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मेरी अधूरी कहानी - पार्ट - 4

राजा के साथ मेरे आखिरी दो दिनों के लिए राजा ने बहुत कुछ सोच रखा था। वो चाहता था कि हमारे ये आखिरी दो दिन, हम दोनों के लिए बहुत स्पेशल हो। वैसे तो राजा के साथ मुझे एक पल भी ये एहसास नहीं हुआ कि मैं भी एक मर्द हूँ। लेकिन जब राजा ऑफिस चला जाता और जब मैंने अपनी बीवी रुखसार से बात करती तो मुझे एहसास होता कि हाँ, मैं भी एक मर्द हूँ। राजा के साथ सेक्स करने में अब मुझे मजा आने लगा था, मन करता राजा के लंड को अपने मुँह में रखकर उसे खूब ब्लोजॉब दूँ और उसका वीर्य पी जाऊं। राजा के लंड की सवारी करने में तो मुझे जन्नत मिल जाने जैसा सुख मिलने लगा था और डिकडॉकिंग सेशन के बाद वाली वीकनेस की तो बात ही अलग थी। वो वीकनेस मुझे इतना अच्छा लगता, मन करता कि कम से कम दिन में तीन बार राजा से डिक डॉकिंग करवाऊं ही। बहुत खुश थी मैं, क्यूंकि अब तो मेरे लंड में इरेक्शन होने लगा था और उसका साइज भी थोड़ा बढ़ गया था। लेकिन मन में कहीं ना कहीं ये कसक थी, कि काश मैंने औरत के रूप में ही जन्म लेना था ताकि राजा की पत्नी बनकर उसकी सेवा करती और कभी उसके अमृत को जाया नहीं जाने देती। तब शायद मैं गर्भवती भी होती और राजा के वंश को अपनी कोख में पालती। लेकिन मैं औरत नहीं थी और शायद अब इस बारे में सोचना जाया ही था मेरे लिए। राजा के साथ बिताया हर एक पल मेरे लिए स्पेशल था और ऐसा ही स्पेशल मोमेंट्स मैं रुखसार के साथ बिताना चाहती थी। उस दिन मुझे अम्मी ने कॉल किया और मुझसे बोली कि रुखसार की तबियत कुछ नासाज़ है। मैंने तुरंत पास के डॉक्टर को कॉल करके रुखसार को देखने को भिजवा दी। 



कुछ घंटे बाद दुबारा अम्मी ने कॉल किया और बोली- सफीउल, तू अब्बू बनने वाला है, तेरी बीवी कोख से है। वो गर्भवती है सफीउल, अब तू जल्दी से घर आ जा।

मैं अम्मी से बोली कि मुझे रुखसार से बात करनी है तो अम्मी ने साफ़ साफ़ कह दिया कि अब जो बात करनी घर आकर कर। मैं भी अम्मी से बोली कि मैं तीन दिन बाद घर आ जाउंगी और कॉल कट कर दी। मैं बहुत खुश थी अब, मेरी बीवी गर्भवती थी, मैं अब्बू बनने वाली थी। इधर मेरी मर्दानगी भी वापिस आ रही थी और ये सब राजा की वजह से था। मैं कैसे राजा को बताती कि मैं अब्बू बनने वाली हूँ लेकिन मैं आज बहुत खुश थी। दोपहर में लंच करने फ्लैट पर आया तो पहले तो हमने साथ लंच किया।

फिर मैं राजा से बोली- राजा रुखसार पेट से है! वो प्रेग्नेंट है, मैं अब्बू बनने वाली हूँ!

राजा मेरी बात सुनकर जोर से हंसा, फिर बोला- कॉन्ग्रैचुलेशन्स मेरी रानी!

मैंने राजा से कहा- तुम हँसे क्यों!

राजा बोला- ऐसे ही, चलो ये तो कन्फर्म हो गया कि मेरी रानी के लंड में दम तो है।

मैं बोली- राजा, मेरी खिंचाई कर रहे हो!

राजा बोला- नहीं नहीं मेरी रानी, मैं तो बहुत खुश हूँ। तुम्हारा परिवार पूरा हो गया, इससे ज्यादा ख़ुशी की बात क्या हो सकती है। तुम लाइफ में खुश रहो, इससे ज्यादा मुझे कुछ नहीं चाहिए! 



राजा के मुँह से ये सुनते ही मैं बोली- आई लव यू राजा!

ये सब मेरे मुँह से अनायास ही निकल गया था और मैं सर झुका कर शर्मानी लगी। फिर राजा ने मेरे चेहरे को ऊपर उठाया, काफी देर तक मुझे फ्रेंच किस किया।

राजा बोला- आई लव यू टू मेरी जान! ऑफिस जा रहा हूँ, जल्दी आ जाऊंगा और हाँ आज नीलम आएगी थोड़ी देर में।

मैंने पूछा- कुछ ख़ास काम?

राजा ने कहा- हाँ, उसे पता है, उसे क्या करना है।

फिर राजा ने मुझे एक बार और होंठों पर स्मूच किया और ऑफिस चला गया। राजा के चले जाने बाद मैं अपनी बीवी और होने वाले बच्चे के बारे में सोचने लगी। रुखसार को तो मेरे बारे में कुछ पता भी नहीं था कि मैं किन हालातों में जी रही थी। सोचते सोचते मेरी आँख लग गयी और डोरबेल के आवाज़ से मेरी नींद खुल गयी। जब मैं दरवाज़ा खोली तो सामने नीलम खड़ी थी, मै उसे अंदर आने को बोली। नीलम अंदर आ गयी, उसके हाथ में बैग्स थे और मुझे कुछ भी नहीं पता था कि आज का क्या प्लान है। नीलम बोली- सोफिया, तुम तो दिन ब दिन निखरती जा रही हो। 



मैंने कहा- थैंक्स नीलम!

नीलम बोली- सोफिया, राजा ने कुछ बताया तुम्हे?

मैंने कहा- नहीं तो!

नीलम बोली- इट्स ओके! चलो कमरे में चलते हैं।

फिर नीलम ने मुझे अपने कपडे उतार कर राजा की टीशर्ट पहनने को बोली। जैसा नीलम ने कहा, मैंने वैसा किया।

नीलम बोली- यहाँ आओ सोफिया।

मैं नीलम के पास गयी तो उसने मुझे बेड के कार्नर पर बिठा दी। नीलम ने मुझे पास से देखा और बोली- सोफिया, तुम वैक्स नहीं करती, तुम्हारे तो बाल उग आये हैं।

मैंने कहा- कोई बात नहीं नीलम, वैक्स की क्या जरूरत है!

