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Dream Project

रिया - रमेश अंकल, ये आप क्या अनर्थ करने जा रहे हैं? सोनू मेरा बॉयफ्रेंड है और मैं उसकी गर्लफ्रेंड ! हमदोनो की तो शादी के लिए भी आप मान चुके थे! फिर आप ऐसा अनर्थ कैसे होने दे सकते हैं? आप जानते हैं ना, जब मैंने और सोनू ने बीडीएस में एडमिशन लिया था तब राज एमबीबीएस पूरा कर चूका था। और जब मैंने राज का प्रपोजल सोनू के लिए ठुकराया था तब राज सोनू से लड़ने को रेडी हो गया था। आप एक ऐसे मर्द से अपने बेटे को कैसे ब्याह सकते हैं अंकल, जो एक समय में सोनू से बात बात पर लड़ जाता था! मेरे बॉयफ्रेंड को एक मर्द अपनी दुल्हन बनाकर ले जाएगा, नहीं नहीं अंकल, ये गलत है।

रमेश - जानता हूँ रिया बिटिया! लेकिन रिया, राज अब बदल चूका है और अब वो बहुत बड़ा डॉक्टर बन चूका है। और पहले से काफी समझदार भी हो गया है। राज के जैसे स्मार्ट लड़के आजकल मिलते ही कहाँ हैं, सोनू तो खुशनसीब है जो राज उसकी जिंदगी में भगवान् बनकर आया है। 

रिया - लेकिन अंकल मैं आपकी होने वाली बहु हूँ, मैं सोनू से बहुत प्यार करती हूँ। आप ऐसा फैसला कैसे कर सकते हैं, इससे सोनू की लाइफ बर्बाद हो जाएगी और मेरी भी। 

रमेश - रिया बिटिया, समझने की कोशिश करो। बेशक सोनू जिस्मानी तौर पर पूरी तरह से लड़की नहीं बना है अभी तक लेकिन राज ने मुझसे वादा किया है कि वो आधुनिक तकनीक की मदद से सोनू को पूरी तरह से लड़की बना देगा। 

रिया - लेकिन अंकल, आप अपने बेटे को लड़की बनाने के बारे में सोच भी कैसे सकते हैं ?

रमेश - देखो रिया, तुम यहाँ नहीं थी जब सोनू का एक्सीडेंट हुआ था। शायद तुम्हारे मॉम डैड ने तुम्हे बताया नहीं इस बारे में। लेकिन उस एक्सीडेंट में सोनू ने अपना प्राइवेट पार्ट खो दिया और साथ ही सोनू ने अपना आत्मविश्वास भी खो दिया। उस एक्सीडेंट के बाद जब सोनू को अपने प्राइवेट पार्ट के खोने का एहसास हुआ तब सोनू बुरी तरह से टूट चूका था। एक साल लगे सोनू को अपना आत्मविश्वास पाने में और अपनी नयी आइडेंटिटी को एक्सेप्ट करने में। अब सोनू मान चूका है कि अब बाकी की जिंदगी उसे एक हाउसवाइफ बन कर गुज़ारनी है और अब वो इसके लिए तैयार भी है। और ये सब राज की वजह से है, जब से राज सोनू की लाइफ में आया है तब से सोनू धीरे धीरे अपने आत्विश्वास को फिर से पाने लगा है और राज के साथ काफी कम्फर्टेबल भी रहता है। 

रिया - इतना कुछ हो गया और मुझे किसी ने कुछ भी नहीं बताया। सोनू के बुरे वक़्त में मुझे उसके साथ होना चाहिए था अंकल!

रमेश - कोई बात नहीं बिटिया!

रिया - अंकल, क्या मैं सोनू से मिल सकती हूँ!

रमेश - वो अपने कमरे में होगी!

रिया -थैंक्स अंकल!

जब रिया सोनू के कमरे में गयी तो वहां सोनू की मॉम, उसकी बहन सुरभि और उसका छोटा भाई रवि के साथ एक बहुत खूबसूरत सी दुबली पतली सी लड़की, जिसके पिक्सी हेयरस्टाइल थी उनके साथ बैठी थी। सब आपस में बातें कर रहे थे और वो लड़की बहुत ही गुमसुम, चुपचाप बैठी थी। रिया को लगा कि जरूर ये लड़की रवि की कोई नयी गर्लफ्रेंड होगी, वो कमरे में एंटर हुई और सोनू की मॉम को नमस्ते की और उनसे सोनू के बारे में पूछा। रिया के ऐसा पूछते ही सभी हंसने लगे सिवाए उस लड़की के जो इस सवाल को सुनते ही और रिया को अपने सामने देखते की नर्वस हो चुकी थी। 

रिया - आप सब हंस क्यों रहे हो? मुझे सोनू से मिलना है सुरभि, उसे बुलाओ, मुझे उससे बात करनी है!

सब एक टक रिया को देख रहे थे और मंद मंद मुस्कुरा रहे थे वहीँ वो लड़की सर झुकाये चुपचाप बैठी थी। इससे पहले कि रिया दुबारा कुछ पूछती, सोनू की मॉम ने उसे बिठाया। 

सोनू की मॉम - रिया बिटिया, पुरे एक साल बाद देख रही हूँ तुम्हे! कैसी हो तुम?

रिया - मैं तो अच्छी हूँ आंटी, लेकिन सोनू कहाँ है?

सुरभि - रिया, सोनू यहाँ है!

और फिर सुरभि ने सोनू को रिया के सामने खड़ा कर दी। रिया ने सोनू को देखा, ऊपर से नीचे तक सोनू सोलह साल की लड़की के जैसा दिख रहा था, जिसके अर्धविकसित वक्षस्थल के निप्पल उसकी कुर्ती से साफ़ झलक रही थी। कानों में झुमके, गले में सोने की चेन, हाथों और पैरों के नाखूनों पर लाल नेल पोलिश, होंठों पर रेड लिपस्टिक, पैरों में चांदी की पायल और गले में ट्रांसपेरेंट ओढ़नी डाले सोनू सर झुकाये खड़ा था। 

रिया - सोनू, ये क्या हाल बना रखा है तुमने?

सोनू - मुझे माफ़ कर देना रिया, मैं तुम्हारे काबिल नहीं रहा अब!

रिया - डोंट से लाईक दिस सोनू! आई लव यू, अंकल ने मुझे सब बता दिया है। मैं हमेशा तुम्हारे साथ हूँ सोनू!

सोनू - आई डोंट नो रिया, ये सब कैसे हो गया। रिया तुम मूव ऑन कर लो अब, मेरी वजह से तुम्हे ना जाने कितनी शर्मिंदगी झेलनी पड़ेगी!

रिया - नहीं सोनू, मैं मूव ऑन नहीं कर सकती। मेरे पहले प्यार हो तुम और आखिरी भी। आई लव यू सो मच सोनू!

सोनू - आई लव यू टू रिया, लेकिन अब हम एक साथ कभी नहीं रह सकेंगे, तुम अपने लिए मुझसे बेहतर जीवनसाथी डिज़र्व करती हो। 

रिया - नहीं सोनू, बेशक अब तुम पूरी तरह से मर्द नहीं रहे लेकिन मैं आज भी तुम्हे अपनाने के लिए तैयार हूँ। क्या होगा अगर हमें बच्चा नहीं होगा, हम बच्चा गोद ले लेंगे लेकिन प्लीज् राज से शादी मत करो!

सोनू - नहीं रिया, राज ने मेरे लिए बहुत कुछ किया है और मुझसे कभी कुछ नहीं माँगा। तुम नहीं जानती हो रिया, एक्सीडेंट के बाद राज ने मुझे जितना मेंटली सपोर्ट किया है उतना कोई नहीं करता आज की डेट पर। राज ने मुझे तब अपनाया जब मेरे मॉम डैड को भी मेरी आइडेंटी पर शर्म आ रहा था। ये जो मेरी बहन और भाई बैठे है यहाँ, ये मुझे हर रोज़ ताना देते थे कि अब हिजड़े मुझे उठाकर अपने साथ ले जायेंगे और मुझे भी बाकी की लाइफ हिजड़ों की तरह ताली बजाना पड़ेगा और पैसे कमाने पड़ेंगे! ये जो मेरी माँ बैठी है तुम्हारे सामने, इन्हे अपनी सर्किल में मुझे सबके सामने आने पर शर्मिंदगी होने लगी थी। आज मुझे यकीन हो गया है कि सौतेली माँ और सटले भाई बहन सौतेले ही होते हैं। और पापा जिन्होंने ऐसे बुरी स्थिति में सबसे लड़कर मुझे आत्मविश्वास बढ़ाने को कहा, हिम्मत नहीं हारने को कहा और हमेशा मुझे सपोर्ट किया। पूछो इन तीनों से, इन्होने मेरा मनोबल तोड़ा, मुझे मेरी ही नज़रों में इतना गिरा दिया कि मेरी जीने की इच्छा ख़त्म हो गयी थी। लेकिन जब राज मेरी लाइफ में आया तो उसने मुझे बड़े ही प्यार से समझाया कि लाइफ में हिम्मत हारने से कुछ नहीं होता, हमें अपनी सच्चाई एक्सेप्ट करके लाइफ में आगे बढ़ना चाहिए। राज के कहने पर ही मैंने अपने इस रूप को एक्सेप्ट कर लिया है और अब राज से मेरी शादी होने वाली है और मुझे राज से शादी करने और हाउसवाइफ बनकर लाइफ बिताने में अब कोई हर्ज़ नहीं है।

फिर रिया ने सोनू की मॉम, बहन सुरभि और भाई रवि की ओर देखा और उन तीनों ने सर झुका लिया।   

रिया- सोनू, बेशक राज ने तुम्हे बुरे वक़्त में तुम्हारा साथ दिया। बेशक तुम्हारे सौतेले भाई बहन और तुम्हारी सौतेली माँ ने तुम्हे तोड़ने की कोशिश की, लेकिन मेरा क्या? मैंने तो तुमसे प्यार किया है सोनू। एक मर्द के साथ मेरे बॉयफ्रेंड की शादी होगी तो इससे तो अच्छा होगा कि मैं सुसाइड कर लूँ ! 

सोनू - ऐसे नहीं बोलते रिया, तुम पढ़ी लिखी हो, समझदार हो। मुझसे शादी करोगी तो क्या मिलेगा तुम्हे, लेकिन अगर किसी मर्द से शादी करोगे तो वो तुम्हे पति का प्यार दे सकेगा और तुम्हे मेंटली सपोर्ट भी कर सकेगा। और रही मेरी शादी की बात, अब यही मेरी लाइफ है रिया, मैं लड़की बनने जा रहा हूँ और लड़की बनने से पहले राज मुझसे शादी करके अपने साथ ले जाने वाले हैं। अब मैं इसी लायक रह गया हूँ रिया कि किसी मर्द की पत्नी बनकर अपनी लाइफ स्पेंड करूँ और इस फैक्ट को मैं एक्सेप्ट कर चूका हूँ। 

रिया - तो तुम नहीं मानोगे ना सोनू! 

सोनू - सॉरी रिया!

रिया वहां से रोते रोते अपने घर चली गयी। इधर शादी की तयारी बड़े जोर शोर से चल रही थी, रिया पहले तो नहीं मान रही थी लेकिन फिर उसने सोनू के फेट को एक्सेप्ट कर लिया और शादी की तयारी में उसकी हेल्प करने की ठान ली। क्यूंकि रिया को पता था कि सोनू की सौतेली माँ और उसके सौतेले भाई बहन उसे ताने देते रहेंगे और उसे दुखी करते रहेंगे। रिया ने सोनू की शादी हो जाने तक उसके साथ रहने का फैसला किया और इसके लिए सोनू के डैड भी मान गए।   

हल्दी संगीत वाले दिन से एक दिन पहले, किसी बात को लेकर सोनू की सौतेली माँ, उसकी बहन उसपर चिल्ला रही थी और तभी कमरे में रिया आ गयी। 

रिया - ये क्या तरीका है सोनू से बात करने का आंटी? क्यों चिल्ला रही हो आप दोनों सोनू पर!

सुरभि - रिया, हम चिल्ला नहीं रही हैं सोनू पर, इसे समझाने की कोशिश कर रही हैं कि इसे नाक छिदवाना पड़ेगा ताकि इसके ससुराल से जो नथिया आया है, वो पहन सके!

रिया - सोनू तुमने अभी तक अपना नाक नहीं छिदवाये!

सोनू - नहीं रिया, मुझे नाक नहीं छिदवाना!

रिया - लेकिन सोनू, तुम्हारे ससुराल से जो नथिया आया होगा, उसे पहनना तो पड़ेगा ना! कहाँ हैं वो नथिया, दिखाओ मुझे!

जब रिया ने वो नथिया देखा तो देखती रह गयी। 

रिया - ये नथिया तो वाकई काफी बड़ी और हैवी है सोनू! इसे पहनने के लिए तो तुम्हे सच में अपना नाक छिदवाना पड़ेगा!

सोनू - लेकिन मुझे अपनी नाक नहीं छिदवाना!

रिया - अब तुम मर्द नहीं रहे सोनू, एक लड़की बनने जा रहे हो और लड़किओं को नाक कान छिदवाना पड़ता है। वैसे भी ये नथिया काफी सुन्दर है, तुम पहनोगे तो तुम और भी खूबसूरत लगोगे!

सोनू की मॉम - हाँ, नथिया पहनोगे तभी तो सुहागरात में तुम्हारा पति नथ उतराई की प्रथा निभाएगा सोनू !

सुरभि - हाँ, और जीजू को भी सोनू को नथिया पहने देखने की बेसब्री है कि वो अभी तक चार बार कॉल कर चुके हैं!

रिया - आप दोनों चुप रहेंगे प्लीज्! सोनू को छेड़ने का एक मौका नहीं छोड़ते आप! सोनू तुम नाक छिदवा लो, थोड़ा दर्द होगा, फिर ठीक हो जायेगा। देखो मैंने भी तो नाक चिड़वई थी तुम्हारे लिए और तुम मेरे लिए डायमंड वाली लौंग लेकर आये थे मेरे लिए, याद है?

सोनू - हम्म! याद है!

रिया - तो चलो बैठो, नाक छिदवा लो अब! सुरभि तुमने तो ब्युटिशियन का कोर्स किया हुआ है ना, सोनू की नाक में छेद कर दो!

फिर सुरभि ने सोनू के नाक की लेफ्ट साइड मार्क की और नोज़ पियर्सिंग गन को सोनू के नाक पर सेट की और ट्रिगर दबाते ही एक कॉपर की लौंग सोनू की नाक को छेदते हुए उसके नाक में समा गयी। सोनू रोने लगा, उसे बहुत दर्द हो रहा था, लेकिन तभी सुरभि ने एक ऑइंटमेंट सोनू की नाक पर अप्लाई की, जिसके बाद सोनू को काफी राहत मिली। 


अगले छह घंटे में सोनू के नाक का छेद क्लियर हो चूका था। रात हो चुकी थी, सब अपने अपने कमरे में जा चुके थे। लेकिन सोनू अपने कमरे में अकेला नहीं था। सोनू के कमरे में रिया उसके साथ थी और उसे मेंटली तैयार कर रही थी। सोनू बार बार घर की दीवारों को देखता, कभी रिया को देखता, कभी अपनी उस माँ की तस्वीर देखता जिसने उसे जन्म दिया था और कभी उसकी आँखें भर आती। सबकुछ काफी स्पीड जा रहा था। रात को रिया ने सोनू को नथिया पहनने को कहा, पहले तो वो नहीं माना लेकिन रिया के रिक्वेस्ट पर सोनू नथिया पहनने को मान गया। 

सोनू - लेकिन रिया मुझे नथिया पहनने नहीं आता। 

रिया - कोई बात नहीं सोनू, मैं हूँ ना! मैं तुम्हे नथिया पहनना सीखा दूंगी!

फिर रिया ने सोनू के नाक से वो लौंग निकाल दी और उसके नाक में वो नथिया पहना दी। उस आठ तोले का नथिया जब सोनू ने पहना तब उसके वजन से उसका नाक एक ओर झुक गया और उसकी नाक में दर्द होने लगा। 

सोनू - रिया ये नथिया काफी भारी है, मुझे नाक में दर्द हो रहा है। 

रिया - रुको तो! अभी तुम्हारी नथिया कि गुड़िया को बालों में फंसाना बाकी है। 

फिर रिया ने सोनू की नथिया से जुड़े चेन को उसके बालों में फंसा दी और उसे ओढ़नी से घूँघट करके, आईने के सामने ले गयी। जब सोनू ने खुद को देखा तो उसे यकीन नहीं हो रहा था कि आईने के सामने वो खुद है और रिया सोनू की खूबसूरती की तारीफ़ किये जा रही थी। 

रिया - कसम से सोनू, मैंने लाइफ में कभी भी इस दिन को एक्सपेक्ट नहीं किया था। मैंने हमेशा से तुम्हे अपने होने वाले पति के रूप में देखा। लेकिन आज तुम्हे किसी मर्द की होने वाली पत्नी के रूप में देखकर अजीब लग रहा है। कितनी बदनसीब हूँ मैं, मेरे होने वाले पति की शादी एक मर्द से होने जा रही है और मैं कुछ भी नहीं कर पा रही। शादी के बाद राज तुम्हारे साथ कैसा बिहैव करेगा, हे भगवान्, ये मैं क्या सोच रही हूँ लेकिन सोनू, अब तो यही सच है। क्या शादी के बाद राज तुम्हे सच में पूरी तरह से लड़की बना देगा?

सोनू - हाँ रिया, अधूरा मर्द रहने से तो अच्छा ही है कि पूरी तरह से औरत बन जाऊं!

रिया - तो क्या शादी के बाद तुम राज के बच्चों को जन्म भी दोगे?

सोनू - मैं नहीं जानता और आज का विज्ञानं इतना आगे नहीं गया है कि वो मुझे पूरी तरह औरत बना सके और मैं बच्चे को जन्म भी दे सकूँ!

रिया - लेकिन सोनू, अगर ऐसा हुआ तो?

सोनू - अब तुम मुझे डरा रही हो रिया! मुझे ये सब नहीं करना!

रिया - हम्म! जो होगा देखा जायेगा। लेकिन कसम से मैंने कभी सोचा नहीं था कि मेरा बॉयफ्रेंड इतना खूबसूरत है। 

सोनू - ऐसा कुछ भी नहीं है! मैं तुम्हे बहुत मिस करूँगा रिया!

रिया - मैं भी सोनू! काश तुम्हारा एक्सीडेंट ना हुआ होता, तो आज तुम्हे किसी मर्द से शादी नहीं करनी पड़ती। 

सोनू - हम्म!

रिया - ये इस बॉक्स में क्या है सोनू?

सोनू - ये? राज ने भिजवाए हैं, मैंने खोलकर नहीं देखा अभी तक!

फिर रिया ने उस बॉक्स को खोला। उस बॉक्स में एक लेटर रखी थी जो सोनू के लिए थी और उसमे तीन अलग अलग साइज के बॉक्स भी थी। रिया ने उस लेटर को खोला और उसे पढ़ने लगी। 

रिया - तो राज ने लिखा है। "हाय सोनू! आई हॉप तुम इस शादी के लिए उतनी ही एक्साइटेड होगी जितना एक्साइटेड मैं हूँ!" महम्म! क्या बात है सोनू, तुम्हारे दूल्हे राजा तो बड़े एक्साइटेड हैं!

