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मेरी अधूरी कहानी - पार्ट - 3

डॉक्टर की दी मेडिसिन खाकर अच्छी नींद आयी मुझे, दर्द भी कुछ कम हुआ। शाम हो चुकी थी, राजा का कुछ अता पता नहीं था और उसने मुझे एक कॉल भी नहीं किया था। डोरबेल बजी, तो मैं भाग के दरवाज़ा खोलने गयी, सामने राजा खड़ा था और उसके हाथ में लगेज और शॉपिंग बैग्स थे।

 

मैंने राजा से पूछा- ये सब क्या है राजा? और तुम अचानक इतने अर्जेंटली निकल गए, सब ठीक तो है?

राजा बोला- हाँ सोफिया, सब ठीक है। मलेशिया से कुछ क्लाइंट्स आये हुए थे, उन्हें सीऑफ करके आया हूँ। और ये लगेज इस लिए, क्यूंकि अगले एक महीनों तक मैंने मेरी जान के पास रहूं।

राजा की बात सुनकर मैं शर्माने लगी, मैंने कहा- तुम फ्रेश हो जाओ, मैं कुछ खाने को बना देती हूँ।

राजा फ्रेश होने चला गया तो मैं भी मुस्कुराते हुए किचन में चली गयी और राजा के लिए स्नैक्स तैयार कर के ले आयी। फ्रेश होने के बाद राजा ने ट्राउज़र्स और टीशर्ट पहनकर रेडी था। राजा सोफे पर बैठ गया और मैं स्नैक्स लेकर उसके साथ बैठ गयी। स्नैक्स के बाद राजा ने बियर की बोतल निकाल ली। हम दोनों ने बियर पी, एक बोतल मैंने और चार बोतल राजा ने और वो अब पांचवा पी रहा था। जब हमने बियर ख़त्म कर ली तो राजा मेरे करीब आ गया। 



राजा बोला- सोफिया, मेरी रानी, बैडरूम में चलें!

मैंने कहा- इतनी जल्दी, अभी तो शाम ही हो रही है!

राजा बोला- अच्छा चलो कुछ देर बातें करते हैं।

मैंने कहा- ओके राजा!

राजा बोला- सोफिया, क्या तुमने अपने ट्रीटमेंट प्रोसेस के बारे में अपनी बीवी से कोई बात की?

मैंने कहा- पागल हो क्या, मेरी बीवी को इस बारे में बता दूँ ताकि वो मुझे अभी तलाक़ दे दे!

राजा बोला- और तुम्हारे अम्मी अब्बू को क्या इस बारे में कुछ बताया तुमने?

मैं बोली- नहीं राजा, इस बारे में मैं किसी से कुछ भी शेयर नहीं कर सकती!

राजा बोला- कभी ना कभी तो उन्हें मालुम चल जायेगा, फिर क्या करोगी सोफिया?

मैं बोली- ऐसा कुछ नहीं होगा। ये बात सिर्फ मेरे और तुम्हारे बीच रहेगा तो किसी को कैसे पता चलेगा?

राजा बोला- लेकिन अगर डॉक्टर के मेडिसिन ने काम नहीं किया तो फिर तुम्हे अपने अम्मी अब्बू और बीवी को पूरी बात बतानी होगी ना?

मैं बोली- तब की तब देखेंगे राजा, मुझे वैसे ही बहुत डर लग रहा है।

राजा बोला- डरो मत मेरी रानी, वैसे क्या तुम्हे याद है आज कौन सा दिन है?

मैं बोली- कौन सा?

राजा बोला- आज से सवा साल पहले जब तुम पहली बार औरत बनी थी और वो रात जो मैं कभी भूल नहीं सकता। कितनी हसीं रात थी वो, मैं और तुम एक ही बिस्तर में, एक दूसरे के आगोश में समाये प्यार कर रहे थे।

मैं बोली- अच्छा वो, याद है राजा। उस दिन के बाद हमारे बीच फिर कभी कुछ ऐसा नहीं हुआ।

राजा बोला- आओ मेरे साथ।

फिर राजा मुझे कमरे में ले गया और मुझसे बोला- सोफिया, तुम अपनी ज्वेलरीज निकालो!

मैंने ज्वेलरीज निकाल कर बिस्तर पर रख दी। राजा ने दो झुमको को सेलेक्ट किया और मेरे कान से बालियां निकाल दी। फिर राजा ने अपने हाथों में मुझे झुमके पहनाये। कसम से, मेरा दिल फिर से धकधक करने लगा था राजा के एक छुअन भर से। फिर राजा ने मुझसे कपडे उतरने को कहा, मैं पूरी न्यूड हो गयी तो राजा ने मुझे शॉपिंग बैग से लहँगा निकालकर दिया।

राजा बोला- ये पहन लो सोफिया!

ये तो वही महारानी स्टाइल लहँगा था जो मैंने उस दिन शॉपिंग मॉल में देख कर लेने का सोच रही थी। ओह राजा, मेरी पसंद नापसंद के बारे में सब पता था मेरे राजा को! मैंने वो लहँगा पहन ली और कमर पर उसकी डोरी बाँध रही थी।

राजा ने मुझसे कहा- मेरी रानी, ये लहँगा है, नाभि के नीचे पहनो ना!