नीलम बोली- ऐसे कैसे जरूरत नहीं है, इधर आओ।

फिर नीलम मुझे वाशरूम में ले गयी और एक खास तरह की क्रीम को मेरे पुरे बॉडी पर, सर के बाल और चेहरे को बचा के लगाने को बोली। मैं वाशरूम में गयी और जैसा नीलम ने कहा था वैसा ही किया। फिर नीलम ने बिस मिनट्स के बाद मुझसे नहाने हो बोली। मैं नहा ली, तो मेरे शरीर के पुरे बाल साफ़ हो गए और एकदम मखमल जैसा चिकना बॉडी हो गया। मैं जब टॉवल लपेट कर वाशरूम से बाहर आयी तो नीलम ने मेरे नाक से नथिया उतार दी और कानों से झुमके भी। बहुत रिलैक्स फील हो रहा था। मैंने फिर नीलम से पूछा- प्लान क्या है नीलम? 

नीलम बोली- तुम ना बस बैठो, अभी मैं तुम्हारे हाथों और पैरों में मेहँदी लगाने जा रही हूँ!

मैं बोली- मेहँदी क्यों?

नीलम बोली- तुम्हारे राजा जी बोले हैं।

नीलम की बात सुनकर मैं शर्माने लगी और वो मेरे हाथों में मेहँदी लगाने बैठ गयी और मेरे बारे में बात करने लगी। नीलम से बात करते करते समझ ही नहीं आया कि कब मेरे दोनों हाथों में कुहनी तक मेहँदी लग गयी थी। अब नीलम मेरे पैरों में मेहँदी लगाने बैठ गयी थी और देखते ही देखते थोड़ी ही देर में मेरे पैरों में घुटनों तक मेहँदी लगी थी। 



नीलम- अब मेहँदी को एक दो घंटे सूखने दो और तबतक मैं तुम्हारे लिए कुछ खाने को लेकर आती हूँ।

फिर नीलम फ्लैट बाहर से लॉक करके मार्किट चली गयी। इधर फ्लैट में मैं अकेली बैठी यही सोच रही थी कि आखिर नीलम आज मेरे साथ क्या कर रही है। हाथों और पैरों में मेहँदी तो मैंने के हाथों और पैरों में देखी थी। जब शादी हुई थी हमारी और आज मुझे कुछ अलग ही फील हो रहा था। एक, डेढ़ घंटे मैं यूँही बैठी रही और सोचती रही कि ये मैं क्या कर रही हूँ! थोड़ी देर में नीलम फ्लैट पर वापिस आयी तो उसके हाथ में खाने पीने का बैग और एक शॉपिंग बैग भी था।

मैं बोली- हद है यार, मेहँदी लगाकर चली गयी। इतना टाइम लगता है शॉपिंग करने में?

नीलम बोली- अब तुम्हारे राजा जी के डिमांड्स ही ऐसे हैं कि खरीदने में टाइम लग गया।

मैं- हम्म, तुम नहीं थी तो बोर हो गयी मैं!

नीलम बोली- कोई बात नहीं मेरी जान, अब तो मैं आ गयी ना! देखूं तुम्हारे हाथ और पैरों की मेहँदी सूखी कि नहीं।

फिर नीलम ने मेरे हाथों और पैरों की मेहँदी को छूकर देखी और मेरी ओर देखने लगी।

मैं बोली- ऐसे क्या देख रही हो?

नीलम बोली- देख रही हूँ, तुम कितनी सुन्दर हो। यार तुमने मर्द के जिस्म में क्यों जन्म लिया, काश तुम लड़की होती तो मैं अपने भाई से तुम्हारी शादी करवा देती।

मैं बोली- हद है नीलम, मैं लड़की होती तो क्या यहीं होती? मेरे अम्मी अब्बू तो मुझे अट्ठारह की होते ही कहीं किसी मर्द से ब्याह देते और आज मैं किसी की पत्नी बनी होती।

नीलम बोली- हम्म! बात तो सही है तुम्हारी। बच गयी तुम लेकिन राजा के साथ तुम्हारा कैसा रिश्ता है जो तुम उसके लिए औरत बनकर रह रही हो?

मैं बोली- है कुछ ऐसा रिश्ता जिसके बारे में मैं कुछ बता नहीं सकती!

नीलम बोली- फ्यूचर के बारे में कुछ सोचा है तुमने?

मैं बोली- हाँ हाँ, राजा की कम्पनी में अकाउंटेंट वाली जॉब और अपनी बीवी, अम्मी, अब्बू और होने वाली संतान की परवरिश करुँगी।

नीलम बोली- और राजा का क्या?

मैं बोली- राजा तो किसी लड़की से शादी कर लेगा, मैं करवाउंगी उसकी शादी।

नीलम बोली- आर यू श्योर!

मैं बोली- हाँ हाँ, बिलकुल।

नीलम बोली- अब देखूं जरा, लगता है मेहँदी सुख चुकी है।

फिर नीलम ने मुझे एक आयल देकर बोली- अच्छा सोफिया, ये तेल ना तुम अपने हाथों और पैरों में लगा लो, जहाँ तक मेहँदी है वहां तक। और अपने हाथों और पैरों की मेहँदी को रगड़कर साफ़ कर लेना। जैसा नीलम ने कहा, मैंने अपने हाथों और पैरों में जहाँ तक भी मेहँदी थी उसपर तेल लगा ली और उसे रगड़कर अच्छे से साफ़ कर ली। मेरे हाथों और पैरों की मेहँदी काफी डार्क थी जिसे देखकर नीलम हसने लगी।

नीलम बोली- यार सोफिया, तुम्हारे हाथों की मेहँदी तो बहुत ही डार्क रची है, क्या बात है!

मैंने पूछा- इससे क्या होता है? डार्क मेहँदी ही तो है!

नीलम बोली- डार्क मेहँदी का मतलब तुम्हारा पति तुमसे बहुत प्यार करेगा।

नीलम की बात सुनकर मैं हंस पड़ी और बोली- हाहाहा, क्या बोलती हो नीलम! मैं लड़की नहीं हूँ, राजा के लिए ये सब करती हूँ क्यूंकि वो मुझसे प्यार करता है।

नीलम बोली- तो क्या तुम उससे प्यार नहीं करती?