रिया की बात सुनकर सोनू ने सर झुका लिया। 

रिया - आगे लिखा है! "वैसे तो शादी के बारे में तुम्हारी फॅमिली जो जानते हैं वो मेरी फॅमिली को पता नहीं है। इसीलिए मैंने तुम्हारे लिए एक सिलिकॉन ब्रैस्ट फॉर्म भेजा है जो तुम्हे शादी के दिन पहनना है। तुम्हे सजाने के लिए ब्यूटीशियन भिजवा दूंगा और वो तुम्हे ब्रैस्ट फॉर्म पहनकर रेडी कर देगी। ताकि किसी को डाउट ना हो कि तुम लड़की नहीं हो!" व्हाट! सिलिकॉन ब्रैस्ट फॉर्म्स! अब तो मुझे यकीन हो रहा है कि राज तुम्हे औरत जरूर बना देगा सोनू!

रिया की बातें सुनकर और बॉक्स आइटम्स के बारे में जानकार सोनू को बहुत शर्मिंदगी हो रही थी और उसने सर झुका रखा था। 

रिया - हम्म! मैं आगे पढ़ रही हूँ सोनू! तुम्हे शर्मिंदा होने की कोई जरुरत नहीं है। राज ने तुम्हारी सिक्योरिटी का पूरा ख्याल रखा है। "आई नो सोनू, मेरी दुल्हन से ज्यादा खूबसूरत इस दुनिया में कोई भी नहीं! नीचे एक बॉक्स में एक हिमाचली गुलबनद रखा है जिसमे एक वौइस् चेंजर किट लगा है और इसे पहनने के बाद इसका बटन दबा देना, फिर तुम्हारी आवाज़ कोयल की आवाज़ जैसी मीठी हो जाएगी।" अरे वाह सोनू, राज तुम्हारी इतनी केयर करता है अभी से, शादी के बाद राज एक अच्छा पति साबित होगा। 

सोनू -आई डोंट नो रिया!

रिया- हम्म! अच्छा ये गुलबंद पहनकर बताओ, देखूं तो जरा। 

फिर सोनू ने बॉक्स से गुलबंद निकाल लिया और अपने गले में पहन लिया। उस गुलबंद में सोने की नक्कारी की हुई थी और देखने में पता ही नहीं चल रहा था कि उसका बटन कहाँ है। फिर एक एक करके रिया ने सभी गोल्ड को प्रेस किया, उसमे से एक बटन की तरह दबी और सोनू को गले में हल्का सा वाइब्रेशन महसूस हुआ। 

 फिर सोनू में कुछ कहना चाहा, सच में उसकी आवाज़ कोयल की मीठी आवाज़ में तब्दील हो चुकी थी। 

रिया - अरे वाह सोनू, आगे लिखा है! "आखिरी बॉक्स में कुछ ऐसा है जो तुम्हे खुद से ही समझना पड़ेगा कि इस गिफ्ट के साथ क्या करना है, मेरी रानी। कल हल्दी मेहँदी की रस्में होंगी, तुम अपनी फोटो जरूर भेजना और पॉसिबल हो तो वीडियो कॉल जरूर करना। मैं मेरी होने वाली दुल्हन के दीदार को बेक़रार हूँ। रानी का राजा, राज!" ओह्ह हाउ रोमांटिक सोनू रानी! मुझे तो यकीन ही नहीं होता है कि ये वही राज है जिसने फर्स्ट ईयर में मेरी और तुम्हारी रैगिंग ली थी और जब मैंने इसका प्रपोजल रिजेक्ट किया था तब राज तुमसे लड़ने को तैयार हो गया था। लेकिन अब देखो, राज तुमसे कितना प्यार करता है सोनू रानी! 

सोनू - डोंट कॉल मी सोनू रानी! मैंने कितनी दफा मना किया है कि मुझे रानी ना कहे लेकिन राज मानता ही नहीं!

रिया - ये तो राज का प्यार है सोनू रानी! अब तो राज की दुल्हन बनने जा रहे हो सोनू, लड़कियों की तरह व्यव्हार करना सीख लो, नहीं तो ससुराल में दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है।  

सोनू - मैं जानता हूँ कि शादी के बाद मुझे ससुराल में कैसे व्यव्हार करना है। तुम मेरी सौतेली माँ और बहन की तरह बात मत करो रिया!

रिया - ओके बाबा, अब बॉक्स को खोल कर देखा जाए! आखिर दूल्हे राजा ने अपनी दुल्हन के लिए ऐसा क्या खास भेजा है?

सोनू - हम्म!

फिर रिया ने उस आखिरी बॉक्स को खोल कर देखा और उसे देखकर रिया और सोनू दोनों के होश उड़ गए! 

सोनू - व्हाट द फ़क! ये तो!

रिया - इट्स अ फ़क मशीन सोनू! ये तो काफी बड़ा डिलडो है सोनू और इसे तो रिमोट से ऑपरेट कर सकते हैं। लेकिन सोनू, राज ने ये डिलडो क्यों भेजा है तुम्हारे लिए? और ये दो बड़े बड़े सोने के कंगन, बालों में पहनने वाली सोने की ज्वेलरीज और ओह्ह माई गॉड, इतना बड़ा नथिया! ये नथिया पहनोगे तो तुम्हारा आधा चेहरा ढंक जाएगा। और ये क्या है, ओह्ह वाओ आई फ़ोन! राज तो पागल हो गया है तुम्हारे प्यार में सोनू!

सोनू ने कुछ नहीं कहा!

रिया - ये सब तो ठीक है सोनू लेकिन ये डिलडो किस लिए?

सोनू - आई डोंट नो रिया, इसे रख दो बॉक्स में!

रिया - नहीं सोनू, मुझे तो लगता है कि ये डिलडो तुम्हारे लिए है ताकि तुम एक्सपीरियंस कर सको जो तुम्हारे साथ राज करने वाला है। 

सोनू - नहीं रिया, मुझे ये सब एक्सपीरियंस नहीं करना!

रिया - कम ऑन सोनू! इतने प्यार से भेजा है राज ने तुम्हारे लिए, तुम एक बार ट्राय तो करो!

सोनू - नहीं मुझे ट्राय नहीं करना ये सब! तुम रख रही हो रिया या नहीं!
 
रिया - नहीं सोनू! आई वांट टू फ़क यू! इस डिलडो से मैं तुम्हारे साथ सेक्स करना चाहती हूँ, ये जो दो दिन बचे हैं, अब मेरा मन है कि इन दो दिनों में मैं भी तुम्हे जी भर कर प्यार कर लूँ सोनू!

सोनू - कम ऑन रिया, तुम लड़की हो!

रिया - तुम भी तो लड़की ही हो!

सोनू - नहीं रिया, मैं कोई लड़की नहीं हूँ। 

रिया - एक मर्द से शादी करने जा रहे हो और अब भी कह रहे हो कि तुम लड़की नहीं हो! क्या सुहागरात की रात, तुम्हारा पति तुम्हे तुम्हारे कहने से छोड़ देगा। मुझे तो ऐसा नहीं लगता, मुझे तो ऐसा लगता है कि सुहागरात की रात राज तुम्हे जी भरके चोदेगा और तुम कुछ नहीं कर सकोगे सोनू! अगर तुम्हारी शादी से पहले हमदोनो सेक्स कर लें तो इसमें हर्ज़ ही क्या है सोनू! तुम मुझसे प्यार तो करते हो ना!

सोनू - तुम समझ नहीं रही हो रिया! ये सब मैं नहीं करना चाहता, ना ही शादी से पहले और ना ही शादी के बाद!

रिया - लेकिन तुम्हे चाहने से क्या होता है सोनू! तुम्हारा पति सुहागरात की रात तुम्हारी एक नहीं सुनेगा और मैं भी कुछ सुनना नहीं चाहती आज की रात।

सोनू - रिया प्लीज्!

रिया - सोनू प्लीज्! मेरा भी तो हक़ है मेरे प्यारे बॉयफ्रेंड के जिस्म पर। भले ही हम अब साथ नहीं लेकिन आज की रात हमदोनो के बीच वो सब होगा जो मैंने तुमसे एक्सपेक्ट करके रखा था। 

सोनू - रिया, रुको ना! मत करो, ये सही नहीं है!

सोनू ने रिया को लाख समझाने की कोशिश की लेकिन रिया को ना जाने क्या हो गया था। रिया ने सोनू के होंठों पर अपना होंठ रखा और उसे फ्रेंच किस करने लगी। सोनू भी रिया के करीब एक साल बाद आया था और वो भी अपने इमोशंस को कण्ट्रोल नहीं कर सका और रिया को अपनी बाहों में समेटकर उसके किस का जवाब स्मूचिंग से देने लगा। थोड़ी देर बाद सोनू और रिया पूरी तरह से न्यूड हो चुके थे और दोनों एक दूसरे की बाँहों में थे। रिया ने सोनू की छाती के निप्पल्स को चूसने लगी तो सोनू की आहें निकलने लगी। थोड़ी देर बाद रिया ने सोनू की पैंटी को उतार कर उसके प्राइवेट पार्ट की तरफ देखा और उसे देखती ही रह गयी। 

रिया - सोनू तुम्हारा वजाइना कितना टाइट और पिंक दिख रहा है।

सोनू - ऑपरेशन के बाद ऐसा हो गया है रिया!

फिर रिया ने सोनू की वजाइना को अपने हाथों से सहलाना शुरू किया और कुछ देर में ही सोनू के मुँह से आँहें निलकने लगी। सोनू एक हाथ से रिया को रोकने की कोशिश करने लगा लेकिन रिया नहीं मानी और सोनू की वजाइना में अपनी एक ऊँगली समाने लगी। 

सोनू - ये क्या कर रही हो रिया!

रिया - क्यों! तुम्हे अच्छा नहीं लग रहा है?

सोनू - अच्छा तो लग रहा है लेकिन प्लीज् और अंदर अपनी ऊँगली मत घुसाओ, मुझे दर्द हो रहा है!

रिया - ओह्ह! तुम तो लड़कियों की तरह डर रहे हो सोनू!

सोनू - रिया, प्लीज्, मैंने राज को प्रॉमिस किया है कि वही मेरे सील को तोड़ेंगे!

रिया - व्हाट द फ़क सोनू! तुम राज से प्यार करते हो?

सोनू - रिया प्लीज्! मेरी बात को गलत मत समझो! मैं राज से प्यार नहीं करता लेकिन उसने मुझसे प्रॉमिस लिया है और मैं अपना प्रॉमिस नहीं तोडना चाहता!

रिया - हम्म! इसे ही प्यार कहते हैं सोनू! चलो कोई बात नहीं, अब तुम राज की होने वाली दुल्हन हो, इतना समर्पण तो मुझे भी अच्छा लगा। फिर रिया ने सोनू को पेट के बल लिटा कर उसकी गांड को ऊँगली से सहलाने लगी।  



इससे पहले सोनू कुछ समझ पाता, रिया ने सोनू की गांड में आधा डिलडो घुसा दिया। 

सोनू - आअह्ह्ह, रिया प्लीज्! दर्द हो रहा है!

रिया - सोनू, आज की रात इस दर्द का एहसास कर लो! शादी के बाद हर रात ऐसे ही दर्द में गुज़ारनी है तुम्हे!
इससे पहले कि सोनू का हाथ उसकी गांड तक पहुँचता, रिया ने पूरा लंड उसकी गांड में घुसकर उसे ऑन कर दी। डिलडो ऑन होते ही सोनू ने तकिया को अपने दोनों हाथों से जकड़कर उसे अपने दांत से दबाने लगी। 
     
सोनू - प्लेयस रिया, इसे बंद कर दो, मुझे दर्द हो रहा है, आआह्ह, प्लीज ना!
 
लेकिन रिया कहाँ मानने वाली थी। बिना रुके एक ओर रिया सोनू के गांड मे डिल्डो पेनीटट्रेट करती रही, सोनू रोता रहा और रिया दूसरी ओर सोनू के जिस्म से अपनी आग बुझाती रही। सोनू को पता नहीं कब नींद आया और जब सुबह उसकी नींद खुली तो उसने देखा, वो डिल्डो रिया के वजाइन मे है और वो गहरी नींद मे सो रही है और उसकी बाहों मे समाई हुई है। सुबह उठने के तुरंत बाद सोनू ने रिया को किस किया और गौर किया कि उसने नाक मे अभी भी वो बड़ी वाली नथिया पहना हुआ है और वो उस नथिया को खुद से उतारने की कोशिश करने लगा।


लाख कोशिशों के बावजूद जब वो नथिया सोनू अपनी नाक से नहीं निकाल सका तो उसने रिया को जगाया और नथिया उतारने मे मदद करने को कहा। सोनू की बात सुनकर रिया जोर से हंसी और बोली कि नथिया तो अब तुम्हारा पति ही उतारेगा वो भी सुहागरात की रात को! लेकिन सोनू के बार बार रीक्वेस्ट करने पर रिया मान गई और सोनू के नाक से नथिया उतार कर उसके हाथों मे रख दी। नथिया को बॉक्स मे पैक करके रखने के साथ ही सोनू ने रिया को उसकी वजाइना से डिल्डो भी निकाल देने को कहा लेकिन रिया बोली कि उसे अभी और मजा लेना है। सोनू रिया के इस बदलाव से काफी हशतबद्ध था। सोनू ने अपने गले से गुलबंद उतार दिया, अपनी नाक मे कॉपर वाली लौंग पहन कर तैयार हुआ और फ्रेश होने वाशरूम चला गया। जब सोनू फ्रेश होकर कमरे मे आया तब तक रिया तैयार हो चुकी थी। 

सोनू - कहाँ जाने को तैयार हो रही हो रिया?

रिया - मैं घर जा रही हूँ सोनू! अब तुम्हारी शादी मे आऊँगी!

सोनू - लेकिन तुम ने तो कहा था कि तुम मेरी शादी तक रुकोगी!

रिया - कहा था लेकिन तब मैं ये नहीं जानती थी कि मेरा बॉयफ्रेंड अब मुझसे नहीं बल्कि राज से प्यार करने लगा है। 
सोनू - नहीं रिया, ऐसा कुछ भी नहीं है। आई लव यू! 

रिया - नो यू डॉन्ट!

सोनू - रिया प्लीज!

रिया - तुम रात भर राज के सपने देखते हो और मुझसे कहते हो कि तुम मुझसे प्यार करते हो! मुझे झूठ नहीं पसंद और कल रात तुमने मेरे साथ ढंग से सेक्स भी नहीं किया!

सोनू - आई एम सॉरी रिया!

फिर रिया अपने घर चली गई और सोनू उसे जाते देखता रह गया। आज हल्दी और मेहंदी के साथ संगीत का प्रोग्राम भी था। इसीलिए मोहल्ले की लड़कियां भी वहाँ आ चुकी थीं और सोनू को अपने साथ हॉल मे ले गईं और मेहंदी उबटन लगाने को सबके बीच बिठा दी। सोनू ने सिर्फ एक टोवेल लपेट रखा था और लड़कियां उसके सॉफ्ट बॉडी पर उबटन लगाने लगीं और तरह तरह की बातें करके उसे छेड़ने भी लगीं थीं। सोनू को बहुत अजीब लग रहा था, महज एक साल पहले तक वो एक मर्द था और आज एक औरत भी नहीं है फिर भी उसे एक मर्द ब्याह कर अपने साथ ले जाने वाला था और इस बात से सोनू खुद को कोस रहा था। हल्दी और मेहंदी के दौरान औरतें संगीत का प्रोग्राम भी करने लगीं और सोनू को भी खूब नचाया गया। डांस मे तो सोनू का कोई जवाब नहीं था, लड़कियों की तरह डांस करना तो नहीं आता था लेकिन सोनू ने कोशिश की। सबने सोनू के डांस की खूब तारीफ की और सोनू सबके सामने ब्लश करने लगा। सोनू के हाथों मे कलाइयों तक और पैरों मे घुटनों तक बहुत ही खूबसूरत मेहंदी अप्लाइ की गई। सोनू के हथेली की मेहंदी के बीचोंबीच राज का नाम भी लिख दिया गया था। रात हो चुकी थी, सोनू अपने कमरे मे अकेला था।    

शादी वाले दिन,

सोनू की माँ - रिया, सोनू तैयार हो गयी क्या, थोड़ी ही देर में बारात आती ही होगी। 

रिया - दुल्हनिया तैयार है माँ जी, आप बस ऑर्नामेंट्स भिजवा दीजिये। 

सोनू की माँ - सूरज, तू क्या कर रहा है? 

सूरज - कुछ नही आंटी, वैसे सोनू कहीं दिख नही रहा? 

सूरज जो सोनू का बचपन का दोस्त था, दो साल से अमेरिका में रह रहा था और वही उसका छोटा सा बिज़नेस भी था।

सोनू की माँ - अच्छा एक काम कर सूरज, ये बॉक्स ऊपर ले जाकर रिया को दे देना, वो सोनू के कमरे में है!

ऊपर जाने पर सूरज ने बॉक्स रिया को दिया और इधर उधर देखने लगा!

रिया - इधर उधर क्या देख रहे हो सूरज!

सूरज - सोनू नहीं दिख रहा है कहीं?

रिया- हाहाहाहा, सूरज, तुम सच मे पप्पू हो। सोनू तुम्हारे सामने बैठा है और तुम मुझसे सोनू के बारे में पूछ रहे हो!

सूरज - लेकिन सामने तो तुम्हारे और दुल्हन के सिवा कोई भी नही है!

रिया - हाहाहाहा, सूरज ये जो दुल्हन है ना, ये कोई और नही सोनू ही है। 
सूरज को रिया को बात पर यकीन नही हुआ, लेकिन जब उसने घूँघट हटाने को कहा तब सोनू ने अपना घूँघट हटाया।

सूरज - सोनू, तुम दुल्हन की लिबास में क्या कर रहे हो?

इससे पहले कि सोनू कुछ जवाब देता, रिया बोली - अब एक मर्द की दुल्हन बनने जा रहा है सोनू, तो दुल्हन का ही लिबास तो पहनना पड़ेगा ना! अच्छा तुम दोनों आपस मे बातें करो, मैं 10 मिनट्स में आती हूँ।

सूरज - ये सब क्या है सोनू, तुम तो मर्द हो ना, फिर ये सब क्या है?



सोनू - एक साल पहले मेरा एक्सीडेंट हुआ था जिसमे मेरा प्राइवेट पार्ट यानि पेनिस डैमिज हो गया था, उसके बाद मेरी सौतेली माँ के कहने पर मेरा सेक्स चेंज सर्जरी हुआ है, उनके बाद मेरा बॉडी लगभग लड़की जैसा हो गया है। इस शादी के लिए [पहले तो मैं तैयार नहीं था लेकिन जब मैं राज से मिला और उसने मुझे मेंटली सपोर्ट किया और मुझे सबके सामने शादी के लिए प्रोपोज़ किया तो मैं ना नहीं कह सका। 

सूरज - अच्छा तो ये .... बूब्स अलसी हैं?

