सुबह के 5 बजे के अलार्म ने विक्की और रूपेश दोनों को जगा दिया। रूपेश का पेनिस भी भी तना हुआ था और विक्की की वजाइना में ही था।
"गुड मॉर्निंग मेरी जान, जाग जाओ।", रूपेश ने विक्की से कहा।
"गुड मॉर्निंग रूपेश, जाग गया हूँ, लेकिन तुम्हारा पेनिस निकालो ना। मुझे वाशरूम जाना है।", विक्की गिड़गिड़ा कर अपने पति रूपेश से कहा।
"विक्की तुम अब पहले की तरह मर्द नही रहे। तुम एक एक सुहागन स्त्री हो, मेरी नई नवेली दुल्हन और पत्नी हो, इस घर की बहू हो। आज बोल लिया लेकिन आज के बाद कभी भी लड़को की तरह बात मत करना। समझी तुम।", रूपेश ने विक्की को समझते हुए कहा।
"समझ गयी रूपेश, अब मैं जाऊं।", विक्की बोला।
"अपने पति का नाम नही लेती हमारे घर की बहुएं, तुम्हे इतना भी नही समझाया तुम्हारे मा बाप ने। इसका भी ध्यान रखोगी तुम, समझी विक्की। आज से तुम मुझे वैसे ही पुकारोगी जैसे एक पत्नी अपने पति को पुकारती है।", रूपेश बोला।
"जी समझ गयी, अब मैं जाऊं।", विक्की बोला।
"हाँ जाओ।", रूपेश बोला।
विक्की बिस्तर पर से उठा, खड़े होते ही फिर से पॉंव कांपने लगा। एक कदम मुश्किल से चला था, लेकिन जैसे ही दूसरा कदम चला विक्की लड़खड़ा कर गिरने वाला ही था कि रूपेश ने उसे फिर से सम्भाल लिया। फिर रूपेश ने अपनी गोद में उठाकर विक्की को वाशरूम में ले गया। दोनों ने साथ मुह धोया, एक एक करके फ्रेश हुए और फिर साथ मे स्नान किया। नहाने के बाद रूपेश विक्की को अपनी गोद में उठाकर कमरे में ले आया और एक नई साटन साड़ी और कुछ नए ऑर्नामेंट्स पहनने को दिया और खुद के लिए कुर्ता पायजामा निकाल लिया। घर मे बहुत से मेहमानों को विदा करने था तो रूपेश और विक्की को तैयार होकर उन सब मे व्यस्त हो गए।
दूसरी ओर संजीत उस दिन आफिस नही गया। घरवाले भी बाहर घुमने गए थे। घर मे संजीत और अमित अकेले थे। उस दिन अमित ने गोल्डन स्लीवलेस बैकलैस डीप कट ब्लाउज, ब्लू साड़ी, नाक में छोटा सा सानिया मिर्ज़ा स्टाइल नथ, कानो में झुमके, गले मे हार और मंगलसूत्र, हाथों में लाल सफेद कॉम्बिनेशन में कंगन सेट, पैरों में पायल और बालों का जुड़ा बनाया हुआ था। वो ड्रेस संजीत ने अमित को दिया था। अमित साड़ी के पल्लू को माथे पर रखकर किचन में खाना बना रहा था। तभी डोरबेल बजा।
"अमिता डार्लिंग, देखना तो जरा दरवाजे पर कौन है?", संजीत बोला।
अमित ने जब दरवाजे को खोला तो सामने श्वेता को देखकर हैरान रह गया। श्वेता ने जब अमित को देखा, एक संस्कारी पत्नी और घर की बहू की तरह वो अपनी गर्लफ्रैंड के सामने खड़ा था।
"वाओ अमित, तुम तो बहुत सुंदर लग रहे हो। शादी के बाद तो खिले खिले से लग रहे हो।", श्वेता बोली।
"ऐसी कोई बात नहीं है, तुम यहाँ क्या कर रही हो? अंदर आओ।", अमित ने श्वेता को अंदर बुलाया और सोफे पर बिठाया।
"तुम्हारे दूल्हे राजा का कॉल आया था, उसी ने मुझे यहां बुलाया था। वैसे तुम्हारे पति कहाँ हैं अमित, ओह्ह सॉरी अमिता।", श्वेता बोली।
"अंदर हैं, वाशरूम में। तुम बैठो मैं बुलाकर लाता हूँ।", अमित बोला।
"लाता हूँ? या लाती हूँ।" श्वेता ने टोकते हुए कहा।
"बुलाकर लाती हूँ श्वेता, तुम बैठो।", ऐसे बोलकर अमित अंदर चला गया।
अमित ने वाशरूम का दरवाजा नॉक किया और बोला, "सुनिए, आपसे मिलने श्वेता आयी है।"
"तुम श्वेता के साथ बैठकर बातें करो मैं 10 मिनट्स में आता हूँ।", संजीत बोला।
अमित अपने पति की बात सुनकर श्वेता के पास जाकर बैठ गया। फिर अपना पल्लू कंधे पर रखकर, बालों को अपनी उंगलियों से कान के पीछे ले जाकर अमित श्वेता से बातें करने लगा।
"कैसी हो श्वेता?", अमित ने पूछा।
"मैं तो एकदम फर्स्ट क्लास, तुम कैसी हो अमिता?", श्वेता ने पूछा।
"मैं भी ठीक हूँ श्वेता।", अमित बोला।
"हम्म, तुम दोनों हनीमून मनाने नही गए अभी तक?", श्वेता ने पिंच करते हुए कहा।
"नही।", अमित ने जवाब दिया।
"अच्छा तो ये तो बताओ, सुहागरात कैसी रही?", श्वेता ने पूछा।
बेचारा अमित, इस सवाल की उम्मीद उसे खुद की गर्लफ्रैंड से तो कतई नही थी। अमित हमेशा से श्वेता से शादी करना चाहता था और उसके साथ हनीमून मनाना चाहता था, लेकिन नियति में उसे खुद औरत बनना पड़ा और एक आज खुद एक मर्द की नई नवेली दुल्हन है और सुहागरात भी मना चुका है। लेकिन इस सवाल का जवाब वो कैसे दे, ये उसके समझ मे नही आ रहा था।
"ये क्या सवाल कर रही हो श्वेता, कुछ और पूछ लो।", अमित ने जवाब दिया लेकिन उसकी आँखों मे अजीब सी घबराहट और डर था और आंखों से आंसू की एक बूंद गिरी लेकिन फिर अमित ने खुद को कंट्रोल किया।
"ठीक है, मत बताओ, लेकिन रो मत। मैं अपने बॉयफ्रेंड को रोता हुआ नही देख सकती।", श्वेता बोली।
तभी वहां संजीत आ गया। श्वेता उसको देख कर अचंभित रह गयी क्योंकि उसने सिर्फ टॉवल लपेटा हुआ था और उसका शरीर बहुत ही बलिष्ट दिख रहा था। अपने पति को देखकर अमित ने झट से खड़ा हो गया और घुँघट कर लिया। संजीत ने अमित से कहा कि वो उसके और श्वेता के लिए नाश्ता सर्व कर दे। अमित बिना कुछ कहे किचन में गया और डाइनिंग टेबल पर नाश्ता सर्व किया और कोने में घूँघट ओढ़कर, सिर झुकाकर खड़ा हो गया।
"तुम भी नाश्ता कर लो अमिता।", श्वेता बोली।
"हमारे घर मे एक रूल है कि पति और मेहमान को नाश्ता खिलाने के बाद ही हमारे घर की बहुएं नाश्ता करती हैं श्वेता, ये तो अमिता के रोज़ का है तुम नाश्ता करो।", संजीत बोला।
"वैसे श्वेता, तुम्हारे बॉयफ्रेंड के साथ तुम्हारी शादी होने वाली थी। तो अब तक तुमदोनो ने शादी क्यों नही की।", संजीत ने श्वेता से पूछा और अमित ये सवाल सुनकर सोंच में पड़ गया।
"कुछ प्रॉब्लम आ गया था, हमारी शादी अब नही हो सकती संजीत।", श्वेता ने जवाब दिया।
"क्यों तुमदोनो तो एक दूसरे से प्यार करते थे ना। और अमित के लिए तुमने मुझे छोड़ दिया था याद नही।", संजीत बोला।
श्वेता भी सोंच में पड़ गयी कि क्या संजीत को अब तक ये नही पता कि जिस बॉयफ्रेंड की वो बात कर रहा था वो आज उसी की पत्नी है। श्वेता को बहुत शर्मिंदगी महसूस हो रहा था।
"कुछ प्रोब्लम था संजीत, छोड़ो उन बातों को। तुम बताओ अमिता तुम्हें खुश तो रखती है ना ?", श्वेता बोली।
"पत्नी का तो धर्म ही होता है कि अपने पति की सेवा करे। अमिता तो बहुत ही सभ्य और संस्कारी लड़की है, दिन भर घूँघट में रहती है, घरवालों की सेवा करती है।", रूपेश बोला।
"हम्म, तुम्हारी दुल्हन तो सच मे बहुत गुणवान है।", श्वेता बोली।
"हां, लेकिन मैं आज भी तुमसे प्यार करता हूँ श्वेता। क्या तुम मुझसे शादी करोगी।", संजीत बोला।
"क्या, तुम्हारा दिमाग तो खराब नही हो गया है संजीत। तुम एक शादीशुदा मर्द हो और तुम्हारे बगल में तुम्हारी पत्नी दिन रात तुम्हारी सेवा करती है। फिर इस तरह की बातें करने के लिए तुमने मुझे यहां बुलाया है।", श्वेता बोली।
"क्यों श्वेता, इसमें बुरा मानने वाली कौन सी बात है, मैं प्यार करता हूँ तुमसे, शादी करना चाहता हूँ और तुम्हे हमेशा खुश रखूंगा। इतनी अच्छी नौकरी है मेरे पास, लाखों में कमाता हूँ।", संजीत बोला।