मैं बोली- करती हूँ, मतलब नहीं, मतलब वैसी बात नहीं है नीलम। मुझे नहीं पता!

नीलम बोली- किससे झूठ बोल रही हो सोफिया!

मैं बोली- छोड़ो ना नीलम!

फिर नीलम ने मुझे फिर से बिठा दिया और मेरे हाथों की उँगलियों में लम्बे लम्बे आर्टिफिशियल नाख़ून लगा दी और उनपर पिंक नेल पेंट अप्लाई करने लगी। मैं बैठी नीलम को नेल पेंट लगाते देखती रही और देखते ही देखते मेरे हाथों की खूबसूरती में चार चाँद लग गयी। मेरे हाथ और पैर काफी खूबसूरत दिख रहे थे और फिर नीलम मेरे बालों को सँवारने बैठ गयी। मेरे बाल पहले के मुक़ाबले काफी छोटे थे तो नीलम ने मेरे बालों को बॉब कट हेयर लुक दे दी और जब मैंने आईने में खुद को देखा तो ऐसा लगा मानो किसी सोलह साल की लड़की की तरह छोटे बाल करवा कर बैठी हूँ। फिर नीलम ने मेरा मेकअप किया और थोड़ी देर में आँखों में काजल और होंठों पर लाल ग्लॉसी लिपस्टिक लगाए मैं बैठी नीलम को देख रही थी। नीलम बहुत ही अच्छी ब्यूटीशियन थी और उसके मेकअप करने के साथ बात करने का अंदाज़ काफी दोस्ती भरा होता, इसीलिए नीलम के सामने मैं काफी कम्फर्टेबल थी।

फिर नीलम ने मेरे ऑयब्रोव्स को पहले की तरह शार्प की और मेरे चेहरे के हलके रोएं जैसे बाल जो कि मेरे अपर लिप्स पर थे, उन्हें अच्छे से साफ़ कर दी। मेरे चेहरे पर जितने भी बाल थे, वो साफ हो चुके थे और थोड़ी थी लाइट फाउंडेशन और ब्लश के बाद मेरा चेहरा निखर सा गया था। मेकअप के बाद मुझे लगा कि नीलम मुझे कोई सी साड़ी पहनने को कहेगी। लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। नीलम ने अपने शॉपिंग बैग से एक मांगटीका निकाली और मेरे माथे पर उसे सेट कर दी। बहुत ही सुन्दर मांगटीका था वो और ऐसा मांगटीका भी मिलता है मार्किट में, इस बारे में तो मैंने कभी सोचा भी नहीं। बड़ी तितली, फिर छोटी तितली, फिर उससे छोटी तितली, फिर उससे भी छोटी तितली से बनी डिज़ाइनर मांगटीका बहुत ही खूबसूरत दिख रहा था मेरे चेहरे पर। फिर नीलम ने मेरे ऑयब्रोव्स के ऊपर रेड गोल्डन बिंदी से सजा दी और दोनों भौहों के बीचोबीच एक रेड बिंदी लगा दी। ऐसा लग रहा था मानो आज मुझे दुल्हन की तरह सजाने का इरादा था नीलम का और राजा का क्या इरादा था, वो तो अभी तक समझ नहीं आ रहा था। राजा की ख़ुशी के लिए मैं जितना कर सकती थी, कर रही थी। फिर नीलम ने मेरे कानों में बड़ी बड़ी डिज़ाइनर झुमकी इयररिंग्स पहनाई जो मेरे कन्धों को छू रहे थे। फिर नीलम ने मेरे गले में सोने की चोकर जिसमे काफी हरे और लाल पर्ल्स जड़े थे। उसके बाद नीलम ने मेरी कलाइयों में दो दो जोड़ी वजनदार सुहाग का चूड़ा सेट और सोने की कलेरियाँ पहना दी। मेहँदी भरे कलाइयों में भरी भरकम सुहाग का चूड़ा और कलेरियाँ काफी जंच रही थी। फिर नीलम ने मेरे गले में एक सोने का नौलखा हार पहना दी, जिसका आखिरी छोड़ मेरे चेस्ट के बीचोबीच आकर टिक गया था। फिर नीलम ने मेरे हाथों की उंगलिओं में सोने का हथफूल पहनाई और उससे जुडी ब्रेसलेट मेरी कलाई में पहना दी। 



मैंने कहा- कितना जेवर पहनोगी नीलम?

नीलम बोली- अभी थोड़े जेवर और बचे हैं।

फिर नीलम ने मेरे बाहों में सोने का ट्रेडिशनल जयपुरिया बाजूबंद और कमर में सोने का वेस्टबैंड पहना दी, जो काफी बड़ी थी। उसके बाद नीलम ने मेरे पैरों में बहुत ही हैवी चाँदी की पायल और पैरों की उँगलियों में चांदी की बिछिया पहना दी।

नीलम बोली- बस एक जेवर रह गया है।

मैं बोली- कौन सी?

फिर नीलम ने मुझे एक नथिया दिखाई।

मैं बोली- या अल्लाह, इतना बड़ा नथिया नाक में कौन पहनता है?

नीलम बोली- जब इतना प्यार करने वाला हमसफ़र रिक्वेस्ट करे तो लडकियां अपने हमसफ़र की खुशियों के लिए इससे भी बड़ी बड़ी नथिया पहन लेती हैं। ये किन्नौरी नथिया है, स्पेशल तुम्हारे लिए तुम्हारे राजा जी ने मंगवाए हैं।

मैं बोली- इसकी क्या जरूरत थी?

नीलम बोली- जरूरत तो थी। ऐसा लगता है, ये नथिया तुम्हारे लिए ही बना है।

मैं बोलती इससे पहले नीलम ने मेरे नाक में किन्नौरी नथिया डाल दी और उसे हुक करने के बाद उसके चेन को मेरे बालों में फंसा दी। लगभग सौ ग्राम वजन था उस सोने की किन्नौरी नथिया का और मेरे नाक में सही बैलेंस नहीं हो रहा था। मेरा नाक उस नथिया की वजन से झुक गया तो नीलम ने चेन थोड़ी टाइट कर दी। आँखों में आंसू लिए मैं नीलम को देखी। 



नीलम बोली- आह हा, आंसू मत बहाओ सोफिया। ये तो प्यार है तुम्हारे राजा का, तुम्हारे लिए !