सोनू - नहीं सूरज, ये सिलिकॉन के ब्रेस्ट फॉर्म्स हैं, जो राज ने भिजवाए हैं। 

सूरज - और तुम्हारे पेनिस का क्या, क्या वो अभी भी है या तुम्हारी बॉडी से काटकर हटा दिया गया है?

सोनू - हां सूरज, सेक्स चेंज ऑपरेशन का मतलब यही तो होता है, डॉक्टर्स ने मेरा पेनिस भी रिमूव कर दिया है।

सूरज - तो फिर उसकी जगह?

सोनू - उसकी जगह अब वजाइना है, जैसी औरतों की होती है।

सूरज - ओह्ह गॉड! और तुमने मुझे एक बार भी इस बारे मे कुछ भी नहीं बताया सोनू! चलो छोड़ो जो हुआ सो हुआ, अच्छा, तुमने अपने नाक कान भी छिदवा लिए हैं सोनू।", सूरज ने पूछा।

सोनू - मैंने नही छिदवाए, मेरी माँ ने जबरदस्ती मेरे नाक कान छिदवा दिए।



सूरज - यार कुछ भी कहो, चाहे तुम मन से मर्द हो, लेकिन तन से, सच मे बेहद खूबसूरत हो। मुझे यकीन नही हो रहा सोनू, कि आज तुम दुल्हन बनने जा रहे हो। लेकिन इतनी जल्दी भी क्या थी शादी की, थोड़ा इंतज़ार कर लेते!

सोनू - किसका इंतज़ार कर लेता?

सूरज - मेरा और किसका सोनू! इतनी सुंदर हो तुम, मैं शादी के लिए तुरंत मान जाता सोनू! और घर की बात घर में ही रह जाती! हाहाहाहा!   

सोनू - सूरज प्लीज्! ऐसा मज़ाक मत करो यार! वैसे भी मुझे ये शादी नही करनी थी। लेकिन पापा की इज़्ज़त से ज्यादा मुझे कुछ भी प्यारा नहीं। सिर्फ इसीलिए मैं राज की दुल्हन बनने को रेडी हुआ हूँ!

सूरज - हम्म! वैसे दुल्हन बनकर बहुत खूबसूरत दिख रही हो तुम! लेकिन लड़कों की तरह क्यों बात कर रही हो तुम, अब तुम लड़की हो तो लड़कियों की तरह बातें किया करो!

सोनू - धीरे धीरे आदत हो जाएगी! 

सूरज - हम्म!

तभी कमरे में रिया और वो ब्यूटीशियन भी आ गयी जिसने सोनू को दुल्हन के लिबास में रेडी किया था। 
रिया - तभी रिया वहां आ गयी।

रिया - सोनू पहले मर्द था सूरज, लेकिन अब औरत है और औरत बनने के साथ ही इस घर की बड़ी बेटी भी बन गया। सोनू के मम्मी पापा ने एक आदमी के साथ रिश्ता तय कर दिया और देखो आज हमारा सोनू दुल्हन बनकर अपने दूल्हे के इंतेज़ार कर रहा है जिससे सोनू इतना प्यार करती है। 

रिया की बात सुनकर सोनू काफी शर्मिंदा हुआ और वो समझ चूका था कि रिया का इशारा किस तरफ है। 

सूरज - हम्म, जो भी कहो, बिना मेकअप इतना सुंदर दिख रहा है तो दुल्हन की लिबास में तो कहर ही ढा देगी अपनी सोनू। लेकिन सोनू का नाम क्यों नहीं बदला गया अभी तक, अब तो सोनू लड़की है तो कम से कम लड़कियों जैसा नाम भी तो होना चाहिए!

रिया - आंटी ने कहा था नाम बदलवाने को लेकिन राज सोनू का नाम नहीं बदलवाना चाहता था। 

सूरज - ओह्ह! लेकिन सच में सोनू, अब तुम्हे खुद के लिए फेमिनिन वे का इस्तेमाल करना चाहिए। 

रिया - हाँ सूरज, अब तुम जाओ, दुल्हन ने अभी तक गहने भी नहीं पहने हैं, बरात आने का टाइम हुआ जा रहा है। तुम जाओ, बारात आता दिखे तो जल्दी से बता देना! 



फिर रिया ने सोनू के माथे पर मांगटीका सजाया, फिर दो बड़े बड़े झुमके कानों में पहनाए। फिर गले मे एक नौलखा हार, एक सोने का हार, दोनो हाथों में पांच रिंग्स वाला सोने का ब्रेसलेट पहनाया, फिर कलाई में सोने के 2 बड़े हैवी कंगन, बाहों पर बाजूबंद पहनाया। फिर कमर में कमरबंद, पैरों में हैवी पायल और नाक में एक बड़ी सी नथिया पहनाया जो इतना बड़ा था कि सोनू का आधा चेहरा उसी से ढंक गया। सोनू को ये नथिया बहुत चुभ रहा था और उसने रिया से कई बार नथिया उतारने को भी कहा, लेकिन रिया ने समझाया कि ये नथिया सोनू के ससुराल वालों के तरफ से आया है, वो कुछ नही कर सकती। आंसू को रोकने की काफी कोशिश करने के बावजूद सोनू की आंखों से आंसू निकल गया।

रिया - नही सोनू, रो मत। तुम्हारे आंसुओं से तुम्हारा मेकअप खराब हो जाएगा। 

सोनू को तैयार करने के साथ ही धूम धड़ाके की आवाज़ सुनकर रिया सोनू से बोली -  लो सोनू आ गयी बारात।
सोनू इन धूम धड़ाके की आवाज़ सुनकर अंदर से कांपने लगा। वो कभी नही चाहता था, कि उसकी शादी एक मर्द से हो, लेकिन उसका ये डरावना सपना अब सच होने जा रहा था। जो लड़की सोनू की दुल्हन बनने वाली थी, वही लड़की सोनू को दुल्हन की तरह सजाने में ब्यूटीशियन की मदद कर रही थी, उसे किसी मर्द की दुल्हन बनने के लिए तैयार कर रही थी। थोड़े देर में ही सोनू की सौतेली माँ वहां आ गयी और सोनू को स्टेज पर ले जाने को बोल कर वहां से चली गयी। धीमे धीमे कदमों से स्टेज की तरफ बढ़ते हुए सोनू की दिल की धड़कन बढ़ते जा रही थी। अपने दोनों हाथों से अपना लहँगा उठाये, चूड़ियों और जवैलरीज़ की खनक और अपने हर कदम के साथ बाउंस करते हुए बूब्स सोनू को डरने को मजबूर कर रहे थे। नाक में बड़ा डिज़ाइनर नथिया भी बार बार सोनू के लाल होंठों से टकरा रहा था। धीरे धीरे सोनू स्टेज पर पहुंचा जहां राज यानी कि सोनू का होने वाला दूल्हा पहले से ही स्टेज पर मौजूद था। उसके साथ उसके दोस्त और उसके परिवार के सदस्य खड़े थे। सोनू ने अपने आस पास देखा तो रिया, सूरज और उसके बचपन के दोस्त और कॉलेज के दोस्त खड़े थे। 

राज की हाइट काफी अच्छी थी और 4 इंच की जगह 5 इंच वाला सैंडल्स पहनने के बावजूद सोनू राज की छाती तक ही पहुच पा रहा था। जयमाला शुरू हुआ। पहले रिया ने सोनू को एक थाली देकर कहा कि वो राज की आरती उतारे। सोनू ने राज की आरती उतारी। फिर राज ने सोनू को फूलों का हार पहनाया, फिर सोनू ने राज को फूलों का हार पहनाना चाहा, लेकिन एक तो ऊंची हाइट और राज झुकने को राजी नही हो रहा था। फिर सोनू के दोस्तों ने सोनू को कंधे पर उठा लिया, फिर सोनू ने राज को फूलों का हार पहनाया। सभी हसने लगे और तालियों की गड़गड़ाहट से हॉल गूंज उठा। 

सभी राज और सोनू को शादी की शुभकामनाएं देने लगे। मेहमान आते, राज और सोनू को बधाई देते और राज से कहते कि वो खुशनसीब है जो उसे इतनी सुंदर दुल्हन मिली है। राज थैंक्स बोलता और गिफ्ट्स सोनू को देता जाता। फ़िर आधे से ज्यादा मेहमान के जाने के बाद शादी के लिए राज और उसकी नई नवेली दुल्हन सोनू को मंडप पर ले जाया गया। मंडप पर राज ने सोनू के मांग में सिंदूर भरा, नाक से नथिया उतार कर उससे भी भारीभरकम नथिया उसके नाक में खुद से पहनाया, गले मे मंगलसूत्र पहनाया, अग्नि के सात फेरे लिए और कुछ मंत्रोचारण के बाद शादी सम्पन्न हुआ। सभी ने राज को यशश्वी होने का और सोनू को सदा सौभाग्यवती रहने का आशीर्वाद दिया।

पंडित जी बोले - अब आप दोनों पति पत्नी हैं, और आज से हर कदम पर आपको साथ चलना है, हमारा आशीर्वाद हमेशा आप दोनों के साथ है। अब आप दोनों, बड़े बुजुर्गों से आशीर्वाद लें और अपने नए वैवाहिक जीवन की शुरुआत करें। सोनू और राज ने सभी बड़े बुजुर्गों से आशीर्वाद लिया उसके बाद विदाई का समय कब आ गया इसका पता भी नही चला। विदाई के दर्द भरे गानों से सभी का दिल भर आया था। "बाबुल की दुआएं लेती जा, जा तुझ को सुखी सन्सार मिले, मैके की कभी न याद आए, ससुराल में इतना प्यार मिले" जैसे इमोशनल कर देने वाले गानों को सुनकर सोनू भी इमोशनल हो गया।

सोनू - माँ मुझे आप लोगों को छोड़ कर नही जाना!

सोनू की माँ - सोनू बेटी, अब तुम्हारा ससुराल ही तुम्हारा घर है, बेटियों को आज नही तो कल अपना घर छोड़कर ससुराल जाना ही पड़ता है। देख सोनू तुम्हारे पति, सास, ससुर जो भी कहें वो चुपचाप करना और उनकी बात मानना। हमेशा घूँघट में रहना, अपने सास ससुर की सेवा करना और अपनी मर्यादा का ख्याल रखना! ज्यादा ना नुकुर मत करना और सबको खुश रखना! हमें तुमसे बड़ी उम्मीदें हैं!

सोनू - लेकिन माँ, आपसब को छोड़ कर नही जाना, प्लीज माँ, रोक दो सबकुछ, प्लीज्!

सोनू के पापा - देखो सोनू, अब देर हो रहा है। विदाई का समय हो चला है, सभी इंतेज़ार कर रहे हैं!
फिर सोनू को उसके पापा कार तक लेकर आये। किसी नार्मल लड़की की तरह सोनू भी फुट फुट कर रोया। फिर राज ने सबके सामने सोनू को अपनी गोद मे उठा लिया और अपनी कार में बिठाकर अपने साथ ले गया और सभी देखते रह गए। विदाई के बाद सूरज भी अपने घर आ गया। घर आते ही सूरज की माँ ने पूछ लिया। 
 
सूरज की माँ - शादी कैसी थी, सोनू ने तो शादी भी कर ली, बस तू भी जल्दी से शादी कर ले।

सूरज - आई डोंट नो माँ! क्या बताऊँ तुम्हे!

सूरज की माँ - वैसे सूरज, एक बात बता?

सूरज - बोलो माँ!

सूरज की माँ - सोनू ने शेरवानी पहना था या सफारी सूट? और सोनू की दुल्हन कैसी है देखने में?

सूरज - क्या बताऊँ माँ! समझ मे नही आ रहा कि तुम्हे कैसे बताऊँ?

सूरज की माँ - अरे बता ना, इसमें ऐसा क्या है? 

सूरज - अरे माँ, क्या बताऊँ। मैं तो सोनू की शादी में एन्जॉय करने गया था, लेकिन वहां के नजारे तो कुछ और ही थे। रिया है ना, सोनू की गर्लफ्रैंड माँ! रिया ब्यूटीशियन के साथ मिलकर सोनू को दुल्हन के लिबास में सजा रही थी, बात की तो पता चला कि सोनू ने सेक्स चेंज आपरेशन करवा लिया है और वो औरत बन चुका है। सोनू की माँ ने तो उसका नाक कान भी छिदवा दिया है और कानों में झुमके और नाक में बड़ा सा नथिया पहनकर सोनू बहुत खूबसूरत दिख रहा था। फिर राज शेरवानी में दूल्हा बनकर बारात लेकर आया और सोनू के साथ सात फेरे लिए, उसकी मांग में सिंदूर भरा, पैरों में बिछुए पहनाए और गले मे मंगसूत्र पहनकर सोनू को अपनी दुल्हन बनाकर अपने साथ ले गया। मुझे तो यकीन ही नही हो रहा था कि राज से सोनू इतना नफरत करता था और अब उसी की दुल्हन बन गया। रिया भी बहुत खुश थी और विदाई के समय भी सोनू आम लड़कियों की तरह बिलख बिलख कर रो रहा था, तब रिया उसे ससुराल में सभी को खुश रखने की सलाह दे रही थी।



सूरज की माँ - तू शराब पी कर आया है, क्या अनाप शनाप बक रहा है।

सूरज - नही माँ, मैने शराब नही पी। मैं सच कह रहा हूँ। सोनू को राज अपनी दुल्हन बनाकर ले गया है। सोनू भी संस्कारी औरत की तरह घुँघट में चुपचाप राज के साथ चला गया।

सूरज की माँ - खैर तेरी बातें तो मेरी समझ की परे है। मैं खुद से जाऊंगी और सोनू की माँ से बात करूंगी। और हो क्या गया है आज कल के लड़कों को। कुछ दिनों पहले भी गाँव का एक लड़का सेक्स चेंज करवा कर लड़की बन गया था। सूरज तू भी जल्दी से शादी कर ले अच्छी लड़की देखकर, ऐसा ना हो कि तू भी सोनू की तरह औरत बन गया तो तेरे लिए दुल्हन की जगह एक दूल्हा देखना पड़ेगा।

सूरज - हाहाहा, ये क्या बोले जा रही है माँ, तेरा बेटा मर्द है, तू मेरी फिक्र मत कर। ठीक है माँ, वैसे मैं तो ये सोच रहा हूँ कि आज राज सोनू के साथ अपनी पहली सुहागरात मनाएगा, उसके साथ पता नही क्या क्या करेगा।

सूरज की माँ - क्या बुदबुदा रहा है सूरज?

सूरज - कुछ नही माँ, मैं फ्रेश होकर बात करता हूँ।

इधर सोनू को अपनी बाहों में लेकर राज रास्ते भर उसको निहारते रहा और एक सुशील दुल्हन की तरह सोनू चुपचाप घूँघट में अपना सिर झुकाए बैठा रहा। सोनू को समझ आ गया था कि अब उसे ऐसी ही जिंदगी जीना है, एक मर्द की दुल्हन बनकर, किसी के घर की बहू बनकर। बचपन से किसी लड़की को अपनी दुल्हन बनाने का सपना देखने वाला सोनू अब खुद किसी की दुल्हन है।

2 घंटे बाद गाड़ी एक बहुत बड़े हवेली के सामने आकर रुकी। सोनू को पता भी नही चला कि रास्ते मे उसे कब नींद आ गया। जब राज ने देखा कि सोनू सोया हुआ है तब उसने सोनू का घूँघट ठीक किया और खुद सोनू को अपनी गोद मे उठाकर गाड़ी से बाहर निकला। वैसे भी राज के घर की परंपरा है कि दूल्हा अपनी दुल्हन को अपनी गोद मे उठाकर ही सारे रीति रिवाज को पूरा करता है। फिर सभी रीति रिवाजों को पूरा करने के बाद राज सोनू को अपने कमरे में ले गया जहां पहले से ही उसकी बहनें इंतेज़ार कर रही थी। राज ने सोनू को बिस्तर पर लिटा दिया और खुद कमरे से बाहर आ गया। थोड़ी देर बाद सोनू की नींद खुली तो उसने खुद को फूलों से सजे बिस्तर के बीचोबीच पाया। राज की बहनों ने देखा कि सोनू की नींद खुल गयी है, तब वो सोनू को घेर कर बैठ गयीं और सोनू से बातें करने लगीं। सोनू जब मर्द था तब ऐसी लड़कियों के बीच खूब मजे करता, लेकिन खुद औरत बन जाने के बाद उसे ये सब बहुत अजीब लग रहा था। लड़कियां सोनू को भाभी बोल रहीं थीं और बात बात पर छेड़ रहीं थी, और सोनू घूँघट में अपना सिर झुकाए सबकुछ सुन रहा था और उसे शर्म भी आ रहा था।

तभी राज की कजिन बहन बोली - आज भैया के साथ आपकी सुहागरात है भाभी, कैसा लग रहा है आपको?

सोनू कुछ बोल नही सका और सिर झुका लिया। 

तभी राज की दूसरी बहन बोली - सोनू भाभी तो बड़ी शर्मीली हैं, चलो अब काफी देर हो गया है। अब भाभी को सुहागरात के लिए तैयार भी करना है।

उन दोनों ने सोनू को मिरर के सामने बिठाया। पहले मेकअप ठीक किया, फिर कुमाऊनी नथिया को उतार कर, उससे भी बड़ा कुमाऊनी नथिया पहना दिया। इतना बड़ा नथिया सोनू ने जिंदगी में पहले कभी नही देखा था। ये तीसरी नथिया थी वो भी एक ही दिन में इतनी बड़ी बड़ी नथिया नाक में पहनना काफी टफ था सोनू के लिए। लेकिन किसी तरह सोनू ने मैनेज किया, वैसे भी वो नथिया काफी डिज़ाइनर और हैवी तो इतना था कि उसका नाक भी दर्द देने लगा उस नथिया को पहनकर। फिर उन दोनो ने सोनू को फूलों से सजे बिस्तर पर बिठाया और उसका घूँघट कर दिया। फिर सोनू को गुडलक विश किया, केसर-दूध का ग्लास टेबल पर रख दिया और वहां से चली गयीं।
पिंकी ने अपनी सोनू भाभी को छेड़ते हुए कहा- बहुत सा एक्साइटमेंट, बहुत सारी नर्वसनेस.. शादी के बाद पहली रात हम एक्सट्रीम कंडीशंस से गुज़रते हैं भाभी। जी हां, हम बात कर रहे हैं सुहागरात के बारे में। बिल्कुल ठीक समझी सोनू भाभी। शादी के ठीक पहले लोग दुल्हन को तैयार करने में लगे होते हैं... हर कैमरे का फोकस उसकी मुस्कान खींचना चाहता है और किसी को फुर्सत ही नहीं होती ये जानने की कि दुल्हन के दिमाग में क्या चल रहा है। हम आप को बता दें कि दुल्हन आने वाले उन दिनों के बारे में सोच रही होती है जब ये लोग नहीं रहेंगे। और इस समय उसके दिमाग में कई तरह के सवाल आते- जाते रहते हैं। क्या होगा सुहागरात... सेक्स के समय.. उफ़्फ़!

