाल में आते ही नेहा और रिया दोनों दुल्हनों को उनके कमरे में ले गयीं और उन्हें नाश्ता खाने को दिया। बहुत ही स्वादिष्ट व्यंजन बने थे और अलीशा और आयेशा को बड़ी जोरो की भूख भी लगी थी तो दोनों ने अपनी ननदों के साथ नाश्ता किया।

नेहा - अच्छा अलीशा भाभी और आयेशा भाभी, कल रात सुहागरात में क्या क्या हुआ?

ये एक ऐसा सवाल था जिसे सुनकर अलीशा और आयेशा शर्म से पानी पानी हो गयी।

रिया - अरे नेहा, ये क्या सवाल पूछ रही हो? हमारी प्यारी भाभियों, भैया ने कुछ बताया क्या? हनीमून पर कहाँ ले कर जा रहे हैं वो?

इस सवाल को सुनकर एक बार फिर से अलीशा और आयेशा का सर शर्म से झुक गया।

नेहा - अरे भाभी, कुछ बोलो ना!

अलीशा - वो उन्होंने कुछ बताया नहीं इस बारे में!

रिया - अच्छा! हम पता कर लेंगीं। वैसे आप दोनों कितनी शर्मीली हैं?

आयेशा - डोंट नो, रिया जी!

थोड़ी देर तक रिया और नेहा दोनों नयी नवेली दुल्हनों को छेड़ती रहीं, फिर मानव के कमरे में आते ही दोनों कमरे से बाहर चली गयीं और अलीशा और आयेशा घूँघट करके बैठ गयीं। फिर मानव अपनी दोनों दुल्हनों के साथ कुछ देर रोमांस करके वहां से चला गया। अलीशा और आयेशा को जब से मानव ब्याह कर अपने घर लाया था तब से अलीशा और आयेशा को करने को कोई काम नहीं दिया गया था। ना तो अलीशा और आयेशा की सास ने उन्हें किचन में जाकर खाना पकाने को कहा और ना ही घर का कोई और काम दिया। गले में मानव के नाम का मंगलसूत्र और मांग में सिन्दूर के साथ अलीशा और आयेशा की हाउसवाइफ वाली लाइफ की शुरुआत हो चुकी थी। कुछ दिनों के बाद मानव आयेशा और अलीशा को हनीमून मनाने गोवा ले गया। हनीमून के पहले दिन से ही मानव ने अलीशा और आयेशा से साफ़ लफ़्ज़ों में कह दिया कि उनदोनों को इस दौरान सिर्फ वेस्टर्न ड्रेसेस ही पहनना है, फिर चाहे वो बिकिनी हो या मिनी स्कर्ट। अपने पति की बात मानने के सिवा कोई दूसरा रास्ता नहीं था अलीशा और आयेशा के पास तो दोनों मानव की बात मान गयीं। पहले दिन मानव उनदोनो के लिए सॉलिड ब्लैक स्कर्ट टू पीस ऑउटफिट ले आया।

मानव - अलीशा, आयेशा, जल्दी से इस ड्रेस में रेडी हो जाओ और हाँ बाल खुले रखना, बड़ी वाली नथिया मत पहनना। अच्छा रुको, मैं तुम्हारी नथिया निकाल देता हूँ।