मैं बोली- हम्म! अब और क्या करना है?

नीलम बोली- अब कुछ भी नहीं, ये लाल ओढ़नी ओढ़ लो और अपने राजा जी के आने का इंतज़ार करो।

मैं बोली- कुछ पहनने को नहीं है?

नीलम बोली- नहीं, और ये टॉवल खोलो।

इससे पहले मैं टॉवल तो पकड़ती, नीलम ने मेरे टॉवल को खींच के मेरे बॉडी से अलग कर दी। मैं पूरी तरह से न्यूड थी, सामने नीलम बैठी मुस्कुरा रही थी। फिर नीलम ने उस लाल ओढ़नी को जिसपर गोल्ड स्ट्रिप्स थीं, उसे मेरे माथे पर ओढ़नी करके बैठने को बोली। मैं वैसे ही बैठ गयी, मेरा छोटा सा लंड मेरी वेस्टबैंड से लटक रहे सोने के बड़े से प्लेट्स से ढँक गया और मेरी मांसल जांघें और मेहँदी लगे पैरों को अपने मेहँदी लगे हाथों से फोल्ड करके बैठ गयी। बहुत ही ऐम्बर्रासिंग सिचुएशन था मेरे लिए, ऐसे किसी लड़की के सामने यूँ नंगी बैठना मुझे काफी शर्मिंदगी का एहसास करवा रही थी।

फिर नीलम ने मेरे साथ काफी फोटोज़ क्लिक की, वो भी मेरे लाख मना करने के बावजूद, जिनमे मैंने एक बार भी सर नहीं उठाई। हिम्मत ही नहीं हो रही थी मेरी, ऐसे फोटो क्लिक करवाने में मुझे बहुत शाय फील हो रहा था, लेकिन राजा चाहता था तो उसके लिए कुछ भी। फिर नीलम ने मेरे बॉडी पर गुलाबों की खुशबु वाली फीमेल बॉडी परफ्यूम स्प्रे कर दी। अब तो मुझे लड़कियों जैसा ही एहसास होने लगा था और मैंने नीलम को फोटो क्लिक करने के लिए डांटा भी। लेकिन नीलम शरारती मुस्कान के साथ मेरे डांटने को नज़रअंदाज़ कर दी। रात के आठ बज चुके थे, और काफी नाईट भी हो चुकी थी।

नीलम बोली- अच्छा तो मैं चलती हूँ, तुम यहीं बैठो, मैं गेट लॉक करके चाबी फ्लैट के अंदर फेंक दूंगी। राजा के आने का टाइम भी हो ही गया है शायद।

मैंने कहा- खाने को कुछ लाने गयी थी ना तुम?

नीलम बोली- अरे हाँ, मैं तो भूल ही गयी थी।

फिर मैंने और नीलम ने दो दो समोसे खाये और फिर नीलम चली गयी। मैं कमरे में बैठी, छोटे से आईने में खुद को देखकर यकीन नहीं कर पा रही थी कि ये मैं हूँ! नीलम के जाने के कुछ देर बाद राजा आ गया। आज राजा ने दरवाज़ा नॉक नहीं किया, वो सीधे कमरे में आ गया। मैंने चुपचाप एक लाल ओढ़नी ओढ़े चुपचाप बैठी पता नहीं क्या सोच रही थी कि राजा के आने तक की खबर नहीं हुई मुझे। मैंने जैसे ही राजा को देखा, मैं हड़बड़ा गयी।

मैं बोली- तुम कब आये राजा!

राजा बोला- मैं तो अभी अभी ही आया हूँ, अरे वाह, नीलम के हाथों में तो सच में जादू है। बहुत खूबसूरत दिख रही हो मेरी रानी!

मैं बोली- थैंक्स, लेकिन ये सब किस लिए?

राजा बोला- आज मैं तुम्हे जी भर के प्यार करना चाहता हूँ सोफिया।

मैं बोली- वो तो तुम रोज़ ही करते हो!

राजा बोला- आज कुछ स्पेशल है मेरी रानी!

मैं बोली- स्पेशल, वो क्या?

राजा बोला- देखो सोफिया, आज के बाद तो सिर्फ कल ही बचेगा। उसके बाद तुम फिर से मर्द बन जाओगी। तुम्हारे बॉडी में डेवलपमेंट काफी अच्छे से हो रहा है और तुम फिर से पहले जैसी हो जाओगी, मुझे इस बात का यकीन है। जब तुम फिर से अपनी मर्दानगी हासिल कर लोगी, तब मैं मेरी सोफ़िया रानी को बहुत मिस करूँगा। इसीलिए मैं चाहता हूँ कि इस पल को हमेशा के लिए एक वीडियो में कैद कर लूँ।

मैं बोली- राजा तुम मेरे साथ ब्लू फिल्म बनाना चाहते हो?

राजा बोला- तुम्हे भरोसा नहीं है मुझपे!

मैं बोली- भरोसा है मेरे राजा, लेकिन मैं हूँ ना, कहाँ जा रही हूँ मैं जो तुम्हे इस पल को वीडियो में कैद करने की जल्दी है?

राजा बोला- नहीं सोफिया, तुम्हारी बीवी और होने वाले बच्चे के लिए तुम्हे लाइफ में आगे बढ़ना होगा।

मैं बोली- और तुम्हारा क्या राजा?

राजा बोला- मैं भी लाइफ में आगे बढूंगा, थोड़ा समय लगेगा, लेकिन मैं कर लूंगा!

मैं बोली- ओके! लेकिन प्लीज् कभी भी ये वीडियो किसी को दिखाना मत, सिवाए मेरे!

राजा मेरी बात सुनकर हंसने लगा। उसने अपने चार हाई डेफिनिशन कैमकॉर्डर को ऑन किया और बेड के चारो कोने वाले दीवारों पर सेट कर दिया। मैंने पूछा- राजा, ये ऑन है क्या?