रिंकी - शादी के बाद दुल्हा, दुलहन दोनों को इन्तजार रहता है सुहागरात का… यह दोनों के विवाहित जीवन की पहली और सबसे ख़ास रात होती है, जिसके सपने लड़का लड़की दोनों बरसों से देख रहे होते हैं! दोनों अपनी इर रात को यादगार बनाना चाहते हैं, इसके लिए उन्होंने पूरी तैयारी भी की होती है, लड़की के मन में पहले सेक्स का डर समाया होता है तो रोमांच भी होता है, वहीं लड़का भी रोमांचित होने के साथ साथ कुछ डरा हुआ होता है की उससे सब कुछ ठीक ठाक हो भी पाएगा या नहीं!

पिंकी - हाहाहाहा, रिंकी, तुम सही बोल रही हो, चलो बहुत लेक्चर दे दिया, अब बाहर चलते है। 

रिंकी - हाँ, पिंकी। भैया आते होंगे, भाभी को ज्यादा परेशान किया तो भाभी भैया से शिकायत कर देंगी, है ना भाभी!
उसके बाद दोनों हंसी मजाक करते हुए वहां से चले गए। हल्की सी आहट होती और सोनू अंदर से कांप जाता। सहमा सिकुड़ा घुंघुट में, अपने दोनों हाथों से अपने दोनों पैरों को समेटे हुए, अपने पति का इंतेज़ार करते करते, सोनू को कब नींद आ गया, इसका पता भी नही चला। थोड़ी देर बाद राज कमरे में आया तो सोनू फिर से सो चुका था। आमित के नाक तक घूँघट, ग्लॉसी लाल होंठो को चूमता बड़ा और हैवी कुमाऊनी नथिया, चोली के बाहर आने की कोशिश करते दोनों सिलिकॉन की उरोज़ और हर सांस के साथ ऊपर नीचे होते हुए काफी आकर्षक दिख रहे थे। पतली कमर और सुंदर नाभि को देखकर राज खुद पर काबू करने में असमर्थ हो रहा था। राज सोनू के पास गया और जैसे ही उसका घूँघट उठाना चाहा, सोनू की नींद खुल गयी।

राज को सामने देख सोनू ने झटपट अपना घूँघट ठीक किया, बिस्तर से नीचे उतरकर अपने दूल्हे के पैर छूकर उसका आशीर्वाद लेने के लिए जैसे ही झुका, राज ने सोनू को ऊपर उठाया, उसके चिन पर अपना हाथ रखा और चेहरे को ऊपर उठाया और सीने से लगा लिया। 

राज - तुम सिर्फ मेरी दुल्हन ही नही बल्कि मेरे सपनो की रानी हो सोनू। तुम्हारी जगह मेरे पैरों में नही बल्कि मेरे दिल मे है।

फिर सोनू ने केसरयुक्त दूध का ग्लास जो कि टेबल पर रखा हुआ था, उसे उठाया और राज को दे दिया। 

सोनू - आप ये दूध पी लीजिये।

एक ही पल में राज ने आधा ग्लास दूध पी लिया और आधा ग्लास सोनू को दे दिया। राज - ये आधा ग्लास दूध तुम पी लो, मेरी रानी।

हिचकिचाहट में सोनू ने अपने पति के हाथों से ग्लास लिया और उसे पी लिया। फिर सोनू मुड़ा और टेबल पर ग्लास रख दिया। फिर सोनू जैसे ही मुड़ा, राज ने उसे अपनी गोद मे उठा लिया और बिस्तर पर बिठा दिया। फिर राज सोनू के करीब आने लगा। जैसे जैसे राज सोनू के करीब आता, सोनू ऊपर की तरफ खिसकता जाता और खुद को सिकोड़ कर खुद को बचाने की कोशिश करता। लेकिन बकरे की माँ कब तक खैर मनाती। राज सोनू के सामने बैठ गया और उसका घूँघट उठाया। सोनू को देखकर राज से रहा नही गया और उसने सोनू के होंठों पर एक किस कर लिया।

सोनू - ये आप क्या कर रहे हैं। 

राज - वही जो पहली सुहागरात के दिन एक दूल्हा अपनी दुल्हन के साथ करता है। 

सोनू - लेकिन मैं अभी इनसब के लिए तैयार नही हूँ। 

राज - कोई दुल्हन इनसब के लिए तैयार नही होती मेरी रानी!

सोनू - लेकिन!

राज - लेकिन वेकिन कुछ नहीं सोनू! आज की रात इतनी हसीं है, इसका एक एक पल मैं जीना चाहता हूँ! तुम्हारे रसीले होंठों का जाम पीना चाहता हूँ। आज की रात तुम्हारे लिए इतना ख़ास बना दूंगा कि तुम मुझसे हर रोज़ ऐसी ही रात चाहोगी। 

सोनू - थैंक्स, लेकिन आपकी कोई गर्लफ्रैंड नही बनी कभी!

राज - ये कैसा सवाल है सोनू! तुम्हारी गर्लफ्रेंड वो आखिरी लड़की थी जिसे मैंने गर्लफ्रेंड बनाने का प्रपोजल दिया था। लेकिन उसने भी तुम्हे अपना बॉयफ्रेंड बना लिया था। लेकिन आज देखो, जिस लड़की ने जिस लड़के के लिए मेरा प्रपोजल ठुकराया था आज वही लड़का मेरी दुल्हन बन बैठा है। वैसे अभी तक तो नही बनी मेरी गर्लफ्रेंड, लेकिन अब सोचता हूँ कि क्यों ना अपनी प्यारी सी दुल्हन को ही अपनी गर्लफ्रैंड भी बना लूँ। वैसे भी मेरी वाइफ तो ऑलरेडी बन चुकी हो तो मेरी गर्लफ्रैंड बनने में कोई हर्ज नही होनी चाहिए। 

सोनू - मुझे कोई ऐतराज़ नहीं है जी! (बोलने के बाद सोनू मन ही मन ये सोच रहा था कि वो कर क्या रहा है। वो तो गे नही था, फिर ये फीलिंग उसे क्यों आ रही थी। ये सब जो हो रहा था, सोनू के समझ मे कुछ नही आ रहा था। उसे बस एक डर सताए जा रहा था कि राज उसके साथ अब वो सब करेगा जो एक मर्द अपनी दुल्हन के साथ सुहागरात में करता है। खुद को बचाने की पूरी कोशिश कर रहा था लेकिन सोनू को पता था कि उसके साथ क्या होने जा रहा था। सोनू ने रिया के साथ सुहागरात में जो सब करने का प्लान बनाया था, आज वो प्लान उल्टा पड़ गया था।)

राज - ये हुई ना बात मेरी रानी। बात करते करते ना जाने कितना समय बर्बाद कर दिया। देखो मैं तुम्हारे लिए क्या लेकर आया हूँ!

फिर राज ने सोनू की हथेली पर मुँह दिखाई की नेग रख दी और जब सोनू ने उस गिफ्ट को खोलकर देखा तो उसमे काफी बड़ी सोने की गढ़वाली नथिया, चाँदी की हैवी पायल में जिसे बड़ी ही खूबसूरती के साथ घुंघरुओं के साथ तराशा गया था। 

सोनू - आप मुझे इतने सारे नथिया गिफ्ट क्यों कर रहे हैं। 

राज - क्यूंकि मैं चाहता हूँ कि मेरी दुल्हन पूरी जिंदगी नाक में नथिया पहनी रहे। 

उसके साथ कुछ देर तक प्यार की बातें करने का बाद सबसे पहले राज ने सोनू का घूँघट उठाया और उसके उसके माथे पर किस किया, जो उन दोनो का पहला किस था। राज के किस करते ही सोनू सिहर उठा, उसके शरीर के साथ साथ रूह भी कांप उठा और राज ने सोनू के हाथों को कस कर पकड़ लिया। राज ने धीरे धीरे अपनी दुल्हन यानी कि सोनू को किस करना शुरू किया और उसके हाथ को सहलाना शुरू किया। सोनू शरमा रहा था और उसका शरीर थरथरा रहा था।

दस मिनट तक सोनू के हाथ को सहलाने के बाद राज ने धीरे से उसके गले को अपने होंठों से सहलाना शुरू किया और गाल पर किस किया। गाल पर किस करते ही राज ने सोनू को गले से लगा लिया। इसी बीच राज ने सोनू के उसकी गर्दन पर किस तेज किया और उसके बालों में हाथ फिराना चालू कर दिया।

अब राज की दुल्हन भी धीरे धीरे गरम होने लगी थी और उसके मुँह से ‘आआअहह..’ निकल रही थी। कुछ देर ऐसे ही करने के बाद राज ने धीरे से सोनू के मांसल जांघों को सहलाना शुरू किया, तो वो काँप उठा और उसका पूरा जिस्म थरथराने लगा। अब राज ने सोनू के गाल और नेक पर किस करते करते उसने सोनू को लिप किस करना शुरू किया। नाक में बड़ा सा नथिया सोनू और राज के किस में रुकावट बन रहा था, सोनू के नाक में दर्द भी हो रहा था, लेकिन राज ने यह कहकर नथिया नही उतारा कि वो नथिया सोनू के सुंदर से मुखरे पर चार चांद लगा रहा है। सोनू ने सोचा था कि सबसे पहले राज उसका नथिया उतार देगा, लेकिन राज तो एक पल के लिए भी अपनी दुल्हन को बगैर नथिया के नही देखना चाहता।

सोनू भी धीरे धीरे अब तक गरम होने लग गया था और राज का साथ निभा रहा था। ये सोनू को अपनी दुल्हन बनाने के बाद राज और सोनू का पहला लिप किस था जो कि इतना पैशनेट था कि सोनू की आँखों से आंसू निकलने लगी और उसका नाक और कान लाल गर्म हो गया। एक मर्द के साँसों की गर्मी अब सोनू के साँसों में घुलने लगी थी और मदहोशी सोनू के दिलों दिमाग पर छाने लगा था। सोनू मन ही मन ये सोच रहा था कि आखिर वो लड़का से लड़की बना ही क्यों। काश ऐसा कुछ ना होता तो आज एक मर्द के साथ नहीं बल्कि अपनी गर्लफ्रेंड के साथ वो अपनी रिया के साथ सुहागरात मना रहा होता। 
लेकिन नियति में उसे अपने पहचान को छोड़ने और औरत बनना और एक मर्द की दुल्हन बनना ही लिखा था, जो सोनू के मन मे बैठा उसका मर्द रूप स्वीकार करने को तैयार नही हो रहा था। 
इसी बीच राज ने सोनू को अनड्रेस करना शुरू कर दिया, पहले तो राज ने सोनू की चोली की डोरी खोल दिया। सोनू ने आगे की ओर से अपना चोली कस कर पकड़ लिया, लेकिन फिर राज ने उस चोली को बड़े ही आहिस्ते से सोनू से अलग कर दिया। फिर राज ने सोनू का लहँगा उतार दिया और सोनू के सामने बैठ गया। सोनू राज यानी कि उसके दूल्हे के सामने गहनों के अलावे सिर्फ ब्रा और पैंटी में था।

सोनू इस वक्त बहुत शरमा रहा था और अपने दोनों उरोजों को अपने हाथों से ढकने का प्रयास कर रहा था। राज ने सोनू से अलग हो कर अपने कपड़े भी उतार दिए थे और सिर्फ़ अंडरवियर में आ गया था। अंडरवियर में से राज का 7 इंच लंबा और 2 इंच मोटा लंड खड़ा उसे सलामी दे रहा था।



राज ने सोनू के हाथों को उसके बूब्स पर से हटाया, फिर उसके सिलिकॉन के ब्रैस्ट को उसकी छाती से अलग करके टेबल पर रख दिया और उसके होंठों पर अपने होंठ टिका कर लिप-किस करना शुरू कर दिया, साथ ही एक हाथ से उसके दोनों छोटे छोटे बूब्स को भी सहलाना शुरू कर दिया, साथ ही सोनू के निप्पल्स को भी बड़े ही प्यार से सहलाता गया।

जैसे ही राज ने सोनू के बूब्स को हाथ लगाया, सोनू फिर से सिहर उठा और राज से जोर से गले से लग गया। (ये क्या किया सोनू तुमने, एक मर्द की छाती पर सिर रख कर उसकी बाहों में खुद को कैसे समर्पित कर सकते हो तुम। ये सब उस वक़्त सोनू के मन मे चल रहा था)

सोनू ने खुद को अपने पति की बाहों में समर्पित कर दिया था और राज ने भी उसे अपनी नंगी छाती से चिपका लिया। राज और सोनू दोनों के तन की गर्मी ने एक दूसरे को प्यार का अहसास करना शुरू कर दिया था।
दस मिनट तक राज सोनू के सॉफ्ट रसीले होंठों को चूमता रहा और इसी बीच राज ने धीरे से सोनू के निप्पल्स को अपने होंठों से चूसने लगा था। अब सोनू सिर्फ़ पेंटी में रह गया था, उसके छोटे छोटे ए साइज बूब्स भले ही काफी छोटी रही हो लेकिन सोनू के जिस्म पर वो भी क़यामत लग रहे थे। इस वक्त राज को सोनू क्या मस्त माल जैसा आइटम लग रहा था। अब राज ने सोनू को बेड पर चित लिटा दिया और उसके ऊपर चढ़ कर उसके बदन को चूमने लगा, राज सोनू को ऊपर से नीचे तक किस करने लगा और चाटने लगा. सोनू भी इतना गरम हो गया था कि जैसे ही राज के होंठ उसकी वजाइना को चूमते, वो अकड़ जाता। सोनू के सारे बदन पर किस करने के बाद राज ने उसे गले से लगा लिया।
इधर राज का लंड उसके अंडरवियर को फाड़ कर बाहर आने को बेताब हो रहा था। राज ने सोनू को बेड पर उल्टा लेटने को कहा और धीरे से उसकी कमर को सहलाना शुरू किया। राज ने सोनू के ऊपर हो कर उसके हाथों को पूरा टाइट करके पकड़ा हुआ था, क्योंकि राज के किस करते ही सोनू पलट कर सीधा होने की कोशिश कर रहा था। सोनू के कमर को किस करने के बहाने राज ने अपना लंड उसकी गांड पर टिका दिया और उसे कमर के ऊपर किस करता रहा। इस वक्त राज एक हाथ से साइड से सोनू के बूब्स को भी सहलाए जा रहा था।(सोनू को यकीन नहीं हो रहा था, की एक आदमी उसके साथ सुहागरात मना रहा था, और एक आज्ञाकारी और सुशील पत्नी की तरह सोनू चुपचाप से अपने पति राज की हर बात को मान रहा था।)

कुछ मिनट तक सोनू के जिस्म को बड़े ही पैशनेट तरीके से प्यार और किस करने के बाद, राज ने उसकी पैंटी को छुआ तो पैंटी गीली हो रही थी। राज ने पैंटी के ऊपर से ही उसकी वजाइना को सहलाना शुरू किया तो सोनू पलट कर सीधा हो गया।

राज ने देर ना करते हुए उसे सहलाना चालू रखा और सोनू की पैंटी के अन्दर हाथ डाल दिया। जैसे ही राज के हाथ ने सोनू की वजाइना को छुआ, उसने राज का हाथ पकड़ना चाहा, पर राज ने सोनू का हाथ हटा दिया।
अब सोनू जोर जोर से सिसकियां लेने लगा और जोर जोर से ‘आआअहह.. आआआहह..’ कर रहा था। सोनू की सीत्कारों की आवाज़ कमरे में गूँज रही थीं। इधर राज के लंड का हाल भी बुरा हो रहा था, लेकिन राज बिल्कुल भी जल्दबाजी नहीं करना चाहता था। राज ने धीरे से सोनू का हाथ पकड़ा और अपने अंडरवियर के अन्दर अपने लंड पर रख दिया। लंड को छूते ही उसने अपना हाथ तेज़ी से बाहर निकाल लिया। इतने में राज ने सोनू की पैंटी उतार दी और उसे पूरा नंगा कर दिया। राज ने सोनू का नाज़ुक हाथ अपने लंड पर रखा और उसकी वजाइना में उंगली कर दी। जैसे ही उंगली थोड़ी सी अन्दर गई, सोनू ‘आआआ.. अहह..’ करके कराह उठा और उसने सोनू का हाथ पकड़ लिया। राज ने सोनू को लिप किस किया और उसे हाथ से अपना लंड पकड़ने को कहा। सोनू ने राज का लंड पकड़ तो लिया, लेकिन उस लंड की लंबाई और मोटाई देखकर उसके होश उड़ गए। फिर राज के कहने पर सोनू ने काफी देर तक उसे शेक किया।

राज ने अचानक सोनू के होंठों पर अपना लंड रख दिया और कहा - सोनू रानी, ये लंड तुम्हारे प्यार का प्यासा है, इसे किस करो।

सोनू ने डरते हुए कहा - ये तो बहुत बड़ा है!

राज - इसे प्यार करो मेरी जान, तुम्हे बहुत अच्छा लगेगा!

ऐसे सिचुएशन में सोनू के पास अपने पति की बातों को मानने के सिवा कोई और रास्ता नही था। राज का लंड सोनू के रसीले होंठों पर था और उसका स्मेल सोनू की साँसों में घुल रहा था। सोनू ने ना चाहते हुए भी राज के लंड को जैसे ही किस किया, वो और बाद और टाइट हो गया। जैसे जैसे सोनू राज के लंड को किस करता वो और भी बड़ा और मोटा होता जाता। फिर अचानक राज ने सोनू के होंठों के बीच अपना लंड रख दिया और उसे सोनू के मुह में घुसाने की कोशिश करने लगा।

सोनू - ये क्या कर रहे हैं आप, किस करने तक तो ठीक था लेकिन, मुह में क्यों घुसा रहे है! 

"चटाक", एक थप्पड़ सोनू के गाल पर पड़ा और सोनू रोने लगा।

राज - सोनू, ये मत भूलो कि मैं तुम्हारा पति हूँ, मैं जो बोलू, चुपचाप करो, समझी तुम!

वो थप्पड़ सोनू के गाल पर पड़ने के साथ ही उसके दिल पर भी पड़ा था। उसे राज से ये उम्मीद नही थी कि उसका पति उसे सुहागरात में थप्पड़ मारेगा।

राज - अब रोना बन्द करो और इस लंड को चूसना शुरू करो!

सोनू एक थप्पड़ से इतना डर गया था, कि उसने बिना एक पल गवाए ही राज के लंड को अपने मुह में ले लिया और उसे चूसना शुरू कर दिया। (ये क्या कर रहे हो सोनू, क्या यही सोचा था तुमने, कि बड़े होकर एक मर्द की दुल्हन बनो और उसका लंड अपने मुह में लो।)

राज का लंड चूसते वक़्त सोनू बहुत ही ज्यादा शर्मिदगी महसूस कर रहा था। काफी देर तक सोनू के मुह में अपना लंड डाल कर करीब 15 मिनट्स तक ब्लो जॉब देने के बाद राज का वीर्य निकल गया। सोनू ने अपनी जिंदगी में पहली बार, ना चाहते हुए भी अपने पति का वीर्य टेस्ट किया, और ये काफी अजीब था और उसे राज ने पी जाने को कहा। अपने पति से ना कहने की हिम्मत नहीं थी सोनू में और ना चाहते हुए भी सोनू को अपने पति का वीर्य पीना पड़ा। सोनू कभी गे नहीं था लेकिन आज उसे गे जैसी फीलिंग आ रही थी, एक मर्द उसे अपने इशारों पर नचा रहा था और उसकी बात मानने के सिवा सोनू के पास कोई दूसरा रास्ता नहीं था। 

राज - टेस्ट कैसा लगा मेरी सोनू!

