"विक्की, प्लीज़ अपनी बाइक की रफ़्तार
थोड़ी कम करो ना। माना कि तुम जस्टिन बीबर जैसे दिखते हो और स्मार्ट हो लेकिन इसका मतलब ये नही कि तुम्हे जो मन मे आता है वो करोगे", करिश्मा बोली।
"क्यूँ तुम्हे डर लग रहा है?” विक्की हंसते हुए बोला।
उस दिन विक्की करिश्मा को अपने हीरो होंडा पर घुमाने सूरजकुंड लेकर जा रहा था। करिश्मा विक्की के शरारतों से परेशान हो रही थी और विक्की एंजाय कर रहा था।
करिश्मा और विक्की एक ही मल्टी नॅशनल कंपनी मे जॉब कर रहे थे। विक्की की कद ५'७", स्लिम, स्मार्ट और जस्टिन बीबर के जैसा दिखता था और करिश्मा ५'५" कद की साँवली लेकिन काफ़ी सुंदर लड़की थी। दोनो एक दूसरे से प्यार करते थे लेकिन करिश्मा चाहती थी की विक्की अपने व्यवहार मे थोड़ा बदलाव लाए।
"विक्की, अगर तुम लड़की होते और मैं लड़का होती तो, मैं तुम्हे बुलेट पर घुमाने ले कर जाती ना कि इस खटारे पर लेकर जाती",
करिश्मा बोली।
"हाहाहाहा, गुड जोक करिश्मा। अफसोस, मैं लड़की नही हूँ", विक्की ने करिश्मा का मज़ाक बनाते हुए कहा।
थोड़ी ही देर में दोनों सूरजकुंड पहुंच गए, पुरे दिन दोनों ने साथ गुज़ारा और देखते ही देखते कैसे दिन निकल गया इसका पता भी नहीं चला।
शाम हुई विक्की ने करिश्मा को उसके घर पर ड्राप किया और फिर अपने घर आ गया।
करिश्मा का भाई एक गैंगस्टर था। उसका कद ६"५" था और देखने में काफी बलिष्ठ था। वो अपनी बहन से चोरी छुपे मिलने आया करता। उसका नाम मुन्ना राजपूत था और चोरी छुपे मिलने की वजह यही था कि मुन्ना नहीं चाहता था कि उसकी बहन को उसकी वजह से कोई भी परेशानी हो।
एक दिन विक्की को इस बात का पता चल गया कि करिश्मा का भाई एक गैंगस्टर है।
"तुमने मुझे बताया क्यों नहीं कि तुम्हारा भाई एक गैंगस्टर है", विक्की गुस्से में बोला।
"ये क्या तरीका है विक्की,
माना कि मेरा भाई एक गैंगस्टर है, लेकिन उसकी वजह से तुम मेरे ऊपर क्यों चिल्ला रहे हो?” करिश्मा बोली।
उस दिन विक्की और करिश्मा के बीच काफी देर तक बहस चला, जिसके बाद विक्की ने करिश्मा को छोड़ने का फैसला कर लिया। करिश्मा विक्की से बहुत प्यार करती थी और विक्की को मनाने की काफी देर कोशिश भी की लेकिन विक्की नहीं माना और करिश्मा को छोड़ कर वहां से चला गया। करिश्मा रोती रही लेकिन विक्की पर उसके आंसुओं से कोई फरक नहीं पड़ा।
जब मुन्ना को इस बात का पता चला, तब वो बहुत मायूस हुआ। उसे एहसास हुआ कि सिर्फ उसके गैंगस्टर वजह से उसकी बहन का दिल टूटा। उसने अगले ही दिन अपने सारे पैसे अपनी बहन के अकाउंट पर डलवा दिया और खुद को पुलिस के हवाले कर दिया। मुन्ना के गिरफ्तार होने की खबर अखबार में पढ़ने के बाद विक्की करिश्मा से मिला और उससे कहा कि अब वे दोनो साथ हो सकते हैं। करिश्मा विक्की को वापिस पाकर बहुत खुश थी, लेकिन अपने भाई के गिरफ़्तारी पर बेहद दुखी।
मुन्ना की गिरफ्तारी के बाद करिश्मा को ये समझ आ गया था कि विक्की उसके लायक नहीं है। करिश्मा ने विक्की के साथ रहने का फैसला किया। इधर कोर्ट के आर्डर के हिसाब से मुन्ना सिंह को सिर्फ २ साल की जेल दी गयी थी।
सब कुछ अच्छा चल रहा था, तभी एक दिन ऑफिस से लौटते वक़्त विक्की का एक्सीडेंट से सामना हो गया। करिश्मा को डॉक्टर ने बताया कि एक्सीडेंट में विक्की के शरीर के काफी हिस्सों में चोटें आयी हैं और प्राइवेट पार्ट भी काफी डैमेज हो चूका है।
करिश्मा ने डॉक्टर से कहा कि आपको जितना पैसा चाहिए होगा, मैं दूंगी लेकिन विक्की की जान बचा लो, उसके लिए आपको जो करने की जरुरत पड़े वो करो। २४ घंटे के ऑपरेशन के बाद डॉक्टर बाहर आये और करिश्मा से कहा, विक्की को हमने बचा लिया है, लेकिन उसका प्राइवेट पार्ट बहुत ज्यादा डैमेज हो चूका था, जिसकी वजह से हमें उस हिस्से को काट कर हटाना पड़ा। हमने एडवांस टेक्नोलॉजी की सहायता से विक्की के पेनिस की जगह एक सिलिकॉन का पेनिस सेट कर दिया है, ताकि उसे पेशाब करने में कोई असुविधा नहीं हो। लेकिन उस पेनिस से विक्की सिवाय पेशाब करने के अलावे कुछ भी नहीं कर सकेगा। अब विक्की कभी बाप नहीं बन सकेगा, इस बात का हमें अफ़सोस है।
"थैंक्स डॉक्टर",
करिश्मा बोली।
ऑपरेशन के १५ दिन बाद विक्की को हॉस्पिटल से छुट्टी दे दिया गया। घर आने पर विक्की को करिश्मा ने पूरी बात बताई।
करिश्मा ने कहा, "चूँकि तुम्हारी मर्दानगी ख़त्म हो चुकी है, इसीलिए मुझे अपने लिए कोई नया लाइफ पार्टनर
देखना पड़ेगा। मैं एक नामर्द के साथ जिंदगी नहीं बिताना चाहती और मैं कल ही घर छोड़ कर जा रही हूँ। ये रहा तुम्हारे ट्रीटमेंट का खर्चा का बिल, १ महीने में लौटा देना।"
विक्की ने कहा, "ये क्या बोल रही हो करिश्मा, मुझे इस हालात में छोड़कर मत जाओ, मैं कोई नामर्द नहीं हूँ और लेटेस्ट टेक्नोलॉजी के जरिये मेरी मर्दानगी वापिस आ सकती है।"
डॉक्टर के हिसाब से तुम्हारी मर्दानगी तुम खो चुके हो विक्की, तुम चिंता मत करो, हम हमेशा एक अच्छे दोस्त की तरह रहेंगे, लेकिन मैं अब तुम्हारे साथ घर नहीं बसा सकती।"
अगले दिन विक्की को उसके एक साल का मेडिसिन और उसे खाने का तरीका बताकर करिश्मा उसे छोड़कर चली गयी। करिश्मा के जाने के बाद विक्की बहुत रोया, लेकिन रोने से उसकी समस्या का समाधान मिलना मुश्किल था। फिर विक्की ने फैसला किया कि वो किसी अच्छे डॉक्टर से अपना इलाज़ करवाएगा ताकि उसी मर्दानगी वापिस आ सके। लेकिन अभी जो मेडिसिन्स थे वो एक साल तक खाना था, उसके बाद ही वो किसी डॉक्टर से अपना इलाज़ करवा सकता था।
करिश्मा के छोड़कर जाने के बाद विक्की अपनी जिंदगी नार्मल तरीके से जीने की कोशिश करने लगा, जॉब छूट चुका था, लेकिन जब भी अपने पेनिस को देखता तो उसे नामर्द होने का एहसास होता। समय बीतता गया, ६ महीने बीत गए, विक्की रोज़ मेडिसिन्स लेता, लेकिन अपने शरीर में अनजाने बदलाव से बिलकुल परेशान हो चूका था। एक दिन विक्की ने महसूस किया की उसके कपडे पहले की अपेक्षा काफी टाइट हो गए है।
विक्की दर्ज़ी के पास गया। दर्ज़ी ने विक्की के शरीर का नाप लिया।
दर्ज़ी बोला, "सर आप बुरा ना मानो तो एक बात कहुँ?"