जैसा राजा ने कहा, मैंने वैसा ही किया और वो लहंगा पहनने के बाद मेरे अंदर की औरत फिर से जाग गयी थी। फिर राजा ने मुझे हाई हील्स पहनने में मदद की और उसने एक नथिया सेलेक्ट किया।

मैं बोली- राजा, ये तो बहुत बड़ा नथिया है और वैसे भी मेरे नाक का छेद अब बंद है। राजा बोला- मेरी रानी, ये नथिया का बड़ी तो है लेकिन इसे जब तुम पहनोगी तो कमाल लगोगी। मेरे लिए इतना नहीं कर सकती!

मैं क्या कहती राजा को, मैंने उस नथिया के पिन को अपने नाक पर प्रेस की और वो नथिया मेरे नाक में समा गयी। राजा ने अपने हाथों से मेरे नाक की नथिया को सेट किया और उसके साथ जो सोने की चेन अटैच थी, उसे मेरे झुमकों में अटका दिया।

राजा ने मुझे देखा और बोला- हम्म अब ठीक है मेरी रानी!

मैंने कहा- राजा, चोली नहीं पहनाओगे?

राजा ने कहा- चोली भी पहनाउंगा, लेकिन जब तुम्हारे खुद के बड़े बड़े बूब्स होंगे तब। अभी तो मुझे तुम्हारी नेचुरल खूबसूरती का आनंद लेने दो मेरी रानी!

मैंने कहा- कितना आनंद लोगे राजा!

राजा बोला- जी भर के!

मैंने कहा- उतनी दूर से!

बस फिर क्या था, राजा ने मुझे अपनी बाहों में उठा लिया और मेरे होंठों को स्मूच करने लग। मैंने अपनी आँखें बंद कर ली और राजा के प्यार में मदहोशी को एन्जॉय करने लगी तभी मेरे फ़ोन की घंटी बजी और सारा मजा किरकिरा हो गया। अम्मी का कॉल था, तो मैं राजा को सॉरी बोली।

राजा ने कहा- कोई बात नहीं रानी! तुम कॉल पिक कर लो!

फिर मैंने अम्मी के कॉल को पिक कर लिया।

अम्मी से थोड़ी देर बात करने के बाद अम्मी ने रुखसार से बात करवाई। रुखसार ने मुझसे कहा कि वो मुझे बहुत मिस कर रही है और वो चाहती है कि मैं जल्द से जल्द घर आ जाऊं। 

मैंने रुखसार को समझाने की कोशिश की कि अभी मैं नहीं आ सकती लेकिन वो मुझे बहुत मिस कर रही थी और फ़ोन पर ही रोने लगी थी। फिर कॉल अम्मी ने ले ली और मुझसे बोली कि जब टाइम मिले आ जाने को। मैंने कॉल कट कर दिया, राजा ये सब देख रहा था। मैं थोड़ा इमोशनल हो चुकी थी, मैं क्या बोलती। राजा ने मेरे आँखों से आंसू पोंछे और मुझे अपनी बाहों में दुबारा से भर लिया। चूँकि राजा ने बहुत पी रखी थी और वो कभी मेरे होंठों को चूमता, तो कभी मेरे गालों को तो कभी मेरे नाक पर तो कभी गले पर। उसके बाद राजा ने मेरी छाती को अपने होंठों से चूमने लगा और मेरे निप्पल्स को अपने होंठ से चूसने लगा। आअह्ह्ह्ह, मेरे मुँह से आवाज़ निकल गयी और राजा और भी एक्साइटेड हो गया। राजा ने अपने कपडे उतार कर न्यूड हो गया और उसका काला मोटा लंड मेरी आँखों के सामने था। मैंने राजा के लंड को अपने हाथों में लेकर उसे चूमने लगी और काफी देर तक ब्लोजॉब दी। दस मिनट्स के ब्लोजॉब के बाद राजा ने मेरे मुँह में ही अपने स्पेर्म्स के लोड को डिस्चार्ज कर दिया और वो लोड मेरे गले को तर करता हुआ मेरे अंदर चला गया। मैं बहुत शर्मिंदा हुई। फिर राजा ने मुझे बिस्तर पर लिटा दिया और मेरे दोनों टांगों को हवा में फैला कर अपना लंड मेरी गांड में टिका दिया। मैंने अभी भी लहँगा और हील्स पहन रखी थी और राजा का लंड मेरी गांड की छेद पर थी। राजा का मोटा काला लंड मेरे गांड में धीरे धीरे समा रहा था। मैं दर्द से कराह रही थी लेकिन मैं उस लंड को आज अपने अंदर फील करना चाहती थी। 