सोनू कुछ भी बोल नही सका और शर्म से सर झुकाये घुटनों पर बैठा रहा। फिर राज ने सोनू को बिस्तर पर लिटाया और उसकी वजाइना पर अपना लंड रखकर सहलाने लगा। सोनू के अंदर अब इतना हिम्मत नहीं था, कि वो अपने पति को उसके वजाइना में अपना लंड डालने से रोक सके। सोनू का डर इतना ज्यादा होने लगा कि उसकी  शरीर मे थरथराहट होने लगा। सोनू की आँखों से आंसू नहीं रुक रहे थे लेकिन लेकिन राज पर सोनू के आंसुओं का कोई प्रभाव नहीं पड़ रहा था और वो नही रुका। राज ने सोनू के होंठों पर अपने होंठ रखे और उसे स्मूच करने लगा और हौले से उसने अपने लंड को सोनू के वजाइना में डाल दिया। सोनू को ऐसा महसूस हुआ जैसे उसके अंदर किसी ने गर्म लोहे का रॉड डाल दिया हो, और वो रोने लगा।

सोनू (दर्द में कराहते हुए) - आआहह, मम्मी, आआआह, प्लीज्, प्लीज्, प्लीज्, मुझे बहुत दर्द हो रहा है, प्लीज बाहर निकाल लीजिए ना!"

राज - अभी तो मैंने शुरू भी नही किया है मेरी रानी! अभी तो मेरा आधा लंड बाहर ही है, थोड़ा दर्द बर्दाश्त कर लो सोनू रानी, धीरे धीरे अच्छा लगने लगेगा!

राज को सोनू के दर्द से कोई लेना देना नही था। वो बस अपनी हवस शांत करने की फिराक में था। बिना समय गंवाए राज ने सोनू को जोर जोर से चोदना शुरू कर दिया। सोनू के मुह से आआहह, ऊहह, नो, प्लीज्, प्लीज्, प्लीज् रुक जाओ, आआहह की आवाज़ और आंखों से आंसू बहने लगा। सोनू और जोर जोर से ‘आआ.. आहह उहह ऊऊहह..ओह गॉड, ओह्ह माई गॉड, प्लीज्, आआररहह’ की आवाज कर रहा था। उसे बातों में लगा कर जैसे ही राज ने थोड़ा से दबाव लगा कर लंड अन्दर डाला, तो समूचा लंड अंदर चला गया और का लंड का टोपा वजाइना के अन्दर के वाल से टकरा गया। सोनू की झिल्ली फैट गयी और उससे थोड़ा सा ब्लड भी निकल गया। 

सोनू दर्द से चीख उठा - आआआ.. उम्म्ह… अहह… हय… मम्मी, याह… उईईई.. मर गई, प्लीज्, प्लीज्, प्लीज्, प्लीज्, रुक जाइये, प्लीज् ना, प्लीज्, आअह्ह्ह्हह, ओह्ह्ह्हह, गॉड, नो, प्लीज्, प्लीज्, प्लीज्, आइइइइइ, आह्ह्ह्ह। 

सोनू अपने सर को इधर उधर करने लगा, जोर जोर से सिसकियाँ लेने लगा। सोनू को अब एहसास हो रहा था कि वो अब एक औरत बन चूका था। थोड़ी देर राज ऐसे ही रुका रहा और सोनू के सर को सहलाया.. उसे प्यार किया और तसल्ली दी। फिर कुछ देर बाद धीरे से थोड़ा सा लंड और अन्दर किया, तो सोनू फिर से दर्द से ‘आआअहह उहह ओहूऊ.. करने लगा और राज को पीछे धकेलने लगा।

सोनू दर्द से तड़प कर कहने लगा - आआआह, आह, बहुत दर्द हो रहा है.. प्लीज़ बाहर निकाल लो.. दर्द हो रहा है!

पर राज अपनी नई नवेली दुल्हनिया सोनू की कोई बात नहीं सुनना चाहता था. २ मिनट ऐसे ही रहने के बाद राज ने धीरे धीरे धक्के लगाने शुरू किए तो उसे कुछ आराम मिला। पर सोनू ‘आआ.. आआहह आह उऊहह.. करता ही रहा। सोनू दर्द से बेचैन होकर बेड की चादर की भी खींच रहा था। कुछ 10 मिनट तक धक्के लगने के बाद ही जैसे ही राज ने सोनू  स्पर्म डिस्चार्ज किया, सोनू को भी उसकी लाइफ का पहला ओर्गास्म फील हुआ। राज थोड़ी देर के लिए रुक गया और सोनू अपनी आँखें बंद करके उस ओर्गास्म के चरमसुख को फील करने लगा। ये पहली बार का ओर्गास्म था जिसने सोनू के अंदर की औरत को जगा दिया था और अपने पति की बाहों में सोनू बड़े ही सुकून से लेटी रही। आधे घंटे तक दोनों लम्बी लम्बी सांसें लेते रहे और एक पल के लिए भी एक दूसरे से अलग नहीं हुए। सोनू ने सोचा कि करवट बदल कर सो जाये लेकिन तभी राज ने सोनू को घोड़ी बनने को कहा। 

सोनू - मेरे अंदर और हिम्मत नहीं है, प्लीज्!

राज ने सोनू को आँख दिखाया, सोनू चुपचाप घोड़ी का पोजीशन बनाकर अपनी गांड ऊपर को ऊपर उठाया और राज ने उसकी कमर को अपने दोनों हाथों से जकड कर अपना लंड सोनू की वजाइना पर टिका दिया।   

राज ने सोनू को प्यार से सहलाया और थोड़ा जोर से एक धक्का दे मारा और राज का लंड फिर से सोनू की वजाइना में समा गया। 

सोनू - आइइइइइइ, नहीं प्लीज्! मुझे जलन हो रही है, रुक जाइये प्लीज्!

राज ने सोनू की एक नहीं सुनी, उसके बालों को लगाम बनाकर सोनू की सवारी करने लगा। सोनू अभी दर्द और जलन बर्दाश्त करने की कोशिश में ही था कि इतने में राज ने एक और तेज धक्का लगाया और पूरा लंड सोनू की वजाइना में घुसा दिया। सोनू दर्द से तड़प रहा था और छूटने का प्रयास कर रहा था। 

राज सोनू को पीछे से चोदने लगा और उसे बड़े ही प्यार से पीठ पर तो कभी कमर पर तो कभो जाँघों पर तो कभी गांड पर किस करने लगा। सोनू की एक्साइटमेंट बढ़ने लगी थी, उसका जलन अब कम होने लगा था और उसे एह्सास हो रहा था कि अब उसे एक बार फिर से ओर्गास्म हो जायेगा। वो तो बस ‘आह.. आहह...प्लीज्, प्लीज्, ओह्ह माई गॉड, प्लीज्, ओह्ह.’ कर रहा था और राज को पीछे पुरे जोश में चोदे जा रहा था। सोनू की आँहें निकल रही थी, जो सुनकर राज और भी ज्यादा एक्साइटेड हुआ जा रहा था। अगले बिस मिनट्स के हार्डकोर सेशन के बाद, जब राज ने सोनू की वजाइना में अपना स्पर्म डिस्चार्ज किया, तभी सोनू को दूसरी बार ओर्गास्म हो गया।

ओर्गास्म के साथ ही सोनू थरथराते हुए बिस्तर पर बेसुध होकर उसी पोजीशन में लेट गया और राज उसके ऊपर लेट गया। सोनू को नहीं पता चला कि कब वो गहरी नींद की आगोश में समा गया और राज सोनू को रात भर अपनी बाहों में जकड़े रखा और उसकी वजाइना से एक पल के लिए भी अपना लंड बाहर नहीं निकाला। अगली सुबह जब सोनू की नींद खुली तो उसने देखा कि वो अभी भी अपने पति के बाहों मे था और उसकी वजाइना मे अभी भी राज का लंड समाया हुआ था। दीवार पर टंगी घड़ी मे सुबह के सात बज रहे हैं और राज अभी भी लंबी लंबी सांसें ले रहा है।

सोनू - सुनिए नया! सुबह हो गई है!

सोनू की मीठी आवाज सुनकर राज नींद से जागा और जागते ही उसने सोनू के होंठों को स्मूच करने लगा।

सोनू - सुनिए नया, आप प्लीज अपना लंड बाहर निकाल लीजिए! आज ससुराल मे मेरा पहला दिन है, काफी देर हो रही है, माँ जी क्या कहेंगी, वो नाराज हो जाएंगी।


राज सोनू से अलग होने के बिलकुल भी मूड में नहीं था लेकिन आज सोनू का ससुराल में पहला दिन था और सच में काफी देर हो चुकी थी। सोनू को तैयार होने में समय भी लगने वाला था क्यूंकि ब्यूटिशिन ने उसे ब्रैस्ट फॉर्म्स पहनना नहीं सिखाया था। सोनू फ्रेश होने गया और जब वो शावर के नीचे बैठा तो अपनी हालत आईने में देखकर रोने लगा। सोनू को बहुत दुःख हो रहा था, एक मर्द की पत्नी बनने के साथ ही वो उसके साथ सुहागरात भी मना चूका था। सोनू के दिलोंदिमाग में राज के लंड का स्मेल समा चूका था। अपने पति का वीर्य पीने के बाद इतनी शर्मिंदगी सोनू को हो रहा था कि वो शावर के नीचे बैठ कर काफी टाइम तक रोता रहा। नहाने के बाद, सोनू कमरे में टॉवल लपेटकर वापिस आया तब राज कमरे में नहीं था, बिस्तर से बेडशीट गायब थी और बिस्तर नयी बेडशीट थी। बिस्तर पर सोनू के लिए लाल साड़ी, गहने और विक्टोरिया सीक्रेट्स वाली ब्रा और पैंटी भी रखी थी। सोनू ने कमरे का दरवाज़ा अंदर से लॉक किया और राज के फ़ोन से ब्यूटीशियन को कॉल करके ब्रैस्ट फॉर्म्स को पहनने का तरीका पूछा। आधे घंटे बाद सोनू लाल साड़ी में तैया थी, डीप कट ब्लाउज से सोनू के फेक बूब्स का ऊपरी हिस्सा साफ़ साफ़ झलक रहा था। गले में मंगलसूत्र, मांग में सिन्दूर, पैरों में पायल, नाक में बड़ी वाली गढ़वाली नथिया, माथे पर मांगटीका, कानों में झुमके, गले में नौलखा हार और वही गुलबंद जिसे पहनने के बाद उसकी आवाज़ में कोयल सी मिठास आ जाती। घूँघट करके अभी सोनू बिस्तर के कॉर्नर पर बैठा ही था कि रिंकी और पिंकी उसे लेने कमरे में आ गयीं।  

रिंकी - भाभी, आज आपकी मुँह दिखाई की रस्म है और आपने इतना देर कर दिया। 

सोनू - सॉरी वो!

पिंकी - अच्छा भाभी, सुहागरात कैसी रही, भैया ने ज्यादा परेशान तो नहीं किया ना!

सोनू (शरमाते हुए) - नहीं!

रिंकी - किया भी होगा तो भाभी हमें थोड़े ना बताएंगी! क्यों भाभी! वैसे भैया ने नेग में क्या गिफ्ट किआ, हमें भी दिखाओ!

सोनू ने टेबल पर रखी गिफ्ट को रिंकी और पिंकी को दिखाया। 

रिंकी - वो भाभी, ये तो बहुत सुन्दर नथिया है, आपने पहना क्यों नहीं, भैया का गिफ्ट पसंद नहीं आया आपको?

सोनू - नहीं ऐसी बात नहीं है!

पिंकी - तो फिर ये वाली नथिया पहन कर दिखाओ ना!

सोनू - लेकिन ये नथिया काफी बड़ी है!

रिंकी - तो क्या हुआ, भैया इतने प्यार से लाये हैं आपके लिए, प्लीज पहन लो ना, प्लीज् भाभी!

सोनू - ठीक है। 

फिर सोनू ने वो अपने नाक से नथिया को खोल कर टेबल पर रखा और वो बड़ी वाली नथिया को नाक में पहन लिया, जो राज से उसे गिफ्ट में मिला था। काफी बड़ा नथिया था, जिससे सोनू का आधा चेहरा उसी नथिया से ढँक गया। उस नथिया का वजन भी काफी ज्यादा था और उसमे डिज़ाइन भी काफी सुन्दर की हुई थी, लेकिन वजन ज्यादा होने के कारण सोनू के नाक में दर्द होने लगा। सोनू ने नथिया से अटैच्ड तीनों चेन को अपने बालों में फंसा लिया। 

रिंकी - वाओ भाभी, क़यामत ढा रही हो आप तो!

पिंकी - हाँ भाभी, आपको कोई हक़ नहीं बनता कि आप इतनी सुन्दर दिखाओ, हाहाहा!

रिंकी - ये लो भाभी, काला टीका लगा लो, कहीं नज़र ना लग जाये हमारी भाभी को!

फिर पिंकी ने अपने आँखों से काजल का टिका सोनू के गले के पीछे लगा दिया और घूँघट करके अपने साथ दूसरे कमरे में ले आयी। उस कमरे में उसकी सास और ससुर आपस में बातें कर रहे थे, उनके साथ कुछ औरतें भी बैठीं थीं और जब सोनू को उस कमरे में ले जाया गया तो वे औरतें सोनू को घेर कर बैठ गयीं। मुँह दिखाई की रस्मे पुरे दिन चलीं। मोहल्ले की औरतें आतीं, सोनू का घूँघट उठाकर उसे देखतीं, उसे कभी सौभाग्यवती भवः का आशीर्वाद देतीं, कभी पतिव्रता स्त्री की तरह अपने पति और संस्कारी बहु की तरह सास ससुर की सेवा करने की सलाह देतीं, कोई कहती कि जल्द से जल्द इस घर को बच्चों की किलकारियों से भर दे, कोई कहती बेटा हो तो कोई कहतीं कि बेटी हो तो भी अच्छा होता है। इन सब के बीच शर्मिंदगी में सोनू ने किसी से कुछ भी नहीं कहा और सर झुकाये बैठा रहा। कुछ औरतें तो सोनू के गहनों की तारीफ़ करती नहीं तक रहीं थीं, कभी सोनू के नाक की नथिया को पकड़कर देखतीं तो कभी झुमके देखतीं, कभी पायल की तारीफ़ करतीं तो कभी सोनू की सुंदरता की तारीफ़ करतीं। सोनू मन ही मन अपने पहचान खोकर एक औरत की तरह अपने पति के घर इतनी साडी औरतों के बीच दुल्हन की तरह बैठी बैठी शरमा रहा था, ऐम्बर्रास्मेंट क्या होता है, सोनू को आज पता चला था और वो चुपचाप नई नवेली सुहागिन औरत की तरह बैठा सबकी बातें सुन रहा था। 

मोहल्ले की लडकियां सोनू से सुहागरात के बारे में  पूछ पूछ कर उसे शर्मिंदा होने पर मजबूर कर रही थी, लेकिन तब भी सोनू ने कोई शिकायत नहीं की। सोनू को यकीन नहीं हो रहा था कि मोहल्ले की लडकियां इतनी एडल्ट बातें कैसे कर सकती हैं। दिन का लंच, शाम का नाश्ता और रात का खाना भी उन सब औरतों के बीच ही करना पड़ा सोनू को और जब रात हुई तब सोनू के ऊपर बहुत ही ज्यादा थकान हावी थी। सोनू को बहुत तेज़ नींद आ रही थी और अब उससे उसकी नींद बर्दाश्त नहीं हो रही थी। मुंहदिखाई और डिनर के बाद रिंकी और पिंकी सोनू को उसके कमरे में ले गयी और सोनू को नाईटी पहनने को देकर कमरे से बाहर चली गयीं। 

सोनू ने नाक से नथिया को उतारकर बिस्तर के कार्नर वाले टेबल पर रख दिया और चेंज करने के बाद नाईटी पहना और बिस्तर पर लेट गया। बिस्तर पर लेटते ही सोनू गहरी नींद की आगोश में समा गया और अब वो सपना देख रहा था। सोनू ने सपने में देखा कि वो फिर से अपनी मर्दानगी पा चूका है और उसकी शादी रिया से होने जा रही है। सोनू बहुत खुश था, देखते ही देखते सोनू और उसकी दुल्हन रिया मंडप पर थे, दोनों ने सात फेरे लिए, सोनू ने रिया की मांग में सिन्दूर भरा और उसके गले में मंगलसूत्र पहनाया और उसके नाक में बड़ी वाली नथिया पहनाने के बाद कन्यादान हुआ। सोनू को उसकी दुल्हन सौंप दी गयी और देखते ही देखते दोनों सुहागरात की सेज़ पर थे। सोनू ने अपनी दुल्हन का घूँघट उठाया और उसके नाक से वो नथिया उतारकर उसे एक गिफ्ट दिया। गिफ्ट देखकर रिया काफी खुश हो गयी और सोनू से लिपटकर अपने प्यार का इज़हार करने लगी। सोनू ने रिया को फ्रेंच किस किया और रोया ने सोनू को रिटर्न किस किया। थोड़ी ही देर में दोनों पूरी तरह से न्यूड थे और एक दूसरे की बाहों में भी। अब सोनू और रिया के बीच का रोमांस चरम पर था और सोनू ने रिया की वजाइना पर अपना लंड टिका दिया था। रिया उसे रोकने की कोशिश करने लगी लेकिन सोनू नहीं माना और उसने एक झटके में रिया की वजाइना में अपना लंड घुसा दिया लेकिन ये क्या? सोनू का लंड गायब हो चूका था और रिया का लंड उसकी वजाइना के अंदर झटके दे रहा था। जब सोनू ने रिया को देखा तो रिया गायब हो चुकी थी और राज उसके ऊपर चढ़ा हुआ उसी समय राज का मोटा लम्बा लंड सोनू की वजाइना में घुस चूका था। सोनू की नींद खुल चुकी थी, अचानक राज उसकी वजाइना में यूँ अपना लंड घुसा देगा, इसकी उम्मीद सोनू को सपने में भी नहीं थी। 

सोनू- ये क्या कर रहे हैं आप?

राज - वही जो एक पति को अपनी पत्नी के साथ करना चाहिए!

सोनू -लेकिन बिन बताये?

राज - ओह्हो, तो मेरी दुल्हन को रोमांस करना है?

सोनू - नहीं मेरा मतलब वो नहीं था। 

राज - तो क्या मतलब था मेरी प्यारी सी सोनू रानी का?

सोनू - कुछ नहीं!