विक्की बोला, "हाँ कहिये!
"आपके शरीर के नाप के हिसाब से आपका शरीर औरतों जैसा हो गया है, शर्ट पैंट के साथ साथ एक लहंगा चोली भी सिलवा लीजिये,
आपके तो बाल भी लड़कियों जैसे सिल्की हैं और आपको कभी दाढ़ी मूछ में भी नहीं देखा", दर्ज़ी बोला।
दर्ज़ी की बात को विक्की ने हास्य में काट दिया और अपने शर्ट पैंट का नाप देकर घर आ गया, लेकिन दर्ज़ी की बात अभी भी उसके दिमाग में घूम रही थी, जिसकी वजह से विक्की कुछ दिन काफी परेशान रहने लगा। ऑफिस में काम में मन भी नहीं लग रहा था।
एक दिन विक्की अपने घर में अपने शरीर में हो रहे परिवर्तन से परेशान होकर बैठा कुछ सोच रहा था, तभी डोरबेल बजा, विक्की ने दरवाजा खोला तो देखा करिश्मा खड़ी थी। विक्की ने करिश्मा को अंदर बुलाया और उससे आने का कारण पूछा।
करिश्मा बोली, "यही पास से गुज़र रही थी, तो सोचा तुमसे मिलती चलू। वैसे तुम काफी परेशान लग रहे हो विक्की! क्या बात है, सब ठीक तो है ना?"
विक्की ने करिश्मा को अपने शरीर में हो रहे परिवर्तन के बारे में सबकुछ बताया।
करिश्मा बोली, "तुम चिंता मत करो विक्की, अभी डॉक्टर के पास चलते हैं, तुम तैयार हो जाओ।"
करिश्मा और विक्की डॉक्टर के पास पहुंचे। डॉक्टर ने विक्की का सी. टी. स्कैन, एम् आर आई, एक्स रे, ब्लड टेस्ट करवाया। अगले दिन करिश्मा और विक्की टेस्ट रिपोर्ट्स के साथ डॉक्टर के पास पहुंचे। डॉक्टर ने मेडिकल रिपोर्ट्स की जांच करने के बाद बताया कि, विक्की के शरीर में फीमेल हॉर्मोन्स की संख्या बढ़ने के कारण शरीर में ऐसा बदलाव हो रहा है और साथ ही विक्की के शरीर के अंदर गर्भाशय का निर्माण भी ३०% हो चूका है।
"ऐसा कैसे हो सकता है डॉक्टर,
मैं एक मर्द हूँ, मेरे शरीर में फीमेल हॉर्मोन्स की संख्या कैसे बढ़ सकता है और गर्भाशय का निर्माण, ये कैसे संभव है?", विक्की ने चौंकते हुए डॉक्टर से पूछा।
"हाँ! डॉक्टर साब, ये कैसे संभव है? एक मर्द के शरीर में गर्भाशय
का निर्माण कैसे संभव है, ये मेरे समझ में भी नहीं आ रहा", करिश्मा ने पूछा।
"कभी कभी वो सब संभव हो जाता है, जो साइंस में पॉसिबल नहीं है। और विक्की के शरीर में फीमेल हॉर्मोन्स इतने ज्यादा मात्रा में कैसे है, ये तो मैं भी नहीं बता सकता। बस निवारण बता सकता हूँ", डॉक्टर ने कहा।
"इसका एकमात्र
निवारण यही है कि विक्की इस परिवर्तन को अपना ले, मेरे कहने का मतलब है, विक्की को अपना सेक्स परिवर्तन करवा कर औरत बन जाना चाहिए, क्यूंकि इन केसेस में अगर अर्ध विकसित गर्भाशय को विक्की के शरीर से निकलने से जान का खतरा 90 प्रतिशत होता है।", डॉक्टर बोला।
"ये आप क्या कह रहे हैं डॉक्टर साब, मुझे औरत नहीं बनना, कोई तो तरीका होगा आपके पास जिससे मेरे शरीर में हो रहे परिवर्तन को रोका जा सके और मेरी मर्दानगी वापिस आ सके", विक्की ने पूछा।
"अगर ऐसा कोई उपाय हमारे पास होता तो हम तुम्हे जरूर बताते, लेकिन औरत को मर्द बनाने वाली टेक्नोलॉजी का विकास हमारे देश में अभी तक नहीं हुआ है।", डॉक्टर बोला।
डॉक्टर की बातें सुनकर विक्की रोने लगा।
करिश्मा ने विक्की से कहा, "यही तुम्हारी नियति है विक्की, पहले नामर्द और अब औरत बनना। मेरी बात मानो तो तुम ऑपरेशन करवा लो औरत बन जाओ। एक नामर्द बने रहने से तो अच्छा ही रहेगा कि तुम औरत बनकर अपनी जिंदगी बिताओ।"
"लेकिन मैं औरत बनकर अपनी जिंदगी नहीं बिता सकता, मेरे मा बाप क्या सोचेंगे,
इतने सपने सजाया है उन्होंने कि मैं उनकी बहू लेकर आऊंगा, नही नही, में औरत नही बन सकता, ये कैसे हो सकता है?", विक्की परेशान होते हुए बोला।
"लेकिन अब कुछ भी नहीं किया जा सकता है विक्की,
तुम्हे अपनी बाकी की जिंदगी एक औरत बनकर बिताना पड़ेगा, अब तुम अपने माँ बाप की बहू लेकर नही बल्कि खुद किसी के घर की बहू बनकर अपना जीवन बिताओगे, खैर छोड़ो इन बेकार की बातों को, डॉक्टर साब, विक्की को कब एडमिट करना है", करिश्मा बोली।
"अभी विक्की के शरीर को थोड़ा विकसित होने की आवश्यकता है। विक्की को सर्जरी से पहले स्त्रीत्व को अपनाना होगा, उसके अंदर जबतक स्त्रीत्व भाव नहीं आएगा तब तक सर्जरी नहीं किया जा सकता। विक्की को एक साल तक मेडिसिन्स पर रहना होगा। और इसी एक साल में विक्की को औरतों की तरह रहना पड़ेगा। मैं एक साल की दवाई लिख के दे रहा हूँ, तुम विक्की को लेकर एक साल बाद आकर मिलना।", डॉक्टर ने करिश्मा को प्रिस्क्रिप्शन देते हुए कहा।
उसके बाद करिश्मा विक्की को लेकर घर आ गयी। रस्ते में करिश्मा विक्की को लेकर उसके दर्ज़ी के पास गयी।
विक्की को देखकर दर्ज़ी बोला, "विक्की सर आप, आपका शर्ट पैंट मैंने रेडी कर दिया था।"
इससे पहले विक्की कुछ कहता, करिश्मा ने कहा, "अब इन्हे सर कहने की जरुरत नहीं, अब से इन्हे मैडम कहिये और इनके लिए लहंगा चोली, और कुछ डोरी वाली चोली भी दिखाइए।"
"विक्की सर, ओह्ह सॉरी मैडम के नाप का लहंगा चोली है मेरे पास, ये देखिये
, ये लहंगा चोली विक्की मैडम पर खूब फबेगा।", दर्ज़ी बोला।
"विक्की नहीं! विक्की मैडम बोलिये",करिश्मा
ने कहा।
"हाय, ये लहंगा कितना प्यारा है, विक्की देखो ना इसकी चोली भी बैकलेस है, तुम तो कमाल लगोगी इस लहंगा चोली में, मास्टर जी ये लहंगा चोली आप पैक कर दीजिये और ऐसी ही कुछ और लहंगा चोली, सलवार सूट, पटियाला,
भी दे दीजिये ", करिश्मा बोली।
नेकी और पूछ पूछ, विक्की मैडम के नाप का लहंगा चोली, पटियाला सूट, सलवार कमीज और कुछ पुशअप ब्रा पैक और पैंटी भी पैक कर देता हूँ, दर्ज़ी बोला।