"संजीत एक बात बताओ। तुम मुझसे शादी कर लोगे तो अमिता को कैसा लगेगा। अभी तुमदोनो की शादी को 2 हफ्ते भी नही हुए हैं और ऐसा सोच रहे हो।", श्वेता बोली।
"मुझे नही लगता अमिता को इससे कुछ भी बुरा फील होगा। क्यों अमिता, क्या मैं श्वेता से शादी कर सकता हूँ, तुम ही बताओ।", संजीत ने अमित से पूछा।
"मुझे कोई ऐतराज नहीं है, अगर श्वेता हां करती है।", अमित अंदर ही अंदर खुश था, वो तो हमेशा श्वेता के साथ रहना चाहता था।
"नही अमिता, मैं तुम्हारी सौतन बन कर यहाँ नही रह सकती। संजीत प्लीज्, मैं तुमसे शादी नही कर सकती।", श्वेता बोली।
दोनों ने नाश्ता कंपलीट कर लिया था। फिर अमिता ने दोनों के जूठे प्लेट्स वहां से हटाया और कीचन में जाकर उन्हें वाश किया। फिर संजीत ने अमित को नाश्ता कर लड़ने को कहा। फिर अमित ने नाश्ता किया। उसके बाद तीनों सोफे पर बैठकर यही डिस्कस करने लगे।
"नही संजीत, तुम शादीशुदा नही होते तब शायद मैं तुम्हारा ये प्रोपोजल एक्सेप्ट कर लेती। लेकिन तुमने और अमिता अभी 2 हफ्ते पहले ही शादी की है। इतनी प्यारी पत्नी मिली है तुम्हे, आज्ञाकारी है, सुंदर है, शुशील है और तुम्हे और तुम्हारे घरवालों की सेवा करती है। इससे ज्यादा क्या चाहिए तुम्हे।", श्वेता बोली।
"वो सब ठीक है श्वेता, अमिता सुंदर, शुशील, आज्ञाकारी है लेकिन !", संजीत बोला।
"लेकिन क्या संजीत, तुम्हे और क्या चाहिए। अमिता जैसी पत्नी मिलना, तुम्हारे लिए खुशनसीबी है।", श्वेता बोली।
"खुशनसीब तो हूँ, अमिता को अपनी पत्नी बनाकर, लेकिन !", संजीत बोला।
"तुम्हारी बातें लेकिन पर क्यों अटक जाती है संजीत! साफ साफ बताओ कि बात क्या है? और तुम मुझसे शादी करने के लिए क्यों फ़ोर्स कर रहे हो?", श्वेता के सब्र का बांध अब टूट रहा था।
"क्योंकि मुझे मेरी पत्नी अमिता की सच्चाई पता चल चुका है।", संजीत बोला।
"अमिता के बारे में कौन सी सच्चाई पता चल चुका है संजीत?", श्वेता ने घबराहट में पूछा।
"तो सुनो श्वेता, मेरी पत्नी अमिता का रियल नाम अमित है। अमित तुम्हारा बॉयफ्रेंड, जिसने पहले जेंडर चेंज करवा लिया, औरत बन गया। फिर मुझसे इस सच्चाई को छुपा कर शादी कर लिया और मेरी पत्नी बन गया। अगर इसे औरत बनने का इतना ही शौक था तो तुम्हारा बॉयफ्रेंड बनने की क्या जरूरत थी। बॉयफ्रेंड तुम्हारा बना और मेरी दुल्हन बन गया। अब तुम ही बताओ श्वेता, मैं क्या करूँ तुम्हारे बॉयफ्रेंड के साथ जो मेरी पत्नी बन बैठा है।", संजीत बोला।
इधर अमित ये सब सुनकर इमोशनल होने के साथ साथ बहुत एम्बरर्स फील कर रहा था और वो रोने लगा। श्वेता ने उसे चुप होने को कहा और संजीत से बोली, "मेरा बॉयफ्रेंड गे नही है और न ही कभी गे था। उसके साथ जो कुछ भी हुआ वो प्राकृतिक बदलाव था जिसके कारण वो औरत बना और तुमसे शादी भी अमित के परिजनों के फ़ोर्स करने पर हुआ। अमित अब एक स्त्री है, और एक संस्कारी स्त्री की भांति तुम्हारे घरवालों की सेवा कर रहा है और तुम्हारी भी। इतनी सुंदर मैं भी नही, और क्या हुआ कि अमित आज स्त्री है, वो है तो तुम्हारी पत्नी ना। और एक बात बता दूं संजीत, कि एक नार्मल स्त्री की तरह अमिता प्रेग्नेंट होने में भी सक्षम है। जो एक स्त्री कर सकती है अमित में वो सब गुण है।"
"तुमने कहा और मैं मान लूँ। श्वेता तुम चाहे कुछ भी बोल लो, लेकिन या तो तुम मुझसे शादी कर लो, नही तो मैं अमित के साथ वो सब करूँगा जो ना तो तुमने और ना ही अमित ने कभी एक्सपेस्ट किया होगा।", संजीत बोला।
"तुम धमकी देकर मुझसे शादी नही कर सकते संजीत, अमित अब तुम्हारी बीवी है, उसके साथ जो करना है करो। मुझे अब इन सब से फ़र्क़ नही पड़ता है और अब मैं यहाँ एक मिनट भी नही रुक सकती।", ऐसा बोलकर श्वेता वहां से चली गयी।
"देखो अमित, ये है तुम्हारी गर्लफ्रैंड। उसे कोई फर्क नही पड़ता कि मैं तुम्हारे साथ क्या करता हूँ।", संजीत बोला।
"मैं श्वेता की तरफ से माफी मांगती हूँ। मैं उसे मनाने की कोशिश करूंगी आप प्लीज् शांत हो जाइए।", अमित डरते हुए बोला।
"अगर तुम अपने और अपने घरवालों को खुश देखना चाहते हो तो, श्वेता को मुझसे शादी करने के लिए मनाओ।", संजीत बोला।
"ठीक है, मैं समझाती हूँ श्वेता को।", अमित ने कहा।
अमित ने ये बात अपने घरवालो से कहा तो उन्होंने ने हाथ खड़े कर लिए। अमित को अपने परिजनों से ये उम्मीद नही था लेकिन अब उसके पास एक ही रास्ता था कि वो श्वेता को शादी के लिए मनाए। श्वेता को लाख मनाने के बावजूद वो नही मानी और उसने साफ मना कर दिया। शाम में जब संजीत घर पर आया तब उसने अमित ने उसे बताया कि श्वेता शादी के लिए तैयार नही है। संजीत के हाथ मे एक गिफ्ट बॉक्स था और उसने वो बॉक्स अमित के हाथ मे रखकर कमरे में चला गया। अमित को उम्मीद था कि संजीत गुस्सा करेगा लेकिन वो बिल्कुल शांत और बेफिकर कमरे में जाकर रेस्ट कर रहा था। अमित ने वो गिफ्ट बॉक्स खोल के देखा। उस बॉक्स में एक बड़ा सा हैवी और डिज़ाइनर राजस्थानी नथिया जिसमे एक भारी भरकम चेन भी जुड़ा हुआ था। एक झुमका जो काफी बड़ा था, गले का नौलखा हार, सोने की अंगूठियों से जुड़ा हुआ सोने का ब्रेसलेट, सोने के कंगन और एक लाल साटन साड़ी और एक लाल रंग की कढ़ाईदार और छोटी सी बैकलैस चोली जो काफी डीप कट डिज़ाइन किया हुआ था और उसमें डोरी भी नही था, सिर्फ उस चोली के कपड़े का ही बना हुआ डोरी था। ये सब देखकर अमित एक पल के लिए खुश सा हो गया, शायद फीमेल हॉर्मोन्स का असर था।
"गिफ्ट कैसा लगा अमिता बेबी, गिफ्ट कैसा लगा मेरी डार्लिंग को?", संजीत बोला।
"बहुत अच्छा गिफ्ट है, थैंक यू। लेकिन सुबह आप इतने गुस्से में थे मेरे बारे में जानकर, और अभी इतने खुश हैं। बात मेरी समझ मे नही आया।", अमित बोला।
"हाहाहाहा, तुम भी ना, अच्छा बहुत थक गया हूँ जान, तुम डिनर लगा दो, बहुत जोरों की भूख लगी है।", संजीत बोला।
"ठीक है, मैं लगती हूँ, आप फ्रेश हो जाइए।", अमित मुस्कुराते हुए बोला और डिनर तैयार करने लगा।
अमित को समझ नही आ रहा था कि वो इतना खुश क्यों है, जबकि उसके पति ने सुबह में इतना बेइज़्ज़ती की थी। अमित ने डिनर तैयार किया तब तक संजीत वहां आ गया। पहली बार संजीत ने डिनर करते वक़्त अमित को अपने पास बिठाया और उसे खुद से खाने का पहला निवाला खिलाया। अमित ने अपने पति से ऐसा प्यार भरा बर्ताव को एक्सपेस्ट नही किया था, एक निवाला कहते ही उसकी आँखों मे आंसू आ गया। फिर पता नही अमित को क्या सूझा, उसने भी संजीत को शर्माते हुए एक निवाला खिलाया। अमित संजीत से आंखें नही मिला पा रहा था, जबकि संजीत उसे लगातार देखे ही जा रहा था।
"अच्छा अमिता, मैं जो गिफ्ट्स तुम्हारे लिए लेकर आया हूँ, उसे पहनकर तैयार हो जाओ। मैं पिंकी को बोल देता हूँ, वो तुम्हे तैयार कर देगी। और हां, एक बात और,आज के बाद तुम ब्रा नही पहनोगी, ठीक है।", संजीत बोला।
"जी, ठीक है।", अमित बोला।