राजा बोला- नहीं सोफिया, अभी ऑन नहीं है।

फिर राजा कमरे में वाइन की दो गिलास लेकर आया और उसने अपने फ़ोन से कैमकॉर्डर को ऑन कर दिया और मुझे बताया भी नहीं। वैसे तो राजा अक्सर बियर लाता था, लेकिन आज वो वाइन लेकर आया था और वो भी गिलास में। मैं समझ गयी थी कि राजा पुरे मूड में था। फिर राजा ने मुझे अपने हाथों से वाइन पिलाई और मेरे होंठों को चूसकर मेरे होंठों से वाइन को पीने लगा। फिर राजा ने वैसे ही मुझे वाइन पिलाई और थोड़ी वाइन मेरे मुँह से वो फिर से पीने लगा। अब मैं समझ गयी थी कि मुझे क्या करना है। मैं वाइन पीती और अपने होंठों से राजा को वाइन पिलाने लगी। धीरे धीरे वाइन ख़त्म हो गयी और ऊपर नशा सा छाने लगा। 

राजा ने मेरी ओढ़नी हटाई और मेरे होंठों को चूमने लगा, फिर मेरे गालों को, मेरे गले से होते हुए मेरे निप्पल्स को चूसने लगा। अल्लाह! मैं बहुत ज्यादा गर्म होने लगी, तो राजा ने मेरी पतली कमर को चूमा और दांत चुभो दिया। मेरे मुँह से आह्हः निकल गयी, लेकिन राजा पुरे जोश में था। देखते ही देखते राजा ने मेरे छोटे से लंड को अपने मुँह में ले लिया और काफी देर तक ब्लोजॉब देने की कोशिश की। मेरे लंड में थोड़ा इरेक्शन तो हुआ, लेकिन मुझे कुछ फील नहीं हो रहा था। बहुत बुरा फील हो रहा था मुझे, लेकिन मैं क्या करती। फिर राजा ने मेरे निप्पल्स को अपनी उँगलियों से मसलने लगा, आह्हः, मैं फीलिंग एक्सप्रेस नहीं कर सकती मुझे कितना अच्छा लग रहा था। फिर राजा ने मेरी कमर के ऊपर किस किया और फिर मेरे मांसल जाँघों को चूमने लगा। मेरे शरीर में मानो करंट दौर गया। मेरे दोनों जाँघों को थोड़ी देर तक यूँ ही चूमने के बाद राजा ने फिर से मेरे निप्पल्स को एक एक करके चूसने लगा।

मैं बोली- आह्हः राजा, ये क्या कर रहे हो!

राजा ने मेरे सवाल का कोई जवाब नहीं दिया और मेरे निप्पल्स को बच्चे की तरह चूसने लगा।

मैं बोली- मेरे राजा, मैं औरत नहीं हूँ, इसमें से कुछ नहीं निकलेगा। मुझे दर्द हो रहा है राजा, आह्ह्ह्ह, प्लीज् राजा!

फिर जो हुआ वो मेरे अनुमान से कहीं ज्यादा था। राजा मेरे सीने को फिर से चूसने लगा और एक पल के लिए मुझे लगा मेरे अंदर से कुछ निकला। फिर राजा ने मुस्कुराते हुए मुझे देखा, उसके होंठों पर दूध सा कुछ था। या अल्लाह, ये क्या है, मैं मर्द हूँ ना, फिर मेरे अंदर से दूध कैसे निकल रहा था! इससे पहले कि मैं कुछ समझती, राजा ने फिर थोड़ी देर तक मेरे सीने को चूसा और फिर मेरे होंठों को चूसने लगा। राजा के होंठों से मैंने अपने सीने के दूध का टेस्ट महसूस की। ये क्या हो रहा था, मेरे सीने में दूध, ये कैसे पॉसिबल था। लेकिन राजा मेरे दोनों हाथों को ऊपर करके मेरे साथ काफी देर तक रोमांस करता रहा। इतने रोमांस के बावजुद मेरे लंड का इरेक्शन मैं फील नहीं कर पा रही थी। अब तो राजा का लंड मेरे चेहरे पर था और मुझे पता था कि आगे क्या करना है। मैंने राजा के लंड को अपने मुँह में लेकर उसे ब्लोजॉब देने लगी। रियल मर्द का लंड कैसा होता है, राजा के लंड को देखकर पता चलता था। मैंने काफी देर तक राजा को ब्लोजॉब का मजा दी और फिर राजा ने मेरे मुँह में अपना गर्मागर्म वीर्य उड़ेल दिया। मुझे तो अब राजा का वीर्य अच्छा लगने लगा था तो मैं उसके वीर्य का एक भी बून्द बर्बाद नहीं जाने देती थी। 



थोड़ा सा स्पर्म मेरे होंठों पर रह गया तो मैं उसे भी ऊँगली से चूस गयी। राजा ये सब देखकर खुश हो रहा था और उसने बिना समय गंवाए मुझे अपनी बाहों में उठाकर बैठे बैठे मेरी गांड में अपना लंड घुसा कर मेरे साथ हार्डकोर सेक्स करने लगा। एक तो मेरी आह्ह्ह्ह, उह्ह्हह्ह्ह्ह ऊपर से मेरे जेवर की खनखन की आवाज़ आ रही थी और राजा मुझे फुल फाॅर्स के साथ चोदे जा रहा था। एक पल को तो लगा कहीं मेरी गांड ना फट जाये और मैं दर्द से कराह उठी। राजा के साथ हार्डकोर सेक्स के समय मजा तो बहुत आ रहा था, लेकिन अपना दर्द कण्ट्रोल नहीं कर पा रही थी मैं। मेरी आंसुओं से मेरे आँखों की काजल बिखरने लगी और मैं जोर जोर से आह्ह्ह्ह, ओह्ह्ह्हह, अल्लाह, प्लीज् प्लीज् राजा नो, ऐसी आवाज़ें ना चाहते हुए भी मेरे मुँह से निकल रही थी। आधे घंटे के हार्डकोर सेक्स के बाद राजा को ओर्गास्म हो गया और उसने मुझे अपनी बाहों में जकड़कर उस मोमेंट को फील करना शुरू कर दिया। इधर राजा के रुकने से मेरा दर्द कुछ शांत हुआ। थोड़ी देर बाद राजा खुद बिस्तर पर लेट गया और मुझे अपने लंड पर बिठाकर चोदने लगा। 