विक्की दर्ज़ी और करिश्मा की बातें चुपचाप सुनता रहा और कपड़ों का बिल पे करने के बाद करिश्मा के साथ घर आ गया। पुरे रस्ते विक्की यही सोचता रहा जो दर्ज़ी उसे सर कहता था आज उसे मैडम बोल रहा था। शर्मिंदगी से विक्की करिश्मा से नज़र नहीं मिला पा रहा था। घर पहुचने पर विक्की करिश्मा से लिपट कर रोने लगा, और बोलने लगा कि उसे औरत नही बनना।
"विक्की, शांत हो जाओ, रोना बन्द करो, देखो औरत बनकर तुम अपनी जिंदगी खुशी खुशी जी सकते हो। वैसे भी में हूँ ना तुम्हारे साथ, अब लड़कियों की तरह रोना बन्द करो", करिश्मा ने विक्की को शांत किया।
फिर करिश्मा ने विक्की को हेयर रिमूवल क्रीम लाकर दिया और उसे अप्लाई करके नहाने को बोला। जब विक्की नहा कर वापिस आया तब उसने आईने में खुद को देखा। अब उसके शरीर पर एक भी बाल नही थे और पहले से ज्यादा सिल्की हो चुका था।
जब विक्की कमरे में आया तब करिश्मा ने विक्की से कहा, "औरतें टॉवल को कमर पर नही बल्कि अपने वक्षों पर लपेटकर बाहर निकलती हैं, एक काम करो, इस टॉवल को अपने छाती पर लपेट लो।"
करिश्मा की बातें सुनकर विक्की ने टॉवल को अपनी छाती पर लपेट लिया और करिश्मा से पूछा, "अब ठीक है ना ?"
करिश्मा ने कहा, " हाँ मेरी हुस्न की परी, काश मैं मर्द होती तो तुम्हे अपनी दुल्हन जरुर बनाती।"
फिर करिश्मा ने विक्की का मेकअप किया, जिसके बाद विक्की को ब्रा पहनना सिखाया, और सलवार कमीज पहनाकर, बालों को बॉब कट लुक दे दिया। उसके बाद करिश्मा ने विक्की को 4 इंच वाला सैंडल पहनाया, पैरों में पायल, कलाइयों में चूड़ियां, माथे पर एक बिंदी, कानो में फ़साने वाला ईयर रिंग्स और गले मे एक हार पहना दिया। खुद को आईने में देखकर विक्की को यकीन नही हो रहा था कि आईने में जो लड़की खड़ी है, वो खुद विक्की ही है।
करिश्मा ने विक्की को कैटवाक करना सिखाया। कैटवाक सीखने में विक्की को सिर्फ 2 दिन लगे। उसके बाद करिश्मा ने विक्की को घर के काम सिखाये और खाना बनाना भी सिखाया। खाना बनाते वक्त चूड़ियां बहुत आवाज़ करती, चलते वक़्त पायल आवाज़ करती और हील्स ऊंची होने की वजह से विक्की का पैर दुखता लेकिन ये सब ट्रेनिंग का हिस्सा है जिसे विक्की को करना ही था। 6 महीने में विक्की के शरीर के साथ साथ उसके हाव् भाव, बाल भी लंबे हो गए, चलने का लहज़ा, बात करने के तरीकों में काफी तबदीली आ गया। लेकिन 6 महीने से विक्की घर से बाहर नही निकला था, और नियमित रूप से घर के सारे काम करने में एक्सपर्ट हो चुका था।
विक्की की छाती पहले से ज्यादा फूल चुका था, जिसकी वजह से जब भी विक्की चलता उसके बूब्स जैसी छाती ऊपर नीचे होते। विक्की के कपड़े भी पहले से ज्यादा टाइट होने लगे थे, तब करिश्मा ने विक्की से दर्ज़ी के पास चलने को कहा। विक्की ने जाने से मना किया तब करिश्मा ने उसे समझाया कि 6 महीनों से वो घर से बाहर नही निकला, घर मे कबतक बैठोगे, बाहर भी निकलना चाहिए।
2 दिन बाद विक्की के मम्मी पापा उससे मिलने आने वाले थे और उसकी हालत खराब हुई जा रही थी, अपने माँ बाप का सामना वो कैसे करेगा, उसे कुछ समझ मे नही आ रहा था।
"मुझे बहुत अजीब लग रहा है, औरत बनकर मैं इस दुनिया का सामना कैसे करूँगा,
प्लीज करिश्मा, तुम दर्ज़ी को यहीं बुला लो ना", विक्की ने डरते हुए कहा।
"देखो विक्की,
2 दिन बाद तुम्हारे माँ बाप आने वाले हैं, आज और कल है तुम्हारे पास ताकि तुम उनसे मिलने के लिए तैयार रह सको, तुम्हारे कपड़े भी पहले से ज्यादा टाइट हो चुके हैं, सो, अपने अंदर के डर को भगाओ और मेरे साथ मार्केट चलो, समझे", करिश्मा ने विक्की को समझते हुए कहा।
सबसे पहले करिश्मा विक्की के साथ दर्ज़ी के पास गई। दुकान पहले से बेहतर और मॉडर्न लग रहा था, साथ ही, एक स्टाफ भी रख लिया था।
"क्या बात है मास्टर जी, आपने तो अपने दुकान को एकदम मॉडर्न बना दिया है",
करिश्मा बोली।
"आइये आइये मैडम, सब आप लोगो की दया है जो हमारा दुकान पहले से बेहतर बन सका, बड़े दिनों बाद आये आप, और आपके साथ ये खूबसूरत
मोहतरमा कौन है, इन्हें तो पहले कभी नही देखा", दर्ज़ी बोला।
दर्ज़ी की बातें सुनकर एक तरफ करिश्मा जोर से हँसी वहीं दूसरी तरफ विक्की शर्म से लाल होने लगा । जो दर्ज़ी उसे सर कहकर बात करता था आज वही इंसान विक्की को मोहतरमा कह कर पुकार रहा था।
करिश्मा
हंसते हुए बोली,"ये मोहतरमा आपके विक्की सर ही हैं, जो अब विक्की मैडम बन गयी हैं।"
"अरे वाह, विक्की मैडम तो हूर सी नुमायी सुंदर और पहले से काफी आकर्षक लग रही हैं।",
दर्ज़ी बोला।
"अरे मास्टर साहब, सिर्फ विक्की मैडम की तारीफ ही करेंगे या उनके लिए कोई ड्रेस दिखाएंगे आप", करिश्मा ने कहा।
"माफ कीजियेगा, राजू, विक्की मैडम के चोली का नाप लो, और उनके नाप की चोली दिखाओ।", दर्ज़ी ने अपने स्टाफ राजू को आवाज़ लगते हुए बोला।
राजू ने विक्की के सीने का, कमर का, और जांघों का नाप लिया और दर्ज़ी से कहा, "चोली 36, कमर 30, कमर के नीचे 36, हाइट 5"6" ।
दर्ज़ी ने विक्की के सीने के नाप की 10 कढ़ाईदार चोली जो पूरी तरह बैकलेस और डोरी से बांधने वाली थी, दिखाई। करिश्मा को 10 की 10 चोलियाँ पसन्द आ गयी और उसने विक्की से एक चोली ट्राई करने को कहा।
विक्की ड्रेसिंग रूम में गया और चोली पहन कर उसकी डोरी बंधने की कोशिश करने लगा तब राजू ने कहा, "लाइये मैडम आपसे नही होगा, में बांध देता हूँ।"