राजा ने मेरी कमर को अपनी बाहों में जकड़कर मेरे अंदर अपना पूरा लंड घुसा दिया। ओह्ह्ह्हह, अल्लाह, मैं दर्द से कराह उठी। राजा ने मुझे होल्ड किया और धीरे धीरे स्ट्रोक्स लगाने लगा। आह्ह्ह्ह, आह्ह्ह्ह, अम्मी, मैं दर्द और प्लेज़र के बीच समझ नहीं पा रही थी कि आज मुझे ये हो क्या रहा है, ये सब मुझे इतना अच्छा क्यों लग रहा है? धीरे धीरे राजा ने रफ़्तार पकड़ लिया और मुझे चोदने लगा। मैं जोर जोर से सिसकियाँ ले रही थी, मेरी नथिया बार बार मेरे गाल से टकरा रही थी, झुमका चुभ रहा था और मैं आँखें बंद करके राजा के स्ट्रोक्स को महसूस भी कर रही थी। बिस मिनट्स तक लगातार मेरे साथ हार्डकोर सेक्स के बाद राजा ने मेरे गांड में अपना स्पर्म डिस्चार्ज कर दिया और मुझे अपने बाहों में कसकर शांत हो गया। राजा का गर्मागर्म लावा मेरे अंदर गया तो मेरा मन करने लगा कि काश मैं सच में औरत होती तो आज मैं प्रेग्नेंट हो जाती मेरे राजा के इस गर्म लावे जैसे स्पेर्म्स से। 



अभी दस मिनट्स भी नहीं हुए थे कि राजा एक बार फिर से रेडी था। मैंने उसके लंड को देखा, वो फिर से उतना ही मोटा और तना हुआ दिख रहा था। फिर राजा ने मुझे बिस्तर से उतारा और मुझे दीवार की तरफ फेस करके खड़ी होने को बोला। मैं दीवार की ओर मुँह करके खड़ी हो गयी तो राजा मेरे पीछे खड़ा हो गया और उसने पीछे से मेरा लहँगा उठाया और अपना लंड मेरी गांड में घुसा कर मुझे चोदने लगा।

मैं- अल्लाह, ये कितना बड़ा हो गया है राजा!

राजा- ओह्ह यस मेरी रानी, मर्दों का लंड तो बड़ा ही होता है।

राजा की बात सुनने के बाद मुझे अपनी मर्दानगी पर बड़ा शर्मिंदा होना पड़ा। राजा मुझे फुल स्पीड में चोदने लगा और मैं आह्ह्ह्ह, ओह्ह्ह्हह, अल्लाह. अम्मी, नहीं, प्लीज् प्लीज् प्लीज् , आह्ह्ह्ह आइइइइइ, नो प्लीज्, आह्हः आह्हः अह्ह्ह करती रही। बिलकुल किसी लड़की की तरह राजा मुझे अपनी बाहों में कसकर चोद रहा था। 



आधे घंटे लगातार राजा मुझे सेम पोजीशन में चोदता रहा, मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था क्यूंकि इस बीच राजा मेरे चेस्ट को मसल भी रहा था और इस वजह से मुझे काफी एक्साइटमेंट भी हो रही थी। फिर अचानक से राजा ने मेरे लंड को अपने हाथ में ले लिया और उसे शेक करने लगा और पीछे से मुझे चोदने की स्पीड और भी तेज़ कर दिया। ओह्ह्ह्ह, मैं तो बुरी तरह से राजा से चुद रही थी और अब मुझे भी ओर्गास्म होने वाला था। पांच मिनट्स बाद राजा को ओर्गास्म हुआ, साथ ही मुझे भी! मेरी गांड में राजा के स्पेर्म्स का दूसरा लोड था और ओर्गास्म से बाद मैं बेसुध सी हो गयी। आँखों में तेज़ जलन और वीकनेस से मुझसे खड़ा भी नहीं हुआ जा रहा था। राजा ने मुझे अपनी बाहों में उठा लिया और बिस्तर पर लिटाकर मेरे ऊपर लेट गया और मेरे होंठों को चूसने लगा। मैं बहुत ही ज्यादा कमज़ोर फील कर रही थी और मैंने राजा के गले में अपने बाहों का हार डाल दी और आँखें बंद कर के राजा के चुम्बन को एन्जॉय करने लगी। 



मुझे लगा कि राजा अब सो जायेगा, लेकिन मैं गलत थी। मैंने राजा को अपने ऊपर से उठता हुआ महसूस कर पा रही थी। राजा ने स्पूनिंग पोस्टिव में एक हाथ मेरे कमर में डाकर मुझे अपनी बाहों में समा लिया और मेरी गांड में फिर से अपना लंड घुसा दिया।

मैं- आह्ह्ह्ह राजा, क्या कर रहे हो।

राजा- क्यों तुम थक गयी सोफिया रानी?

मैं- हाँ राजा, आई एम् डन राजा!