फिर मानव ने अलीशा और आयेशा के नाक से नथिया निकाल कर उन दोनों के नाक की छेद में सोने का लौंग जिसमे हिरा जड़ा था, वो पहना दिया। उसके बाद अलीशा और आयेशा उस ड्रेस में रेडी हो गयीं और फिर मांग में सिंदूर, गले में मंगलसूत्र, दोनों कलाइयों सुहाग का चूड़ा सेट और सोने के कंगन पहन ली। थोड़ी देर बाद जब मानव लौटा तो अपनी दोनों दुल्हनों की खूबसूरती देखकर खुश हो गया। अलीशा और आयेशा के ब्रेस्ट्स का उभार टू पीस से साफ़ झलक रहा था और हील्स में उनदोनो का और भी सेक्सी लुक हो गया था। उस दिन मानव अलीशा और आयेशा को अपने साथ दूधसागर बीच ले गया जहाँ उनकी तरह बहुत सी मैरिड लेडीज अपने अपने पतियों के साथ हनीमून एन्जॉय कर रही थीं। लेकिन अलीशा और आयेशा का दिल बैठा जा रहा था, उन्दोनो के मन में एक कश्मकश चल रही थी और उनदोनो से अपना पास्ट भुला नहीं जा रहा था। इधर मानव अलीशा और आयेशा को अपनी बाहों में लेकर उस मनभावन जगह की खूबसूरती के साथ अपनी दोनों पत्नियों की खूबसूरती का भी लुफ्त उठा रहा था। वहां सबकुछ अल्लॉव था, मानव भी अपनी पत्नियों के साथ खुले में रोमांस करने से एक बार भी नहीं कतराया। वहीँ अलीशा और आयेशा शर्म से आँखें झुकाये अपने पति की हर बात मान रही थीं। पुरे दिन तीनों घूमते रहे, बाहर ही खाना खाया और रोमांस किया। अलीशा और आयेशा की खूबसूरती को सिर्फ मानव ही नहीं बल्कि वहां मौजूद काफी मर्दों की दिलों की धड़कनें बढ़ा दी थी। और इसी के साथ कई औरतें भी अलीशा और आयेशा से जलन महसूस कर रहीं थी जिनके पतियों की नज़र अलीशा और आयेशा के तराशे जिस्म पर थी। अलीशा और आयेशा को भी काफी एम्बैरस्मेंट, ऑक्वर्ड और अजीब सा फील हो रहा था, जब उन्हें गैर मर्द वासना की नज़र से ललचायी आँखों से देख रहे थे। ऐसे सिचुएशंस में अलीशा और आयेशा को अपनी मर्दानगी को खोने का बहुत दुःख रहा था। दोनों यही सोच रही थीं कि काश ऐसा कुछ भी ना हुआ होता और वे आज भी मर्द होते तो आज उन्हें ऐसा दिन नहीं देखना पड़ता, वे अपनी अपनी पत्नियों के साथ हनीमून मनाने आते, मानव की तरह शॉर्ट्स में घूमतीं, ना कि टू पीस में अपने पति के साथ हनीमून मनाने आतीं। रात हुई, अलीशा और आयेशा अपने पति मानव के साथ होटल रूम में आये, सबने डिनर किया और दो घंटे बाद जब रात हुई, मानव ने एक एक करके अलीशा और आयेशा का साथ रात में काफी देर तक हार्डकोर सेक्स किया। कामसूत्र के अलग अलग पोसिशन्स में कभी 69 पोजीशन में तो कभी अलीशा और आयेशा को घोड़ी बनाकर खूब सेक्स किया। चार चार राउंड हार्डकोर सेक्स के बाद अलीशा और आयेशा के जिस्म में अब और हिम्मत नहीं बची थी तो मानव ने दोनों को अपनी बाहों में लिया और गहरी नींद की आगोश में समा गए। अगले दिन अलीशा और आयेशा को जागने में दिन के ग्यारह बज गए। दोनों की थकान इतनी ज्यादा थी कि वे चाह कर भी नहीं उठ रही थीं। मानव ने उनदोनो को बिस्तर पर ही चाय लाकर दिया और उन्हें नींद से जगाकर उन्हें जल्दी से तैयार हो जाने को कहा। मानव उन दोनों के लिए ब्लैक बॉडीकॉन मिनी स्कर्ट लाया था और अपनी दोनों दुल्हनों से जल्दी से तैयार हो जाने का रिक्वेस्ट करके वो कुछ लाने चला गया। डेढ़ घंटे बाद जब मानव होटल रूम में आया तब उसकी दोनों दुल्हनें बॉडीकॉन मिनी स्कर्ट में तैयार बैठीं थी और उसका इंतज़ार कर रही थीं। मानव आज अपनी दोनों दुल्हनों को बागा बीच ले गया और वहां अलीशा और आयेशा ने अपने पति के साथ पहली बार बीच पर रोमांस का खुलकर मजा लिया और मानव अपनी दोनों बीवियों के साथ जी भरकर रोमांस करता रहा। हनीमून की शुरुआत भले ही जैसी भी रही हो लेकिन हनीमून के आखिरी दिन तक अलीशा और आयेशा ने अपनी स्त्रीत्व