"नही तुम रहने दो, मैं बाँध लूंगा",
विक्की ने हिचकिचाहट में कहा।
"बाँध लूंगा, आप लड़के हो क्या",
राजू ने कहा।
राजू की बात सुनकर विक्की को अपनी गलती का एहसास हुआ और वो बोला, "मैं बांध लुंगी खुद से, मेरे माँ बाप ने मुझे बेटे की तरह पाला है ना इसीलिए कभी कभी मैं लड़को की तरह बात करती हूँ।"
राजू बोला, " कोई बात नही मैडम, आपकी चोली अभी भी आपसे नही बंध रही है, मैं बांध देता हूँ।"
फिर राजू ने विक्की की चोली की डोरी को थोड़ा टाइट किया और फिर और टाइट से बांध दिया। विक्की के सीने के उभार दिखने लगा और खुद को आईने में देखकर वो खो सा गया। चोली छोटी और लचीली होने के कारण विक्की के जिस्म पर वो चोली काफी जंच रहा था।
राजू बोला, "आप इस चोली में बेहद आकर्षक लग रही हैं मैडम, ऐसा लग रहा है मानो स्वर्ग से कोई अप्सरा इस धरती पर उतर आई हो"।
विक्की शर्माते हुए बोला, "थैंक्स राजू, ये चोली वाकई अच्छा है।"
फिर विक्की ड्रेसिंग रूम से बाहर आया, और राजू हाथ मे चोली लिए दर्ज़ी के पास जाकर चोली देते हुए बोला, "मैडम को ये चोली पसंद है, , फिटिंग भी ठीक है और इस चोली में मैडम बेहद खूबसूरत लग रही थी"।
करिश्मा बोली, "मास्टर साहब, ये 10 की 10 चोलियाँ पैक कर दीजिए और विक्की मैडम के लिए कुछ साड़ियाँ भी दिखाइए"।
दर्ज़ी ने कहा, "क्या बात कर दी आपने मैडम, इन चोलीयों और साड़ियों का सेट पहले से बना हुआ है, ये देखिये, आप चाहे तो ट्राई भी कर सकती हैं"।
करिश्मा ने एक पीली रंग की साड़ी और पीली रंग की चोली निकाल कर विक्की को दिया और पहन कर आने को कहा। राजू ने ड्रेस उठा लिया और ड्रेसिंग रूम के तरफ विक्की के पीछे पीछे चलने लगा। ड्रेसिंग रूम में राजू ने विक्की को चोलो पहनने में मदद किया और साथ ही साड़ी पहनने में भी मदद की। फिर विक्की साड़ी पहन कर दर्ज़ी और करिश्मा के सामने गया।
करिश्मा बोली, "अरे वाह, विक्की, तुम तो इस साड़ी में कहर ढा रही हो, मास्टर जी, आप ये सारे चोली और साड़ियाँ पैक कर दीजिए"।
"ठीक है, मैं चेंज कर लेती हूं",
विक्की बोला।
"उसकी कोई जरूरत नही है विक्की,
इतना टाइम नही है, और भी बहुत काम है, अच्छा मास्टर जी, हम चलते हैं", करिश्मा बोली।
पेमेंट करने के बाद विक्की और करिश्मा ड्रेसेज लेकर ज्वेलरी शॉप पर पहुंचे।
"हम यहां क्यों आये हैं",
विक्की ने पूछा।
"तुम्हारे कान छिदवाने
हैं, ताकि तुम झुमके पहन सको", करिश्मा बोली।
"इसकी क्या जरूरत है, ये ईयर स्टड है ना, नही नही, मुझे कान नही छिदवाने",
विक्की डरते हुए बोला।
"तुम्हे डरने की कोई जरूरत नही है, सलमान खान ने भी अपने दोनों कान छिदवा रखा है, और डरते बहुत हो तुम",
करिश्मा ने हंसते हुए कहा।
फिर करिश्मा ने विक्की को कान छेदने वाले के पास बैठने को कहा और बोली, "अंकल, मेरी दोस्त के दोनों कानो में छेद करनी है"।
उस अंकल ने एक छेदने वाला गन निकाला और विक्की के दोनों कानो में छेद कर दिया और दोनों छेदों में एक एक बाली पहना दिया और एक क्रीम देते हुए बोला, "ये क्रीम कल तक लगाइये और आपके कान का छेद साफ हो जाएगा"।
"थैंक्स अंकल",
करिश्मा बोली।
फिर करिश्मा ने विक्की के लिए वहां से 4 डिज़ाइनर झुमके खरीदे, फिर मार्केट से रंगीन चूड़ियाँ, कुछ ग्लॉसी लिपस्टिक, 2 हेवी पायल और कुछ कंगन खरीदने के बाद दोनों घर वापिस आ गए। रास्ते भर में लोग विक्की को ऐसे देख रहे थे मानो उन्होंने कभी लड़की को पीली साड़ी में देखा ही ना हो।
मार्केट में ज्यादा देर तक घूमने की वजह से दोनों काफी थक गए थे। दोनो ने डिनर किया और बिस्तर पर लेटते ही कब सो गए इसका पता भी नही चला।
अगले दिन विक्की के माँ बाप उससे मिलने आये। विक्की को देखकर उसकी माँ ने उसे गले से लगा लिया और उसके पिता ने भी उसे बहुत स्नेह दिया। अपने माँ बाप से मिलकर विक्की काफी खुश था।
विक्की की माँ बोली, "विक्की बेटी, हमने तुम्हारा रिश्ता तय कर दिया है, हमारे यहां के सेठजी का बेटा देखने मे बहुत स्मार्ट है, सगाई आज से 3 दिन बाद ही है"।
विक्की के पापा बोले, "हमारी विक्की के लिए इससे अच्छा रिश्ता कहाँ मिलेगा, सेठ जी का बेटा इंजीनियर है और बहुत पैसे कमाता है, वो मेरी बेटी को बहुत खुश रखेगा "।
विक्की बोला, "शादी की इतनी जल्दी भी क्या है माँ, अभी मुझे शादी नही करनी, अभी मुझे अपना कैरियर बनाना है"।
विक्की की माँ बोली, "तुम्हारे पापा ने सेठजी को जुबान दी है, अब कुछ भी नही हो सकता, ये शादी तुम्हे करना पड़ेगा"।
"लेकिन माँ",
विक्की ने बोलना चाहा।
"लेकिन वेकिन कुछ नही, ज्यादा नाटक मत कर लड़की, इतनी मुश्किल
से इतना अच्छा रिश्ता मिला है और तुम नाटक कर रही हो, शादी की तैयारी करो, समझी", विक्की की माँ ने गुस्से में कहा।
सगाई का दिन आ गया, विक्की को दुल्हन के लिबास में सजाया गया, और उसके होने वाले पति के साथ बिठाया। विक्की को उसके होने वाले पति ने अंगूठी पहनाया फिर विक्की ने अपने होने वाले पति को अंगूठी पहनाया। विक्की अपने होने वाले पति के सीने तक ही आ रहा था वो भी 4इंच वाला हिल्स वाले सैंडल पहनने के बावजूद। शादी का दिन इतनी जल्दी आ जायेगा इसका विक्की को पता भी नही चला। दुल्हन की लिबास में, गले मे नवलखा हार, कानों में बड़े बड़े झुमके, माथे पर मांगटीका, आखों में काजल, नाक में सोने का छोटा सा नथ, हाथों में ढेर सारी चूड़ियां और कंगन, हाथों में मेहंदी, लाल बनारसी साड़ी और चमकीला चोली वो भी बैकलैस, पैरों में 4 इंच वाला हिल्स और पायल। विक्की को उसके होने वाले पति के पास बिठाया गया, और घूंघट से उसका चेहरा ढंक दिया। पंडित ने मंत्रोच्चारण शुरू किया, सात फेरे लेने के बाद विक्की के होने वाले पति ने उसकी मांग में सिंदूर भर दिया और गले मे मंगलसूत्र पहना दिया। फिर सेठ जी की बीवी ने विक्की के नाक में एक बड़ा सा नथ पहनाया जो उसके होंठों को छू रहा था और उसे आशीर्वाद दिया।