राजा- लेकिन अभी तो मैंने शुरू किया है।

इससे पहले कि मैं कुछ कहती, राजा मुझे अपनी बाहों में जकड़कर फिर से चोदने लगा। मेरे अंदर हिम्मत नहीं बची थी लेकिन राजा मुझे स्ट्रोक्स आफ्टर स्ट्रोक्स देने लगा। अह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह प्लीज् प्लीज् प्लीज् नो आह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह ओह्ह्ह प्लीज् प्लीज् अम्मी आईईईई राजा, ओह्ह राजा, रुक जाओ ना, आह्ह्ह्ह प्लीज्। राजा फुल स्पीड में मुझे चोद रहा था और मैं किसी नार्मल लड़की की तरह जोर जोर से मोन कर रही थी। अगले आधे घंटे तक राजा मुझे चोदता रहा और फिर अचानक उसे ओर्गास्म हो गया और राजा मुझे जकड कर फिर से रेस्ट करने लगा। मेरी गांड राजा के स्पेर्म्स से लबालब भरा हुआ था और मैं आंसू बहा रही थी। राजा का लंड अभी भी मेरी गांड में ही था और अब मुझे वाशरूम भी जाना था। 



मैं- राजा, अपना लंड निकालो ना, मुझे वाशरूम जाना है।

फिर राजा ने अपना लंड मेरी गांड से बाहर निकाल लिया और मैंने अपना लहँगा ऊपर उठा ली और लंगड़ाते हुए वाशरूम में आ पहुंची। जब मैं कमोड के सीट पर बैठी, मेरी गांड से ढेर सारा चिकना पानी निकला और मैंने टॉयलेट कर के कमरे में वापिस आ गयी। मैंने अभी भी हील्स पहनी हुई थी, मैंने सोचा कि हील्स उतार दूँ और मैं बिस्तर के कोने पर बैठ गयी। अभी मैंने हील्स को छुआ भी नहीं कि राजा ने पीछे से मेरी कमर को अपने हाथों में कस कर, मुझे फिर से अपनी बाहों में समेट लिया।मैंने कहा- राजा अब नहीं करना मुझे प्लीज् छोड़ो ना!

राजा बोला- सोफिया रानी, मुझे तो सब करना है! अभी तो डिक डॉकिंग सेशन भी बाकी है।

मैंने कहा- वो कल से करेंगे, अभी काफी रात हो चुकी है राजा, प्लीज्!

राजा बोला- सोफिया, आज करेंगे और अभी करेंगे। अभी तो रात के बारह बजे हैं अभी तो पूरी रात बाकी है मेरी रानी!

मैंने कहा- नहीं राजा, अब मुझे नहीं करना! तुम क्या जबरदस्ती करोगे मेरे साथ?

राजा बोला- क्यों, कर नहीं सकता?

मैं- कर सकते हो राजा लेकिन जब मैं अपनी मर्ज़ी से तुम्हारी हर बात मान रही हूँ तो तुम भी मेरी बात मानो ना राजा, प्लीज्!

राजा- तो फिर ठीक है, ये लास्ट राउंड सेक्स से पहले एक डिक डॉकिंग सेशन कर लेते हैं और अब मना मत करना सोफिया!

मैं डिक डॉकिंग के लिए रेडी थी लेकिन मुझे कुछ पता नहीं था इस बारे में।

मैंने राजा से पूछा- तुम्हे डिक डॉकिंग आता है?

राजा बोला- हाँ मेरी रानी, मुझे सब आता है।

फिर राजा ने मुझे अपनी बाहों में उठा लिया और मेरे लंड पर अपना लंड टिका दिया। मैंने राजा को देखा, राजा ने मुझे किस कर लिया और अपना लंड मेरे लंड में धकेलने लगा। आई डोंट नो लंड के अंदर लंड कैसे जायेगा लेकिन मैं चुपचाप देखती रही कि राजा मेरे साथ क्या करता है। फिर राजा ने अपना लंड मेरे लंड में घुसा कर मुझे आगे से चोदने लगा। आअह्ह्ह्हह, राजा, प्लीज् नो, मुझे दर्द होने लगा था लंड में और राजा का पूरा लंड मेरे सिकुड़े हुए लंड के अंदर घुस चूका था और वो मुझे चोद रहा था। मुझे सिर्फ और सिर्फ दर्द हो रहा था, ऐसा लग रहा था मानो आज की रात राजा मेरे लंड को अपने स्ट्रोक्स से फाड् ही देगा। तीन राउंड हार्डकोर सेक्स के बाद मैं वैसे ही काफी ढीली पड़ चुकी थी और अब ये डिक डॉकिंग सेशन ने तो मेरी जान ही निकाल रखी थी। मैं राजा की बाहों में थी, मेरे हाथों का हार राजा के गले में था और उसके हाथ मेरे गांड को ऊपर नीचे कर रहे थे। मैंने रो रही थी, चिल्ला रही थी क्यूंकि जब जब राजा का लंड मेरे लंड में समाता, मेरी जान ही निकल जाती, बहुत दर्द होता। 