को बखूबी अपना लिया था और इन पंद्रह दिनों में छह से ज्यादा बीचेस पर वे मानव के साथ बहुत एन्जॉय करती रहीं। इन पंद्रह दिनों में मानव ने अलीशा और आयेशा के साथ कामसूत्र के पंद्रह से ज्यादा अलग अलग पोसिशन्स में हार्डकोर सेक्स और हर बार के ओर्गास्म का खूब मजा लेता रहा। हनीमून के खूबसूरत मोमेंट को मानव ने फोटोग्राफर से कहकर कैमरा में कैप्चर करवा लिया और पन्द्रहवे दिन जब वे तीनो घर वापसी की तैयारी में थे तो फोटोग्राफर उन्हें फोटो एल्बम दे गया। उन फोटो एलबम्स में मानव के साथ उसकी दोनों दुल्हनों के साथ की रोमांस और न्यूड फोटोशूट्स के काफी तस्वीरों को संजोया गया था। घर आने पर अलीशा और आयेशा ने अपने पति से रिक्वेस्ट किया कि वो फोटो एल्बम को किसी को ना दिखाए लेकिन मानव कहाँ मानने वाला था। मानव ने वो फोटो एल्बम अपनी दोनों बहनों को दिखाया, फिर उसकी दोनों बहनो ने अलीशा और आयेशा के सास ससुर को वे पिक्स दिखाने ले गयीं। सबने अलीशा और आयेशा को बधाई दी लेकिन उनदोनो की सास को उस एल्बम में एक भी ऐसा पिक नहीं मिला जिसमे उनदोनो ने घूँघट की हो और इस बात से वे नाराज़ हो गयीं थी। किसी तरह अलीशा और आयेशा ने नेहा, रिया और मानव के साथ मिलकर अपनी सास को समझाया और माफ़ी भी मांगी तो वो मान गयीं। अलीशा और आयेशा को इस बार तीज का त्यौहार मनाना था जिसके लिए नेहा और रिया बहुत ही ज्यादा एक्साइटेड थीं। अलीशा और आयेशा ने पतिव्रता स्त्रियों की तरह अपने पति मानव की लम्बी उम्र के लिए लाइफ में पहली बार चौबीस घंटे का लम्बा व्रत रखा। व्रत के दौरान ना पानी पीना था और ना ही फल खाना था और अपने जीवन में कभी अलीशा और आयेशा ने इतना बड़ा व्रत नहीं रखा था। रात होते होते अलीशा और आयेशा की हालत खराब होने लगी, दोनों को चक्कर आने लगे तो उनदोनो की सास उन्हें हिन्दू धरम में तीज की अहमियत के बारे में बताने लगी और साथ ही कुछ किस्से कहानियां भी बताती रहीं। पूरी रात का जागरण था तो अलीशा और आयेशा की सास ने उन्हें सोने भी नहीं दी जिससे उनदोनो को और भी ज्यादा वीकनेस फील होने लगा था। किसी तरह रात बीती, दोनों दुल्हनों को स्नान करने को कहा गया तो वे दोनों स्नान करने चली गयीं। अलीशा और आयेशा जब स्नान करके कमरे में आयीं तब मानव गहरी नींद में सो रहा था और उसका लंड टाइट होकर पजामे से साफ़ झलक रहा था। बिस्तर पर जॉर्जेट रेड साड़ी, बैकलेस गोल्डन चोली, पेटीकोट और ऑर्नामेंट्स रखे थे जिसे पहनकर तैयार होने के बाद अलीशा और आयेशा अपनी सास के साथ पूजा रूम में गयीं और पूजा किया। तीज के अगले दिन मानव ने अलीशा और आयेशा को गिफ्ट भी दिया जिसमे सोने के कंगन, सोने का नौलखा हार, सोने की नथिया, चाँदी की हैवी पायल और एक बहुत ही खूबसूरत ऑरेंज सिल्क बनारसी साड़ी जिसके साथ रेड बैकलेस ब्लाउज का कॉम्बिनेशन था। अलीशा और आयेशा को गिफ्ट बहुत पसंद आयी और मानव अपनी दोनों बीवियों को अपनी बाहों में लेकर एक एक राउंड सेक्स करके दोनों को सुला दिया। सबकुछ बहुत अच्छा चल रहा था, कुछ ही दिनों के बाद नवरात्री, दिवाली और करवाचौथ का त्यौहार भी अलीशा और आयेशा ने अपनी सास के साथ सेलिब्रेट किया और उनदोनो को मानव की तरफ से फिर से गिफ्ट्स मिले। दिवाली के कुछ दिनों के बाद छठ का त्यौहार आया, चूँकि मानव के पापा बिहार से थे और वहां छठ पर्व धूमधाम से मनाया जाता है, तो इस बार अलीशा और आयेशा ने व्रत नहीं रखीं लेकिन इस त्यौहार के दौरान वे अपनी सास की खूब सेवा कीं। अलीशा और आयेशा की सेवा से खुश होकर उनकी सास ने उन्हें खानदानी नथिया गिफ्ट की और दोनों को सदा सुहागिन, पुत्रवती और सदा सौभाग्यवती रहने का आशीर्वाद भी दीं। 

