Skip to main content

एक सवाल जिसका जवाब मुझे मेरे रीडर्स से चाहिए! मैं क्या करूँ? A question I want my readers to answer! What should I do?

Hi Soniya, My name is Nitesh, I am a resident of Lucknow, UP. I have been reading your stories since last two years and I love your stories. Don't know why, I have started crossdressing in the last six months and I enjoy it a lot. But today I am stuck in such a dilemma due to crossdressing, from which I do not understand how to get out. I never told my girlfriend about secret crossdressing and secret photo-shoots, but a week ago when my girlfriend came to meet me, she told that her brother has fallen madly in love with a girl and now he wants to marry her. Well, I asked my girlfriend to show that girl's photo, then she showed me the secret crossdressing photo I had posted on Instagram with a fake name. When I told my girlfriend about this, at first she did not agree, but then when I showed her the rest of the pictures, she agreed. When we met again four days ago, my girlfriend told me that she had told her brother everything about me. I told my girlfriend that she did well, but then after hearing what my girlfriend told me, the ground slipped under my feet. My girlfriend told that her brother is pressurising her to marry me. I explained to my girlfriend to refuse. But two days ago my girlfriend's brother came to my house and offered twenty five lakh rupees to my mom dad and he has talked about marrying me, my dad doesn't agree but my mom is ready for it. Sonia, I am addicted to crossdressing while reading your stories, now you tell me what should I do? I don't want to marry a man, I am a boy for god sake help me, please!

हाय सोनिया, मेरा नाम नितेश है, यूपी के लखनऊ का रहने वाला हूँ। मैं पिछले दो साल से तुम्हारी स्टोरीज पढता आ रहा हूँ और मुझे तुम्हारी स्टोरीज बहुत पसंद हैं। पता नहीं क्यों, मैंने पिछले छह महीने से क्रॉसड्रेसिंग करना शुरू कर दिया है और मैं इसे बहुत एन्जॉय भी करता हूँ। लेकिन क्रॉसड्रेसिंग की वजह से आज मैं ऐसी दुविधा में फंस गया हूँ, जिससे कैसे निकलूं, कुछ समझ नहीं आ रहा है। सीक्रेट क्रॉसड्रेसिंग और सीक्रेट फोटोशूट्स करवाने के बात मैंने कभी अपनी गर्लफ्रेंड को नहीं बताई, लेकिन एक हफ्ते पहले मेरी गर्लफ्रेंड जब मुझसे मिलने आयी तो उसने बताया कि उसके भैया एक लड़की के प्यार में पागल हो गए हैं और अब वो उस लड़की से शादी करना चाहते हैं, मैंने अपनी गर्लफ्रेंड को उस लड़की की फोटो दिखाने को कहा तो उसने मेरी ही सीक्रेट क्रॉसड्रेसिंग वाली फोटो दिखाई जो मैंने फेक नाम से इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया था। मैंने अपनी गर्लफ्रेंड को इस बारे में बताया तो पहले तो वो नहीं मानी, लेकिन फिर मैंने उसे बाकी के फोटोज़ दिखाए तो वो मान गयी। चार दिन पहले हम फिर से मिले तो मेरी गर्लफ्रेंड ने मुझसे कहा कि उसने अपने भैया को मेरे बारे में सबकुछ बता दिया है। मैंने अपनी गर्लफ्रेंड से कहा कि उसने अच्छा किया, लेकिन फिर जो मेरी गर्लफ्रेंड ने मुझसे कहा वो सुनने के बाद मेरे पैरों तले जमीन खिसक गयी। मेरी गर्लफ्रेंड ने बताया की उसके भैया मुझसे शादी करने का दबाव दे रहे हैं उसपर। मैंने अपनी गर्लफ्रेंड को समझाया कि मना कर दे। लेकिन दो दिन पहले मेरी गर्लफ्रेंड के भैया मेरे घर आ गए और मेरे मॉम डैड को पच्चीस लाख रूपये ऑफर किया और उन्होंने मुझसे शादी करने की बात रखी है, मेरे डैड नहीं माने लेकिन मेरी मॉम इसके लिए रेडी हो गयी है। सोनिया, तुम्हारी स्टोरीज पढ़ते पढ़ते मुझे क्रॉसड्रेसिंग की लत लग गयी है, अब तुम ही मुझे बताओ कि मैं क्या करूँ? मैं किसी मर्द से शादी नहीं करना चाहता, मैं एक लड़का हूँ फॉर गॉड सेक हेल्प मी, प्लीज्!

Comments

  1. tumhari mom kaafi samajhdar hai. ek din ki crossdressing se to achha hai ki kisi real mard ke sath shadi kar ke settle ho jao Nitesh. I hope tumhari girlfriend tumhe apni bhabhi ke taur par accept jarur kar legi.

    ReplyDelete
  2. You are not being taken such an important decision of your life. How can you even think of marrying a man? And if you cannot take such an important decision of your life yourself, then marry your girlfriend's brother and become his wife.