पल भर में विदाई का समय हो गया, विक्की अपनी माँ से लिपट कर रोने लगा और उसकी माँ समझाने लगी कि बेटियों को अपना घर छोड़ कर अपने पति के घर जाना पड़ता है। फिर सेठ जी के बेटे और परिवार ने विक्की के परिवार से विदा लिया और विक्की को लेकर अपने घर आ गए।
विक्की को सुहागरात के लिए तैयार किया गया और जब उसका मुस्टंडा पति उस कमरे में आया तब विक्की अपने दोनों पैरों को समेटकर घूंघट में अपने पति के आने का इंतजार कर रहा था। उसके पति ने विक्की का नथ उतारा, फिर उसका साड़ी उतार दिया और विक्की के नाज़ुक से योनि में अपना पेनिस डाल दिया और उसके साथ सुहागरात मनाने लगा। विक्की को यकीन नही हो रहा था कि जिस जगह उसका खुद का पेनिस हुआ करता था वहां एक योनि है जो उसके पति के पेनिस से काफी छोटा था। दर्द से कराहने के बावजूद विक्की के पति पर कुछ खास असर नही हो रहा था।
"आआआआह, आआआआह, ओऊऊऊऊऊह,
नही, प्लीज मत करो, मुझे दर्द हो रहा है, मत करो, आआआआआआह, नही, रुक जाओ, आह, आह, ओह, मममममममम, आआआआह, उठो, क्या हुआ विक्की, अचानक करिश्मा की आवाज़ सुनकर विक्की की नींद खुली और उसने देखा कि वो सपना देख रहा था"।
"मतलब मैं सपना देख रहा था",
विक्की ने करिश्मा से पूछा।
"हाँ विक्की,
तुम सपना देख रहे थे और ठीक वैसे ही चिल्ला रहे थे जैसे तुम्हारे साथ कोई मर्द सुहागरात मना रहा हो, वैसे ऐसा क्या देख रहर थे जो तुम्हे इतना दर्द हो रहा था कि तुम रोने लगे"?
"कुछ भी तो नही, मुझे तो याद भी नही की मैं क्या देख रहा था",
विक्की ने अपने बचाव में कहा, क्योंकि उसमें सच्चाई बताने की हिम्मत नही हुई।
वो कहता भी तो क्या, कि एक मर्द के साथ शादी करने के बाद उसके साथ सुहागरात मना रहा था, सपने में ही सही लेकिन विक्की ने वो अनुभव किया था जो एक सुहागन औरत अपने पहली रात को महसूस करती है।
अगले दिन सुबह करिश्मा ने विक्की को नीली साड़ी और उसी के कॉम्बिनेशन का गोल्डन चोली विक्की को बंगाली स्टाइल में पहनाया। हाथों में चूड़ियाँ, कानों में नए झुमके, पैरों में पायल और 4 इंच हील्स वाला सैंडल पहनाया। विक्की ने साड़ी के पल्लू को अपने कंधे पर स्टिच कर लिया और घर के काम मे लग गया। करिश्मा ने विक्की को लगभग तैयार कर दिया था ताकि वो अपने सेक्स चेंज सर्जरी आसानी से करवा सके।
"करिश्मा कल मेरे मम्मी पापा मुझसे मिलने आ रहे हैं, में सोच रहा हूँ, क्यों ना उनके सामने लड़का बन कर ही जौ, उन्हें बहुत बुरा लगेगा मुझे ऐसे देखेंगे
तो", विक्की ने करिश्मा से कहा।
"ठीक है विक्की,
जैसी तुम्हारी मर्ज़ी, तुम्हारे पास नया शर्ट पैंट तो है ही, कान में छोटी बालियां पहन लेना, और बाल बॉब कट करवा लो, तुमपर ये हेयर स्टाइल अच्छा लगेगा", करिश्मा ने विक्की को सपोर्ट करते हुए कहा।
करिश्मा की बात सुनकर विक्की खुश हो गया। शाम में विक्की करिश्मा के साथ ब्यूटी पार्लर गया, वहां उसने अपने बाल को बॉब कट करवा लिया और आई ब्रो भी ठीक करवाया और रात को घर आकर करिश्मा ने विक्की की ढेर सारी फोटोज क्लिक की।
रात को खाना खाकर दोनो सो गए। विक्की ने पिछली रात जो सपना देखा था उसका असर अभी तक उसके दिमाग पर था। रात को सपने में विक्की ने देखा कि वो प्रेग्नेंट है, पेट फूल के गुब्बारा हो गया था और उसे बहुत दर्द हो रहा है और उसका पति उसे हॉस्पिटल ले गया। जहां विक्की को प्रसव पीड़ा होने लगा, वो दर्द से रो रहा था और उसकी माँ बाप, सास और पति सामने खड़े बच्चे के जन्म देने के इंतज़ार में थे। विक्की से वो दर्द नही सहा जा रहा था और वो रोये जा रहा था।
"विक्की उठो, क्या हुआ तुम्हे,
तुम क्यों रो रहे हो", करिश्मा बोली।
विक्की का नींद खुल गया, और करिश्मा की तरफ देखा, फिर अपने पेट की तरफ देखा, अपने हाथ से छू कर देखा, सब नॉर्मल था, ना ही वो प्रेग्नेंट था और ना ही उसे प्रसव पीड़ा हो रहा था। लेकिन इस तरह के सपने आने से विक्की के अंदर डर बनने लगा था। विक्की ने आस पास देखा उसके मम्मी पापा भी नही थे।
"क्या हुआ विक्की,
ये तुम क्या कर रहे हो, कल रात भी तुम रो रहे थे और आज रात भी रो रहे हो, सब ठीक है ना, कोई डरावना सपना देखा क्या"? करिश्मा ने पूछा।
"मुझे ये सब बहुत अजीब लग रहा है करिश्मा। मुझे औरत नही बनना, उनकी तरह मैं अपनी जिंदगी नही जीना चाहता, में एक नार्मल लाइफ जीना चाहता हूं बस", विक्की ने रोते हुए कहा।
"औरत बन कर तुम नॉर्मल लाइफ ही जिओगे विक्की,
तुम्हारे जिस्म का विकास काफी तेजी से हुआ है, और जल्दी ही तुम एक औरत बन जाओगे तब एक नॉर्मल लाइफ जीना, अब चलो सो जाओ, सुबह तुम्हारे मम्मी पापा को लाने स्टेशन जाना है", करिश्मा ने कहा।
सुबह डोरबेल की आवाज़ सुनकर करिश्मा ने विक्की से कहा, "विक्की देखो ना दरवाजे पर कोई है, मुझे बहुत नींद आ रहा है"।
विक्की ने अपनी साड़ी को ठीक किया और दरवाजा खोल के देख तो कोई अजनबी शख्श जो करीब 6 फुट लंबा और हट्टा कट्टा नौजवान दिख रहा था, विक्की ने पूछा, "हांजी कहिये, कौन हैं आप, किनसे मिलना है"?