उसके बाद राज ने सोनू के जिस्म से फेक बूब्स को उसकी छाती से अलग करके उसके निप्पल्स को चूसने लगा और सोनू के मुँह से शीतकारियाँ निकलने लगी। राज का लंड अभी भी सोनू की वजाइना में था और राज हौले हौले झटके लगाए जा रहा था। हर झटके के साथ सोनू की आहें निकलती जो राज को और भी एक्साइटेड कर रही थी। धीरे धीरे राज ने अपनी स्पीड बढ़ाया और सोनू के दोनों निप्पल्स को अपने होंठों को चूसता गया। सोनू को अजीब फील हो रहा था, आज शादी की दूसरी रात थी लेकिन राज सोनू के साथ पहली रात की तरह ही सुहागरात मना रहा था। पूरी रात राज ने सोनू के साथ तीन राउंड हार्डकोर सेक्स किया, कभी खड़े खड़े, कभी बाथटब में तो कभी घोड़ी बनाकर तो कभीदोनों टाँगे फैलाकर सोनू चोदता रहा। और सोनू किसी अबला औरत की तरह आंसू बहाता रहा। आज सोनू को तीन बार ओर्गास्म हुआ वो भी ठीक उसी वक़्त जब जब राज ने उसकी वजाइना के अंदर अपना स्पर्म डिस्चार्ज किया। सोनू को नहीं पता चला कि उसे कब नींद ने अपनी आगोश में ले लिया था लेकिन अगली सुबह सोनू की नींद खुली तो वो अपने पति के बाहों के आगोश में समाया हुआ था। किसी तरह सोनू ने खुद को राज से अलग किया, फ्रेश हुआ फिर साड़ी पहनकर तैयार हुआ और पिछली सुबह की तरह गले में मंगलसूत्र और नाक में बड़ी वाली नथिया पहनकर तैयार हुआ। 

अभी सोनू अपनी मांग भरने ही जा रहा था कि राज ने सोनू को अपनी बाहों में जकड लिया और उसकी गुलाबी ग्लॉसी लिप्स पर स्मूच करने लगा। थोड़ी देर बाद सोनू का मेकअप पूरी तरह से खराब हो चूका था लेकिन राज को ब्लोजॉब का मजा चाहिए था। पहले तो सोनू ने मना करने की कोशिश की लेकिन राज नहीं माना और उसकी मुँह अपना लंड घुसा कर ब्लोजॉब एन्जॉय करने लगा। 

डीप थ्रोट ब्लोजॉब का मजा लेने में राज को ज्यादा टाइम नहीं लगा और थोड़ी देर में उसने सोनू के मुँह के अंदर ही अपना स्पेर्म्स डिस्चार्ज कर दिया जो सोनू के गले को तर करते हुए उसके पेट में चला गया। सोनू बहुत शर्मिंदा था, वो ये क्या कर रहा था, जिसके बारे में उसने सपने में भी कभी नहीं सोचा था लेकिन अब राज उसका पति था और अपने पति की बात मैंने के लिए सोनू बेबस था। ब्लोजॉब के बाद सोनू वाशरूम में फिर से ब्रश करने गया तो राज उसे देखकर हंसने लगा। 

राज - सोनू रानी, अब इन सब की आदत डाल लो! 

सोनू राज की बातों का कोई जवाब नहीं दिया, उसने अपनी आँखों से आंसू पोंछे और ब्रश करने के बाद अपना मेकअप ठीक किया और तभी राज ने सोनू को दुबारा अपनी बाहों में कस लिया और उसकी मांग में अपने हाथों से सिन्दूर भर दिया। तभी कमरे के दरवाज़े पर नॉक हुआ। जब सोनू ने दरवाज़ा खोला तो रिंकी ने उसे बताया कि रिया उससे मिलने आयी है। सोनू नीचे रिया से मिलने आया तब वो घूँघट में था और रिया को नमस्ते करके उसे बैठने को कहा। रिया अपने बॉयफ्रेंड को ऐसे देखकर अपने आंसू नहीं रोक पायी। 

रिया - शादी की बहुत बहुत बधाई हो सोनू! आज तुम अपने पति के साथ हनीमून पर जाने वाली हो और जब मैंने ये सुना तो मैंने सोचा कि क्यों ना तुम्हे तुम्हारा गिफ्ट दे दूँ जो शादी पर नहीं दे पायी थी। 

सोनू को हनीमून के बारे में कोई आईडिया नहीं था लेकिन सोनू ने रिया से गिफ्ट लिया और उसके लिए नाश्ता बनाने किचन में आ गया। रिया भी सोनू की सास से इज़ाज़त लेकर किचन में आ गयी। 

सोनू - रिया, तुम यहाँ?

रिया - क्यों, किचन में तुम्हारी हेल्प नहीं कर सकती मैं?

सोनू - नहीं रिया, तुम जाओ कमरे में बैठो, मैं नाश्ता बनाकर लेकर आती हूँ!

रिया - वाओ सोनू, दो ही रात में राज ने तुम्हारे अंदर की लड़की को जगा दिया। 


सोनू - नहीं ऐसी कोई बात नहीं है रिया!

रिया - फिर तो राज की शिकायत करनी पड़ेगी!

सोनू - नहीं नहीं रिया, ऐसा मत करना। 

रिया - तुम तो पतिव्रता औरत की तरह बात कर रही हो सोनू!

सोनू - आई डोंट नो!

रिया - तो सुहागरात कैसी रही!

सोनू - अच्छी थी!

रिया - तुम्हारे और राज के बीच क्या क्या हुआ!

सोनू - सॉरी रिया, वो मैं नहीं बता सकती!

रिया - दुल्हन को लाज आ रही है?

सोनू - हम्म!

रिया - हनीमून पर कहाँ जा रही हो, बताओ तो!

सोनू - आई  डोंट नो रिया, इस बारे में उनसे कोई  बात नहीं हुई!

रिया - एक  बात कहूं, बुरा तो नहीं मानोगे सोनू! सॉरी बुरा तो नहीं मानोगी!

सोनू - बोलो रिया!

रिया - इस शादी से तुम खुश तो हो ना सोनू!

सोनू - आई डोंट नो रिया! मुझे नहीं पता कि मेरा एक मर्द की दुल्हन बनने का फैसला सही है या गलत। लेकिन तुम मुझसे बेहतर डिज़र्व करती हो रिया, मेरे लिए अपनी लाइफ बर्बाद मत करना, अच्छा सा मर्द देखकर शादी करके अपना घर बसा लेना!

रिया - हाँ सोनू, जैसे तुमने एक मर्द से शादी करके अपना घर बसा लिया। अपने बॉयफ्रेंड को ऐसे एक मर्द की दुल्हन बनी देख मुझे बहुत दुःख हो रहा है। मैंने तुमसे और अंकल से कहा भी था कि शादी मत करो, मैं तुम्हारे साथ ऐसे भी रह लेती सोनू, लेकिन ना तो तुमने मेरी बात मानी और ना ही रमेश अंकल ने। और तुम्हारी शादी उस सख्स से करवा दी गयी जिसका प्रपोजल मैंने ठुकराकर तुम्हारा प्रपोजल एक्सेप्ट किया था। आज मेरे बॉयफ्रेंड को उसी बंदे ने अपनी पत्नी बना लिया है और मैं कितनी बेबस हूँ कि मैं कुछ नहीं कर पा रही! 

इतने में किचन में राज आ गया और रिया को देखकर सुरप्राइज़्ड हो गया। जैसे ही सोनू ने राज को देखा, उसने अपने घूँघट से अपना चेहरा ढंक लिया। 

राज - रिया, तुम यहाँ? सोनू के बिना मन नहीं लगा रहा है तुम्हारा?

रिया - वो तो मैं सोनू से मिलने आ गयी थी। 

राज - अच्छा किया, वैसे भी अपने बॉयफ्रेंड से दूर रहने की आदत नहीं है तुम्हे!

रिया - हम्म! सही कहा!

इतने में राज ने सोनू को पीछे से रिया के सामने ही जकड लिया और उसका घूँघट हटा दिया। 

सोनू - ये आप क्या कर रहे हैं!

राज - क्यों, अपनी नई नवेली दुल्हन के साथ रोमांस करना, क्या गलत बात है?

इतने में राज ने सोनू के होंठों को अपनी तरफ घुमाया और उसे रिया के सामने ही स्मूच करने लगा। अपने बॉयफ्रेंड को ऐसे किसी मर्द की बाहों में किस करते देख रिया की आँखें भर आयीं। 

राज - तो मेरी सोनू रानी क्या पका रही है, अपनी एक्स गर्लफ्रेंड के लिए? 

सोनू - मूंगदाल का हलवा!

राज - वाओ, ये तो मेरा फेवरेट है रानी! मुझे बड़ी भूख लगी है, जल्दी से हलवा लेकर डाइनिंग टेबल पर आ जाना नहीं तो मैं तुम्हे ही ना खा जाऊँ। 

फिर किचन से जाने से पहले राज ने सोनू को एक बार फिर से रिया के सामने स्मूच किया और वहाँ से चला गया। 

राज के जाते ही रिया - वाओ सोनू रानी, तुम्हारा पति तो सच में तुमसे बहुत प्यार करता है !

सोनू (शरम से पानी पानी हो चुकी थी) - नहीं रिया, ऐसा कुछ भी नहीं है!

रिया - बिलकुल ऐसा ही है सोनू रानी! अब तुम मेरे बॉयफ्रेंड नहीं रहे, राज की बीवी बन चुके हो और यही सही है तुम्हारे लिए! वैसे राज किसी ड्रीम प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है, मुझे सौरभ ने बताया!

सोनू - ड्रीम प्रोजेक्ट? सौरभ तो कॉलेज में हमारा सीनियर था ना, भले ही वो भी राज का जूनियर रहा हो, वो कहाँ मिल गया तुम्हे?

रिया - सौरभ जूनियर रेजिडेंट है एम्स में! और उसका रिश्ता आया है मेरे लिए! बातों बातों में सौरभ ने मुझे बताया कि राज किसी ड्रीम प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है जो काफी इनोवेटिव है और अगर उसका प्रोजेक्ट सक्सेस हुआ तो उसे अच्छा नाम और फेम भी मिलेगा!

सोनू - तो राज का ड्रीम प्रोजेक्ट क्या है?

रिया - वो तो मैं तुमसे जानना चाह रही थी सोनू, मुझे लगा तुम्हारे पति ने तुम्हे इस बारे में बताया होगा!

सोनू - नहीं उन्होंने मुझे इस बारे में कुछ नहीं बताया! मैं जानकार भी क्या करुँगी?

रिया - मैंने इन्वेस्टीगेट करवाया है सोनू, राज का ये ड्रीम प्रोजेक्ट तुमसे जुड़ा है। इसके बारे में जितना जानोगी, तुम्हारे लिए उतना ही अच्छा होगा!

सोनू - मुझसे जुड़ा है? 

रिया - हाँ सोनू रानी! चलो छोड़ो, मुझे भी भूख लगी है, चलो हलवा खाते हैं। 

फिर रिया भी डाइनिंग हॉल में जाकर बैठ गयी और सोनू ने राज और रिया को हलवा सर्व किया। उस रात राज शराब पीकर घर आया था और जब रात को वो कमरे में गया तो उसने देखा कि सोनू ने नाक में नथिया नहीं पहना हुआ है और फिर से सो रहा था। राज ने सोनू को सोते में ही एक जोरदार थप्पड़ जड़ दिया। सोनू अचानक थप्पड़ खाकर रोने लगा। 


राज - बेहया, तुझे नथिया उतारने को किसने कहा? 

सोनू (रोते हुए) - इत्तनी से बात के लिए आपने मुझपे हाथ उठाया! आप शराब पी कर आये हैं?

सोनू की बात सुनकर राज ने फिर से सोनू को दूसरे गाल पर थप्पड़ मारा और सोनू बिस्तर पर औंधे मुँह गिर गया और रोने लगा। 

राज - जुबान लड़ाती है, बेशरम!
  
सोनू को राज की ये हरकत बिलकुल भी समझ में नहीं आ रही थी। एक ओर जहाँ सुबह राज इतने अच्छे मूड में उससे अपना प्यार जता कर ऑफिस गया था वहीं अभी इतने गुस्से में क्यों था, उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था। फिर सोनू ने खुद को संभाला और चुपचाप सर झुका कर बिस्तर के कोने पर बैठ गया। राज ने सोनू की नाईटी को अपने हाथों से खोलकर अलग जमीन पर फेंका और सोनू की पैंटी और ब्रा को भी उसके जिस्म से अलग कर दिया।

इससे पहले की सोनू कुछ समझ पाता, राज ने सोनू को अपनी जाँघों पर पेट के बल लिटाया और उसके चुतरों पर थप्पड़ लगाने लगा। सोनू ने ये सब पोर्न साइट्स पर देखा था और ये बीएसडीएम की कामुक कलाओं में से एक था। 


राज तबतक सोनू के चुतरों पर थप्पड़ लगाता रहा जबतक सोनू के दोनों चुतर लाल नहीं हो गए। फिर राज ने सोनू को जमीन पर घुटनों के बल बिठाकर उसके मुँह में अपना लंड घुसा कर तबतक ब्लोजॉब देता रहा, जबतक राज का स्पर्म डिस्चार्ज नहीं हो गया और उसने सोनू को वो स्पर्म पी जाने को कहा। 


सोनू के पास कोई ऑप्शन नहीं था, वो चुपचाप अपने पति के स्पेर्म्स को पी गया। फिर राज ने सोनू के दोनों हाथों को पलंग के दोनों कार्नर पर बाँध दिया और उसकी दोनों टांगो को हवा में फैलाकर उसे चोदना शुरू कर दिया। सोनू जोर जोर से चिल्ला रहा था, रेहम की भीख मांग रहा था लेकिन राज नहीं माना और उसे जी भर के चोदा। उसके बाद राज ने उस रात सोनू के साथ बीएसडीएम के चार अलग अलग पोसिशन्स ट्राय किये और उसे तबतक चोदता रहा, जबतक सोनू बेहोश नहीं हो गया। 





जब सोनू बेहोश हो गया और उसके शरीर में खड़ा होने तक की हिम्मत नहीं बची तो राज ने सोनू की गांड में अपना लंड घुसा दिया और सोनू को बेहोशी की स्थिति में आधी रात तक चोदता रहा और फिर उसकी वजाइना में अपना लंड घुसाकर सोनू को अपनी बाहों में कसकर सो गया। अगली सुबह जब सोनू की नींद खुली तो उसने देखा कि हर रोज़ की तरह आज भी वो अपने पति की बाहों में था। 

सोनू की वजाइना में अभी भी उसके पति का लंड ऐसे तना हुआ था मानो अभी एक राउंड सेक्स और करना चाहता हो लेकिन सोनू सेक्स के मूड में बिलकुल भी नहीं था। सोनू को पता चल चूका था कि राज को उसे प्यार से हैंडल करना पड़ेगा। रात को सोनू के साथ जो कुछ भी राज ने किया उसे भूलने का नाटक करके सोनू ने बड़े प्यार राज को नींद से  जगाया और उससे रिक्वेस्ट किया कि उसे छोड़ दे ताकि वो फ्रेश होने जा सके। राज की नींद खुली तो उसने सोनू की वजाइना में पांच तेज़ स्ट्रोक्स लगाए और फिर अपना लंड सोनू की गीली वजाइना से बाहर निकाल कर उसे जाने दिया। सोनू वाशरूम में पहुंचा, आईने में खुद को देखा, शावर ऑन किया और उसके नीचे बैठकर रोने लगा। सोनू को अपने इस फैसले पर अब शर्मिंदगी और पछतावा होने लगा था कि आखिर उसने राज से शादी के लिए हाँ किया ही क्यों! आखिर एक मर्द से शादी करना इतना भी जरुरी तो नहीं था लेकिन अपने फैसले का पछतावा और राज का यूँ उसे हर रोज़ जबरदस्ती सेक्स करना उसे अंदर ही अंदर तोड़ने लगा था। 

नहाने के बाद सोनू हर रोज़ की तरह तैयार हुआ और पूजा करने के बाद, अपने सास ससुर से सौभाग्यवती भवः का आशीर्वाद लेकर किचन में चला गया और खाना पकाने लग गया। सोनू बहुत स्वादिष्ट खाना पकाता था और कॉलेज टाइम से ही उसे खाना पकाने का बड़ा शौक था। अपने इसी शौक की वजह से सोनू ने टेस्टी डिशेस और सॉफ्ट रोटी, टेस्टी सब्जी, इडली सांभर, वडा, और भी नार्थ इंडियन, साउथ इंडियन खाना पकाना सीख रखा था और सोनू के यही स्किल्स  जो आज उसे ससुराल में काम आ रहा था। सोनू के सास ससुर बहुत ही अच्छे दिल के थे, सोनू की दोनों ननदें भी बहुत शांत स्वाभाव की थीं। लेकिन अपने पति से हर रोज़ रात को तिरस्कृत होना सोनू को बहुत आहात कर रहा था। उस दिन दोपहर में राज ने कॉल किया और सोनू को तैयार रहने को कहा कि कुछ साड़ियां और गहने भी पैक कर लेने को। सोनू को समझ नहीं आया लेकिन  उसके पति का कहा वो टाल भी तो नहीं सकता था। सोनू ने बैग पैक कर लिया और ब्राउन साटन साड़ी, बैकलेस चोली, हाई हील्स और हैवी ऑर्नामेंट्स के साथ लाइट मेकअप करके सोनू तैयार होकर अपने पति के आने का इंतज़ार करने बैठ गया। 

थोड़ी देर में राज घर आया तो उसने अपनी माँ और डैड को बताया कि आज वो सोनू को हनीमून पर गोवा लेकर जा रहा है। सोनू के सास ससुर और ननदें ये सुनकर बहुत खुश हो गयीं और कमरे में आकर सोनू को पूरी बात बता दी। सोनू को समझ नहीं आ रहा था कि हनीमून पर अपने पति के साथ गोवा वाली बीच पर घूमना कैसा महसूस होगा। एक वक़्त था जब सोनू रिया के साथ गोवा में हनीमून मनाने के सपने देखा करता था और आज ये एक दिन है जब सोनू को एक मर्द ब्याह कर अपने साथ पंद्रह दिनों के लिए गोवा लेकर जाने वाला है। 
अब सोनू अपने लंड को बहुत मिस करने लगा था और राज से शादी का पछतावा भी। उस दिन राज सोनू फ्लाइट से को गोवा ले आया और उसके साथ एक फाइव स्टार रिसोर्ट में चेकइन किया। रिसोर्ट में चेकइन करते ही राज सोनू के साथ रोमांस करने लगा और देखते ही देखते दोनों न्यूड हो चुके थे। थोड़ी देर बाद राज सोनू को अपनी बाहों में उठाकर उसके होंठ चूमते हुए वाशरूम वाले बाथटब में आकर बैठ गया। राज ने सोनू को अपने लंड पर बिठा लिया और बाथटब में ही उसके साथ सेक्स करने लगा। सोनू की कमर अब राज के पुरे कण्ट्रोल में थी और सोनू को अपने लंड की सवारी करवाने में भी राज को बहुत मजा आ रहा था। सोनू अपनी आँखों से निकलते आंसू को रोकने की कोशिश कर रहा था लेकिन राज की आँखें बंद थी, चेहरे पर कुटिल मुस्कान थी और उसे देखकर सोनू को इस बात का पूरा एहसास हो रहा था कि अब यहाँ से कोई युटर्न नहीं है जिससे वो अपनी पुरानी लाइफ को पा सके और अब उसने अपने फेट को एक्सेप्ट कर लिया था और अपने बाहों का हार राज के गले में डालकर सोनू भी एन्जॉय करने लगा था। आधे घंटे के हार्डकोर सेक्स के बाद जब राज का स्पर्म सोनू की वजाइना में एंटर हुआ, सोनू को ओर्गास्म हो गया और सोनू बेसुध होकर अपने पति की बाहों में झूल गया। शाम को सोनू की नींद खुली तो वो बिस्तर पर नंगा लेटा हुआ था, उसके बदन पर सफ़ेद चादर थी और उसकी नाक में बड़ी से नथिया थी। 