लेकिन इन सब से राजा पर कोई खास असर नहीं हो रहा था। थोड़ी देर बाद राजा को फिर से ओर्गास्म हो गया और उसके स्पेर्म्स का हैवी लोड मेरे लंड में घुस गयी थी। मुझे जलन होने लगी, मैं रोने लगी, मैं अपने दोनों हाथों से अपना लहँगा उठा कर वाशरूम में चली गयी और अपना लंड शेक करके अपने लंड के अंदर से वो स्पेर्म्स का लोड निकालने की कोशिश करने लगी। लेकिन वो मेरे लंड से बाहर नहीं निकल पा रहा था और जलन से मेरे लंड में दर्द हो रहा था। फिर वाशरूम में राजा आ गया, उसने मेरा लहंगा खोल दिया और मुझे अपनी बाहों में लेकर बाथटब में लेट गया। राजा का लंड मेरी गांड की छेद पर टिका था और उसके हाथ मेरे लंड को शेक कर रहे थे। इससे पहले की मैं कुछ समझ पाती, राजा का लंड एक बार फिर मेरे गांड के अंदर घुस चूका था और वो मुझे बाथटब में लिटा कर फुल स्पीड में चोदने लगा, साथ ही मेरे लंड को शेक भी करने लगा। मैं राजा से साथ फिर से चुद रही थी, आँखों में आंसू और हर स्ट्रोक्स के साथ निकलती मेरी चीख का असर कुछ हो नहीं रहा था राजा पर, वो तो बस एन्जॉय कर रहा था। थोड़ी देर बाद मुझे और राजा को एक साथ ओर्गास्म के साथ ही मैं वहीँ, उसी बाथटब में राजा की बाहों में बेहोश हो गयी। मैं बेहोश थी, शरीर बुरी तरह से टूट रही थी। मुझसे तो आँखें भी खोलना दुश्वार हो रहा था। 



अगली सुबह की पहली किरण के साथ मेरी नींद खुली, मैं राजा की बाहों में थी और उसका लंड मेरी गांड में। सुबह के सात बज रहे थे, मैंने राजा को जगाया और मैंने उससे फ्रेश होने को कहा तो राजा ने मुझे एक स्ट्रोक लगा दिया, मेरी अह्ह्ह्हह्हह निकल गयी तो राजा ने मुझे लिप्स पर स्मूच किया और वाशरूम चला गया। राजा का लंड जब मेरी गांड से बाहर निकला तो उसे देखकर मैं चौंक गयी। पांच ओर्गास्म के बाद भी राजा का लंड वैसे का वैसा था। राजा असली मर्द था, जिसकी बाहों में मैं एक शादीशुदा मर्द होते हुए भी, एक औरत बनकर उसकी हवस को शांत करके, ख़ुशी का अनुभव कर रही थी। मैंने महसूस किया कि मेरे नाक में अभी भी नथिया और कानों में झुमके भी हैं।

जब मैं अपने नाक से नथिया उतारने जा रही थी तभी राजा फ्रेश होकर कमरे में आ गया।

राजा बोला- नथिया पहनी रखो मेरी रानी, अच्छी दिखती हो!

मैंने कहा- ठीक है राजा, लेकिन क्या पूरे दिन पहने रखना जरूरी है। ये नथिया बहुत भारी है राजा!

राजा बोला- इसकी आदत डाल लो मेरी रानी। पुरे महीने ये नथिया या कोई दूसरा नथिया जो मैं तुम्हारे नाक में डालूंगा, वो तुम्हे पहने रखना है।

मैं बोली- राजा ये कुछ ज्यादा नही हो रहा है।

राजा बोला- अभी कहाँ मेरी रानी! आज मैं तुम्हारे लिए और ज्वेलरीज लेकर आऊंगा। ऑफिस का टाइम हो रहा है, कुछ खाने हो है?

मैं बोली- तुम तैयार हो, मैं अभी पका देती हूँ!

फिर मैंने राजा का उतारा टीशर्ट पहन ली, जिसमे मैं तो लगभग डूब हो गयी थी। लेकिन मुझे राजा की टीशर्ट में काफी अच्छा फील हो रहा था। राजा के शरीर की खुशबु उस टीशर्ट में थी और मैंने झटपट राजा के लिए नाश्ता तैयार करि और उसे सर्व की। राजा ने नाश्ता किया और मेरे बनाये नाश्ते की तारीफ की। फिर राजा ने अपना हैंड बैग लिया और ऑफिस को जाने लगा, मैं उसके पीछे पीछे दरवाज़े तक आ गयी और राजा दरवाज़े से बाहर निकल गया। 



मैंने कहा- जल्दी आना, मेरे राजा!

मेरे मुँह से अनायास ही निकल गया लेकिन राजा पीछे मुड़ा और मेरी कमर में हाथ डालकर अपनी बाहों में लेकर कुछ देर तक मुझे स्मूच करता रहा और फिर उसने मेरे नाक की नथिया चुम लिया।

राजा बोला- जल्दी आऊंगा मेरी रानी! आई लव यू!

मैं भी बोली- आई लव यू टू राजा!