दिसंबर के महीने का शुरुआत हो चूका था लेकिन हर बार की तरह इस बार ना तो अलीशा के पीरियड्स आये थे और ना ही आयेशा के। इसी के साथ थोड़े ही दिनों में कभी अलीशा को मिचली आती तो कभी आयेशा को। ऐसा कई दिनों तक चलता रहा और जनवरी का महीना भी शुरू हो गया। इस बार भी ना तो आयेशा को पीरियड्स आया और ना ही अलीशा को। दोनों को लगातार मिचली आने लगी और एक दिन उनकी सास ने उन्हें मिचली करते देख लिया। अलीशा और आयेशा की सास ने उनदोनो से बिना कहे डॉक्टर को घर बुलाकर दोनों का चेकअप करवाया।

डॉक्टर - बधाई हो आंटी जी, आप दादी बनने वाली हैं। आपकी दोनों बहुएं गर्भवती हैं और इन्हे गर्भधारण किये दूसरा महीना भी शुरू हो चूका। 

मानव की माँ - थैंक्स डॉक्टर!

डॉक्टर को मिठाई और फीस देकर विदा करने के बाद अलीशा और आयेशा की सास ने उनका माथा चुम लिया।

मानव की माँ - मेरी दोनों बहुएं गर्भवती हैं, मैं बहुत खुश हूँ। अलीशा, आयेशा, तुमदोनो ने मुझे जो ख़ुशी दी है, इससे मैं बहुत खुश हूँ। अब जल्दी से मेरे पोतों को जन्म देकर इस घर में और भी खुशियां ला दो।

अपनी सास से मुँह से गर्भावस्था के बारे में जानकार अलीशा और आयेशा हतप्रभ थीं। दोनों को बहुत शर्मिंदगी हो रही थी और उन्हें यकीन नहीं हो रहा था कि दोनों गर्भवती हो चुकी हैं और बहुत जल्द दोनों मानव के बच्चे की माँ बनने जा रही हैं। शाम को जब मानव घर आया और उसे इस बारे में उसकी माँ ने बताया तो वो बहुत खुश हो गया। कमरे में आते ही मानव ने एक साथ अलीशा और आयेशा को हग किया और दोनों के साथ रोमांस करते हुए उन्हें थैंक्स कहा। अली से अलीशा और अयान से आयेशा बनने का सफर इतनी जल्दी तय हो चूका था कि वे अब माँ बनने वाली थीं। आयेशा और अलीशा का मर्द से औरत बनना, फिर औरत से पत्नी बनना और फिर पत्नी से माँ बनने के सफर की शुरुआत हो चुकी थी। गर्भावस्था के हर स्टेज के बारे में डॉक्टर आयेशा और अलीशा को बताती रहीं और देखते ही देखते अलीशा और आयेशा के नौ महीने गुज़र गए। इस दौरान अलीशा और आयेशा को अपने पति, ननदें, सास, ससुर सबसे बहुत प्यार मिला लेकिन वे दोनों अपने अम्मी अब्बू को बहुत मिस कर रही थीं। अलीशा और आयेशा का पेट गर्भवती स्त्रियों की तरफ फूल के गुब्बारा हो गया था, जाँघों में स्ट्रेच मार्क्स, बॉडी में इचिंग और कमर दर्द की शिकायत रहने लगी। नौवे महीने में अब डॉक्टर के कहे अनुसार अलीशा और आयेशा को हॉस्पिटल में एडमिट करवा दिया गया और जब उनदोनो का लेबर पेन शुरू हुआ तो उनसे सहा नहीं जा रहा था। दोनों ही पहली बार गर्भावस्था के उस फेज़ से गुज़र रही थीं जहां दर्द बर्दाश्त नहीं होता। दर्द के कारण अलीशा और आयेशा बहुत रोयीं और आधे से एक घंटे के अंतराल में दोनों ने अपनी अपनी संतान को जन्म दिया और उन्हें जन्म देते ही बेहोश हो गयीं।

जब अलीशा और आयेशा को होश आया तो नर्स ने दोनों को उनके बच्चों को दूध पिलाने को कहा। अलीशा और आयेशा ने जैसे ही अपने अपने बच्चों को सीने से लगायीं, उन दोनों के अंदर से ममता उमड़ पड़ी। सीने से दूध की फुहार निकलने लगी और दोनों के बच्चे उनदोनो के सीने से दूध पीने लगे। इसी दौरान नर्स ने अलीशा और आयेशा को बताया कि उन्होंने अपने पति के पहली संतान के तौर पर बेटियों को जन्म दिया है। अलीशा और आयेशा अपने अपने बच्चों से बहुत खुश थीं और उन्हें अपना दूध पीला रही थीं तभी वहां मानव और उसकी माँ गयीं।

मानव की माँ - अलीशा और आयेशा, इस बार तो तुमदोनो ने लड़की जनी है, लेकिन अगली बार मुझे मेरे वंश को बढ़ाने के लिए पोते चाहिए।

ऐसा कहकर वो वहां से चली गयीं, लेकिन मानव वहीँ बैठा रहा। अपनी सास के मुँह से ऐसे पोते की डिमांड सुनकर अलीशा और आयेशा को बहुत ऐम्बर्रास्मेंट हुआ और दोनों की आँखों में आंसू भर आये।

मानव - डोंट वोर्री अलीशा, आयेशा। माँ को उम्मीद थी कि तुमदोनों लड़कों को जन्म दोगी, लेकिन उनकी उम्मीद टूट गयी। लेकिन मैं बहुत खुश हूँ, मेरे घर में दो दो लक्ष्मी आयी हैं और आई एम् सो हैप्पी।

अलीशा - आई एम् सॉरी जी!

आयेशा - मुझे माफ़ कर दीजिये जी!

मानव - श्श्श। मेरी दोनों बेटियों को मैं गोद में लेना चाहता हूँ, उन्हें प्यार करना चाहता हूँ। क्या मैं!