आह्ह्हह्ह्ह्ह, नो, प्लीज्, प्लीज्, राजा प्लीज्, नो, मेरे दर्द की कोई सीमा नहीं थी। क्यूंकि मेरा दर्द अब जरूरत से ज्यादा होने लगा था। राजा का आधे से ज्यादा लंड मेरी गांड में घुसता और मेरी जान ही निकल जाती लेकिन इससे राजा को कुछ खास फ़र्क़ नहीं पड़ रहा था। बीच बीच में राजा मुझे अपने ऊपर झुका लेता और मेरे होंठों को चूसने लगता तो कभी मेरे सीने को फिर से पुरे जोश में चूसने लग जाता। एक बार फिर राजा को ओर्गास्म हुआ और उसने मेरे अंदर अपने स्पेर्म्स को डिस्चार्ज कर दिया। राजा रुका, मैं थक चुकी थी तो मैं राजा के ऊपर ही लेट गयी।

अब राजा तीसरे राउंड के लिए मुझे बिस्तर पर लिटा दिया और मेरे एक टांग को उठाकर फिर से मेरी गांड में अपना लंड घुसा दिया। आई वज लाइक, मैं मर ना जाऊं आज की रात, मुझे बहुत वीकनेस हो रही थी। मेरे साथ सेक्स करते समय राजा मेरी एक नहीं सुनता और अब वही हो रहा था। राजा के सुपर फ़ास्ट स्ट्रोक्स मेरे गांड के अंदर तक दर्द दे रहा था, लेकिन वो मेरी एक टांग को हवा में उठाये फुल स्पीड में मेरे साथ सेक्स करने लगा। ओह्ह्ह ओह्ह्ह्ह नो प्लीज् प्लीज् प्लीज् राजा प्लीज् नो, ओह्ह्ह्हह ,आअह्ह्ह्हह या अल्लाह, नो प्लीज् प्लीज् आह्हः , रुक जाओ राजा, मेरे इतने रिक्वेस्ट करने पर राजा नहीं रुका, जब तक उसे तीसरी बार ओर्गास्म नहीं हो गया। राजा के ओर्गास्म के साथ वो मुझे कडल कर के लेट गया। 

मैं बहुत तेज़ साँसे ले रही थी और राजा की गर्म सांसें मेरी पीठ को छू रही थी और मुझे बहुत आराम का एहसास हो रहा था। तीन राउंड के बाद मैं सोची अब मैं सो सकती हूँ लेकिन मैं फिर से गलत थी। राजा ने मुझे घोड़ी बनाकर मुझे चोदना शुरू कर दिया, मैं तकिया को अपने दांत से दबाये दर्द को बर्दाश्त करने की कोशिश कर रही थी और राजा मेरे कूल्हों को पकड़कर मुझे स्ट्रोक्स पर स्ट्रोक्स दिए जा रहा था। मैं रो रही थी, मेरे जेवर आवाज़ आवाज़ कर रहे थे, मेरी नथिया मेरे गाल से टकरा रही थी और मेरी ज्वेलरीज की आवाज़ें काफी ज्यादा हो रहीं थी। थोड़ी देर बाद राजा को एक बार फिर से ओर्गास्म हुआ और वो फिर मुझे बिस्तर पर पेट के बल लिटाकर मेरे ऊपर लेट गया। मेरी ज्वेलरीज मुझे चुभ रही थी। 



मैं बोली- राजा, मुझे ज्वेलरीज चुभ रही हैं, प्लीज् ऊपर से हटो ना, प्लीज्।

राजा मेरे ऊपर से हट गया लेकिन मैंने राजा के लंड को देखा, वो अभी भी उतना ही तना हुआ था। पांच ओर्गास्म के बाद भी इतना सुपर हार्ड लंड देखकर मुझे राजा की मर्दानगी का फिर से एहसास हुआ।

मैं बहुत थक चुकी थी, अब हिम्मत नहीं थी।

राजा बोला- तुम बहुत थक गयी होगी मेरी रानी!

मैं बोली- तुम्हे अब एहसास हो रहा है, मैं कब से रुकने के लिए कह रही हूँ। इंसान हूँ मैं, कोई मशीन नहीं जो तुम लगातार चोदे जा रहे हो!

राजा बोला- सॉरी रानी, तुम्हारा रसीला जिस्म और तुम्हारे सीने से जब मैंने दूध पी तो मैं अपने एक्साइटमेंट को कण्ट्रोल नहीं कर सका। तुम्हारे सीने का दूध वाकई बहुत टेस्टी था।

मैं बोली- बेशरम, कुछ भी बोलते हो ना! 



मैं शर्माने लगी तो राजा ने मुझे अपनी बाहों में उठा लिया और मेरे छोटे से लंड में अपना लंड घुसाकर मुझे चोदने लगा। पंद्रह मिनट्स के डिकडॉकिंग सेशन के बाद राजा ने मेरे लंड में अपना स्पर्म डिस्चार्ज कर दिया। मैं उस गर्म लावे जैसे स्पर्म को अपने लंड में फील करने के बाद जलन के मारे रो पड़ी तो राजा ने मेरे आंसू पोंछे। फिर राजा मुझे वाशरूम में ले गया और बाथटब में मुझे अपने लंड के ऊपर लिटाकर आगे से मेरे लंड को शेक करने लगा। थोड़ी देर बाद राजा को चौथी बार ओर्गास्म हुआ और मुझे पहली बार ओर्गास्म हुआ। मैं कमज़ोरी से थरथराने लगी और राजा की बाहों में बेहोश हो गयी।

अगली सुबह जब मेरी नींद खुली तो सुबह के 9 बज रहे थे और फ्लैट में कोई नहीं था। मैं अभी भी पूरी तरह से ज्वेलरीज से लदी हुई थी। मेरे जिस्म पर एक कपडा नहीं था और पता नहीं ऐसा लग रहा था कि राजा ऑफिस जा चूका था। मेरे फ़ोन पर रुखसार के पांच मिस कॉल्स थे और अम्मी के तीन मिस कॉल्स। मैंने तुरंत रुखसार और अम्मी को कॉल किया और उनसे बात की। फिर मैं फ्रेश होने गयी तो सोची कि ये सब ज्वेलेरिस को उतार दूँ। मैंने एक एक करके शरीर से सारे जेवर को उतार दिए सिवाए नाक की नथिया, कानों के झुमके और पैरों के पायल और बिछुए के। मैं फ्रेश होकर आयी तो ऑरेंज सिल्क साड़ी पहनकर रेडी हो गयी, मैंने मेकअप किया और हील्स पहनकर आईने के सामने खुद को निहारने लगी।

 

कमाल की हॉट दिख रही हो मेरी रानी! - ये राजा की आवाज़ थी।

मैंने देखा सामने दरवाज़े की ओट पर राजा खड़ा था।

मैंने कहा- आज ऑफिस नहीं गए राजा!