फिर पिंकी अमित के साथ उसके कमरे में गयी। पहले तो अमित वाशरूम में गया और कपडे उतार कर लाल रंग का पेटीकोट पहन लिया। बिना ब्रा पहने अमित ने वो चोली पहन लिया लेकिन पीछे से बांधने में दिक्कत हो रहा था तब पिंकी ने चोली को बांध दिया। फिर अमित को लाल साड़ी पहनाया गया, साड़ी पहनने के बाद अमित ने खुद से चूडियों का दो दो सेट दोनों हाथों में पहन लिया। फिर होंठों पर रेड ग्लॉसी लिपस्टिक, हाथों और पैरों की नाखूनों पर रेड नेलपॉलिश, आंखों में आई लाइनर और चेहरे पर हल्का फाउंडेशन और मेकअप अप्लाई किया। फिर कानो में झुमके पहन लिए और गले मे नौलक्खा हार और ऊपर से मंगलसूत्र पहन लिया। फिर हाथों की उंगलियों में सोने की अंगूठियों से जुड़ा हुआ सोने का ब्रेसलेट, सोने के कंगन कलाइयों में, माथे पे बीच मांग पर मांगटीका सेट किया और नाक में डिज़ाइनर
राजस्थानी
नथिया
जिसमे
एक भारी भरकम चेन भी जुड़ा हुआ था वो पहन लिया। फिर पिंकी ने अमित के साथ 5-10 सेल्फीज़ क्लिक की और अपनी अमिता भाभी का घूँघट बनाकर कमरे से बाहर चली गयी। अमित अभी भी ड्रेसिंग टेबल पर बैठा, ये सोच रहा था कि जिस लड़की से वो इतना प्यार करता था, आज उसे एक पल के लिए भी बुरा नही लगा और उसने अमित को उसके हालात पर छोड़ दिया और वहां से चली गयी। और वहीं दूसरी ओर संजीत जो उसके कॉलेज का जानी दुश्मन हुआ करता था, आज वही शख्स अमित को इतने प्यार से गिफ्ट लेकर आया था और अपने हाथों से खिलाया। अमित को अपने पति का स्नेह पा कर काफी खुश था और अपने अतीत के बारे में सोचकर दुखी। आज श्वेता ने उसे उसके हालात पर छोड़ दिया, ये जानते हुए भी कि अमित उससे कितना प्यार करता है।
"ओह्ह माई गॉड, यू आर लुकिंग डैम हॉट अमिता बेबी", संजीत ने जब अमित को घूँघट में देखा तो उससे रहा नही गया और उसने अमित को अपनी गोद मे उठा लिया।
अमित शरमाने लगा तब संजीत ने कहा, "बेबी, आज कयामत लग रही हो।
"ये कैसी चोली लाएं है आप, ये तो कितना भी टाइट कर लू फिर भी ढीलापन फील हो रहा है।", अमित शर्माते हुए बोला।
"ये एक खास तरह की चोली है, इसमें तुम्हारे स्तनों का शेप बराबर रहेगा।", संजीत बोला।
संजीत की बात सुनकर अमित शरमाने लगा और ये सोचने लगा कि उसे हो क्या गया था आज, एक स्त्री की भांति अपने पति के सामने शर्माना, और उसकी बाहों में अच्छा फील होना, ये सब बिल्कुल नया अनुभव था अमित के लिए। आज संजीत की हर बात उसे अच्छी लग रही थी। अमित को समझ नही आ रहा था कि खुश हो या दुखी। फिर संजीत ने अमित को नीचे उतारा।
"अमिता, आज मेरे दोस्त के घर पार्टी है, तुम्हे भी चलना है।", संजीत बोला।
"ठीक है, मैं चेंज कर लेती हूँ।", अमित बोला।
"चेंज करने की क्या जरूरत है, ऐसे ही चलो, सिर्फ घूँघट कर लो।", संजीत बोला।
"ठीक है लेकिन ये नथिया बहुत बड़ा है, इसे तो बदल ही लेती हूँ।", अमित बोला।
"उसकी कोई जरूरत नही है अमिता, ये नथिया पहनने के बाद तुम और भी खूबसूरत दिखने लगी हो।", संजीत बोला।
"ठीक है।", अमित बोला।
फिर संजीत ने अपना बुलेट स्टार्ट किया, अपनी पत्नी अमिता को पीछे बिठाया। एक समय था जब अमित श्वेता को अपनी बाइक पर बिठाकर घुमाने ले जाता था और एक आज का दिन था जब अमित खुद घूँघट में अपना सिर छुपाये, अपने पति के साथ बाइक पर बैठकर घूमने जा रहा था। बाइक के स्पीड से अमित का घूँघट उड़ रहा था, वक्षःस्थल ऊपर नीचे हो रहे थे, नाक का भारी भरकम नथ बार बार उसके होंठो से टकरा रहा था, झुमके भी गले के पीछे की तरफ टकरा रहे थे और उसके रेशमी बाल उड़ रहे थे साथ ही मांगटीका भी बार बार इधर उधर हो रहा था। अमित को काफी अजीब लग रहा था क्योंकि संजीत की दुल्हन बनने के बाद ये पहली बार था जब अमित घर से बाहर निकला था। आज अमित एक दुल्हन से बिल्कुल भी नही लग रहा था, सकुचाया हुआ, शर्माता हुआ, अपने पति के कंधों पर अपना सिर रखे हुए था और थोड़ी ही देर में एक आलीशान 5 स्टार होटल के सामने संजीत ने बाइक रोक दी। ये वही होटल था जिसके पब में अमित अपनी गर्लफ्रैंड श्वेता के साथ जाया करता था और आज वो पहली बार औरत बनने के बाद, संजीत की दुल्हन बनने के बाद पहली बार अपने पति के साथ उस होटल में कदम रखने वाला था। ऐसी उम्मीद तो कोई भी आदमी कभी नही करता कि बड़ा होकर उसे औरत बनना पड़ेगा और फिर एक आदमी से शादी करके उसके साथ सुहागिन बन कर जिंदगी बिताना पड़ेगा। ठीक यही मनोस्थिति अमित की भी थी। संजीत ने बाइक पार्क किया, और फिर अमिता को साथ लेकर रिसेप्शनिस्ट से मिला।
"गुड इवनिंग सर, गुड इवनिंग मैडम। हमारे होटल में आपका हार्दिक स्वागत है।", रिसेप्शनिस्ट बोली।
"गुड इवनिंग, मुझे सूरज की पार्टी में इनविटेशन मिला है। क्या आप बता सकती हैं ये एम्पोरियम गार्डन कहाँ होगा।", संजीत ने पूछा।
"सर, ये फोर्थ फ्लोर पर है, लेकिन आज लिफ्ट के मेंटेनेंस का काम चल रहा है। आई एम सो सॉरी लेकिन आप लोगो को स्टैयर्स से जाना पड़ेगा।", रिसेप्शनिस्ट बोली।
"लेकिन मेरी वाइफ कैसे जाएगी, आप देख सकती हैं ना, 4 इंच वाला हील्स पहना हुआ है। कोई और लिफ्ट नही है आपके 5 स्टार होटल में।", संजीत ने पूछा।
"है सर, लेकिन वो दूसरी तरफ वाले सेक्शन्स के लिए है। आप एक काम कर सकते हैं। आप दूसरी तरफ वाले लिफ्ट से सेकंड फ्लोर पर चले जाइये, उसके बाद मिडिल सेक्शन से दो फ्लोर स्टैयर्स से चले जाइये।", रिसेप्शनिस्ट बोली।
"ये हुई ना बात। थैंक यू।", संजीत बोला।
संजीत अमित को लेकर लिफ्ट में एंटर हुआ। अमित ने हाई हील्स पहना हुआ था, लेकिन वो अपने पति के सामने काफी छोटा लग रहा था मिरर मे। अमित अपने पति संजीत के साथ सेकंड फ्लोर पर पहुचा। फिर दोनों स्टैयर्स से ऊपर चढ़ने लगे। हर एक स्टेप के साथ अमित के बूब्स ऊपर नीचे हो रहा था, हिप्स भी काफी हिल रहे थे और अमित के नाक का नथिया भी बार बार अमित के होंठ से टकरा रहा था, हील्स पैरों को दर्द दे रहा था और अमित काफी परेशान हो रहा था। अमित ने एक हाथ से संजीत को पकड़कर बैलेंस बनाकर चल रहा था और एक तरफ स्टैयर्स के साइडर को।
"अमित, तुम वाकई में बेहद आकर्षक हो। तुम्हे चलने में तकलीफ हो रही है ना, आओ मैं तुम्हे अपनी गोद मे उठा लूँ।", संजीत बोला।
"नही ठीक है, मैं मैनेज कर लुंगी।", अमित बोला।
लेकिन संजीत नही माना, अभी एक फ्लोर भी नही चढ़ा था कि संजीत ने अमित को अपनी गोद मे उठा लिया और स्टैयर्स पर चढ़ने लगा।
"ये क्या कर रहे हैं आप, कोई देख लेगा।", अमित शर्माते हुए बोला।
"यो देख लेने दो, दुल्हन हो तुम मेरी, मैं पति हूँ तुम्हारा। मुझे फ़र्क़ नही पड़ता।", संजीत बोला और अमित शर्मिंदगी से अपनी पति के गले मे अपना हाथ फंसा लिया।
संजीत बलिष्ठ होने के साथ साथ बहुत ताकतवर भी था और अमित को इस बात का अंदाजा हो गया था। संजीत अमित को लेकर फोर्थ फ्लोर पर पहुचा तो अमित को गोद से उतार दिया। अमित ने अपना साड़ी और घूँघट ठीक किया और अपने पति के साथ पार्टी में एंटर किया। उस पार्टी में अमित के दोस्त भी थे, सूरज, विक्रम, पप्पू, जोगेन्दर, विकाश, प्रकाश और रॉकी। ये सभी संजीत के बेस्ट फ्रेंड्स थे, जिन्हें उसके और अमित के बीच की दुश्मनी के बारे में सब पता था। वे दोस्त सभी अपनी अपनी पत्नी के साथ आए थे, पप्पू अपनी गर्लफ्रैंड रेशमा के साथ और अमित अपने पति संजीत के साथ था।