अलीशा - हाँ क्यों नहीं! आप तो हमारे बच्चों के पापा हुए, आपका तो हक़ बनता है।

फिर मानव ने दोनों बच्चों में गोद में उठाकर दोनों को कुछ देर तक दुलार करता रहा। फिर नर्स के कहने पर मानव को बाहर जाना पड़ा लेकिन वो बहुत खुश था और अपने पति को खुश देखकर अलीशा और आयेशा भी खुश थीं। पहले मर्द से औरत, फिर औरत से पत्नी, और फिर अब पत्नी से घर की बहु और मानव के बच्चों की माँ बनने के बाद अलीशा और आयेशा की जिंदगी पूरी तरह से बदल चुकी थी। हॉस्पिटल से डिस्चार्ज के बाद जब अलीशा और आयेशा को मानव घर ले आया तो उनदोनो की गोदभराई की रस्में की गयीं और छठी का त्यौहार भी मनाया गया। अब अलीशा और आयेशा की लाइफस्टाइल पूरी तरह से बदल गयी थी। अपने पति की सेवा करतीं, बेटियों को अपना दूध पिलातीं, उनका ख्याल रखने के साथ साथ अपनी सास ससुर और ननदों का भी ख्याल रखतीं। खाना पकाने से लेकर बर्तन धोने और कपडे धोने का काम ख़त्म करते कब सुबह से रात हो जाती इसका अंदाजा भी नहीं लगता। देखते ही देखते छह महीने गुज़र गए और डॉक्टर के कहे अनुसार अब मानव अलीशा और आयेशा को हॉस्पिटल ले आया जहाँ दोनों को रोज़ सुबह शाम चार चार घंटे, उस वाइब्रेटिंग मशीन सुलाया जाने लगा। इससे अलीशा और आयेशा की बॉडी फिर से शेप में आने लगी थी, उनके इंटेनल ऑर्गन्स भी अपनी अपनी जगह सेट हो चुके थे और साथ ही दोनों की वजाइना की कसावट फिर से गयी। अब अलीशा और आयेशा की बॉडी फिर से पहले जैसी स्लिम हो गयी थी और मानव धीरे धीरा अलीशा और आयेशा के साथ रोमांस करना शुरू कर चूका था। डॉक्टर ने एक दो महीने और रुकने की सलाह दी थी मानव को ताकि अलीशा और आयेशा के पीरियड्स आने भी नार्मल हो जाएँ। मानव ने डॉक्टर की सलाह मानी, अलीशा और आयेशा के साथ एक दो महीने रोमांस से काम चलाता रहा। किचन में रोमांस, वाशरूम में रोमांस, बैडरूम में रोमांस और कभी कभी मानव अपनी दोनों पत्नियों को मूवी दिखाने, पार्क घुमाने ले जाता और वहां भी दोनों के साथ खूब रोमांस करता। अलीशा और आयेशा भी मानव के साथ रोमांस करतीं, लेकिन डोमिनेशन मानव का ही रहता। दो महीने और गुज़र गए, मानव को अपने अंदर की आग शांत करनी थी और अलीशा और आयेशा को डर था कि कहीं मानव उनदोनो को फिर से गर्भवती ना कर दे। अलीशा और आयेशा के अनुरोध पर मानव ने कंडोम का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया और अपनी दोनों पत्नियों के साथ सेक्स लाइफ एन्जॉय करने लगा। आज अलीशा और आयेशा की बेटियों का पहला जन्मदिन था और उस दिन काफी गेस्ट्स वहां आये थे। उन्ही गेस्ट्स में से एक गेस्ट जिसका नाम था राधिका और वो व्हीलचेयर पर बैठी थी और पार्टी एन्जॉय कर रही थी। राधिका को देखकर अलीशा और आयेशा होश खो बैठीं, उन्हें समझ में नहीं आ रहा था कि आखिर राधिका को उस पार्टी में किसने बुलाया होगा।

अलीशा - मानव जी, ये तो राधिका है ना?

मानव - हाँ अलीशा, तुम्हारे साथ ही तो राधिका ने भी एडमिशन लिया था कॉलेज में। शी इज़ योर क्लासमेट!

आयेशा - हमें पता है मानव जी, लेकिन ये यहाँ क्या कर रही है?