सोनू समझ चूका था कि ये नथिया उसके पति ने उसे पहनाया होगा और जागने के बाद फ्रेश हुआ और सोफे पर सोनू के लिए एक ब्लैक मिनीस्कर्ट, गोल्डन हील्स, कुछ लाइट ऑर्नामेंट्स और एक लेटर रखा था। लेटर में लिखा था कि जब सोनू की नींद खुले तो उसे कॉल करे! वहां सोनू का फ़ोन भी था और लेटर पढ़ने के बाद सोनू ने अपने पति को कॉल किया। राज ने कहा कि थोड़ी देर में एक ब्यूटीशियन भिजवा रहा है और जब वो आएगी तो मिनीस्कर्ट में रेडी करेगी! 
सोनू ने अपने पति की बात सुनी, उसे हाँ कहा और कॉल कट हो गया। थोड़ी देर बाद वहां एक ब्यूटीशियन के साथ राज वहां आ गया और ब्यूटीशियन ने सोनू को ब्लैक मिनी स्कर्ट में बिना ब्रा के रेडी कर दी। उसके बाद सोनू के गले में चेन, कलाई में दोनों कलाइयों में एक एक दर्ज़न सुहाग का चूड़ा का सेट, नाक में सोने की लौंग, कानों में बड़ी बड़ी सोने की बालियां, बालों का जुड़ा बनाने के बाद लाइट मेकअप किया और सोनू को रेडी कर दी। सब होने के बाद ब्यूटीशियन अपना पैसा लेकर वहां से चली गयी, तब राज ने सोनू के गले में मंगलसूत्र पहनाया और साथ ही उसकी मांग में सिन्दूर भी भर दिया और फिर राज सोनू को अपने साथ गोवा वाली बीच पर घूमने निकल गया। सबसे पहले राज सोनू को मांड्रेम बीच ले गया जहाँ कपल्स की भरमार थी। वहां ज्यादातर औरतें बिकिनी या लिंगरी में ही थी, कुछ एक ने वेस्टर्न ड्रेसेस या गाउन पहना हुआ था लेकिन मर्दों के जिस्म पर एक अंडरवियर के सिवा कुछ भी नहीं था। सभी खुली छाती लिए अपनी अपनी पत्नियों या गिर्ल्फ्रेंड्स के साथ एन्जॉय कर रहे थे। राज ने भी सोनू के साथ खूब एन्जॉय किया, कपल फोटोशूट के लिए कैमरामैन भी उपलब्ध थे तो राज ने सोनू के साथ रोमांटिक कपल शूट भी करवाया। 
शाम ढली तो राज सोनू को अपने साथ पास के नाईट क्लब में ले गया और वहां भी एक पल के लिए भी सोनू के साथ रोमांस करने के एक भी मौका नहीं छोड़ा। सबके सामने यूँ अपने पति को रोमांटिक होता देख सोनू काफी ऐम्बर्रेस फील कर रहा था लेकिन वो कुछ नहीं कर सकता था, सिवाए अपने पति की बात मानने के।  नाईट क्लब से आधी रात को सोनू अपने पति के साथ होटल वापिस आया। होटल रूम में आते ही राज ने सोनू को बिस्तर पर लिटाकर उसके साथ फिर से रोमांस करने लगा। 

सोनू - अभी दिन में ही तो आपने ... !

इससे पहले की सोनू अपनी बात पूरी करता, राज ने अपने होंठों से उसके रसीले होंठों को सील दिया। काफी देर तक राज सोनू को स्मूच करता रहा और फिर थोड़ी देर बाद दोनों पूरी तरह से न्यूड हो चुके थे। सोनू की छाती से फेक बूब्स अलग हो चूका था और अब वो पूरी तरह से अपने पति की बाहों के आगोश में था। 

पूरी रात राज ने सोनू के साथ जी भर के हार्डकोर सेक्स किया। कभी सोनू को खड़े खड़े चोदता, तो कभी उसकी टांगें फैलाकर उसकी गांड में लंड डालकर चोदता, कभी सोनू को अपने लंड की सवारी कराता तो कभी बाथटब सेक्स। सोनू भी अब अपने पति को फुल सपोर्ट कर रहा था और एक पतिव्रता स्त्री की भांति उसकी बात दिल से मान रहा था। अगले तेरह दिनों तक राज सोनू को गोवा के अलग अलग बीचेस पर घूमता रहा और सोनू ने भी अपने लिए काफी शॉपिंग की। इन चौदह दिनों में सोनू और राज के बीच एक बॉन्डिंग बनने लगा था और राज को देखकर सोनू का दिल धड़कने लगा था। सोनू का फिगर भी इन चौदह दिनों में काफी बदल गया था। सोनू के हिप्स पहले से काफी वाइड हो गए थे, चेहरे पर पहले से ज्यादा ग्लो आने लगा था, चेस्ट पहले से काफी ज्यादा राउंड और एए शेप से बीबी शेप में कन्वर्ट हो चूका था। सोनू के बॉडी की सॉफ्टनेस काफी ज्यादा हो चूका था और अब जब कभी भी राज सोनू के गालों पर, या चेस्ट पर जब कभी भी किस करता तो चेहरे पर या चेस्ट पर या गले पर दाग हो जाता।  सोनू अब पहले से ज्यादा इमोशनल हो गया था और बात बात पर इमोशनल हो जाना, राज को देखकर अब सही मायनों में सोनू को शरम आने लगता, ऑर्नामेंट्स, साड़ी, लहँगा चोली देखकर सोनू के अंदर खुद को सजने संवारने की चाह बढ़ने लगी थी।

हनीमून से रिटर्न आने के साथ ही सोनू ने पहले दिन से ही घर संभाल लिया। अपने सास ससुर और दोनों ननदों का दिल जितने में सोनू ने समय नहीं लगाया और एक अच्छी बहु बनकर अपने सास ससुर की सेवा करने लगा था। सोनू अब खुद को औरत मानने लगा था और वो अपनी इस आइडेंटिटी से बहुत खुश रहने लगा था। सोनू को जब भी समय मिलता, वो अपनी दोनों ननदों के साथ बैठकर बातें करता और जब राज ऑफिस से घर आता तो उसके जूते खुद से उतारता, उसके लिए पानी लेकर आता और उसके बैग को अपने कमरे में रख आता। एक पतिव्रता और संस्कारी औरत की तरह सोनू अब अच्छी बहु और अच्छी पत्नी होने का अपने फ़र्ज़ निभा रहा था। इधर सोनू ने रिया की बातों पर जरा भी ध्यान नहीं दिया था जो उसदिन वो उससे कहकर गयी थी। सोनू को जरा भी अंदाजा नहीं था कि रिया राज के जिस ड्रीम प्रोजेक्ट का जिक्र करके गयी थी, वो आखिर था क्या! लेकिन एक दिन अचानक रिया ने सोनू को कॉल किया और उसे मिलने को कहा। सोनू ने रिया से घर आ जाने को कहा लेकिन रिया वहां आने को तैयार नहीं हुई। फिर एक दिन सोनू ने राज से कहा कि उसे रिया से मिलने का मन है और राज मान गया। सोनू अपने पति के साथ रिया से मिलने आया। वैसे तो राज रिया से मिलने के मूड में बिलकुल भी नहीं था लेकिन सोनू चाहती थी कि जो कुछ भी बात हो वो अपने पति के सामने करे। बहुत ही बड़े रेस्ट्रॉन्ट में रिया ने राज और सोनू को मिलने बुलाया। राज और सोनू रिया से मिले, तीनों बड़े प्यार से बैठे और आपस में बातें करने लगे कि तभी रिया ने राज से कुछ ऐसा पूछ लिया, जिसके जवाब देने लिए राज तैयार नहीं था।

रिया - बताओ ना राज, मैंने सुना है कि तुम किसी ड्रीम प्रोजेक्ट पर कॉलेज के दिनों से ही काम कर रहे हो?  

राज - हाँ, रिया! वो मेरा ड्रीम प्रोजेक्ट है और जब मेरा ड्रीम प्रोजेक्ट पूरा होगा, उस दिन  तुम्हे इस बारे में सबकुछ बताऊंगा!

रिया - नहीं राज, मैं अभी जानने के लिए उत्सुक हूँ, प्लीज् बताओ ना!

सोनू - बता दीजिये ना!

राज दो लड़कियों के बीच बैठा, अपने प्रोजेक्ट के बारे में वैसे तो कुछ भी नहीं बताना चाहता थे लेकिन वो सोनू की बात नहीं टालना चाहता था। लेकिन इससे पहले कि राज सोनू के बारे में कुछ कहता, सोनू को वाशरूम जाने की तलब हुई और वो एक्सक्यूज़ मी कहकर वाशरूम चला गया। 

राज - मेरा ड्रीम प्रोजेक्ट तुम्हारे सामने है रिया!

रिया - मेरे सामने? मतलब!

राज - सोनू ही मेरा ड्रीम प्रोजेक्ट है और वो भी कॉलेज के दिनों से !

रिया - व्हाट! आर यू सीरियस!

राज - महम्म! मेरी खूबसूरत पत्नी ही मेरी ड्रीम प्रोजेक्ट है, तुम्हे शायद सोनू ने बताया नहीं कॉलेज के दिनों में?

रिया - क्या नहीं बताया सोनू ने?

राज - उस दिन के बारे में सोनू ने कुछ भी नहीं ब्ताया?

रिया- क्या नहीं बताया सोनू ने मुझे!

राज - मुझे लगा कि सोनू ने तुम्हे ये बात बताई होगी, लेकिन अब लगता है कि तुम्हे इस बारे में सोनू ने कुछ भी नहीं बताया। 

रिया - हम्म! तो तुम बता दो राज!

राज - कॉलेज के दिनों में जब तुमने मेरा प्रपोजल ठुकराया था ये बात उस वक़्त की है।  उस रोज़ लैब में कोई नहीं था और जब मैं वहां गया तो मैंने देखा कि सोनू मास्टरबेट कर रहा है और साथ ही मोबाइल में ब्लूफिल्म भी देख रहा था। उस रोज़ लाइफ में पहली बार मैंने किसी क्यूट लड़के को न्यूड देखा था और इसी दौरान सोनू की नज़र मुझपे पड़ी। सोनू ने तुरंत मुझसे माफ़ी मांगी और किसी से इस बात को नहीं बताने की रिक्वेस्ट की। लेकिन उस समय सोनू वो बंदा था जिसके लिए उस लड़की ने मुझे ठुकराया था जिससे मैं तहे दिल से प्यार करता था और मैंने मौके का पूरा फायदा उठाया। मैंने सोनू के सामने शर्त रखी कि अगर वो मुझे एक ब्लोजॉब दे दे तो मैं इस बात को सीक्रेट रखूँगा। 

रिया - व्हाट द फ़क!

राज - हम्म यस रिया, इट्स ट्रू! सोनू ने मेरी शर्त मान ली और उस दिन मुझे लाइफ में पहली बार सोनू ने वो चरमसुख दिया जो मुझे किसी लड़की से मिलना बिलकुल तय नहीं था। 

रिया- व्हाट द फ़क राज! तुमने ये सब सोनू के साथ किया, छी राज! सोनू तुम्हारा जूनियर था, मास्टरबेट करना कोई गलत बात नहीं होती, सभी लड़के करते हैं लेकिन तुमने मेरे सोनू की मासूमियत का फायदा उठाया! वही मैं कहूं कि दो तीन दिनों तक सोनू ने मुझसे कॉल पर बात क्यों नहीं की और कॉलेज भी बंक किया। 

राज - तुम्हारा बॉयफ्रेंड सोनू अब मेरी प्यारी दुल्हन सोनू रानी है रिया, इस बात को मत भूलना! उस दिन मेरे अंदर सोनू को लेकर फीलिंग्स जाग गयी थी और उसी दिन मैंने सोच लिया था कि अब मैं शादी करूँगा तो सोनू से ही करूँगा। उस दिन से मैंने एक खास तरह का सीरम पर काम करना शुरू कर दिया जिससे कि मैं किसी भी लड़के को धीर धीरे लड़की बना सकूँ! पिछले साल मैंने उस सीरम को सक्सेस्स्फुल्ली डेवेलोप कर लिया था और जब मैंने ट्रायल में एक चूहे को चुहिया बना दिया, तब मैंने सोचा कि क्यों ना किसी तरह ये सीरम मैं सोनू को पीला दूँ, ताकि सोनू औरत बन जाये। लेकिन कुछ दिनों के बाद ही मेरे पास एक एक्सीडेंट केस आया, सोनू का! वैसे तो सोनू को ज्यादा चोटें नहीं आयी थी और ना ही सोनू का इनर पार्ट इंजर्ड हुआ था। मैंने तो बस मौके का फायदा उठाया और सोनू के पापा को ये बात बताई कि सोनू का इनर पार्ट् डैमेज हो चूका है और उसे काटकर हटाना पड़ेगा! सोनू के पापा मान गए और मैंने सोनू का लंड काटकर उसकी जगह एक वजाइना को डेवेलोप करना शुरू कर दिया। पिछले साल हॉस्पिटल में ही मैंने सोनू का वजाइना डेवेलोप कर दिया लेकिन इस बात से सोनू अंदर ही अंदर टूट चूका था कि उसका लंड अब उसके शरीर का हिस्सा नहीं रहा था। अपनी वजाइना को जब सोनू ने पहली बार देखा, तब वो बहुत रोई, फिर नर्स ने मुझे बुलाया और मैंने सोनू के दिल में खुद के लिए जगह बनाया। उस दिन से आज तक सोनू एचआरटी पर है यानी कि हॉर्मोन्स रिप्लेसमेंट थैरपी। सोनू का शरीर अब सत्तर प्रतिशत औरत के शरीर में बदल चूका है और तीन महीने और बचे हैं। सोनू का एचआरटी ख़त्म होने के तुरंत बाद ही मैं सोनू को वो सीरम पिलाऊंगा और फिर सोनू पूरी तरह से औरत बन जाएगी और फिर मेरे बच्चों को भी जन्म देगी। 

रिया - व्हाट द फ़क! राज, तुम सोनू के साथ ऐसा कैसे कर सकते हो?

राज - क्यूंकि सोनू ही मेरा ड्रीम प्रोजेक्ट है। अगर सोनू मेरी लाइफ में नहीं आती, तो शायद मुझे इस सीरम को बनाने में कोई रूचि नहीं रहती। लेकिन उस दिन सोनू मेरी लाइफ में आयी और मेरी पूरी जिंदगी ही बदल गयी और देखो आज सोनू मेरी पत्नी है। मेरी सपनो की रानी को पाने के लिए मैंने जो कुछ भी किया उसका मुझे कोई पछतावा नहीं है। 

रिया - लेकिन ये गलत है, सोनू को लड़की बनाकर, इसे अंदर से तोड़कर, मुझसे अलग करके तुम्हे क्या हासिल हो गया राज! सोनू भले ही आज तुम्हारी पत्नी हो, लेकिन वो आज भी मुझसे ही प्यार करती है और हमेशा करती रहेगी और ये गलत बात है राज!

राज - एवरीथिंग इज़ फेयर इन लव एंड वॉर रिया और मैंने उसे अपनी दुल्हन के रूप में पा लिया है। और मेरा सीरम भी काम कर रहा है, कुछ ही दिनों में मैं इस सीरम को दुनिया के सामने इंट्रोड्यूस करूँगा और नाम भी कमाऊंगा और पैसे भी!

रिया - तुम्हे सिर्फ अपनी पड़ी है राज, तुम इतने सेल्फिश हो सकते हो, ये मैं नहीं जानती थी।   

इससे पहले कि रिया कुछ और कहती, सोनू वाशरूम से वापिस आकर दोनों के बीच बैठ गया। रिया सोनू को एकटक देखे जा रही थी और उसकी आँखों में आंसू थे। सोनू - रिया, तुम रो रही हो?


रिया - नहीं सोनू, बस ऐसे ही!

राज - अच्छा लगा रिया तुमसे मिलकर! 

रिया - हम्म! मुझे भी!

रिया सोनू को सबकुछ बता देना चाहती थी लेकिन फिर उसने सोचा कि अब सोनू को वापिस लड़का बनाया तो नहीं जा सकता और सोनू राज की लीगल वाइफ बन चूका था इसीलिए रिया ने फैसला किया कि वो सोनू को इस बारे में कुछ नहीं बताएगी! रिया के जाने के साथ ही राज सोनू को अपने साथ एक मॉल में ले गया और उसके लिए ऑर्नामेंट्स और फिर साड़ी की दूकान पर सोनू ने अपने लिए ऑरेंज सिल्क बनारसी साड़ी और अपनी सास के लिए सूती साड़ी खरीदी। शॉपिंग के बाद अपने पति के साथ सोनू घर आ गया, जहाँ सोनू के पापा और उसकी सास आपस में बातें कर रहे थे। 

सोनू अपने पापा को देखकर इमोशनल हो गया और उसकी आँखें भर आयीं। अपने बेटे को एक मर्द की पत्नी और एक घर की बहु के तौर पे देख सोनू के पापा की आँखें भर आयीं। सोनू की सास ने सोनू के पापा को बताया कि जब से सोनू इस घर की बहु बनकर आयी है, इस घर में खुशियां ही खुशियां हैं। सोनू पुरे परिवार का ख्याल रखती है, सास ससुर की सेवा करती है और राज भी सोनू को अपनी दुल्हन के रूप में पाकर काफी खुश है। ये सब सुनने के बाद सोनू के पापा बहुत खुश हुए और अपनी बेटी सोनू को सौभाग्यवती भवः का आशीर्वाद देकर वहां से चले गए। 

अपने पापा से आशीर्वाद लेकर सोनू घर के कामकाज में व्यास हो गया। एक अच्छी बहु और अच्छी पत्नी के तौर पर सोनू अपने पति और सास ससुर की खूब सेवा करने लगा। रिंकी और पिंकी सोनू की घर के कामों में मदद करती और सोनू का मन बेहलाये रखतीं। छह महीने गुज़र चुके, सोनू एक प्रॉपर हाउसवाइफ बन अपने सास ससुर और पति की खूब सेवा कर रही थी। उस दिन सोनू से मिलने एक बार फिर से रिया उसके ससुराल आयी लेकिन इस बार वो अकेली नहीं थी। रिया के साथ उसका होने वाला पति प्रतिक और उसके हाथों में शादी का इनविटेशन कार्ड था। छह महीने बाद रिया सोनू से मिली थी तो उसने सोचा कि क्यों ना अपने एक्स बॉयफ्रेंड के साथ थोड़ा टाइम स्पेंड कर लिया जाये। 

रिया - सोनू, तुम्हारा फिगर तो कमाल का लग रहा है? क्या अभी भी तुम फेक सिलिकॉन के ब्रेस्ट्स पहनी हुई हो?