"लेडीज़ एंड जेंटलमेन, मै सूरज ओबोरॉय आप सभी दोस्तों का मेरे इस पार्टी में स्वागत है। आज का दिन बेहद खास है, क्योंकि आज हमारे पार्टी में 2 खास मेहमान हैं।", सूरज बोला।
"हमे भी बताओ, वो कौन है?", विक्रम ने पूछा।
"हाहाहाहा, जरूर! यहां आओ रजनी?", सूरज ने अपनी पत्नी को पुकारा।
"फिर दोनों ने सभी के सामने किस किया, और सूरज ने बताया कि रजनी प्रेग्नेंट है और बहुत जल्द उनके घर मे एक मेहमान आने वाला है।", सूरज ने बताया।
"वऊ हु", और तालियों की गड़गड़ाहट से एम्पोरियम गूंज उठा। फिर सभी ने चेयर्स किया। फिर रजनी वापस अपने सहेलियों के बैच चली गयी। वहां मौजूद सभी लेडीज़ में सबसे कम हाइट अमित का ही था, बाकी लेडीज़ तो वेस्टर्न ड्रेसेस में थी जबकि अमित इंडियन ट्रेडिशनल साड़ी में।
"अब आप सभी का इंतेज़ार खत्म करते हुए मैं अंनौंस करने जा रहा हूँ, आज के शाम के दूसरे मेहमान का नाम। उनका नाम है मिस्टर संजीत शर्मा एंड मिसेज अमिता संजीत शर्मा। संजीत जो हम सभी के बचपन से लेकर जवानी तक का दोस्त है, जिसे आप सभी जानते हैं। लेकिन हमारी भाभी अमिता जिन्हें मात्र हमारे कॉलेज के दोस्त ही जानते हैं। खैर मैं आज आपको हमारी अमिता भाभी के बारे में कुछ बताने जा रहा हूँ। उससे पहले मैं अमिता भाभी से इजाजत लेना चाहूंगा।", सूरज बोला।
फिर अमित ने हाँजी कहा।
"वैसे तो हम सब बहुत अच्छे दोस्त हैं और हमारे बीच कुछ भी छुपा हुआ नही है। हम सब एक दूसरे के बारे में सबकुछ जानते हैं। आज मैं अमिता भाभी के बारे में जो बताने जा रहा हूँ, वो सुनकर आप सभी को थोड़ा आश्चर्य हो। हम सभी कॉलेज टाइम में अमिता भाभी को अमित के नाम से जानते है। अमित जिसकी ज्यादातर लड़ाई संजीत से होती थी और दोनों के बीच दुश्मनी थी। हमारी अमिता भाभी पहले हम सब की तरह एक मर्द थी, लेकिन अब एक औरत हैं और अपने सबसे बड़े दुश्मन की पत्नी। दोनों की दुश्मनी खत्म हो चुकी है और दोनों ने हाल ही में शादी भी कर ली है।", सूरज बोला।
"ये सब क्या बोले जा रहा है सूरज, सच बताना इतना जरूरी था क्या?", अमित ने संजीत से कहा।
"जरूरी है, आखिर तुम इन सब लेडीज़ के साथ ही तो किट्टी पार्टी करोगी और मेलजोल बढ़ाने के लिए सबका सच जानना बेहद जरूरी है।", संजीत ने अमित से कहा।
सूरज की बात सुनकर सबकी नजर अमित पर आकर टिक गई। फिर रजनी उसके पास गई और स्टेज पर ले गयी।
"क्या हुआ अगर अमित को औरत बनना पड़ा। आज के इस पार्टी में सबसे खूबसूरत अमिता भाभी ही हैं। जिन्होंने स्त्रीत्व को जिस तरह से एक्सेप्ट किया है उसे हर कोई एक्सेप्ट नही कर सकता। स्त्री होना आसान नही होता लरकीं हमारी अमिता भाभी हमारे लिए एक मिसाल हैं जो आज एक स्त्री का जीवन जी कर हमें ये शिक्षा दे रही हैं कि स्त्री होना अभिशाप नही वरदान है। अमिता भाभी लेडीज़ क्लब में आपका हार्दिक स्वागत है।", रजनी बोली।
"थैंक यू, रजनी जी।", अमित बोला।
सभी लेडीज़ ने अमित को अपने ग्रुप में एक्सेप्ट कर लिया, आपस मे परिचय देने का दौर शुरू हुआ, हंसी मजाक और पार्टीज के बारे में डिस्कशन चलना शुरू हुआ। सभी लेडीज़ अमित की खूबसूरती की तारीफ कर रही थी, कोई जेवर की तो कोई साइज मेंटेन करने की। अमित औरतों के बीच सबसे कम हाइट का था और औरतों की बातें सुनकर उसे बहुत ह्यूमिलियेशन फील हो रहा था।
"इससे अच्छा रिवेंज यो हो ही नही सकता, कि अपने दुश्मन को औरत बनाकर उसको अपनी दुल्हन बना लो। फिर वो दुश्मन हमेशा के लिए तुम्हारी गुलाम, और क्या", विक्रम ने संजीत के कानों में कहा और दोनों हसने लगे।
"वैसे मैंने तो अमित को औरत नही बनाया, वो खुद औरत बन गया। बस मेरे घरवालो ने अमित से मेरा रिश्ता जोड़ दिया और हमारी शादी हो गयी।", संजीत ने विक्रम से कहा।
"चलो जो भी है, अब है तो हमारी भाभी ना। चलो पार्टी एंजॉय करते है।", संजीत ने विक्रम से कहा।
"वी सब तो ठीक गई संजीत, लेकिन शादी को दो हफ्ते होने जा रहे हैं, अमित भाभी के साथ हनीमून मनाने क्यों नही ले गया अभी तक?", रॉकी बोला।
"सरकारी नौकरी है यार, लेकिन फिक्र मत कर, काल मैं तेरी अमिता भाभी को हनीमून पर ले कर फिजी जा रहा हूँ। 14 नाइट्स और 15 डेज का पैकेज है।", संजीत बोला।
इधर अमित अपने पति संजीत के साथ पार्टी में धीरे धीरे कंफर्टेबल हो रहा था, लेडीज़ के ग्रुप में सभी अमित को शादी की बधाइयां दे रही थी। वहीं दूसरी ओर विक्की और उसका पति रूपेश दोनों मेहमानों से इज़ाज़त लेकर उनको विदा कर चुके थे। काफी रात हो चुकी थी, दोनों बहुत थक गए थे और फ्रेश होने के बाद पहले रूपेश और उसके परिवारवालों ने डिनर किया और आखिर में विक्की ने। हमेशा की तरह घूँघट में एक हाथ से अपने नथ को साइड करके खाना खाया। खैर विक्की और अमित को अब अपनी लाइफ आपने पति की सेवा करते हुए निकालनी थी, आज वो सब करना पड़ रहा था जिसकी उम्मीद ना तो अमित ने की थी और ना ही विक्की ने।
रात में,
विक्की डिनर करने के बाद अपने कमरे में घूँघट ओढ़े, आईने के सामने बैठकर, अपने बड़े और भारी भरकम नथ को एडजस्ट करने की कोशिश कर रहा था। तभी रूपेश वहां आ गया।
"क्या कर रही हो मेरी जान।", रूपेश ने विक्की से पूछा।
"ये नथ काफी भारी भरकम है, नाक में दर्द हो रहा है। इसी को एडजस्ट कर रही हूं।", विक्की आंखों में आंसू लिए बोला।
"बस इतनी सी बात, तुम्हे पता है, आज हमारी दूसरी रात है। ये देखो मैं तुम्हारे लिए ये ड्रेस और तीन नए नथ लाया हूँ।", रुपेश बोला।
"एक दो नही तीन नथ, इसकी क्या जरूरत थी।", विक्की ने पूछा।
"मुझे पता है विक्की, तुम्हे इतने भारी भरकम नथिया पहनने का आदत नही है और होगा भी कैसे। लड़के भी कभी नथिया पहनते है भला, लेकिन एक औरत होने का एह्साह बिना नथिया के अधूरा होता है। ये तीनो नथिया, बड़े तो बहुत हैं लेकिन इनका वजन बहुत कम है। ये नथ अभी के लिए है, मैं तुम्हारे लिए और भी नथ और झुमके ले आऊंगा। लड़कियों को ये नथ पहनना, झुमके पहनना बहुत पसंद होता है, खासकर वो हैवी हो तो लड़कियां नथिया, पायल और झुमके इन्हें बहुत पसंद करती हैं। तुम तो अभी अभी लड़की बनी हो विक्की, तो तुम्हे इनसब का आदत लगने में अभी समय लगेगा। लेकिन बाद में तुम्हे भी ये नथिया, झुमके, पायल, मांगटीका पहनने में खूब मजा आएगा और तुम भी इनसब को एन्जॉय करोगी।", रूपेश बोला।
"हम्म! लेकिन ये नथिया भी तो काफी बड़े हैं और ये टिकट कैसा है?", विक्की ने गिफ्ट के साथ रैप किये टिकट को देखकर कहा।
"देखो तो सही मेरी गुलबदन।", रूपेश बोला।
विक्की ने टिकट्स देखा, वो फिजी के टिकट्स थे। 15 डेज और 14 नाइट्स के हनीमून पैकेज। वो देख कर विक्की शरमाने लगा।
"मेरी जान, हम कल की फ्लाइट से फिजी जा रहे हैं। तुम ज्यादा कपड़े पैक मत करना, 2 साड़ी और कुछ गहनें पैक कर लो। बाकी तुम्हारे लिए वहीं ड्रेसेस दिला दूंगा।", रूपेश बोला।
विक्की चुपचाप तैयारियों में लग गया। उधर रूपेश ने भी अपने कपड़े पैक कर लिए। अगली सुबह विक्की ने कांचीवरम साड़ी पहन लिया, नाक में बड़ा सा नथ, कानों में झुमके, गले मे अपने पति के नाम का मंगलसूत्र और मांग में सिंदूर भर लिया।