राजा बोला- आज छुट्टी है मेरी रानी!

मैंने कहा- कुछ खाओगे?

राजा बोला- हाँ, तुम्हे खाऊंगा!

मैंने कहा- मैं नाश्ते के बारे में पूछ रही हूँ।

राजा बोला- नाश्ते में भी आज तुम ही चाहिए मेरी रानी!

मैंने राजा को धक्का दिया और बोली- धत्त!

और मैं शर्माते हुए किचन में पोहे बनाने चली गयी। मैंने राजा को नाश्ता सर्व किया और हमने साथ में नाश्ता किया।

नाश्ते के बाद राजा मुझसे बोला- इतनी सुन्दर दिख रही हो सोफ़िये, मूवी देखने चलोगी?

मैंने पूछा- ऐसे, नहीं नहीं !

राजा बोला- क्यों नहीं?

मैंने कहा- इट्स नॉट सेफ राजा!

राजा बोला- सेफ है, आओ मैं तुम्हारे नाक की नथिया चेंज कर दूँ।

 

फिर राजा ने मेरे नाक से किन्नौरी नथिया उतार कर छोटी सी नथ पहना दिया। उसके बाद भी मैं राजा के साथ जाने को रेडी नहीं थी लेकिन वो जिद्द करने लगा। मैंने राजा से साफ़ कह दी कि मैं घूँघट करके ही साथ जाउंगी और वो मान गया। राजा ने मेरे गले में एक मंगलसूत्र पहना दिया और मुझे अपने साथ मूवी दिखाने ले आया। मूवी के बाद हमने एक पार्क में आधा दिन साथ गुज़ारने के बाद, हम घर आ गए। आज आखिरी दिन था राजा के साथ इसीलिए मैं नहीं चाहती थी कि राजा को मैं किसी बात के लिए मना करूं। राजा ने आज जितने बार भी मुझे स्मूच किया, मैंने एक बार भी उसे मना नहीं किया। चाहे वो किस उसने कार में किया, चाहे मूवी थिएटर में या पार्क में। आज मैं राजा के लिए सबकुछ करना चाहती थी और जब हम घर आ गए तो राजा ने मुझे अपनी बाहों में भर लिया। आज की रात पांच राउंड हार्डकोर सेक्स, पांच अलग अलग पोसिशन्स में और फिर डिकडॉकिंग सेशन के बाद मैं राजा की बाहों में बेहोश हो गयी। अगली सुबह मेरी नींद खुली तो मैं राजा की बाहों में थी। 

राजा के लंड को मैं अपनी गांड में फील कर रही थी और राजा की गर्म साँसों को अपने बॉडी पर। आज डॉक्टर के पास जाना था तो मैं जल्दी से फ्रेश हो गयी और साड़ी पहनकर रेडी हो गयी। राजा भी सूट पहनकर रेडी हो गया था। जल्दी जल्दी में जब मैं राजा के साथ हॉस्पिटल पहुंची तब मुझे ध्यान आया कि मैं टीशर्ट जीन्स की जगह साड़ी पहनकर आ गयी हूँ। डॉक्टर मुझे ऐसे देखेगा तो क्या सोचेगा। मैंने राजा को देखा, वो बहुत खुश था। हम डॉक्टर्स केबिन में पहुंचे, तो डॉक्टर मुझे पहचान नहीं सके। फिर राजा ने उन्हें बताया कि मैं शफीउल हूँ। फिर डॉक्टर ने मेरे टेस्ट्स करवाए और रिपोर्ट देखकर मुझे राजा के साथ केबिन में बुलाया। 


डॉक्टर बोला- शफीउल, पिछले एक महीने में आपके बॉडी में काफी चंगेज़ हुए हैं, लेकिन कुछ बॉडी एक्सामिन करने की जरुरत है। आप मेरे साथ केबिन में चलो। 


फिर नर्स मुझे केबिन में ले आयी और मुझे साड़ी उतारकर न्यूड हो जाने को बोली।

मैंने नर्स से कहा- ये कैसा बॉडी एक्सामिन है?

नर्स बोली- घबराओ मत! डॉक्टर तुम्हारे इंटरनल बॉडी पार्ट्स को एक्सामिन करना चाहते हैं।

फिर केबिन में डॉक्टर आ गए, तब तक नर्स मुझे न्यूड करके डायग्नोस्टिक टेबल पर लिटा चुकी थी। मुझे बहुत शर्म आ रहा था, लेकिन डॉक्टर के सामने शर्माने से मैं कुछ बदल नहीं देती।

डॉक्टर ने केबिन में आते ही मुझे कहा- अभी कैसे फील हो रहा है शफीउल!

मैंने कहा- ऐम्बर्रासिंग!

डॉक्टर ने कहा- डॉक्टर्स के सामने कुछ भी छिपा नहीं रहता है शफीउल। वैसे तुम्हारे बॉडी का ग्रोथ मेरी अपेक्षा से कही ज्यादा तेज़ी से हुआ है।

फिर डॉक्टर ने ग्लव्स पहनकर मेरे लंड को अपने हाथ में उठाया।

फिर डॉक्टर ने मुझसे पूछा- अभी कैसा फील हो रहा है?

मैंने कहा- कुछ फील नहीं हो रहा है।

फिर डॉक्टर ने नर्स से मेरे लंड को शेक करने को कहा। आई वज लाइक, एक लड़की मेरे लंड को शेक कर रही थी, फिर भी मेरे लंड पर कोई असर नहीं हो रहा था।

फिर डॉक्टर ने मुझसे पूछा- तुम्हे कुछ भी फील नहीं हो रहा है?

मैंने कहा- नहीं डॉक्टर!