मानव - वो मेरे मामा की बेटी है और मेरी बहन है।

अलीशा ने आयेशा की ओर देखा और फिर दोनों मानव की तरफ देखने लगीं।

मानव - तुमदोनों शॉक्ड क्यों हो गयी, वो तुमदोनो के बारे में सब जानती है।

मानव की बात सुनकर अलीशा और आयेशा, दोनों ही भौंचक्की रह गयीं थीं। दोनों समझ नहीं पा रही थीं कि ये सब आखिर हो क्यों रहा है और राधिका मानव की बहन है, ये बात पहले न तो राधिका ने बताई और ना ही मानव ने। तभी वहां राधिका भी आ गयी और अलीशा और आयेशा की तरफ देखते हुए मानव के पास आ पहुंची।

राधिका - कॉन्ग्रैचुलेशन्स मनु! थैंक यू सो मच! तुमने मेरे लिए इतना कुछ किया और मैं तुम्हारा ये एहसान जीते जी कभी नहीं चुका पाऊँगी।

मानव - तुम मेरी बहन हो राधिका, इसमें एहसान कैसा। मैने ये सब किया ताकि मेरी बहन का दुःख कम हो सके और मुझे यकीन है कि मेरी बहन का दुःख कुछ कम तो जरूर हुआ होगा।

राधिका - हाँ भैया, आई एम् सो हैप्पी! इनदोनो को आपकी पत्नियों और आपके बच्चों की माँ के रूप में देखकर मुझे बहुत ख़ुशी हो रही है। बहुत अच्छा किया आपने जो इनदोनो को औरत बना दिया। ये दोनों तो थे ही इसी काबिल, इससे ज्यादा इनसे कुछ होने जाने को था भी नहीं भैया। अगर मैं यूएस में शिफ्ट ना हो गयी होती तो आपकी शादी में जरूर आती और जब आपने इनदोनो को गर्भवती किया तब भी इनदोनो को ऐसी हालत में देखने जरूर आती।

मानव - कोई बात नहीं राधिका, देखो, ये दोनों कभी अली और अयान नाम से जाने जाते थे लेकिन अब अली का नाम अलीशा मानव रस्तोगी और अयान का नाम आयेशा मानव रस्तोगी हो गया। ये दोनों मेरे लिए तीज, करवाचौथ का व्रत रखती हैं और मेरे लिए उपवास भी रखती हैं। मेरी दोनों बेटियां अभी भी अलीशा और आयेशा का दूध ही पीती हैं, मेरी दो खूबसूरत बेटियों की माँ बना दिया है इनदोनो को।

राधिका - बहुत अच्छा किया भैया।

मानव - हम्म!

फिर राधिका अलीशा और आयेशा के पास गयी जो कुछ भी नहीं जानतीं थीं इस बारे में।

राधिका - बधाई हो मिसेज़ अलीशा रस्तोगी, बधाई हो मिसेज़ आयेशा रस्तोगी। भले ही तुमदोनो सही मायनों में मर्द साबित नहीं हुए लेकिन आई होप तुमदोनो अच्छी पत्नी, बहु और माँ जरूर साबित होगी। ये लो, मेरी दोनों भतीजियों के लिए बर्थडे गिफ्ट।

अलीशा - थैंक्स।

राधिका - तुमदोनो कितनी खूबसूरत दिख रही हो, क्या हमेशा तुमदोनो नाक ने इतना बड़ा नथिया पहने रहती हो?

आयेशा - हम्म!

राधिका - गुड, ये तो सोने पे सुहागा हो गया। घर में तो सबको ही पता होगा तुम्हारे पास्ट के बारे में?

अलीशा - नहीं, सिर्फ इनको पता है और किसी को नहीं!

राधिका - क्यों बुआ को नहीं पता?

आयेशा - नहीं! अगर उन्हें पता चला तो अनर्थ हो जायेगा।

राधिका - फिर तो मैं उन्हें बता ही देती हूँ।

आयेशा - नहीं नहीं राधिका, ऐसा मत करना।

अलीशा - प्लीज् राधिका डोंट डू दिस, हमारा घर तबाह हो जायेगा!

राधिका - अच्छा और जो तुमदोनो ने मेरे साथ किया उससे मेरी लाइफ तबाह हो गयी, उसका क्या?

आयेशा - आई एम् सॉरी राधिका, हम शर्मिंदा हैं।

राधिका - और अली तुम?

अलीशा - मैं भी राधिका, अब हम पास्ट को भुला चुके हैं और प्रेजेंट में जी रही हैं।

राधिका - इससे मुझे क्या, तुमदोनो की सच्चाई तो सबके सामने आनी चाहिए।

अलीशा- नहीं नहीं राधिका, प्लीज्, मैं हाथ जोड़ती हूँ, पैर पड़ती हूँ तुम्हारी, ऐसा कुछ मत करना प्लीज्!

राधिका - तुमदोनो वो दिन भुला चुकी हो लेकिन आज भी मुझे याद है। मैं तुमदोनो के सामने गिड़गिड़ा रही थी कि मुझे छोड़ दो, जाने दो, मैं किसी से कुछ भी नहीं कहूँगी, लेकिन तुमदोनो ने मेरे साथ क्या किया? याद है कि भूल गयी हो?