"अपना ध्यान रखना बिटिया, पराया देश है। रुपेश का हाथ पकड़ कर रखना और घूंघट से अपनी सूरत को छिपा कर रखना। अपने पति के साथ रहना, और उसका ख्याल भी रखना। खान पान भी समय से करना, लापरवाही मत करना, ठीक है।", विक्की की सास उससे बोली।
"जी माँ जी", विक्की ने हल्की आवाज़ में अपना सिर झुकाकर जवाब दिया।
"विक्की भाभी, भैया के साथ घूमने और एन्जॉय का इससे अच्छा मौका फिर कभी नही मिलेगा।", रुचिका ने विक्की को छेड़ते हुए कहा।
"ओके रुचिका जी", विक्की शर्माते हुए बोला।
"अब ज्यादा छेड़ मत अपनी विक्की भाभी को, दोनों को एयरपोर्ट भी जाना है।", विक्की की सास रुचिका से बोली।
"मैंने कौन सा रोका है भाभी को, क्यों भाभी।", रुचिका ने आंख मारते हुए विक्की से कहा।
फिर विक्की ने अपने सास ससुर का आशीर्वाद लिया और रूपेश ने भी। फिर दोनों एयरपोर्ट के लिए निकल गए। एयरपोर्ट फ्लाइट टाइम से 2 घंटे पहले पहुच गए।
"आज भी तुम बेहद खूबसूरत दिख रही हो विक्की, मुझे यो यकीन ही नही होता कि तुम वही विक्की हो जो पहले लड़के थे, और आज मेरी दुल्हन हो।", रूपेश बोला।
"ऐसी कोई बात नही है, पहले मैं मर्द थी, लेकिन अब मैं औरत हूँ और आप मेरे पति। शायद इसीलिए आप मेरी इतनी तारीफ करते हैं।", विक्की बोला।
"हाहाहाहाहाहाहा, खूबसूरत को खूबसूरत ना कहूँ तो क्या कहूँ? अच्छा ठीक है, तुम यही बैठो, किसी अजनबी से बात मत करना। मैं तुम्हारे लिए कुछ खाने के लिए लेकर आता हूँ।", रूपेश बोला और वहां से चला गया।
रुपेश के वहां से जाने के ठीक 2 मिनट्स के बाद।
"हाय विक्की।", एक आवाज़ सुनकर विक्की चौंक गया कर पीछे मुड़कर देखा तो अमित अपने पति के साथ खड़े थे। ट्रांसपेरेंट गुलाबी साड़ी, गोल्डन कलर स्लीवलेस डीप कट चमकदार चोली, गले मे मंगलसूत्र और हीरों से जड़ा हार, कानों में बालियां, माथे पर बिंदिया और मांगटीका, मांग में सिंदूर, हाथों में लाल सफेद कॉम्बिनेशन का कंगन सेट था। चोली और पेटीकोट के बीच करीब 6 इंच का गैप जिससे अमित का नाभि साफ झलक रहा था, गुलाबी रसीले होंठ जो अमित के चेहरे को काफी आकर्षक बना रहा था और नाक में सानिया मिर्ज़ा स्टाइल नथ अमित की खूबसूरती पर चार चांद लगा रहे थे। 4 इंच हील्स पहनने के बावजूद अमित संजीत के छाती तक आ रहा था। ब्लैक सूट, हाथ मे रोलेक्स घड़ी, ब्लैक शूज और ब्लैक टाई में संजीत भी बेहद हैंडसम लग रहा था।
"हाय अमित, ओह्ह हाय अमिता! हाय संजीत, तुम दोनों यहां क्या कर रहे हो?", विक्की ने पूछा।
"मैं और तुम्हारी सहेली अमिता, हम दोनो हनीमून पर जा रहे हैं।", संजीत बोला।
"ओह्ह वाओ, दैट्स ग्रेट। वैसे कहाँ लेकर जा रहे हो, संजीत हमारी अमिता को", विक्की ने कहा।
"फिजी, और तुम यहाँ क्या कर रही हो विक्की, इतनी सजधज कर?", संजीत ने पूछा।
तभी वहां रूपेश आ गया और बोला, "मैं और विक्की भी हनीमून मनाने फिजी ही जा रहे हैं संजीत। तुम दोनों किस होटल में ठहरे हो ?"
"शंगरी-ला फिजियन रिसोर्ट एंड स्पा, वहीं एक स्वीट बुक किया है।", संजीत बोला।
"अरे वाह, मैं और विक्की ने भी तो सेम रिसोर्ट में कमरा बुक किया है। यर तो बहुत अच्छा हुआ, दोनों सहेलियों को भी एन्जॉय करने का भरपूर समय मिलेगा और हमे भी।", रूपेश बोला।
"हाहाहाहा, बिल्कुल सही बोला तुमनें रूपेश।", संजीत बोला और दोनों हसने लगे।
फ्लाइट का टाइम हुआ तो रूपेश, विक्की, अमित और संजीत फ्लाइट पर अपने अपने सीट पर बैठने ही वाले थे तब संजीत ने कहा, "यार रुपेश तुम यहाँ मेरे साथ बैठो, कुछ डिस्कस करना है। और अमिता और विक्की एक साथ बैठ जाएंगी, दोनों सहेलियों को आपस मे बातें करनी होगी।"
फिर रूपेश और संजीत एक साथ बैठ गए और विक्की और अमित एक साथ थोड़ी दूरी 4 रो पीछे बैठ गए।
"अमित, तुम पहले से कितने सुंदर हो गए हो। तुम्हारी स्किन तो कितनी नरम और मुलायम है, बिल्कुल मक्खन की तरह।", विक्की बोला।
"ऐसी बात नही है विक्की, मेरी स्किन मक्खन जैसी है तो तुम्हारी स्किन मखमली भी तो है। लेकिन शादी के 2 ही दिनों में ही इतना चेंज दिख रहा है।", अमित बोला।
"ऐसा कुछ भी नही है, ऐसा कुछ होगा हमदोनो के साथ मैंने कभी सपने में भी नही सोचा था। मैं तो करिश्मा से शादी करने वाला था और तुम श्वेता से। लेकिन आज मर्द के रूप में जन्म लेने के बावजूद, सेक्स चेंज करवाना पड़ा और आज मैं रूपेश की पत्नी और तुम संजीत की पत्नी बनकर हनीमून मनाने जा रहे हैं। क्या तुमने ऐसा कभी सोचा था?", विक्की इमोशनल होते हुए अमित से पूछा।
"नही विक्की, भला कौन सा मर्द ये सोचता है। इमोशनल मत हो, अब जो है यही है।", अमित बोला।
12.88 घंटे के लंबे हवाई सफर के बाद दोनों कपल्स फिजी पहुंचे और होटल में चेक इन किया और फ्रेश हुए। फिर रूपेश ने विक्की से कहा कि वो संजीत से मिलकर शाम का प्रोग्राम बनाने जा रहा है। रूपेश और संजीत ने शाम में बिच पर घूमने का प्लान बनाया।
"रूपेश, शाम का प्लान तो ठीक है लेकिन क्या हमारी पत्नियां साड़ी पहन कर बिच पर घूमेंगी हमारे साथ?", संजीत ने कहा।
"तुम सही बोल रहे हो संजीत, लेकिन लिंगरी में हमारी पत्नियों का बिच पर घूमना, क्या ठीक रहेगा?", रुपेश बोला।
"नही रुपेश, एक काम करते हैं। मिनी माइक्रो स्कर्ट खरीदने चलते हैं। ये सही रहेगा।", संजीत बोला।
"यार काफी छोटा ड्रेस नही हो जाएगा?", रूपेश कंफ्यूज होते हुए बोला।
"नही यार, इतने दूर हनीमून पर आए हैं, एन्जॉय भी नही किया तो क्या किया।", संजीत बोला और रूपेश को मनाकर मार्किट ले गया।
रूपेश और संजीत ने अपनी अपनी पत्नियों विक्की और अमित के लिए एक जैसा ही बरगंडी क्रश्ड वेलवेट बॉडीकॉन ड्रेस खरीदा। जो कलर रूपेश को पसंद आया, वही सेम कलर संजीत को पसंद आया।
"यार रुपेश, ड्रेस तो ले लिया है, कुछ जवेलेरीज़ भी ले लेते हैं और एक एक सैंडल्स भी।", संजीत बोला।
"ठीक है संजीत, चलो फिर।", रूपेश बोला।
फिर रूपेश और संजीत ने अपनी अपनी पत्नियों के लिए 5 इंच वाला हाई हील्स वाले सैंडल्स, नाक में पहनने के लिए डायमंड नोसपीन्स, कानो में पहनने के लिए बालियां, मैचिंग वाटरप्रूफ ग्लॉसी लिपस्टिक्स, और एक एक पर्स खरीदा। फिर दोनों होटल आ गए जहां अमित और विक्की अपने अपने पति की राह देख रहे थे। अमित और विक्की ड्रेस देखकर हतप्रभ रह गए कि इतनी छोटी ड्रेस वो कैसे पहनेंगे। विक्की के लिए तो नार्मल था, क्योंकि फिल्मों में, मॉडलिंग में ऐसे ड्रेसेस पहनने पड़ते थे, लेकिन अमित ने इससे पहले कभी इतनी छोटी ड्रेस नही पहना था। एक प्रॉब्लम था दोनों के साथ, कि ना तो विक्की ने ब्रा कैर्री किया था और ना ही अमित ने, और इतनी छोटी ड्रेस बिना ब्रा के पहनने में दोनों को काफी संकोच हो रहा था।
"क्या हुआ विक्की बेबी, तुम तैयार नही हुई अभी तक?", रुपेश ने कहा।
"एक परेशानी है, मैंने ब्रा कैर्री नही किया है और बिन ब्रा इस ड्रेस को पहनने में बहुत अजीब लग रहा है।", विक्की बोला।
"कोई बात नही मेरी जान, तुम बिन ब्रा के ही ड्रेस पहन लो ना। वैसे भी यहां हमें कौन जानता है। अब देर मत करो और जल्दी से तैयार हो जाओ।", रुपेश ने कहा।