राजा तो चला गया लेकिन मैंने राजा को आई लव को कैसे कहा। ये सब मेरे मुँह से अनायास ही निकल रहा था। अगर मेरी बीवी रुखसार ने मुझे कभी भी ऐसे देखा तो क्या सोचेगी और तब हमारे रिश्ते का क्या होगा? ये सब सोचना पड़ रहा था मुझे क्यूंकि मैं भी तक कन्फर्म नहीं थी कि मैं मर्द हूँ या औरत। मुझे मेरी दुल्हन के साथ लाइफ स्पेंड करना है या खुद किसी मर्द की दुल्हन बनकर लाइफ स्पेंड करना है। कुछ नहीं जानती थी मैं और मैंने फ्लैट को अंदर से लॉक किया। अब राजा का आर्डर था तो मैं नथिया या झुमके तो नहीं उतार सकती थी। लेकिन दिनभर में एक बार तो रुखसार मुझे वीडियो कॉल करती ही करती थी। तब मैं क्या करती, उससे कैसे बात करती वीडियो कॉल पर। अभी मैं ये सोच ही रही थी कि राजा का कॉल आ गया।

राजा बोला- सोफिया, शायद मेरा पर्स छूट गया है बिस्तर पर, ड्राइवर को भेज रहा हूँ, उसे दे देना!

मैंने कहा- ओके!

मैंने बिस्तर पर देखा, राजा का पर्स पड़ा था। मैंने सोचा ड्राइवर मुझे ऐसे देखेगा तो क्या सोचेगा। मैंने तुरंत अपने फेक बूब्स को अपनी छाती पर पहन ली और प्लाज़ो सूट पहनकर रेडी हो गयी। मेरे बाल ज्यादा बड़े नहीं थे, लेकिन मैंने दुपट्टे से ओढ़नी कर ली और ड्राइवर के आने का इंतज़ार करने लगी। फिर मैंने सोचा कि क्यों ना लगे हाथ राजा को लंच बनाकर भेज दूँ! तो मैं किचन में जाकर दोपहर का लंच तैयार करने लगी। मैंने पुलाव, दाल और हरी सब्जी पकाने का सोची। फिर मैंने सोचा क्यों ना पनीर ही पका दूँ। अभी मैंने पुलाव और दाल पकाई ही थी कि डोरबेल की आवाज़ सुनाई दी। मैंने जैसे ही दरवाज़ा खोलकर देखा, सामने मेरा ही साला, रुखसार का छोटा भाई साजिद अली ड्राइवर के लिबास में मेरे सामने खड़ा था। 

वो मुझे पहचान नहीं सका क्यूंकि मैंने ओढ़नी से घूँघट कर रखी थी। मैंने उसे पनीर लाने को पैसे दिए और वो पनीर लाने चला गया। मेरे साले के सामने मैं प्लाज़ो सूट में थी, मेरे नाक का नथिया और कानो के झुमकों की वजह से मुझे पहचान पाना मुश्किल था। मेरा साला पनीर ले आया तो मैंने राजा के लिए पनीर की सब्जी बनाई और टिफिन पैक करके ड्राइवर को दी। साथ ही अपने मोस्ट फेमिनीन आवाज़ में ड्राइवर से कहा कि वो राजा को पर्स दे दे। ड्राइवर यानि की मेरा साला यानी रुखसार का भाई जा चूका था और अब मुझे समझ नहीं आ रहा था कि ये यहाँ कैसे पहुंच गया।

मेरे ना दिमाग में अंतर्द्वंदों का एक ऐसा खिचड़ी पका हुआ था कि मुझे कुछ भी समझ में नहीं आ रहा था कि चल क्या रहा है मेरी लाइफ में। एक तरफ राजा है, जो मुझे दिलोजान से चाहता है और मेरे हर दुःख तकलीफ में मेरे साथ खड़ा रहता है। एक तरफ मेरी बीवी रुखसार और मेरे अम्मी अब्बू हैं जिन्हे मुझे बहुत अपेक्षाएं हैं। एक तरफ मैं रुखसार के साथ अपना लाइफ स्पेंड करना चाहती हूँ तो दूसरी तरफ राजा का प्यार भी खोना नहीं चाहती। मैं दो हिस्सों में बंट चुकी थी, समझ में ये नहीं आ रहा कि आगे क्या होगा मेरा। क्या मैं फिर से नार्मल बन जाउंगी या फिर मुझे सेक्स चेंज करवा कर औरत बनना पड़ जायेगा और मुझे सेक्स चेंज करवाना भी पड़ा तो ये बात अम्मी अब्बू या रुखसार को कैसे बताउंगी। और उसके बाद क्या होगा मेरे साथ! सब बहुत कन्फ्यूजिंग दिख रहा था, मैं क्या सोच रही थी, मैं क्या चाहती हूँ, मुझे क्या करना है लाइफ में, मुझे कुछ भी समझ में नहीं आ रहा था। मैंने लंच करने के बाद अपनी मेडिसिन ली और सो गयी। 


शाम हुई, डोरबेल बजी तो मैंने दरवाज़ा खोला, सामने मेरा मकानमालिक खड़ा था।

मकानमालिक- तुम कौन हो और शफीउल कहाँ है? ओह्ह क्या तुम शफीउल की दुल्हन हो?

मैं- नहीं नहीं, मैं तो शफीउल की बहन हों, सोफिया नाम है मेरा। भैया दरअसल गाँव गए हैं, अगले महीने लौटेंगे!

मकानमालिक- उसने रेंट नहीं दिया है बिटिया!