उस हट्टे कट्टे नौजवान ने बताया, "मेरा नाम राज है, मैं करिश्मा का बॉय फ्रेंड हूँ, उसी ने मुझे यहां बुलाया है"।
ये सुनकर विक्की चौंक गया और करिश्मा के पास जाकर कहा और पूछा, "तुमसे मिलने तुम्हारा बॉयफ्रेंड राज आया है, तुमने मुझे बताया क्यों नही कि तुम्हारा मेरे सिवा एक और बॉयफ्रेंड है"?
"हाय मेरी शोनी कुड़ी, तुम मेरी गर्लफ्रैंड हो और राज मेरा बॉयफ्रेंड, इसमे नाराज़ होने वाली कौन सी बात है", करिश्मा ने हँसते हुए कहा।
विक्की से चाय बनाने को बोलकर करिश्मा राज से मिलने चली गयी। चाय लेकर विक्की करिश्मा और राज के सामने गया और अच्छे मैनर्स में चाय सर्व किया। खुले हुए बाल, चोली से बाहर आते विक्की के वक्षस्थल, मांसल कमर, और खुली पीठ देखकर राज के होश उड़ गए।
विक्की को देखकर राज से रह नही गया और उसने करिश्मा से पूछ लिया, "तुम्हारी दोस्त तो बहुत ही ज्यादा सेक्सी है, इसका रूप तो एकदम होश उड़ा देने वाला है, इसका नाम क्या है"?
राज के इस सवाल पर करिश्मा जोर से हंसी और फिर कहा, "तुम अपनी नज़र मुझ तक ही सीमित रखो, ये मेरी दोस्त है, इसका नाम विक्की है, आज इसके मम्मी पापा आ रहे हैं, उन्हें लेने स्टेशन जाना है, तभी तो तुम्हे यहां बुलाया है, तुम बैठो मैं तैयार होकर आती हूँ।"
करिश्मा अंदर चली गयी और विक्की से कहा, " मेरे बॉयफ्रेंड को नही पता है कि तुम लड़के हो, एक काम करो, तुम आज लाल साड़ी पहन लो, वैसे भी तुम्हारे मम्मी पापा को सच तो बताना है आज नही तो कल, फिर आज ही क्यों नही"।
"नही नही, मैं अपने मम्मी पापा के सामने लड़की बनकर नही जाऊँगा,
यूनिसेक्स ड्रेस पहन लेता हूँ ताकि राज को भी पता नही चलेगा और मेरे मम्मी पापा को भी अपनी बात बताने में डर नही लगेगा", विक्की बोला।
फिर विक्की ने लचीला जीन्स और सफेद शर्ट पहन लिया और अपनी 4 इंच वाला हील्स पहन लिया। करिश्मा ने विक्की के बाल बना कर खुद सलवार समीज में तैयार हो गयी और उसने भी 4इंच वाला सैंडल पहन लिया और अपने बालों का जुड़ा बना लिए साथ मे एक दुपट्टा भी रख लिया। फिर विक्की, करिश्मा राज की सफारी में बैठकर स्टेशन पहुचे। ट्रैन आने में अभी 2 घंटे की देरी थी। करिश्मा ने विक्की से कहा कि वो तबतक पास वाले मंदिर से होकर आ रही है , तब तक तुमदोनो बातें करो। ये बोल कर करिश्मा वहां से चली गयी।
करिश्मा के वहां से जाने के बाद काफी देर तक राज विक्की को निहारता रहा। जब विक्की ने गौर किया कि राज उसको बुरी नज़र से देख रहा है तब उसने राज को टोक दिया।
तब राज ने विक्की से पूछा, "अच्छा एक बात बताओ, तुम विक्की हो ना?"
राज के इस सवाल से विक्की डर गया और कहा, "नही, मेरा नाम विक्की है।"
राज जोर से हँसा और बोला, "तुम दुनिया को बेवकूफ बना सकते हो विक्की, मुझे नही। मैंने तुम्हारी और करिश्मा की बातें सुन लिया था, अब तुम्हारी सच्चाई मुझे पता है तो सच कहो, कौन हो तुम?"
विक्की को समझ आ गया कि झूठ बोलने का कोई फायदा नही, राज को सच्चाई का पता चल चुका है। बहुत सोचकर विक्की बोला, "हाँ, मैं विक्की ही हूँ, लेकिन प्लीज् ये बात किसी को मत बताना !"
"ठीक है विक्की,
मैं किसी को नही बताऊंगा की तुम विक्की हो, लेकिन मेरी एक शर्त है", राज बोला।
"वो क्या है?” विक्की ने डरते हुए पूछा।
"मुझे तुम्हारे साथ एक रात बितानी है", राज बोला।
"ये क्या बकवास कर रहे हो राज, मैं अभी भी मर्द ही हूँ और ख़बरदार जो दुबारा ऐसी बातें की तो मुझसे बुरा कोई नही होगा",
विक्की बोला।
"हाहाहाहा, सबसे पहली बात तुम मर्द नही एक आधी अधूरी औरत हो, जिसके पास एक पेनिस भी है, और एक रात बिता लेने से क्या होगा जो तुम इतना गुस्सा कर रहे हो विक्की,
ये बात मेरे और तुम्हारे बीच ही रहेगा, तुम सोच लो फिर जवाब देना", राज बोला।
इससे पहले विक्की कुछ कहता करिश्मा वहां आ गयी, फिर विक्की और करिश्मा स्टेशन पर गए। विक्की के मम्मी पापा ट्रैन से उतरे तब विक्की और करिश्मा उनके पास गए। विक्की को देखकर उसके मम्मी पापा दंग रह गए।
"ये कैसा हाल बना रखा है विक्की तुमने, और सैंडल्स
क्यों पहना हुआ है तुमने", विक्की की मम्मी अपने बेटे को देखकर बोली।
"अभी घर चलिये, बैठ कर सबकुछ बता दूंगी आंटी, आप लोग थक गए होंगे ना",
करिश्मा ने विक्की की मम्मी की बात काटते हुए बोली।
राज ने विक्की की मम्मी पापा के भारी भरकम बैग्स अपने हाथों में आसानी से उठा लिया और गाड़ी की डिक्की में रख दिया। फिर विक्की के मम्मी पापा , विक्की, करिश्मा और राज घर पहुंचे। घर पहुच कर विक्की के मम्मी पापा फ्रेश हुए, नास्ता किया और सोफे पर बैठ गए।राज भी वहां से चला गया। इधर करिश्मा ने विक्की से कहा कि वो कपड़े बदल लें और लाल रंग की साड़ी, मैचिंग लिपस्टिक और सिल्वर रंग की चोली, झुमके, चूड़ियाँ, पायल और लाल सैंडल पहन कर अपनी मम्मी पापा के सामने जाए। फिर खुद विक्की के मम्मी पापा के साथ बैठकर बातें करने लगी। विक्की के साथ एक्सीडेंट के बाद से जो कुछ भी हुआ, डॉक्टर ने जो बताया, वो सब करिश्मा ने विक्की के मम्मी पापा को बता दिया।
"तो तुम्हारे कहने का ये मतलब है करिश्मा, कि मेरा बेटा इस साल के अंत होते होते पूरी तरह से औरत बन जायेगा", विक्की की मम्मी ने अपनी आंखों में आंसू लिए इमोशनल होकर पूछा।
"जी ऑन्टी जी, विक्की औरत बन जायेगा और औरतों के सभी गुण भी उसके अंदर होंगे। वो हर वो चीज कर सकेगा जो एक औरत कर सकती है, यहां तक कि बच्चे को भी जन्म देने में सक्षम है आपका बेटा। विक्की औरत बनकर अपनी जिंदगी बड़े आराम से जी सकेगा",
करिश्मा बोली।