सोनू - नहीं रिया, मेरे ब्रेस्ट्स नैचरली ग्रो हो रहे हैं और अब मुझे किसी भी फेक ब्रेस्ट्स पहनने की कोई जरूरत नहीं। 

रिया - वाओ सोनू, तुम अब सही मायनों में औरत बन गयी हो, है ना?

सोनू - हाँ, कह सकती हो! वैसे तुम्हारा होने वाला पति क्या करता है?

रिया - मेरे होने वाले असली पति तो एक मर्द की दुल्हन बनी मेरे सामने बैठी है। अब तो पेरेंट्स ने जिससे कहा मैं उसी से शादी कर रही हूँ, प्रतिक नाम है इनका और ये रेलवे में अच्छी पोस्ट पर काम करते हैं!

सोनू - सॉरी रिया! मेरे कारण तुम्हे कितना शर्मिंदा होना पड़ा!

रिया - इसमें तुम्हारी कोई गलती नहीं है सोनू! तुम तो जानते भी नहीं कि तुम्हारे साथ जो कुछ भी हुआ वो क्यों हुआ!

सोनू - तुम क्या कहना चाहती हो रिया?

रिया - नहीं, कुछ नहीं!

सोनू - नहीं रिया, मुझे सच जानना है? मेरे साथ जो कुछ भी हुआ वो क्यों हुआ, ये तुम जानती हो! प्लीज् मुझे बताओ रिया!

रिया - मैं नहीं बता सकती सोनू! 

सोनू - रिया प्लीज्!

रिया - तो सुनो सोनू! तुम्हारे साथ जो कुछ भी हुआ वो सिर्फ इत्तेफ़ाक़ नहीं था। जब तुम्हारा एक्सीडेंट हुआ था तब तुम्हारा प्राइवेट पार्ट पूरी तरह से ठीक था, तुम्हे हलकी फुलकी चोट लगी थी। लेकिन तुम्हारे पति ने तुम्हारे पापा से झूठ कहा कि तुम्हारा प्राइवेट पार्ट बुरी तरह से डैमेज हो गया है और उनसे झूठ बोलकर कंसेंट साईं करवाकर तुम्हारा लंड काट कर उसकी जगह वजाइना डेवेलोप करके तुम्हे पहले तो लड़की बना दिया और फिर तुम्हे अपनी आइडेंटिटी को भूलकर नयी आइडेंटिटी को एक्सेप्ट करने को रेडी किया। उसके बाद तुम्हारे पापा के सामने तुम्हारे लिए हमदर्दी जता कर तुम्हे शादी के लिए रेडी किया और तुम भी राज की बातों में आकर उसकी पत्नी बनने को तैयार हो गयी। तुम्हे ट्रिक किया गया है सोनू, तुम्हे झूठ बोलकर तुम्हे औरत बनाकर फिर ब्याहकर तुम्हे इस घर में ले आया और अब देखो, मेरे बॉयफ्रेंड को एक मर्द की पत्नी बनकर लाइफ गुज़ारना पड़ रहा है।   

सोनू - ये सब जो तुम कह रही हो, क्या तुम पहले से ये सब जानती थी?

रिया - हाँ सोनू, ये सब मैं पिछले सात महीनों से जानती हूँ। 

सोनू - तो फिर तुमने मुझे  बातें पहले क्यों नहीं बताई!

रिया - मैं तुम्हे आज भी ये बात नहीं बताना चाहती थी लेकिन गलती से मुँह से निकल गया। 

सोनू - राज ने मेरे साथ जो कुछ भी किया, ये जानने के बावजूद तुम्हे मुझे बताना चाहिए था रिया! माना कि राज से मेरी दुश्मनी थी लेकिन तुम तो मेरी गर्लफ्रेंड हो ना, तुमने मुझे एक बार भी ये बात क्यों नहीं बताई रिया!

रिया - आई एम् सॉरी सोनू! मुझे पता था कि अगर मैं तुम्हे ये बात बताउंगी तो तुम्हे दुःख पहुंचेगा!

रिया से सच सुनने के बाद सोनू काफी देर तक रोता रहा और रिया के लाख समझाने पर भी वो चुप नहीं हुआ। 

रिया - शांत हो जाओ सोनू! मेरा मतलब तुम्हे हर्ट करने का  कतई नहीं था सोनू!

सोनू - मेरे साथ इतना कुछ हुआ, मैं क्या करूँ, अब तो मेरा मर जाना ही ठीक होगा रिया। शादी के इतने महीनों के बाद अब जब राज से मुझे प्यार होने लगा था, मैं लाइफ में मूव ऑन करने की सोच रही थी रिया लेकिन अब इस सच को जानने के बाद, मैंने अपनी लाइफ में खुद कभी इतना टुटा महसूस नहीं किया। मैं नहीं जीना चाहती रिया, मैं मर जाना चाहती हूँ! मेरे साथ इतना बड़ा धोखा हुआ है, राज मेरे साथ ऐसा कैसे कर सकते हैं, मैं तो उनसे प्यार करती हूँ! 

रिया - देखो सोनू, शांत हो जाओ! मैं नहीं चाहती कि इस सच को जानने के बाद तुम कोई भी गलत कदम उठाओ। देखो सोनू, मैं शादी करने जा रही हूँ, तुम कहती थी ना मूव ऑन करने को, लो मैं मूव ऑन कर रही हूँ, लेकिन अगर तुमने कोई भी गलत कदम उठाया तो मैं भी अपनी जान दे दूंगी!

सोनू - प्लीज् रिया, ऐसा मत कहो! आई लव यू!

रिया - आई लव यू टू सोनू! मेरी शादी में अपने पति के साथ जरूर आना, मैं तुम्हारा इंतज़ार करुँगी!

फिर थोड़ा इमोशन को कण्ट्रोल करने के बाद रिया ने सोनू को अपनी शादी का कार्ड थमाकर वहां से चली गयी। रिया तो जा चुकी थी लेकिन अब सोनू अपने साथ  धोखे को नहीं भूल पा रहा था। सोनू बहुत दुखी था, उसने उस दिन घर का कोई काम नहीं किया और अपने कमरे में बैठा रोता रहा। काफी देर तक जब सोनू कमरे से बाहर नहीं आया तो सोनू की सास ने पिंकी को उसके कमरे में भेजा। सोनू को रोता देख पहले तो पिंकी ने सोनू को चुप कराया!

पिंकी - क्या बात है सोनू भाभी, आप क्यों रो रही हो?

सोनू - नहीं बस ऐसे ही!

पिंकी - आपका तबियत ठीक नहीं है, आप रेस्ट करो!

सोनू को रेस्ट करने को कहकर पिंकी कमरे से बाहर आयी और सोनू की सास को बताया कि सोनू भाभी की तबियत ठीक नहीं है, वो थोड़ा रेस्ट करेगी तो ठीक हो जाएगी। सोनू की सास पिंकी की बात मान गयी और उसने कुछ नहीं कहा। इधर शाम को जब राज ऑफिस से घर वापिस आया तो आज सोनू उसके पास नहीं आया था। अचानक सोनू का बदला हुआ व्यव्हार देखकर राज से नहीं रहा गया और वो सीधे अपने कमरे में गया जहाँ सोनू चुपचाप बैठा था। 

राज - क्या हुआ मेरी सोनू रानी को!

सोनू ने राज के बात का कोई जवाब नहीं दिया और वैसे ही बैठा रहा! राज सोनू के करीब गया लेकिन सोनू उससे दूर जाकर बैठ गया। 

राज - मेरी रानी, क्या हुआ! नाराज़ हो मुझसे!

सोनू - हाँ!

राज - लेकिन क्यों सोनू रानी!

सोनू - क्यूंकि आज मुझे सच्चाई का पता चल चूका है। मेरे एक्सीडेंट के बाद आपने मुझे किस तरह से लड़की बनाने के लिए ट्रिक किया और मुझसे शादी भी की। मेरे प्राइवेट पार्ट को कुछ भी नहीं हुआ था लेकिन फिर भी आपने मेरे पापा से झूठ बोलकर मेरे लंड को कटवा दिया और मुझे लड़की बना दिया। आखिर क्यों किया आपने मेरे साथ?

राज - क्यूंकि मैं तुमसे प्यार करता था सोनू रानी! याद है वो दिन जब तुमने मुझे पहली बार ब्लोजॉब का मजा दिया था, मैंने उसी दिन ठान लिया था कि शादी करूँगा तो मेरी सोनू रानी से वर्ण जिंदगी भर कुंवारा ही रहूँगा!

सोनू - लेकिन मैं तो लड़की नहीं बनना चाहती थी। 

राज - लेकिन आज देखो, तुम उस सोनू से कही बेहतर बन चुकी हो। आज तुम्हारे जैसी हसीना पुरे शहर में नहीं और मुझे तुमसे खूबसूरत, संस्कारी दुल्हन और कहाँ मिलती। तुम मेरी सपनों की रानी हो सोनू, मैंने जो कुछ भी किया तुम्हारे प्यार में किया और आज भी मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूँ। 

सोनू - अब मैं क्या करूँ! मैं क्या से क्या बन गयी, अच्छी खासी मर्द वाली जिंदगी छोड़कर एक औरत बन चुकी हूँ राज! और ये सब आपकी वजह से हुआ, मैं ना तो पूरी तरह से मर्द ही रह पायी और ना ही पूरी तरह से औरत बन सकी। यही चाहते थे ना आप?

राज - मेरी रानी, तुम बिलकुल भी फिक्र मत करो। अगले महीने तक तुम पूरी तरह से औरत बन जाओगी, तुम्हे नार्मल लड़कियों की तरह पीरियड्स आएंगे और तुम माँ भी बन सकोगी!

सोनू - ये सब आप मेरा मन बहलाने के लिए बोल रहे हो। मेरी जिंदगी अधूरी है और हमेशा अधूरी ही रहेगी!

राज - सोनू प्लीज्! मेरी बात सुनो, अगले महीने तक तुम्हे तुम्हारी लाइफ का पहला पीरियड्स आएगा जो ये दर्शायेगा कि तुम किसी नार्मल लड़की की तरह गर्भवती हो सकती हो, तुम्हारे बूब्स में खुद ही दूध भर जायेगा जब तुम मेरे बच्चों को जन्म दोगी। मैंने तुम्हारे पापा से वादा किया है सोनू रानी कि मैं तुम्हे पूरी तरह से औरत बना दूंगा और ये सब बहुत जल्द होगा। 

राज ने सोनू को सबकुछ बताया लेकिन सोनू अभी भी गुस्सा था। फिर राज ने सोनू को अपनी बाहों में कस के जकड लिया और उसे चूमने लगा। दो चार किस के बाद ही सोनू सबकुछ भुलाकर खुद को अपने पति की बाहों में न्योछावर कर दिया। 

सोनू - आप झूठ बोल रहे थे ना अभी?

राज - कौन सा झूठ मेरी रानी?

सोनू - यही कि आप मुझे प्रॉपर लड़की बना देंगे ताकि मेरे पीरियड्स शुरू हो सके और मैं माँ बन सकूँ!

राज - मैं सच कह रहा था सोनू! 

सोनू - तो क्या आप मुझे सच में अपने बच्चों की माँ बनाना चाहते हो?

राज - तुम्हे अपने बच्चो की माँ नहीं बनाऊंगा तो किसे बनाऊंगा रानी! मैं दूसरी शादी नहीं करने जा रहा, मेरे बच्चों को तुम ही अपनी कोख से जन्म दोगी सोनू!

सोनू - क्या ये पॉसिबल है?

राज - बिलकुल पॉसिबल है सोनू! क्या तुम मेरे बच्चों की माँ बनना चाहती हो?

सोनू -  आई डोंट नो! मैंने लड़के के रूप में जन्म लिया तो मैं माँ बनने के बारे में कैसे सोच सकती हूँ !

राज - भले तुमने लड़के के रूप में जन्म लिया हो लेकिन अब तुम औरत बन चुकी हो सोनू! जहाँ तक मैं जानता हूँ, नेक्स्ट मंथ से ही तुम्हे पीरियड्स आने शुरू हो जायेंगे! आई डोंट नो, तुम कैसे हैंडल करोगी अपनी लाइफ के पहले पीरियड्स को, लेकिन मैं जानता हूँ, अगर ये हुआ तो फिर तुम खुद मुझसे माँ बनने की रिक्वेस्ट करोगी!

सोनू - मैं नहीं जानती, लेकिन प्लीज्, आज के बाद मुझसे कभी झूठ नहीं बोलना आप! आई लव यू राज, आप यही तो चाहते थे ना और अब जब मुझे आपसे प्यार हो गया है तब अगर आप मुझसे झूठ कहोगे तो मुझे बुरा तो लगे गए ना!

राज - आई एम् सॉरी स्वीटहार्ट। आज के बाद मैं तुम्हे हमेशा सच कहूंगा!

उसके बाद राज ने सोनू को आई लव यू कहा और उसे अपनी बाहों के आगोश में लेकर घंटों अपनी पत्नी के साथ रोमांस करता रहा। उस रात सोनू ने सही मायनों में अपने पति की हर बात मानी। अपने पति के कहे बिना ही सोनू ने उसके लंड को अपने मुँह में लेकर खूब चूसा और उसे ब्लोजॉब का मजा भी दिया। वो रात सोनू की पहली रात थी जब सोनू ने अपने पति के आगोश में खुद को पतिव्रता स्त्री की भांति न्योछावर कर दिया। कामसूत्र के पांच से ज्यादा पोसिशन्स में आज सोनू अपने पति के बाहों में काफी कम्फर्टेबल था और आज पहली बार राज को एहसास हुआ कि आज जाकर सोनू सही मायनों में पूरी तरह से स्त्री रूप में उसकी बाहों में है। अगली सुबह सोनू खुश होकर उठी, जैसे सूरज की रौशनी पड़ने पर और भँवरे के चुम्बन से कली फूल बन जाती है। वो सुबह सोनू की सबसे हसीं सुबह थी, जब स्नान के बाद सोनू ने अपने पति से नाक में नथिया पहनाने को कहा, मांग में सिन्दूर भर देने को कहा और अपने पति के लंड को पंद्रह मिनट्स तक चूसते रही, जबतक कि राज का स्पर्म डिस्चार्ज नहीं हो गया और सोनू अपने पति के वीर्य का एक एक बून्द पी गयी। सोनू ने आज सही मायनों में स्त्री जीवन में कदम रखा था और अपने पति के प्यार में बहुत खुश थी। 

नेक्स्ट मंथ के पहले हफ्ते के तीसरे दिन के शुरू होने वाली सुबह ही सोनू को उसकी लाइफ का पहला पीरियड्स आया। 
सोनू को ब्लीडिंग शुरु हो गया और वो समझ नहीं पा रहा था कि आखिर ये सब हो क्या रहा है। पीरियड्स की शुरुआत से ही सोनू को मूड स्विंग, असहनीयय कमर और बदन दर्द होने लगा। पहली पीरियड्स में होने वाले दर्द से सोनू बिलकुल भी वाहकीफ नहीं थी और ना ही उसे इस बारे में कुछ भी पता था। सोनू से जब दर्द नहीं सहा गया तब सोनू ने राज को कॉल किया और उसे अपनी सिचुएशन के बारे में बता दी। 

राज - कॉन्ग्रैचुलेशन्स मेरी रानी! आज तुम्हे तुम्हारी लाइफ का पहला पीरियड्स आ गया। मैंने कहा था ना, मैं तुम्हे सही मायनों में औरत बना दूंगा। अच्छा एक काम करो, मैंने वार्डरोब में एक पैड्स का पैकेट रख दिया था, उसे पहन लो ताकि तुम्हारी ब्लीडिंग को वो पूरी तरह अब्सॉर्ब कर लेगा। अगर पैड्स पहनने में कोई प्रॉब्लम हो तो यूट्यूब पर देखकर समझ लेना कि उसे पहनते कैसे हैं। 

सोनू - ओके!

राज - आई लव यू!

सोनू - हम्म!

फिर सोनू ने कॉल डिसकनेक्ट करने के बाद, यूट्यूब से सीखकर पैड्स पहन ली और बिस्तर पर लेट गयी। आखिर वही हुआ जो राज ने कहा था, पीरियड्स की शुरुआत और साथ ही अब सोनू को इस बात का डर सताने लगा कि अब राज रुकेगा नहीं और क्या पता वो प्रेग्नेंसी के बारे में भी सोच रहा हो। सोनू के मन में एक डर सा बैठ गया था, बिस्तर पर लेटने के साथ ही सोनू के मन में हज़ारों अंतर्द्वंद की शुरुआत हो चुकी थी। क्रैम्प की वजह से सोनू को उठने का जरा भी मन नहीं हो रहा था इसीलिए वो पुरे दिन सोई रही। शाम को जब राज घर पर आया तो वो सबसे पहले कमरे में गया और अपने पीटीआई को देखते ही सोनू इतनी इमोशनल हो गयी कि उससे लिपटकर रोने लगी। 

सोनू - ये क्या कर दिया है आपने? मुझसे ये दर्द बर्दाश्त नहीं हो रहा है। 

राज - सोनू, तुम मेरी रानी हो! ये दर्द तो हर महीने आएगा, सभी लड़कियों को आता है, लेकिन पीरियड्स आने का मतलब है कि तुम माँ बनने में सक्षम हो। अब मेरे अंश को अपने कोख में पाल सकती हो, गर्भवती हो सकती हो और मेरे बच्चों को जन्म दे सकती हो। मैं तो चाहता हूँ कि मेरे बच्चे तुम्हारी तरह सुन्दर सुन्दर हों और मेरी तरह इंटेलीजेंट भी। 

सोनू - हम्म! लेकिन ये पीरियड्स कब तक रहेगा?

राज - बस तीन से चार दिन के बाद सब नार्मल हो जायेगा। 

सोनू - हम्म! 

अगले चार दिनों तक सोनू के पीरियड्स रहे। इन सब के बीच सोनू ने यूट्यूब पर पीरियड्स के बारे में सबकुछ जाना और जिस दिन सोनू का पीरियड्स ख़त्म हुआ, उस दिन सोनू ने शैम्पू की और अच्छे से स्नान किया। उस दिन खिली खिली दिख रही थी, अपने पति के हाथों से अपनी मांग में सिंदूर भरवाया और नाक में भी अपने पति के हाथों ही नथिया पहनी। उस दिन घर में सोनू ने बहुत ही स्वादिष्ट पकवान बनाये और वो बहुत खुश थी उस दिन। 
   


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