मैं- आप ना मुझे रेंट बता दो और अपना बैंक अकाउंट भेज दो अंकल, मैंने पैसे भिजवा दूंगी!

फिर मकानमालिक वहां से चला गया और उधर से राजा को आता देख मैं दरवाज़े पर ही उसका इंतज़ार करने लगी।

राजा- मेरा इंतज़ार कर रही हो?

मैं- हाँ मेरे राजा, लंच किया तुमने?

राजा- हाँ मेरी रानी और मुझे बहुत ही ज्यादा अच्छा लगा।

राजा फ्लैट में एंटर हुआ और अपने हैंड बैग के साथ एक शॉपिंग बैग को सोफे पर रखकर फ्रेश होने चला गया। शॉपिंग बैग में आज फिर कुछ नया आया था मेरे लिए और मैं कन्फर्म थी कि राजा बहुत खुश था आज। थोड़ी देर में राजा कमर में टॉवल लपेटकर वाशरूम से बाहर आया और मेरे पास आकर मुझे लिप टू लिप किस किया। कुछ ही पलों में मैं राजा की बाहों में थी और वो मेरे साथ रोमांस किये जा रहा था। थोड़ी देर रोमांस करने के बाद राजा का हाथ मेरे गांड पर था और उसने मुझे अपनी बाहों में उठा लिया। 

मैं समझ गयी कि राजा बहुत ही ज्यादा एक्साइटेड था लेकिन मैंने उसे रोका नहीं। राजा मुझे कमरे में ले गया और बिस्तर पर लिटाकर एक घंटे में दो राउंड हार्डकोर सेक्स किया। मैं न्यूड और बेसुध बिस्तर पर लेटी राजा को तीसरे राउंड के लिए मना कर रही थी लेकिन वो नहीं माना और मेरे साथ तीसरे राउंड हार्डकोर सेक्स किया और तीसरी बार भी मेरी गांड को अपने स्पेर्म्स से भर दिया। अब मैं पूरी तरह से टूट चुकी थी, शरीर में हिम्मत नहीं बची थी और आँखें बंद करके, मैं अपने दर्द को शांत करने की कोशिश कर रही थी। राजा ने मुझे बिकुल तोड़कर ही रख दिया था और कभी मैं अपने आंसू पोछती तो कभी राजा से शिकायत करती।

फिर राजा मुझसे बोला- मेरे लिए कुछ खाने को पका दो रानी, बहुत भूख लगी है।

मैंने कहा- मुझे यकीन नहीं होता है राजा, मुझे कच्चा चबा जाने के बाद भी तुम्हे भूख लगी है?

फिर राजा ने मेरे गाल पर किस किया और बोला- मेरी रानी, तुम्हारे हाथों का स्वादिष्ट पकवान खा खा कर मुझे ना अब आदत हो गयी है। तुम्हारे हाथों का स्वाद कहीं और नहीं मिल सकता, पका दो ना!

फिर मैं बिस्तर से उठी, मेरे कपड़ों का तहसनहस हो चूका था। 

फिर राजा ने मुझे बेबीडॉल ड्रेस पहनने को कहा तो मैं फ्रेश होने के बाद बेबीडॉल ड्रेस पहनकर रेडी हुई और लंगड़ाते हुए किचन में आ गयी।मैं बहुत थकी हुई थी, खड़ा रहने का भी मेरा मन नहीं था। लेकिन राजा ने इतने प्यार से खाना बनाने को कहा, मैं कैसे मना कर देती। मैंने मिक्स वेज की सब्जी, मकई की रोटी और सरसो का साग बनाई। राजा को मकई की रोटी और सरसो का साग वैसे भी बहुत पसंद था। राजा ने डिनर किया और मैं उसे खाते देखती रही। खाना खाने के बाद राजा ने मेरे बनाये खाने की तारीफ की और फ्लैट की डुप्लीकेट चाबी लेकर नाईट वाक के लिए निकल गया। राजा के जाने के बाद मैंने भी डिनर किया, साग में नमक थोड़ी ज्यादा थी लेकिन राजा ने एक बार भी मुझसे शिकायत नहीं की। राजा मुझसे सच में बहुत प्यार करता था और राजा का मुझे इतना चाहना मुझे राजा के करीब ला रही थी। डिनर करने के बाद, डिशवाश करने के बाद मैं अपने कमरे में चली गयी और राजा के बारे में सोचने लगी और सोचते सोचते मेरी आँख लग गयी। मैं बेबीडॉल ड्रेस में नींद के आगोश में थी तभी मुझे राजा के साँसों ने मेरे चेहरे पर दस्तक दी और मेरी आँखें खुल गयी। राजा ने मुझे स्मूच किया और मेरे साथ काफी देर तक रोमांस किया। फिर राजा ने मेरे नाक से वो नथिया उतार दिया और छोटे साइज वाली नथिया मेरे नाक में डाल दिया। वो लाइट वेट नथिया थी, लेकिन उसमे कोई चेन नहीं थी। मैंने लाइफ में पहली बार ऐसी नथिया पहनी थी। फिर राजा ने मेरे कानों से झुमके निकाल दिए और उनमे सोने की बड़ी बड़ी बालियां पहना दी। मैंने सोचा कि राजा का हो गया, लेकिन फिर उसने मेरे पैरों में हैवी चाँदी की पायल पहनाई और गले में से सोने की चेन निकालकर मेरे गले में पहना दिया। आई वज लाइक, राजा के साथ रही तो ये मुझे ऊपर से नीचे तक गहनों से लाद देगा और मैं शर्माने लगी। 