फिर विक्की ने ड्रेस पहना, वो ड्रेस विक्की के हिप्स तक ही आयी। काफी छोटी ड्रेस थी, लेकिन अपने पति के आज्ञा भी मानना पड़ता है। फिर विक्की ने मैचिंग लिपस्टिक, आईलाइनर, फाउंडेशन और हील्स पहन लिया। काफी अर्से के बाद विक्की को बड़े बड़े नथिया से मुक्ति मिली थी। फिर विक्की ने नथिया उतार दिया और अपने नाक में नोजपिन पहन लिया। विक्की ने अभी भी बालों का जुड़ा बनाया हुआ था, लेकिन रूपेश के कहने पर बाल खोल लिया, और एक अच्छा सा हेयर स्टाइल बना लिया, मांग में सिंदूर और गले मे मंगलसूत्र के साथ जवेलेरीज़ पहन लिया। इधर अमित अभी तक इस कन्फ्यूशन में था कि वो ड्रेस कैसे पहने।
फिर अचानक रुपेश के स्वीट का डोरबेल बजा। रूपेश ने बाहर देखा तो संजीत खड़ा था।
"बस 2 मिनट्स संजीत, विक्की तैयार हो चुकी है।", रूपेश ने कहा।
"अरे यार, विक्की तैयार हो गयी हो तो उसे बोलो ना अमिता को भी तैयार कर दे।", संजीत बोला।
"कोई नही , मैं अभी बोल देता हूँ।", रूपेश बोला।
फिर रूपेश ने विक्की से कहा कि जाकर अमिता को तैयार कर दे। विक्की अमित के पास गया। उसने देखा अमित ड्रेसिंग टेबल के सामने बैठकर कुछ सोच रहा था।
"क्या सोच रहे हो अमित, अभी तक तुमने साड़ी पहन रखा है।", विक्की बोला।
"विक्की, मेरे पास एक भी ब्रा नही है, इतनी छोटी ड्रेस कैसे पहनूँ।", अमित बोला।
"मैंने भी तो बिना ब्रा के ही ड्रेस पहन लिया, तुम भी पहन लो अमित। वैसे भी हम इंडिया में नही फिजी में हैं, और यहां हमे कोई नही जानता।", विक्की ने कहा।
फिर अमित को ड्रेस पहनाने के बाद, विक्की ने अमित का हेयर स्टाइल खुद के जैसा बना दिया। अमित के नाक से सानिया मिर्जा स्टाइल नथ निकाल कर नोज पिन पहना दिया। मैचिंग लिपस्टिक, हाई हील्स सैंडल, आंखों में आई लाइनर और चेहरे पर हल्का फाउंडेशन अप्लाई किया। फिर विक्की ने अमित को पर्स लटकाने के लिए बोला। फिर विक्की और अमित स्वीट से बाहर निकले। विक्की और अमित दोनों लगभग एक जैसे दिख रहे थे और उन्हें देखकर उनके पति कंफ्यूज हो गए कि अमित कौन है और विक्की कौन है। दोनों थोड़े असहज थे और संजीत और रूपेश के सामने खड़े होकर शरमाने लगे। संजीत ने अमित के कमर में हाथ रखा और रुपेश ने विक्की के कमर में, और दोनों कपल्स बिच पर घूमने निकल गए। संजीत और रूपेश अपनी अपनी नई नवेली दुल्हनों के साथ मस्ती करने का एक भी मौका नही छोड़ रहे थे। वहीं विक्की और अमित दोनों अपने ड्रेसेस और 5 इंच वाले हील्स से परेशान हो रहे थे दोनों की ड्रेसेस उनके हिप्स तक ही थे और 5 इंच वाला हील्स पहनकर दोनों की एड़ियों में दर्द होने लगा था। हवा के झोंके से विक्की और अमित के बरगंडी
क्रश्ड
वेलवेट
बॉडीकॉन
ड्रेसेस उड़ते तो दोनों अपने हाथों से अपनी ड्रेसेज को नीचे स्ट्रैच करते और ब्रा लेस्स होने की वजह से बूब्स भी बाउंस कर रहे थे। नाईट में दोनों कपल्स डांस बार गए, रूपेश और संजीत ने काफी देर तक ड्रिंक किया और विक्की और अमित के लिए सॉफ्ट ड्रिंक्स ऑर्डर किया।
उसी जगह एक ऐसा शख्स भी मौजूद था, जो विक्की और अमित के सौंदर्य से मोहित हो चुका था, जिसका नाम फ्रैंक था और वो ब्रिटिश इंडियन था। पेशे से फ्रैंक एक बिज़नेस मैन था, ब्लैक मैजिशियन होने के साथ ही हिप्नोटिज्म एक्सपर्ट भी। लेकिन पीठ पीछे वो सऊदी में लड़कियों और लड़कों का सेक्स चेंज करवाकर उन्हें शीमेल बनाकर उनको बेचता भी था। और अब फ्रैंक की नज़र को विक्की और अमित के रूप ने अपनी तरफ आकर्षित कर लिया था और साथ ही रुपेश और संजीत भी उसकी नज़र में उतर चुके थे।
इधर इनसब बातों से बेखबर रूपेश, संजीत और उनकी पत्नियों के साथ बार डांसिंग का मजा उठा रहे थे। काफी देर होने के बाद दोनों थक कर वही एक सोफे पर बैठ गए। रूपेश की बाहों में विक्की और संजीत की बाहों में अमित सकुचाये और शरमाये बैठे हुए थे। विक्की और अमित कभी अपने स्कर्ट को ठीक करते तो कभी अपने बालों को। संजीत ने अमित को और रूपेश ने विक्की को अपनी बाहों में जकड़ रखा था, ठीक वैसे ही जैसे अमित और विक्की अपनी गर्लफ़्रेंडस को जकड़ लेते थे। खैर ये तो तब की बात है जब अमित और विक्की लड़के थे, लेकिन अब औरत बन चुके हैं, और अपने पति के साथ हनीमून मना रहे हैं। थोड़े देर बाद दोनों कपल्स वापस अपने होटल पहुच, और दोनों इस बात से अनजान थे कि कोई उनके पीछे पड़ा है। रूपेश और संजीत अपनी अपनी पत्नी को लेकर अपने स्वीट में चले गए। विक्की और अमित अपने अपने पति के साथ हनीमून का पहला दिन एन्जॉय तो किया, लेकिन उन्हें विश्वास नही हो रहा था, कि उन्हें ऐसा दिन देखना पड़ रहा है जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती थी। वैसे तो दोनों कपल्स बहुत थक गए थे, लेकिन संजीत और रुपेश की हवस की आग शांत नही हुई थी। रूपेश ने विक्की के साथ और संजीत ने अमित के साथ आधी रात तक हार्डकोर सेक्स किया। विक्की और अमित एक पल के लिए अच्छा लगता तो दूसरे पल दर्द होने लगता, उनके आंसुओं से रूपेश और संजीत को कोई फर्क नहो पड़ा और अपना पेनिस अपनी अपनी पत्नी के वजाइना में डाल कर दोनों सो गए।
अगले दिन रूपेश और संजीत ने मार्केट से अमित और विक्की के लिए नई ड्रेस खरीदे। ऑफ शोल्डर फ्लोरल एम्ब्रोडरी रोमपर, जो कि दिखने में काफी आकर्षक होता है, नेवी ब्लू कलर की ड्रेस विक्की के लिए रूपेश ने खरीदा, वहीं ब्लैक कलर की ड्रेस संजीत ने अमित के लिए खरीदा। फिर दोनों ने कुछ ज्वैलरी जिसमे एक गले का हैवी हार, एक मांगटीका और झुमके थे। विक्की और अमित दोनों के लिए ये ड्रेस काफी छोटा था, लेकिन दोनों ने खुद को उस ड्रेस में एडजस्ट कर लिया। फिर दोनों ने गले मे हैवी हार, माथे पर मांगटीका और झुमके पहनकर तैयार हो गए। नाक में पहले से छोटा सा नोज पिन था, होंठो पर ग्लॉसी लाल लिपस्टिक, नाखूनों पर रेड नेल पॉलिश, आंखों में काजल और आकर्षक हेयर स्टाइल बना कर दोनों ने 5 इंच वाला हाई हील्स पहनकर अपने अपने कमरे में बैठकर अपने पति के आने का इंतज़ार करने लगे। थोड़े ही देर में रूपेश और संजीत अपने अपने स्वीट में आये और अपनी अपनी पत्नियों को साथ लेकर दूसरे बिच पर घूमने चले गए। अमित और विक्की के हनीमून का दूसरा दिन भी उनके पतियों ने उनके साथ खूब मजे किये। रात होने पर दोनों कपल्स होटल वापिस आ गए और अपने अपने स्वीट्स में आराम करने चले गए। रात होते ही रूपेश और संजीत दोनों ने अपनी अपनी पत्नियों के साथ भरपूर एन्जॉय किया।