    ReplyDelete

Post a Comment

Popular posts from this blog

Riya D'souza

मैं अपने बड़े समाज के लोगों के साथ कोजागिरी की रात मनाता था , जिसे शरद पूर्णिमा भी कहते हैं। मेरे लिए कोजागिरी की रात किसी मेले से कम नहीं थी , क्यूंकि हमारे शहर के बीचोबीच एक बहुत बड़े मैदान में इसका आयोजन हर साल होता और इस मेले में बहुत सी सुहागिन महिलाएं अपने अपने पतियों और बाल बच्चों के साथ एन्जॉय करने आते। कोजागिरी की रात कुंवारी लडकियां भी आती , जिनकी शादी होने वाली होती और घर के बड़े लड़के के लिए भी ये रात उतनी ही इम्पोर्टेन्ट थी , क्यूंकि इसका बहुत महत्ता थी। इस दिन रात में मां लक्ष्मी पृथ्वी पर भ्रमण के लिए निकलती हैं और कहते हैं कि दिवाली के अलावा साल में मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए यह तिथि बहुत महत्वपूर्ण मानी गई है। मान्यता है कोजागरी पूर्णिमा की रात जो घर में साफ - सफाई कर मां लक्ष्मी की विधिवत उपासना करता है , देवी उस पर अपनी विशेष कृपा बरसाती हैं और जीवन में उसे कभी धन , सुख - समृद्धि की कमी नहीं होती। लेकिन

झांकी ने मेरी जिंदगी बदल दी - मिस्टर शानू (डांसर) से मिसेज़ शान्वी (हाउसवाइफ)बनने का सफर

हिमाचल की बड़ी ही खूबसूरत शाम थी वो, जब मैं हर रोज़ की तरह झांकी में परफॉर्म करने के लिए रेडी हो रहा था। मैं नही जानता था कि वो शाम मेरी परफॉरमेंस की आखिरी शाम साबित होगी। मेरे डायरेक्टर के एक कॉल ने मेरी जिंदगी ऐसी दोराहे पर लाकर खड़ी कर दी, जहां से एक नया सफर शुरू हुआ और तब मैम अपनी लाइफ का वो फैसला लिया जिसे लेना मेरे लिए आसान नही था।  मेरा नाम शानू है, उम्र 19 साल और कद काठी से काफी स्लिम और छोटी हाइट का होने के कारण झांकी के डायरेक्टर सिद्धान्त कुमार; हमेशा मुझसे फीमेल रोल्स ही करवाते। मुझे फीमेल रोल्स करने में कोई आपत्ति नही क्योंकि इसी से मेरा घर चलता है और सबसे ज्यादा पैसे भी मुझे ही मिलते हैं। मेरी बूढी माँ और छोटी बहन के सिवा मेरी लाइफ में कुछ भी नही था, ना अपना घर, ना ही कोई जमीन और ना ही कोई सेविंग्स। बहन की शादी समय से हो, इसीलिए मैं सेविंग्स करना शुरू कर दिया, मैं अपनी लाइफ में बड़ा ही खुश था, लेकिन एक दिन कुछ ऐसा हुआ कि मेरी खुशी को ग्रहण लग गया। वैसे तो झांकी परफॉरमेंस के दौरान अक्सर जवान लड़े और बूढ़े मर्द मुझमे इंतेरेस्ट दिखाते, मुझसे मेरा नंबर मांगते और मैं भी किसी किसी को

Superstar Part -1

अनिरुद्ध सिंह शहर के जाने माने इंडस्ट्रियलिस्ट थे , जिनकी शहर और समाज में बहुत इज़्ज़त थी। अनिरुद्ध सिंह की पत्नी शहर की जानी मानी डॉक्टर थीं और उनका बड़ा बेटा राज इंजीनियर और छोटा बेटा देवेश अपनी इंजीनियरिंग के पहले साल में कोलकाता में पढाई कर रहा था। टिकटोक और यूट्यूब वीडियोस का चलन जोरों पर था और कोलकाता में ज्यादातर लड़के मोंटी रॉय और संजीब दास को फॉलो करते और देखते ही देखते देवेश भी टिक्टक वीडियोस बनाने लगा ताकि उसकी भी अपनी एक पहचान बने! लेकिन देवेश की यही चाह उसे ऐसे मोड़ पर ले आई जहाँ से कोई यू टर्न नहीं बचा था और यहीं से कहानी की शुरुआत होती है। अनिरुद्ध - देव! ये सब क्या है ? देवेश - वो पापा मैं! अनिरुद्ध - देखो ऋतू , अपने नालायक बेटे की करतूत! यही करने भेजा था कोलकाता मैंने! ऋतू - मैं बात करती हूँ , आप शांत हो जाइए! अनिरुष - समझा लो अपने बेटे को! कोलकाता पढ़ने गया है और अपनी पढाई पर ध्यान दे! ऋतू - आप शांत हो जाइये और आराम करो! मैं देव से बात करती हूँ! अनिरुद्ध - हम्म! अनिरुद्ध के जाने के बाद! ऋतू - ये क्या है देवेश! तुझे ऐसे लड़कियों की तरह कपडे पहनने की क्या ज