आयेशा - सॉरी राधिका।

राधिका - तुमदोनो चाहती तो मुझे जाने देती, लेकिन तुमदोनो ने क्या किया? तुमदोनो ने मुझे स्टैर्स से धक्का दे दिया ताकि मैं मर जाऊं। लेकिन तुम्हे एक कहावत पता होगा, जाको राखे साइयाँ, मार सके ना कोई। मेरी जान तो बच गयी लेकिन तुमदोनो के कारण मैं खड़ी भी नहीं हो सकती।

अलीशा - आई एम् सॉरी।  

राधिका - तुम्हारे सॉरी कह देने से सब ठीक हो जायेगा? मैं तो तुमदोनो का डाइवोर्स करवाने आई हूँ।

आयेशा, अलीशा - प्लीज् राधिका, फॉरगिव मी। फॉर गॉड सेक, फॉरगिव मी।

राधिका - हम्म! तुम दोनों को मेरा भाई आलरेडी पनीश कर चूका है, इसीलिए जाने देती हूँ।

आयेशा, अलीशा - पनिश?

राधिका - हाँ! तुमदोनो की चुदाई करके हर रोज़ चुदने के लिए मेंटली प्रिपेयर करना हो या तुम्हे हैवी फीमेल हॉर्मोन्स और मेल ब्लॉकर्स देकर तुम्हे सेक्स चेंज करने को तैयार करना हो, ये सब मनु भैया ने मेरे लिए किया। तुमदोनो को मर्द से नामर्द बनाना हो या नामर्द से औरत, ये सब मेरे मनु भैया ने किया और देखो, आज तुमदोनो को अपनी बीवियां बनाकर, इस घर की बहु बनाकर, तुमदोनो को चोद चोद कर बच्चों की माँ बनाना, ये सब मेरे मनु भैया ने तुमदोनो को पनिश करने के लिए किया। और इससे अच्छा पनिशमेंट और कोई तो हो भी नहीं सकता, तुमदोनो औरत बनकर, इस घर की बहु बनकर रहती हो, सबकी सेवा करती हो, बच्चों को ब्रेस्ट फीडिंग करवाती हो और भैया को तो तुमदोनो से और पांच पांच बच्चे चाहिए, खुद को मेंटली प्रिपेयर कर लो। तुमदोनो को ऐसी हालत में देखकर मैं तो बहुत खुश हूँ। पिछली बार जब तुमदोनो गर्भवती हुई थी तब तो मैं यहाँ नहीं थी, लेकिन इस बार मैं तुमदोनो को गर्भवती होते और बच्चे को जन्म देते देखना चाहती हूँ।

अलीशा और आयेशा राधिका से फीमेल होर्मोनेस, मेल ब्लॉकर्स और सेक्स चेंज की असलियत जानने के बाद पूरी तरह से शॉक्ड हो गयीं थीं। उन्हें यकीन नहीं हो रहा था कि उनके साथ आखिर ये क्या हुआ? मर्द से औरत वे मज़बूरी में नहीं बने थे, बल्कि उन्हें मेडिसिन्स देकर मर्द से औरत बनने को मजबूर किया गया था।  आज अलीशा और आयेशा को बहुत बुरा फील हो रहा था, सबके सामने दोनों शर्म और हया से पानी पानी होने के साथ साथ बहुत दुःख अनुभव कर रही थीं। आज तक अलीशा और आयेशा को सिर्फ इतना पता था कि उनदोनो के शरीर में फीमेल हॉर्मोन्स की अधिकता के कारण उन्हें सेक्स चेंज सर्जरी करवाना पड़ा और औरत बनना पड़ा। लेकिन सच्चाई कुछ और ही थी और उस सच को जानने के बाद अलीशा और आयेशा का अतीत से लेकर वर्तमान सब फ्लैशबैक की तरह चलने लगा था। एक मर्द से औरत बनना, फिर औरत के मानव की दुल्हन बनना और घर की बहुओं के रूप में अपने पति के बच्चों को अपनी कोख से जन्म देने का सफर जो अब तक नेचुरल चेंज की तरह लग रहा था लेकिन सच्चाई कुछ और ही था। अली और अयान का अलीशा और आयेशा बनना, फिर मानव का उन्हें ब्याह लेना, अपनी पत्नियां बना लेना, ये सब प्री प्लांड था। अलीशा और आयेशा आँखों में आते आंसुओं को पोछती जा रही थी। बर्थडे पार्टी के बाद अलीशा और आयेशा को उनके कमरे में ले जा कर बिठा दिया गया। दोनों की बेटियां हमेशा की तरह अपनी दादी की गोद में सो रही थीं। कमरे में अलीशा और आयेशा घूँघट में बैठी राधिका की बातें याद करके आपस में डिस्कस कर रही थीं कि आखिर मानव ने उनके साथ ऐसा क्यों किया। जब मानव कमरे में आया तो दोनों चुप हो गयीं।

अलीशा - तो ये सब आपने किया है?

मानव - क्या किया?

आयेशा - बनिये मत मानव जी, आपने मुझे और अलीशा को जान बुझ कर औरत बनाया है, क्या ये सच है?