अगले दिन रूपेश और संजीत अपनी अपनी पत्नियों को लेकर घूमने गए। उस दिन अमित और विक्की ने हाफ साड़ी और बैकलेस स्लीवलेस चोली, नाक में सानिया मिर्ज़ा स्टाइल नथ और 4 इंच वाले हील्स पहनकर अपने अपने पति के साथ अलग अलग बीचेस पर घूमने चले गए। संजीत और रूपेश अमित और विक्की को लेकर स्पा सेंटर पहुंचे। वहां दोनों कपल्स ने स्पा और बॉडी मसाज का भरपूर मज़ा उठाया। विक्की और अमित के अंदर स्त्रीत्व जागने लगा था और उनके अंदर के मर्द तिल तिल कर के मर रहे थे। अमित और विक्की मान चुके थे कि अब उनके साथ पूरी लाइफ यही होना है, तो क्यों ना स्त्रीत्व को स्वीकार कर लें और अपना जीवन स्त्री की तरह जीयें। स्पा में ब्यूटी ट्रीटमेंट, मैनीक्योर और पेडीक्योर करवाने के बाद विक्की और अमित कपड़े बदलकर अपनी अपनी साड़ी पहनकर रिसेप्शन पर आकर अपने पतियों का इंतज़ार करने लगे, जो हॉट बाथ और बॉडी मसाज का मजा ले रहे थे। रिसेप्शनिस्ट ने विक्की और अमित को बताया कि आधा घंटे का समय लगेगा संजीत और रूपेश को, और उन दोनों को वेट करने को वी आई पी कमरे का प्रबंध कर दिया। विक्की और अमित जब कमरे में गए तो वहां पहले से कुछ लोग बैठे थे और वही पास के सोफे पर फ्रैंक भी बैठा बाकी लोगों को अपने जादू से मंत्रमुग्ध कर रहा था। अमित और विक्की भी फ्रैंक के जादू को एन्जॉय करने लगे। एक एक करके फ्रैंक ने सभी को जादू में सम्मिलित किया और अब बारी अमित और विक्की की थी। लेकिन फ्रैंक ने विक्की और अमित से कहा कि वो उन्हें सबसे आखिर में जादू दिखाएंगे। एक एक करके सभी वहां से चले गए, उस हॉल में सिर्फ अमित, विक्की और फ्रैंक बचे।
"आप दोनों बेहद खूबसूरत है, क्या आप दोनों ही इंडिया से हैं?", फ्रैंक ने पूछा।
"जी, हम दोनों इंडिया से हैं, और आप?", विक्की ने पूछा।
"जी मैं एक ब्रिटिश इंडियन हूँ, फिजी में मेरा कॉरपोरेट आफिस है और अपने जादू से सभी को एंटरटेन करता हूँ।", फ्रैंक बोला।
"सभी को तो एंटरटेन किया आपने, लेकिन हम दोनों को तो कुछ भी जादू नही दिखाया!", विक्की ने पूछा।
"उसके पीछे वजह है मैम। मैंने आप दोनों को देखा तो आपके अंदर कुछ अलग दिखा। आप दोनों सभी से अलग हैं, इसीलिए मैंने आप दोनों को आखिर में जादू दिखाने की बात कही।", फ्रैंक मासूम बनकर बोला।
"ऐसा क्या देख लिया आपने?", विक्की ने पूछा।
"मैंने आपदोनो की आत्मा को देखा, और मुझे यकीन नही हो रहा है कि आप दोनों इतनी खूबसूरत अप्सरा की तरह दिख रही हैं, लेकिन आपके अंदर की आत्मा एक मर्द की है। और यही एक वजह है जिसकी वजह से मैंने आपको जादू नही दिखाया।", फ्रैंक बोला।
"ऐसा कुछ नही है, आपको जरूर कुछ गलतफहमली हुई है। हमदोनो औरत हैं तो आत्मा मर्द की कैसे हो सकती है।", विक्की ने हड़बड़ी में कहा।
"मैं झूठ नही बोलता, आपकी आत्मा एक मर्द की है क्योंकि आपदोनो ने एक मर्द के रूप में जन्म लिया है और लिंग परिवर्तन करवाकर औरत बनी हो। अगर आपने मेरी बातों को गलत साबित कर दिया तो आप जो कहोगी, मैं वो करूँगा।", फ्रैंक ने एक क्रिस्टल क्यूब दिखाते हुए कहा।
"अच्छा, लेकिन ये क्यूब कैसा है?", विक्की ने पूछा।
"आप खुद ही देख लीजिए। सॉरी नाम क्या बताया अपने?", फ्रैंक बोला।
"विक्की नाम है मेरा", विक्की ने जवाब दिया और क्रिस्टल में देखा। विक्की को 1 पल में ही उसकी पूरी अतीत और मर्द से औरत बनने का सफर उस क्रिस्टल में दिख गया।
"ये कैसे संभव है।", विक्की आश्चर्यचकित होकर पूछा।
"मैं एक ब्लैक मैजिशियन हूँ और मैं वो सब कर सकता हूँ जो आपदोनो ने कभी इमेजिन भी नही किया होगा।", फ्रैंक बोला।
"हम्म, बात तो सही है आपका, और क्या आप हमदोनो को फिर से मर्द बना सकते हैं?", विक्की और अमित ने पूछा।
"ब्लैक मैजिक कुछ भी फ्री में नही देता, वो सैक्रिफाइस मांगता है। अगर आप दे सको तो मैं आपदोनो को मर्द बनने की क्षमता के साथ अपने शरीर को अपने हिसाब का स्ट्रक्चर देने में कन्वर्ट करने की ताकत दे सकता हूँ।", फ्रैंक बोला।
"मैं नही मानती, और अब मर्द बनकर भी हम क्या कर पाएंगे। सारे जमाने के सामने संजीत ने मुझसे और रूपेश ने विक्की को अपनी पत्नी बनाया है।", अमित उदास होकर फ्रैंक से बोला।
"लेकिन मुझे यकीन है अमित, अगर हम मर्द बन जाये तो हम पहले वाली लाइफ जी सकते हैं। आजाद होकर कुछ भी कर सकते हैं और ये साड़ी ब्लाउज, नाक में नथ और कान में झुमके पहनकर घूँघट ने चेहरा छुपा कर पूरा जिंदगी नही बिताना पड़ेगा।", विक्की बोला।
"लेकिन विक्की, ये कैसे मान लें कि ये आदमी सच बोल रहा है। हो सकता है कि ये सिर्फ हमे बेवकूफ बना रहा हो।", अमित ने विक्की के कान में फुसफुसा कर कहा।
"आप दोनो अपनी जिंदगी औरत बनकर गुज़ारो, नाक में नथ पहनो, कानों में झुमके, साड़ी पहनो और अपने जब तुमदोनो का पति तुम्हे रात में चोद रहा हो, तब मुझे याद करना, लेकिन आज की रात तुमदोनो के पति तुम्हारे साथ वो करेगा जिसका तुमदोनो ने कभी सोचा भी नही होगा। आज की रात तुमदोनो के पति तुम्हारे साथ वाइल्ड सेक्स करेंगे और तुम्हारे छोटी सी गांड में अपना मोटा लन्ड डाल कर तुमदोनो को रात भर चोदेंगे।", फ्रैंक गुस्से में आकर बोला।
"आई एम सॉरी फ्रैंक, आप बुरा मत मानो। एक्चुअली....", विक्की बोला।
"एक्चुअली, तुमदोनो अंदर से मर्द हो, और हर रोज़ तुम्हारे पति तुम्हारे साथ सुहागरात मनाता है। और तुम दोनों थक चुके हो और औरत बनकर जीना नही चाहती हो।", फ्रैंक बोला।
"ये लो एक रिंग अमित तुम अपनी राइट हैंड के मिडिल फिंगर में पहन लो, और एक रिंग विक्की तुम अपनी राइट हैंड के मिडल फिंगर में पहन लो। और जब तुम्हे मर्द बनना हो, तब अपने राइट हैंड के मिडिल फिंगर से रिंग निकालकर लेफ्ट हैंड के मिडिल फिंगर में पहन लेना, जब तुम्हारे आस पास कोई ना हो और तब देखना मेरा ब्लैक मैजिक और ये रहा मेरा नंबर। अगर मैं सही हुआ तो मुझे कॉल करना, ये दोनों रिंग सिर्फ 3 बार ही काम करेगा।", फ्रैंक ऐसा बोलकर वहां से चला गया।
फ्रैंक तो रिंग विक्की और अमित के हाथ मे रख कर वहां से चल गया, लेकिन फ्रैंक के वहां से जाने के ठीक 10 मिनट्स के अंदर रूपेश और संजीत वहां आ गए। अमित और विक्की ने रिंग्स को अपने अपने पर्स में रख लिया और अपने अपने पति के साथ घूमने गए। अमित और विक्की के दिमाग मे बस एक ही बात घूम रही थी कि क्या वो फ्रैंक सच बोल रहा था, उन्हें बेवकूफ बना रहा था। रूपेश और संजीत अपनी अपनी पत्नी को लेकर बार मे गया, वहां दोनों ने खूब शराब पी। विक्की और अमित को भी शराब पिलाया और दोनों कपल्स होटल पहुचे। संजीत और रूपेश तो होश में थे लेकिन विक्की और अमित नशे में थे। फिर संजीत और रूपेश ने तय किया कि आज वो दोनों वाइफ स्वैपिंग का मजा लेंगे। दोनों कपल्स अमित और संजीत के कमरे में जा पहुचे। रुपेश और संजीत ने एक ही बिस्तर पर अमित और विक्की को लिटा दिया और न्यूड कर दिया और अमित के मुह में रूपेश ने अपना लन्ड डाल दिया और विक्की के मुह में संजीत ने अपना लन्ड डाल दिया और उनका माउथ फकिंग करने लगे। ये पहली बार था जब विक्की और अमित न्यूड आमने सामने एक दूसरे के पति के लन्ड को अपने मुह में लेकर अपना माउथ फकिंग करवा रहे थे। थोड़ी देर माउथ फकिंग के बाद संजीत और रुपेश ने अमित और विक्की को आमने सामने लिटा दिया और उनसे कहा।
"तुम दोनों ने जन्म तो मर्द के रूप में लिया लेकिन मर्दो की तरह कभी लड़कियों को प्यार नही किया। चलो आज तुमदोनो की ख्वाहिश पूरी किये देते हैं। आज विक्की अमित के साथ लेस्बियन सेक्स करो और हमदोनो वाइफ स्वैपिंग का मजा उठाते हैं।", रूपेश बोला।