"लेकिन ये कैसे संभव है, इतनी मिन्नतों, मंदिर मस्जिद और गुरुद्वारे का चक्कर लगाने के बाद हमें दो बेटे हुए और उसमे से एक औरत बन जायेगा। पहले से ही तीन बेटियों की शादी का बोझ और अब एक और बेटी की शादी का बोझ जुड़ गया। विक्की के भैया भाभी और तीनो बहनों को जब ये बात पता चलेगा तो पता नहीं कैसे रियेक्ट करेंगे", विक्की की मम्मी बोली।
"सब ठीक हो जाएगा आंटी, अंकल कुछ बोल नही रहे, क्या बात है अंकल",
करिश्मा ने पूछा।
"कुछ नही करिश्मा,
बस ऐसे ही", विक्की के पापा ने उदास होते हुए बोले।
"कुछ तो बात है अंकल, आप बहुत ज्यादा उदास लग रहे हैं",
करिश्मा ने पूछा।
"तुम और विक्की गर्लफ्रैंड बॉयफ्रेंड हो ना, या अलग हो गए हो?” विक्की के पापा ने पूछा।
"मैं और विक्की हमेशा अच्छे दोस्त बन कर रहेंगे, लेकिन अब विक्की की गर्लफ्रैंड बनकर रहना तो संभव नही है ना अंकल! वैसे भी सुबह राज आया था ना स्टेशन आपको लेने, वो मेरा बॉयफ्रैंड है और हम जल्द ही शादी करने वाले हैं", करिश्मा बोली।
"मैं हमेशा सोचता था, अपने बेटे के लिए तुम्हारे जैसी सुंदर दुल्हन लेकर आऊंगा, और धूमधाम से उसकी शादी करूँगा। लेकिन अब सब खत्म हो गया। समाज मे क्या कहूंगा कि मेरा बेटा सेक्स चेंज करवाकर औरत बन गया?", विक्की के पापा उदास होकर बोले।
"क्या हुआ अंकल, लड़की होना कोई शर्म की बात नही, और अगर अब आप अपने बेटे विक्की के लिये दुल्हन नही ला सकते। लेकिन विक्की के लिए दूल्हा तो ला ही सकते हैं और तब उसकी शादी धूमधाम से कीजियेगा।", करिश्मा ने कहा।
"करिश्मा, जरा अंदर आना प्लीज्",
विक्की की आवाज सुनकर करिश्मा कमरे में गयी।
"करिश्मा, जरा मेरी चोली की डोरी बांध देना प्लीज्,
मुझसे बंध नही रही है, तुम बांध दो", विक्की ने करिश्मा से कहा।
करिश्मा ने डोरी बांध दिया और बोली, "अभी तो मैं तुम्हारे चोली की डोरी बांध दी रही हूँ, लेकिन जब तुम्हारी शादी हो जाएगी तब तुम्हारा पति तुम्हारी चोली का डोरी खोलेगा भी और बांधेगा भी।"
फिर साड़ी ठीक करके करिश्मा, विक्की को उसके मा बाप के सामने ले गयी। अपने बेटे को उन्होंने अपने जीवन मे पहली बार औरतों के लिबास में देखा और इमोशनल हो गए। विक्की की सुंदरता देखकर उसके मम्मी पापा गले से लगाकर रोने लगे।
करिश्मा बोली, "अंकल आंटी शांत हो जाइए, संभालिये अपने आप को प्लीज्।"
विक्की के मम्मी पापा ने खुद को संभाला। विक्की को अपने पास बिठाया और ढेर सारी बातें की। शाम में विक्की ने सभी के लिए बहुत ही लज़ीज़ खाना बनाया और एक संस्कारी औरत की तरह सभी को खाना परोसा। सभी ने विक्की के खाने की बहुत तारीफ की।
करिश्मा बोली, "अंकल आंटी, विक्की को घर के सारे काम मैंने सीखा दिए हैं, और कुछ कमी महसूस हो रही है तो आंटी आप सीखा देना।"
विक्की की मम्मी बोली, "विक्की सच मे घर के सभी कामों में ठीक है, खाना भी बहुत अच्छा बनाता है, थोड़ा बहुत साडी पहनने नही आता, वो मै सिखा दूंगी। और जब विक्की ने कान छिदवाए ही थे, तो नाक भी छिदवा लेना चाहिए था। लेकिन कोई बात नही मैं विक्की के साथ कल मार्किट
जाकर उसका नाक छिदवा दूंगी।"
"नाक छिदवाने
की क्या जरूरत है मम्मी, मुझे नाक नही छिदवाना", विक्की डरते हुए बोला।
"देख विक्की,
अब तुम औरत बनने जा रहे हो, औरतों जैसे कपड़े पहनते हो, घर के कामकाज भी करते हो। औरत बनने जा रहे हो तो उसकी तैयारी भी तो जरूरी है ना, और वैसे भी तुम्हारी भाभी और तीनो दीदीयों ने भी तो अपने नाक छिदवाए हैं। इसमें हर्ज़ ही क्या है, नथ पहनकर तुम और भी खूबसूरत लगोगे।", विक्की की मम्मी बोली।
"मुझे सुंदर नही दिखना, और ना ही मुझे नाक छिदवाना
है", विक्की गुस्से में बोला।
"देखो विक्की,
अब पहले वाली बात रही नही, तुम औरत बनने जा रहे हो और नाक तो छिदवाना पड़ेगा, अब कोई सवाल जवाब नही।", विक्की की मम्मी बोली और वहां से चली गयी।
रात में विक्की के मम्मी पापा आपस मे बातें कर रहे थे।
"ये क्या हो गया, इतनी मुश्किल
से भगवान ने हमे दो बेटे दिए और भगवान ने उनमे से एक बेटे को औरत बनने पर मजबूर कर दिया है। हमारा छोटा बेटा औरतों की तरह जिंदगी बिता सकेगा भी या नही। मुझे तो कुछ भी समझ मे नही आ रहा।", विक्की की मम्मी बोली।
"अब क्या किया जा सकता है, विक्की ने तो मान लिया है कि उसे 6 महीने बाद औरत बन जाना है, और औरतों की तरह घर के कामकाज भी करने में एक्सपर्ट है। मेरी मानो तो तुम टेंशन मत लो, विक्की समझदार बच्चा है, वो मैनेज कर लेगा कि औरत बनकर कैसे अपनी जिंदगी बितानी है", विक्की के पापा बोले।
"कहते तो तुम बिल्कुल
सही हो, वैसे भी विक्की अभी से इतना सुंदर लग रहा है तो जब सच मे औरत बन जायेगा तब कितना सुंदर लगेगा ये सोच के मेरा दिल खुश हो जाता है। कल मैं उसे ब्यूटी पार्लर ले जाउंगी और उसका नाक छिदवा दूंगी और कुछ गहने भी खरीद दूंगी, "विक्की की मम्मी बोली।
"लेकिन विक्की तो इसके लिए तैयार नही है ना",
विक्की के पापा बोले।
"अगर विक्की तैयार नही है तो क्या हुआ, उसकी तैयार करना पड़ेगा। नाक नही छिदवाएग
तो जब उसकी शादी होगी तो नथ कैसे पहनेगा। नाक तो उसे छिदवाना ही पड़ेगा", विक्की की मम्मी बोली।
"बात तो तुम्हारी सही है, अभी तीन बेटियों की शादी का टेंशन था और अब विक्की की शादी। कोई मर्द विक्की को अपनी दुल्हन कैसे एक्सेप्ट करेगा जब उसे पता चलेगा कि विक्की पहले खुद मर्द था और सेक्स चेंज करवाया और फिर औरत बन गया", विक्की के पापा टेंशन में आकर बोले।
"इस बात को हमे अब सबसे छुपा कर रखना पड़ेगा कि विक्की हमारा बेटा था और सभी से यही कहना होगा कि विक्की बचपन से लड़की ही है, जिसे हमने लड़को की तरह पाला है। ये ठीक रहेगा, आप क्या कहते हो",