मानव - हाँ, ये सच है, तो!

अलीशा - तो! मानव जी, आप जानते हैं कि हमदोनो आपकी इतनी इज़्ज़त करते हैं फिर भी आप हमदोनो के साथ ऐसा कैसे कर सकते हैं?

मानव - क्यों नहीं कर सकता? तुमदोनो को मेरा शुक्रगुज़ार होना चाहिए कि मैंने तुमदोनो का हाथ थामा, तुमदोनो को ब्याह कर इस घर की बहु बना कर यहाँ ले आया। आज खुद को देखो, दिन भर सोने के गहनों में लदी रहती हो, कान में बड़ी बड़ी झुमकियां, नाक में इतनी बड़ी बड़ी नथिया, कलाई में देखो सोने के चार सेट कंगन पहनी हुई हो। हमारी दो प्यारी बेटियां हैं और ईश्वर की कृपा हुई तो अगले साल दो प्यारे प्यारे बेटे भी हो जायेंगे। मेरी माँ, मेरी दोनों बहनें कितना ख्याल रखती है तुमदोनो का और इतना हँसता खेलता परिवार है हमारा। तुमदोनो के साथ जो कुछ भी हुआ वो एक पनिशमेंट था। लेकिन आज मैं तुमदोनो से बहुत प्यार करता हूँ तभी तो तुमदोनो को अपनी रानी बनाकर रखता हूँ। अब छोड़ो पुरानी बातें और चलो बिस्तर में रात हो गयी है बहुत।

अलीशा - लेकिन मानव जी, क्यों? आपने जानबूझ कर हमारा सेक्सचैंज करवा दिया, मर्द से स्त्री बना दिए, ये गलत है। इससे तो अच्छे जहर देकर मार देते हमें!

मानव - अलीशा रानी,  इतना भी बुरा नहीं हूँ मैं। सेक्स चेंज ऑपरेशन से पहले तुमदोनो एग्री थी, तभी तुम्हे स्त्री बनाया गया। और वैसे भी तुमदोनो तो सिर्फ नाम के मर्द थे, ना तुम्हारा लंड किसी काम का था और ना ही तुमदोनो गे होने के बावजूद एक दूसरे को सटिस्फाय करने में समर्थ भी नहीं थे। और आज देखो, स्त्री रूप में मैं तुम्हे ब्याह कर घर ले आया, मेरी खूबबसूरत दुल्हनों के रूप में तुम्हारी नयी जिंदगी की शुरुआत हुई। घर में सभी तुमदोनो से कितना स्नेह रखते हैं, माँ भी तुमसे इतना प्यार करती है। तुमदोनो सही मायनों में पुरुष ना सही लेकिन आज तुमदोनो सही मायनों में स्त्री तो हो जो माँ भी बन चुकी है।

आयेशा - मानव जी, लेकिन अब क्यों? राधिका ने ये सब हमें क्यों बताई जबकि वो जानती थी कि ये सब जानकार हमें बुरा फील होगा।

मानव - वो तुमदोनो को और भी शर्मिंदा करना चाहती थी तभी उसने तुमदोनो को सच बतायी। लेकिन मेरे एक सवाल का जवाब दो, सच सच!

अलीशा - पूछिए!

मानव - क्या मेरे साथ सेक्स करने में अब ज्यादा मजा आता है या तब जब तुमदोनो पुरुष थे?

आयेशा - ओफ़्कौर्स, स्त्री रूप में ज्यादा मजा आता है।

मानव - और अलीशा रानी तुम्हे?

अलीशा - मुझे भी इसी रूप में ज्यादा मजा आता है। लेकिन आपने ये ठीक नहीं किया हमारे साथ!

मानव - यहाँ आओ मेरी जान, अब तो यही तुम दोनों की लाइफ है ना, तो जियो ना, जी भर के जी लो इस लाइफ को मेरी जान!

अलीशा, आयेशा - हम्म!

पांच साल बाद,

आज मिसेज़ अलीशा रानी और मिसेज़ आयेशा रानी, दोनों मानव के दो दो बेटों और एक एक बेटियों की माँ बन चुकी हैं। हर रोज़ रात को दोनों अपने पति की बाहों में होती और मानव आज भी अलीशा और आयेशा के साथ तीन तीन राउंड हार्डकोर सेक्स जरूर करता और आयेशा और अलीशा को उनके हिस्से की ख़ुशी देता। अलीशा और आयेशा अब हर साल अपने पति मानव के लिए तीज, करवाचौथ का व्रत रखतीं और साथ ही सभी हिन्दू त्यौहार भी मनातीं। अब अलीशा और आयेशा अपने पास्ट को पूरी तरह भूल चुकी हैं और एक अच्छी हाउसवाइफ की तरह अपने पति, सास ससुर और दोनों ननदों की खूब सेवा करती हैं।

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