अमित और विक्की में इतनी हिम्मत नही थी कि अपने पति के बात को मना कर सके। फिर अमित और विक्की ने एक दूसरे को चूमना शुरू किया, और एक एक्सपेरेंसड लेसबियन की तरह दोनों एक दूसरे को प्यार करने लगे। इधर रूपेश ने अमित की गांड में और संजीत ने विक्की की गांड में एक साथ अपना लन्ड डाल दिया और उन्हें चोदने लगे। "आआआह, उईईओईईईओऊहम्ममम्ममम्म, आआआह आह ऊऊह, मममममममममम, नहीईईईई, नहीईईईई, रुक जाओ, प्लीज, प्लीज्, माँ, उई माँ, मर गयी, आआआह, आआआह, ऊऊऊह, ऊऊऊह, आआआह, प्लीज्, प्लीज्, प्लीज्, प्लीज्, ममममममम, नहीईईईई, नहीईईईई आआआ, ओह्ह गॉड, ओह्ह माई गॉड प्लीज्, डोंट हर्ट मि प्लीज्, की आवाजों के उस स्वीट की दीवारें भर गई।" विक्की और अमित एक दूसरे को कस के पकड़े हुए थे और रुपेश अमित को और संजीत विक्की को गांड चोद रहा था। विक्की और अमित के बूब्स आपस मे टकरा टकरा कर लाल हो रहे थे और गांड में भी दर्द हो रहा था, दोनों एक दूसरे को देखकर रोये जा रहे थे और संजीत और रूपेश एन्जॉय कर रहे थे।
विक्की और अमित एक दूसरे के पति से पहली बार चुद रहे थे वो भी गाँड़ में पहली बार। दोनों ने ऐसा कभी नही सोचा था कि ऐसा भी एक दिन आएगा। विक्की और अमित को फ्रैंक को कही बातें याद आ गयी, और एक दूसरे के पति से चुदने के बाद दोनों धराशयी होकर बिस्तर पर लेट गए। एक तरफ नीचे विक्की और ऊपर संजीत, और दूसरी तरफ नीचे अमित और ऊपर रूपेश लेटे थे। अमित और विक्की आंसू बहा रहे थे और संजीत और रूपेश एक दूसरे की पत्नी को रुक रुक कर चोदने का एक भी मौका नही छोड़ रहे थे। पूरी रात उस कमरे में रुक रुक कर आआआह, ऊऊऊऊह की आवाज़ें गूंज रही थी। जब सुबह हुई तब विक्की और अमित ने कपड़े पहनकर फ्रेश होने चले गए। वॉशरूम में दोनों एक साथ गए और बैठकर रोने लगे।
"मत रो अमित, हमारे पति औरतों की कोई इज़्ज़त नही करते। मुझे लगता है हमे फ्रैंक की बात मान लेनी चाहिए।", विक्की बोला।
"ये बहुत गलत किया, तुम्हारे पति ने मुझे रात भर चोदा और मेरे पति ने तुम्हे विक्की। मुझे तो यकीन ही नही हो रहा है कि ऐसे आदमी ने हमारे साथ शादी की है जिसे हमारे जज्बातों की कोई कद्र नही। औरतों को तो ये दोनों खिलौना समझते हैं, अब तुम ही बताओ विक्की मैं क्या करूँ। आज मेरे पति ने मुझे तुम्हारे पति के हवाले कर दिया, तुम्हारे पति ने तुम्हे मेरे पति के हवाले कर दिया, कल को किसी और के हवाले कर देगा तो? ठीक है अब हम मर्द नही रहे इसका मतलब ये तो नही कि हमारी कोई रेस्पेक्ट भी नही है तो ये बहुत गलत है। एक पल के लिए मुझे लगा था कि संजीत मुझसे प्यार करता है लेकिन अब मुझे यकीन हो गया है कि संजीत और रूपेश दोनों सिर्फ हवस के पुजारी हैं।", अमित बोला।
"तुम सही बोल रहे हो अमित, आंसू पोछ लो, हमारे पास फ्रैंक की दी हुई रिंग भी है। आज इनदोनो के यहां से जाने के बाद हम रिंग ट्राई करते हैं। चलो अब तैयार हो जाओ।", विक्की अमित से बोला।
फिर अमित और विक्की ने दूसरी साटन साड़ी पहन लिया, बैकलेस चोली, मांग में सिंदूर और नाक में नोज पिन, आंखों में काजल और बालों का जुड़ा बनाकर, कानो में बालियां और पैरों में पायल और सैंडल पहन लिया। गले मे मंगलसूत्र, और जेवर, नाखूनों पर पिंक नेलपॉलिश और होंठो पर ग्लॉसी लिपस्टिक अप्लाई करके दोनों तैयार हुए और कमरे में गए। कमरे में रुपेश और संजीत अभी रात के बारे में बातें कर रहे थ। तभी होटल का एक स्टाफ आया और दोनों से कहा कि उनसे मिलने कोई आया है। रूपेश और संजीत को समझ मे नही आया कि इतने दूर उनसे कौन मिलने आ सकता है। फिर उनदोनो से स्टाफ से कहा कि वो जाए और जो भी मिलने आया है उसे कहे कि वो वैट करे। फिर थोड़ी ही देर में रुपेश और संजीत तैयार होकर रिसेप्शन पर जा पहुचे जहां वो शख्स उनका इंतजार कर रहा था।
"हेलो मिस्टर रूपेश एंड मिस्टर संजीत। माई नेम इज फ्रैंक एंड आई एम रनिंग माई 5 स्टार होटल इन बैंकॉक। इट्स माई प्लेज़र दैट यु बोथ हैव वॉन 15 डेज एंड 14 नाईट ट्रेवल पैकेज इन द क्लब यू विजिटेड लास्ट नाईट एंड 4 एडल्ट्स आर अलाउड देयर फ़ॉर फ्री। यू कैन यूज़ थिस ट्रेवल पैकेज एनी टाइम वीथिन 6 मंथ।", वो शख्स कोई और नही बल्कि फ्रैंक ही था।
"ओह, थैंक यू सो मच फ्रैंक फ़ॉर दिस। वी विल बी देयर व्हेनेवेर वी गेट वेकेशन हॉलिडे विथ आवर स्वीट वाईफ़स।", रूपेश बोला।
"ओह, आई एम सो सॉरी मिस्टर रूपेश बट थिस हॉलिडे पैकेज इस ओनली फ़ॉर मेन। माई होटल इज़ प्योर मेल ओरिजिनटेड, बट डू नॉट फील सैड बिकॉज़, वी हैव वर्ज़ीन गर्ल्स एंड शीमेल ऑर लेडीबॉय फ़ॉर यू बोथ फ़ॉर 15 डेज एंड 14 नाइट्स सेपेरेटली। एंड दैट इज़ फैंटास्टिक आफर फ्रॉम अस।", फ्रैंक बोला।
"दैट इस आल्सो ओके विथ अस फ्रैंक, वी वुड लव्ड टू।", संजीत बोला।
उसके बाद फ्रैंक से टिकट्स लेकर दोनों अपने अपने स्वीट्स में पहुचे। जहां विक्की और अमित दोनों सो चुके थे। संजीत और रूपेश दोनों ने डिसाइड किया कि ये बात विक्की और अमित को नही बताएंगे। फिर उन्होंने घूमने का प्लान किया, संजीत ने अमित को और रूपेश ने विक्की को जगाया और उन्हें तैयार होने के लिए बिकिनी लेकर दिया। विक्की और अमित के पास कोई और चारा नही था इसीलिए दोनों ने बिकिनी पहन लिया और रूपेश और संजीत ने बरमूडा पहन लिया और ऊपर कुछ भी नही पहना। फिर दोनों कपल्स नजदीकी बिच पर पहुचे जहाँ संजीत और रूपेश अपनी अपनी पत्नी को बोट राइड पर ले गए। बोट राइड के बाद रूपेश और संजीत, विक्की और अमित को लेकर हॉर्स राइड पर ले गए। विक्की और अमित के साथ रोमांस करने का एक भी मौका नही छोड़ना चाहते थे रुपेश और संजीत। पूरे दिन अपनी अपनी पत्नी के साथ रोमांस करने के बाद रूपेश और संजीत दोनों रात होने पर होटल वापिस आ गए। अपने अपने स्वीट में जाकर संजीत ने अमित के साथ और रूपेश ने विक्की के साथ डिनर किया और उसके बाद उनदोनो को पूरी रात भरपूर चोदा। औरत बनने और मर्दो से शादी करने के बाद विक्की और अमित को उनके पतियों से प्यार और भरोसे की उम्मीद थी लेकिन यहां कुछ उल्टा ही हो रहा था। रूपेश और संजीत हर रोज़ विक्की और अमित को चोदने का एक भी मौका नही छोड़ते। हनीमून के पांचवे दिन के खत्म होने में अभी एक घंटा भर रह गया था, और विक्की और रूपेश को तनिक भी आराम नही था। अगले दस दिनों में विक्की और अमित को उनके पतियों ने कामसुत्र के लगभग सभी पोज़िशन्स ट्राई कर लिए। 15वे दिन विक्की और अमित पहले की तरह साड़ी और बैकलेस चोली पहनकर, 4 इंच हील्स और हाथों में चूडियों का सेट, नाक में नथिया और कानों में झुमके, मांग में सिंदूर और मांगटीका, और गले मे ढेर सारे जेवर पहनकर तैयार हो गए। रूपेश और संजीत ने सफारी सूट पहन लिया, हाथ मे घड़ी और दोनों कपल्स फ्लाइट पकड़कर इंडिया वापिस आ गए। एयरपोर्ट पर विक्की और अमित एक दूसरे को गले मिले। फिर अचानक रूपेश ने अमित को और संजीत ने विक्की को कस के हग किया। अमित और विक्की शरमाने लगे और अपने अपने पति के साथ अपने अपने ससुराल वापस पहुंचे। घर पर सभी ने दोनों कपल्स का स्वागत किया। विक्की और अमित की ननदें उन्हें छेड़ने लगी ये कहकर कि हनीमून पर भैया ने ज्यादा परेशान तो नही किया ना। विक्की और अमित अपने अपने ससुराल में पहले की तरह एक संस्कारी बहु की भांति सुबह से शाम अपने सास ससुर और पति की सेवा में गुज़रने लगीं। हर रोज़ रात होती और रूपेश विक्की के साथ और संजीत अमित के साथ सुहागरात मनाता।
Comments
Post a Comment