फिर डॉक्टर ने नर्स से मेरे लंड के अंदर ऊँगली घुसाने को कहा तो उसने मेरे लंड में अपनी लिटिल फिंगर घुसाने लगी। जैसे ही नर्स ने मेरे लंड में अपनी लिटिल फिंगर घुसाई, मुझे बहुत तेज़ दर्द हुआ! मेरे मुँह से आह्हः निकल गयी।

डॉक्टर ने नर्स से रुकने को कहा और फिर लंड छोड़कर वो मेरी छाती एक्सामिन करने लगा। जैसे ही डॉक्टर ने मेरी छाती के निप्पल्स को पिंच किया, मैं आह्ह्ह्हह्ह कर उठी। डॉक्टर ने मेरे दोनों निप्पल्स को अपनी उँगलियों से घुमाने लगा, मेरी तो जान ही निकलने लगी और कुछ ही देर बाद मेरी सिसकियाँ निकलने लगी। फिर डॉक्टर रुक गया और उसने मेरे लंड को सहलाया, मेरे लंड में इरेक्शन मुझे फील हुआ।

फिर डॉक्टर ने मुझसे पूछा- कुछ हुआ!

मैंने कहा- हाँ डॉक्टर!

फिर डॉक्टर ने नर्स से कहा कि वो मुझे तैयार करके केबिन में ले आये और वो डॉक्टर अपने चैम्बर में चला गया। थोड़ी देर बाद मैं फिर से तैयार होकर केबिन में आ गयी तो डॉक्टर ने मुझे बैठने को कहा। 


फिर डॉक्टर बोला- मेरे कुछ सवाल हैं?

मैंने कहा- पूछिए?

डॉक्टर ने पूछा- तुम शादीशुदा हो ना?

मैंने कहा- हाँ डॉक्टर!

डॉक्टर बोला- तो मेरे एक सवाल का जवाब ईमानदारी से देना। देखो डॉक्टर से झूठ बोलोगे तो खुद का ही नुक्सान होगा।

मैंने कहा- पूछिए! मैं झूठ नहीं बोलूंगी!

डॉक्टर बोला- अच्छा, तुम्हे राजा के साथ सेक्स करने में ज्यादा मजा आता है या अपनी पत्नी के साथ सेक्स करने में!

मैंने कहा- राजा के साथ!

डॉक्टर ने फिर पूछा- राजा के साथ सेक्स करते समय क्या तुम्हे फेमिनिटी और कुछ अधूरेपन का एहसास होता है ?

मैंने कहा- जी डॉक्टर!

डॉक्टर ने फिर से पूछा- पिछले एक महीने में राजा के साथ सेक्स के दौरान तुम्हे ऐसी फीलिंग आयी कि काश तुम औरत होती और राजा की पत्नी बन गयी होती?

मैंने कहा- जी डॉक्टर!

डॉक्टर बोला- देखो सफीउल, तुम्हारे बॉडी में इंटरनल ऑर्गन्स पूरी तरह से तैयार हैं और अब उन्हें जोड़ने के लिए एक ऑपरेशन करना पड़गा, लेकिन ऐसे मे तुम्हारे लंड को काटकर हटाना पड़ेगा और उसकी जगह वजाइना ले लेगी।

मैंने कहा- लेकिन डॉक्टर मेरे लंड में तो इरेक्शन आने लगा था।

डॉक्टर बोला- लेकिन अभी तो कुछ भी नहीं हुआ। देखो सफीउल, अगर तुमने अपने बॉडी से अपना लंड नहीं हटवाया तो वो आगे जाकर कैंसर का रूप ले सकता है और तुम्हारी जान भी जा सकती है! अब तुम्हे सेक्स चेंज करवाकर औरत बन जाना चाहिए सफीउल! 


मैंने कहा- नहीं डॉक्टर, ऐसे मत कहो आप! कोई तो उपाय होगा?

डॉक्टर बोला- उपाय कर के तो तुमने देख लिया, अब कोई उपाय नहीं है!

मैंने कहा- डॉक्टर साब, मेरी लाइफ ख़राब हो जाएगी। मेरे अम्मी अब्बू, और हमारा होने वाला बच्चा, मेरे एक डिसिशन से सबकी लाइफ बदल जाएगी!

डॉक्टर बोला- देखो, सफीउल ! मैं डॉक्टर हूँ, जो तुम्हारे लिए सही है वो बता रहा हूँ, आगे तुम खुद डिसाइड करके बता देना!

फिर मैं राजा के साथ केबिन के बाहर आकर बैठ गयी। मैं रो रही थी, राजा से रिक्वेस्ट कर रही थी कि कैसे भी करके मुझे ठीक करवा दे। राजा ने मुझे बड़े ही प्यार से समझाया कि अब कुछ नहीं हो सकता है और अगर मैं सेक्स चेंज करवा लेती हूँ तो वो मेरे सेक्स चेंज का पूरा खर्च बेयर करने को तैयार है। लेकिन इन सब से पहले राजा चाहता था कि मेरे पेरेंट्स को इसकी जानकारी दी जाये। मैं डर रही थी लेकिन राजा ने मुझे समझाया कि झूठ का कोई अस्तित्व नहीं होता। मैंने अम्मी अब्बू को कॉल करके नेक्स्ट डे हॉस्पिटल में बुला लिया। मैं, मेरे पेरेंट्स, मेरी बीवी और राजा डॉक्टर के सामने बैठे थे और मैं चाहती थी कि डॉक्टर खुद मेरे पेरेंट्स को मेरे हालात के बारे में बताएं!  

फिर डॉक्टर ने मेरे पेरेंट्स से कहा- देखिये, शफीउल के बॉडी में फीमेल होर्मोनेस इतने ज्यादा हो गए हैं कि अब इन्हे अपना सेक्स चेंज करवाना पड़ेगा।

अम्मी ने पूछा- कितना खर्च आएगा, सेक्स चेंज में?

डॉक्टर बोला- करीब पंद्रह से बिस लाख!

अब्बू बोले- पंद्रह बिस लाख, ये क्या कर के रखा है तुममे शफीउल! गाँव समाज में हम क्या मुँह दिखाएंगे? और इतने पैसे हम लाएंगे कहाँ से! देख शफीउल, तेरे कारण हम सब की लाइफ ख़राब हो जाएगी। रुखसार की दूसरी शादी करवा देंगे और उसकी कोख से जो बच्चा होगा, वो हमारे वंश को आगे बढ़ाएगा। आज से हम मान लेंगे कि हमारी कोई औलाद नहीं और तुझे आज के बाद घर आने की भी जरुरत नहीं है। ऐसे बोलकर अम्मी अब्बू डॉक्टर्स केबिन से बाहर चले गए। मैंने रोते हुए रुखसार को देखा, वो भी मुँह फेरकर अम्मी अब्बू के साथ चली गयी।  


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