फिर क्या था थोड़ी ही देर में मैं राजा की बाहों में थी और उसने थोड़ा भी टाइम वेस्ट नहीं किया। राजा के कहने से पहले ही मैंने उसे ब्लोजॉब का मजा दे रही थी और थोड़ी देर बाद राजा के स्पेर्म्स लोड मैं अपने मुँह से अंदर ले चुकी थी। उसके बाद भी मैं राजा के लंड को बेतहाशा चूस रही थी और राजा बहुत ही ज्यादा एक्साइटेड हो गया था। राजा ने मुझे घोड़ी बनने को कहा तो मैं घोड़ी बनकर तैयार हो गयी। राजा ने मेरे बेबीडॉल ड्रेस को ऊपर उठाया और मेरी पैंटी सरका दिया। उसके बाद राजा का लंड मेरी गांड में था और वो मेरे बाल पकड़कर मुझे फुल स्पीड में चोद रहा था। आई वज लाईक इन हेवन एंड हेल एट द सेम मोमेंट और दस मिनट्स तक राजा मुझे उसे पोजीशन में चोदता रहा। 

 फिर राजा ने मुझे पेट के बल लिटा दिया और मेरी गांड को थोड़ी ऊपर उठाकर मुझे फिर से चोदने लगा। राजा के कामसूत्र पोसिशन्स स्किल्स काफी अच्छे थे, मुझे आज काफी मजा आ रहा था और राजा का एक एक स्ट्रोक और मेरे मुँह से निकलने वाली आह्ह्ह्हह को हम दोनों ही एन्जॉय कर रहे थे। अगले पंद्रह मिनट्स तक राजा मुझे ऐसे ही चोदता रहा और कुछ देर बाद राजा ने मेरे गांड में अपना स्पर्म लोड को डिस्चार्ज कर दिया। उसके बाद राजा अपनी आँखें बंद करके चरमसुख को एन्जॉय कर रहा था और मैं उसके वजन से दबी हुई थी। राजा ने मुझे रात भर में तीन अलग अलग पोसिशन्स में तीन राउंड हार्डकोर सेक्स किया और लास्ट में डिक डॉकिंग सेक्स कर मेरे लंड के अंदर दुबारा अपना स्पर्म लोड डिस्चार्ज कर दिया। 

लंड में दुबारा हो रहे जलन से मैं रोने लगी और मैं समझ चुकी थी कि आज फिर मैं बेहोश हो जाउंगी। राजा ने मुझे अपनी बाहों में उठाया और वाशरूम में ले गया और बाथटब में कल की तरह लेट गया और मुझे अपने लंड पर बिठा दिया। आधे घंटे तक राजा मुझे चोदता रहा, मैं रोती रही लेकिन राजा अपने हाथ से मेरे लंड को सेहला भी रहा था, जिससे मुझे सेम टाइम में अच्छा भी लग रहा था। थोड़ी देर बाद मुझे फिर से राजा के साथ ओर्गास्म का अनुभव हुआ और मैं फिर से राजा की बाहों में बेहोश हो गयी।

अगली सुबह, मैं दुबारा जागी तो राजा की बाहों में थी। मुझे बहुत अच्छा फील हो रहा था और मैंने राजा को बड़े ही प्यार से जगाया। राजा ने मुझे होंठ पर स्मूच किया और फ्रेश होने चला गया। मैं भी उठी, कपडे, बाल और मेकअप ठीक की और राजा के लिए ब्रेकफास्ट बनाने किचन में चली गयी। राजा जब फ्रेश होकर वापिस आया तो ब्रेकफास्ट करने बैठ गया। ये अब रोज़ का था, दिन में मैं लड़के के रूप में एक बार रुखसार से जरूर बात कर लेती ताकि उसे मेरे बारे में शक ना हो और फिर से तैयार हो जाती ताकि शाम को जब राजा घर आये तो मुझे जी भर के प्यार करे।

अब एक महीना ख़त्म होने में सिर्फ दो दिन बचे थे। मेरा लंड पहले के मुक़ाबले काफी सख्त होने लगा था, ऐसा लग रहा था कि मेडिसिन अपना जादू दिखा रहा था। मेरे चेस्ट भारीपन और वो थोड़ा बड़ा भी हो गया था, लेकिन पेशाब करते समय ब्लड नहीं आता, पेट के नीचले हिस्से में दर्द नहीं रहता और चेहरे पर दाढ़ी मुछ भी आने लगी थी। मैं बहुत खुश थी और राजा दुखी, क्यूंकि एक महीने बाद हमदोनो एक बार फिर से अलग होने वाले थे।

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