विक्की की मम्मी बोली।
"हाँ ये ठीक रहेगा, वैसे भी बचपन से आजतक विक्की की दाढ़ी नही आई, डॉक्टरों के हिसाब से विक्की प्रेग्नेंट होने में भी सक्षम है और इस बात का एडवांटेज मिल सकता है। बस विक्की के लिए भी कोई अच्छा सा लड़का ढूंढना पड़ेगा, पता नही कैसे होगा सब", विक्की के पापा बोले।
विक्की अपने मम्मी पापा की सारी बातों को बड़े ध्यान से सुन रहा था। उनके सोने के बाद विक्की भी सोने चला गया और तकिये में सिर छुपा कर सिसकिया लेकर रोने लगा। विक्की के रोने की आवाज़ सुनकर करिश्मा जाग गयी और उसके रोने का कारण पूछा। विक्की ने अपनी मम्मी पापा की सारी कन्वर्सेशन बताया।
"तो क्या हुआ विक्की,
वो मम्मी पापा है तुम्हारे, तुम्हारी शादी की चिंता वो नही करेंगे तो कौन करेगा। तुम्हे पता नही कि एक बेटी अपने माँ बाप के सीने पर बोझ होती है और तुम्हारे मम्मी पापा के तो पहले से ही 3 बेटियों का बोझ था और अब तुम्हारी चिंता भी उन्हें तो सताएगी ना। फिर भी तुम फ़िक़्र मत करो, अभी तुम्हारी तीनो बहन की शादी के बाद तुम्हारी शादी होगी और इसमें अभी बहुत वक़्त है। अब सो जाओ, कल सुबह आंटी के साथ मार्किट भी जाना है", करिश्मा बोली।
"तुम सही कह रही हो करिश्मा,
तुम मुझसे कितना सपोर्ट करती हो, थैंक्स", विक्की बोला।
"इट्स ओके विक्की",
करिश्मा बोली।
फिर दोनों सो गए। विक्की ने रात में देखा कि उसके बगल में राज सोया हुआ है और वो भी न्यूड। विक्की ने खुद को देखा तो वो भी न्यूड था। तभी राज की नींद खुल गयी और उसने विक्की की कलाई पकड़ कर उसके ऊपर आ गया और उसके होंठ चूमने लगा। विक्की रेसिस्ट करने लगा लेकिन औरतों की पतली कलाई में इतना ताकत नही था कि राज के मजबूत बाहों की पकड़ से खुद को छुड़ा पाता। फिर राज ने विक्की की पूसी में अपना पेनिस घुसा कर उसके साथ सेक्स करने लगा। विक्की रो रहा था और दर्द से चिल्ला रहा था, तभी करिश्मा भी वहां आ गयी और विक्की से कहने लगी कि वो क्यों चिल्ला रहा है? विक्की बहुत जोर जोर से चिल्ला रहा था, जैसे उसे बहुत दर्द हो रहा हो, और करिश्मा उससे एक ही सवाल कर रही थी कि उसे क्या हुआ जो वो इतना रो रहा है। विक्की को समझ नही आ रहा था कि करिश्मा को दिखाई नही दे रहा कि राज उसके साथ बलात्कार कर रहा है और वो पूछ रही है कि विक्की को दर्द क्यों हो रहा है। तभी विक्की की नींद खुल गयी, उसने देखा करिश्मा और उसके मम्मी पापा वही खड़े थे।
"क्या हुआ विक्की,
तुम इतने जोर जोर से क्यों रो रहे थे, जैसे तुम्हे बहुत दर्द हो रहा हो", विक्की की मम्मी ने पूछा।
विक्की ने इधर उधर देखा और कहा, "बुरा सपना था मम्मी, बहुत बुरा सपना था।"
"कोई बात नही, अब सो जाओ, रात के 2 बज रहे हैं",
विक्की की मम्मी बोली।
विक्की की मम्मी पापा के जाने के बाद करिश्मा ने विक्की से कहा, "वैसे एक बात है, जब से तुम्हे औरत बनने का सफर शुरू हुआ है, तभी से तुम्हे डरावने सपने आने लगे हैं। और देखो ब्लू फिल्म्स,
मैं पहले भी मना करती थी, कि ब्लू फिल्म्स नही देखनी चाहिए, लेकिन तुम मेरी बात कभी नही सुनते। तुम जिस तरीके से दर्द से रो रहे थे ऐसा लग रहा था, जैसे तुम्हारे साथ कोई मर्द सुहागरात मना रहा हो। तुम दर्द से चिल्ला नही रहे थे बल्कि लड़कियों की तरह सिसकियाँ ले रहे थे। अब सो जाओ।"
करिश्मा की बातें सुनकर विक्की बहुत शर्मिंदा हुआ और फिर से सो गया। सुबह हुआ तब विक्की ने एक हरे रंग की साड़ी और मैचिंग चोली पहन लिया। साथ ही कानों में नए वाले झुमके, हाथों में कंगन, होंठों पर लिपस्टिक और 4 इंच वाला हील्स पहनकर तैयार हो गया और अपनी माँ के साथ मार्किट गया। वहां ब्यूटी पार्लर में विक्की के नाक में दायीं तरफ छेद करवा दिया और एक बाली नाक में डाल दिया। नाक में छेद होने की वजह बहुत दर्द हो रहा था जिसकी वजह से वो रोने लगा। विक्की की माँ ने उसे शांत किया और समझाया कि लड़कियों को ये दर्द सहन करना पड़ता है। फिर ब्यूटिशियन ने विक्की की मम्मी से कहा कि उनकी बेटी वाकई में बहुत खूबसूरत है। विक्की अपनी तारीफ सुनकर शरमा गया और उसकी मम्मी ने ब्यूटिशियन को थैंक्स कहा और ज्वेलरी के शॉप पर गयीं। सुनार ने विक्की को ढेर सारे नथिया, झुमके और पायल पहनकर देखने को कहा।
विक्की की माँ ने विक्की को ढेर सारे नथिया, झुमके और पायल पहनाकर देखा। विक्की को बहुत शरम आ रहा था, लेकिन वो कुछ भी नही कर सकता था। वहां विक्की की माँ ने विक्की के लिए सोने के 7 अलग अलग डिज़ाइनर नथुनी, जिनमे 3 बहुत बड़े वाले थे, जो आमतौर पर दुल्हनें अपनी शादी पर पहनती है, 1 कुमाउनी नथ जो कि चेन से जुड़ा था और 3 छोटे और मध्यम नथ थे, 5 बड़े बड़े झुमके, 4 भारी पायल का सेट और गले के लिए सोने का 2 हार पसंद किया और खरीद लिया। एक सोने का लॉन्ग विक्की के नाक में पहना दिया और दोनों घर आ गए।
रास्ते भर विक्की सोच रहा था कि आज क्या से क्या हो गया, कभी मेरी माँ मेरे लिए जीन्स शर्ट्स, टी शर्ट्स, और बाइक खरीदने की जिद करती थी वही माँ आज मेरे लिए नथ, झुमके, पायल, सोने के हार खरीद रही है। बस 6 महीने बाद विक्की पूर्ण रूप से औरत बनने वाला था, उसके बाद उसकी जिंदगी हमेशा के लिए बदलने वाली थी। उसकी माँ ने रास्ते मे समझाया कि अब वो औरत बनने वाला है तो अभी से औरतों की तरह बातें किया करे ना कि मर्दो की तरह। लेकिन विक्की अभी से औरतों की तरह बात करने में हिचकिचाहट हो रही थी, लेकिन उसकी माँ उसे औरतों की तरह बात करने के लिए फ़ोर्स करने लगी।
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